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घी के दिए जलाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

विशेष अर्थ प्रकट करने वाले व्याकांश को मुहावरा कहते है। यहां पर घी के दिए जलाना मुहावरे का अर्थ (ghee ke diye jalana muhavare ka arth) और वाक्य प्रयोग विस्तार से जानेंगे।

घी के दिए जलाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

  • मुहावरा: घी के दिए जलाना।
  • अर्थ: खुशी मनाना, अप्रत्याशित लाभ पर प्रसन्नता, अत्यंत प्रसन्न होना, आनंद मंगल होना।
  • वाक्य प्रयोग: सोहन के नौकरी लगने के बाद सोहन की मां ने अपने घर में घी के दिए जलाए।
ghee ke diye jalana muhavare ka arth
ghee ke diye jalana muhavare ka arth

घी के दिए जलाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग

  • भगवान राम के 14 साल के वनवास काटने के बाद जब वह अयोध्या में वापस लौटे तो अयोध्या वासियों ने खुशी से अपने घरों में घी के दिये जलाए थे।
  • हर साल हिंदू अपने घरों में दीपावली के शुभ अवसर पर घी के दिए जलाते हैं, जिससे कि उसके घरों में सुख समृद्धि लक्ष्मी घर आए।
  • आज एक गरीब किसान का बेटा बहुत बड़ा अधिकारी बन गया, जिसके कारण उस गरीब के घर में घी के दीए जलने लगे
  • रमेश के अच्छे अंक आने पर घर वालों ने घी के दिए जलाएं

अन्य महत्वपूर्ण मुहावरे और उनका वाक्य प्रयोग

उन्नीस-बीस होनाईद का चाँदकमर टूटना
आँख का ताराएक करेला, दूसरे नीम चढ़ाअन्न-जल उठना
एक आँख से देखनाकोल्हू का बैलकोयले की दलाली में हाथ काले

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Rahul Singh Tanwar
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राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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