पंडित विष्णु शर्मा ने पंचतंत्र की कहानियों (Panchatantra Stories in Hindi with Moral) को बेहद रोचक तरीके से पेश किया हैं, यह कहानियां मनोविज्ञान, व्यावहारिकता तथा राजकार्य से सिधान्तों कि सीख देती है।
Panchtantra ki Kahaniyan बहुत जीवंत हैं। इनमे लोकव्यवहार को बहुत सरल तरीके से समझाया गया है। बहुत से लोग इस कहानियों को नेतृत्व क्षमता विकसित करने का एक सशक्त माध्यम मानते हैं।
यहां हम पंचतंत्र की कहानियां प्रकाशित कर रहे हैं। साथ ही समय-समय पर पंचतंत्र की नई कहानियां अपडेट भी की जाएगी। आपसे अनुरोध हैं कि इस पेज को बुकमार्क कर लें, ताकि आप बाद में इसे आसानी से पढ़ सकें।
पंचतंत्र की कहानियां (Panchatantra Stories in Hindi)
मित्रभेद
- बन्दर और लकड़ी का खूंटा (पंचतंत्र की कहानी)
- सियार और ढोल (पंचतंत्र की कहानी)
- व्यापारी का पतन और उदय (पंचतंत्र की कहानी)
- मूर्ख साधू और ठग (पंचतंत्र की कहानी)
- लड़ती भेड़ें और सियार (पंचतंत्र की कहानी)
- दुष्ट सांप और कौवे की कहानी (पंचतंत्र की कहानी)
- बगुला भगत और केकड़ा (पंचतंत्र की कहानी)
- चतुर खरगोश और शेर (पंचतंत्र की कहानी)
- खटमल और बेचारी जूं (पंचतंत्र की कहानी)
- नीले सियार की कहानी (पंचतंत्र की कहानी)
- शेर, ऊंट, सियार और कौवा (पंचतंत्र की कहानी)
- टिटिहरी का जोड़ा और समुद्र का अभिमान (पंचतंत्र की कहानी)
- मूर्ख बातूनी कछुआ (पंचतंत्र की कहानी)
- तीन मछलियों की कथा (पंचतंत्र की कहानी)
- हाथी और गौरैया (पंचतंत्र की कहानी)
- सिंह और सियार (पंचतंत्र की कहानी)
- चिड़िया और बन्दर (पंचतंत्र की कहानी)
- गौरैया और बन्दर (पंचतंत्र की कहानी)
- मित्र-द्रोह का फल (पंचतंत्र की कहानी)
- मूर्ख बगुला और नेवला (पंचतंत्र की कहानी)
- जैसे को तैसा (पंचतंत्र की कहानी)
- मूर्ख मित्र (पंचतंत्र की कहानी)
मित्र सम्प्राप्ति
- साधु और चूहा (पंचतंत्र की कहानी)
- गजराज और मूषकराज की कहानी (पंचतंत्र की कहानी)
- ब्राह्मणी और तिल के बीज (पंचतंत्र की कहानी)
- व्यापारी के पुत्र की कहानी (पंचतंत्र की कहानी)
- अभागा बुनकर (पंचतंत्र की कहानी)
संधि-विग्रह/काकोलूकियम (कौवे एवं उल्लुओं की कथा)
- कौवे और उल्लू के बैर (पंचतंत्र की कहानी)
- हाथी और चतुर खरगोश (पंचतंत्र की कहानी)
- धूर्त बिल्ली का न्याय (पंचतंत्र की कहानी)
- बकरा, ब्राह्मण और तीन ठग (पंचतंत्र की कहानी)
- कबूतर का जोड़ा और शिकारी (पंचतंत्र की कहानी)
- ब्राह्मण और सर्प की कथा (पंचतंत्र की कहानी)
- बूढा आदमी, युवा पत्नी और चोर (पंचतंत्र की कहानी)
- ब्राह्मण, चोर और दानव की कथा (पंचतंत्र की कहानी)
- दो सांपों की कथा (पंचतंत्र की कहानी)
- चुहिया का स्वयंवर (पंचतंत्र की कहानी)
- सुनहरे गोबर की कथा (पंचतंत्र की कहानी)
- बोलने वाली गुफा (पंचतंत्र की कहानी)
- सांप की सवारी करने वाले मेढकों की कथा (पंचतंत्र की कहानी)
- कौवे और उल्लू का युद्ध (पंचतंत्र की कहानी)
लब्ध प्रणाशा
- बंदर का कलेजा और मगरमच्छ (पंचतंत्र की कहानी)
- लालची नागदेव और मेढकों का राजा (पंचतंत्र की कहानी)
- शेर और मूर्ख गधा (पंचतंत्र की कहानी)
- कुम्हार की कहानी (पंचतंत्र की कहानी)
- गीदड़ गीदड़ ही रहता है (पंचतंत्र की कहानी)
- वाचाल गधा और धोबी (पंचतंत्र की कहानी)
- अविवेक का मूल्य (पंचतंत्र की कहानी)
- सियार की रणनीति (पंचतंत्र की कहानी)
- कुत्ता जो विदेश चला गया (पंचतंत्र की कहानी)
- स्त्री का विश्वास (पंचतंत्र की कहानी)
- स्त्री-भक्त राजा (पंचतंत्र की कहानी)
अपरीक्षित कारक
- हमेशा सोच समझ कर काम करो (पंचतंत्र की कहानी)
- ब्राह्मणी और नेवला की कथा (पंचतंत्र की कहानी)
- मस्तक पर चक्र (पंचतंत्र की कहानी)
- जब शेर जी उठा (पंचतंत्र की कहानी)
- चार मूर्ख पंडितों की कहानी (पंचतंत्र की कहानी)
- दो मछलियों और एक मेंढक की कहानी (पंचतंत्र की कहानी)
- संगीतमय गधा (पंचतंत्र की कहानी)
- ब्राह्मण का सपना (पंचतंत्र की कहानी)
- दो सिर वाला जुलाहा (पंचतंत्र की कहानी)
- वानरराज का बदला (पंचतंत्र की कहानी)
- राक्षस का भय (पंचतंत्र की कहानी)
- दो सिर वाला पक्षी (पंचतंत्र की कहानी)
FAQ
पंचतंत्र में मित्रभेद, मित्रसम्प्राप्ति (मित्रलाभ), काकोलूकीयम् (सन्धि-विग्रह), लब्धप्रणाश एवं अपरीक्षितकारक तंत्र है।
पंचतंत्र के लेखक पंडित विष्णु शर्मा है।
पंचतंत्र कहानियों का मुख्य उद्देश्य शिक्षा और मनोरंजन को जोड़ना होता है। इन कहानियों के माध्यम से बच्चों को मुखर बुद्धि, नैतिकता और जीवन के मूल सिद्धांतों का संक्षेप में सजग बनाया जाता है।
पंचतंत्र की कहानियों का प्राचीनतम उल्लेख संस्कृत ग्रंथ “पंचतंत्र” में है, जिसे विष्णुशर्मा ने संक्षेप में लिखा था। इसका प्रकटन काल लगभग 200 BCE से 300 CE के बीच था।
पंचतंत्र में कई लोकप्रिय कहानियां हैं। कुछ लोकप्रिय किस्से “लग्गू की कहानी” “बगुला भगत” “सिंह और मूषक” “खरगोश और कछुआ” और “वन्य और मित्र” शामिल हैं।
पंचतंत्र की कहानियों में अधिकांश संदेश यह होता है कि ज्ञान, समझदारी और दोस्ती विश्वासनीय संपन्नता का मूल हैं। ये कहानियां नैतिक मूल्यों की प्रेरणा देती हैं और अच्छे और बुरे के बीच सही और गलत की पहचान करने में मदद करती हैं।
निष्कर्ष
पंचतंत्र की शिक्षाप्रद कहानियां पढ़ने से जीवन में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। बच्चों को यह कहानियां सुनाने से उनकी एकाग्रता में वृद्धि होती है। साथ ही उनके जीवन में संस्कार की कमी पूरी होती है।
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