हम कैसे याद नहीं करते उन्हें इस बात की हैरानी है, यहां तो हर सांस में तेरे मेरे प्यार की कहानी है।
मुझे कुछ भी नहीं कहना इतनी सी गुजारिश है, बस उतनी बार मिल जाओ जितना याद आते हो।
उसकी याद आई है साँसों जरा अहिस्ता चलो, धड़कनों से भी इबादत में खलल पड़ता है।
एक कतरा ही सही आँख में पानी तो रहे, ऐ मोहब्बत तेरे होने की निशानी तो रहे, बस यही सोच के यादों को तेरी दे दी पनाह, इस नये घर में कोई चीज पुरानी तो रहे।
कितनी हसीन हो जाती है उस वक़्त दुनिया, जब अपना कोई कहता है तुम याद आ रहे हो।
मुलाकातें न सही थोड़ी बात ही कर लो, दुआओं में ही सही थोड़ा याद ही कर लो।
हर एक पहलू तेरा मेरे दिल में आबाद हो जाये, तुझे मैं इस क़दर देखूं मुझे तू याद हो जाये।
नहीं है कुछ भी मेरे दिल में सिवा उसके, मैं उसे अगर भुला दूँ तो याद क्या रखूँ।
हर पल की ख़ुशी आपकी याद में है, हमारी हर हँसी आपके साथ में है, दूर रहकर भी आपको याद करते हैं, जरूर कोई प्यारी सी अदा आप में है। मिसिंग यू…!!
दिल की हालत किसी से कही नहीं जाती, हमसे उनकी चाहत छुपाई नहीं जाती, बस एक याद बची है उनके चले जाने के बाद, वो याद भी दिल से मिटायी नहीं जाती।
माना कि तू ने मुझे भुला दिया जान-ए-जा, मगर कभी तो मेरी याद में आँखें भीगा लिया कर।
हम चाहे तो भी तुझे भुला नहीं सकते, तेरी यादों से दामन चुरा नहीं सकते, तेरे बिना जीना एक पल भी मुमकिन नहीं, तुम्हें चाहते हैं इतना कि बता नहीं सकते। मिसिंग यू…
कुछ खूबसूरत पलों की महक सी हैं तेरी यादें, सुकून ये भी है कि ये कभी मुरझाती नहीं।
कितना भी खुश रहने की कोशिश कर लो, जब कोई बेहद याद आता है तो सच में बहुत रुलाता है।
ये तो ज़मीन की फितरत है की, वो हर चीज़ को मिटा देती हे वरना, तेरी याद में गिरने वाले आंसुओं का, अलग समंदर होता।
खूबसूरत सुबह का कुछ तो असर आए, कि हम याद करें और उनको हिचकी आए।
कहीं ये अपनी मोहब्बत की इन्तेहाँ तो नहीं, बहुत दिनों से तेरी याद भी नहीं आई।
उम्र की राह में रास्ते बदल जाते हैं, वक़्त की आंधी में इंसान बदल जाते हैं, सोचते हैं तुम्हें इतना याद ना करें लेकिन, आँख बंद करते ही इरादे बदल जाते हैं।
भूल जाएंगे हम याद तुम भी ना रखना, मैं ठीक हूं फिक्र मेरी तुम भी ना करना।
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ढूढ़ोगे उजड़े रिश्तों में वफ़ा के खजाने, तुम मेरे बाद मेरी मोहब्बत को याद करोगे।
बैठे थे अपनी मस्ती में कि अचानक तड़प उठे, आ कर तुम्हारी याद ने अच्छा नहीं किया।
Yaad Shayari in Hindi
जाने क्या था जाने क्या है जो मुझसे छूट रहा है, यादें कंकर फेंक रही हैं और दिल अंदर से टूट रहा है।
न कोई छत्रछाया है, न कोई मोह माया है, बारिश से ज्यादा तो मुझको, तेरी यादों ने भिगाया है।
दिल में आप हो और कोई खास कैसे होगा, यादों में आपके सिवा कोई पास कैसे होगा, हिचकियॉं कहती हैं आप याद करते हो, पर बोलोगे नहीं तो मुझे एहसास कैसे होगा?
याद करेंगे तो दिन से रात हो जायेगी, आईने को देखिये हमसे बात हो जायेगी, शिकवा न करिए हमसे मिलने का, आँखे बंद कीजिये मुलाकात हो जायेगी।
ज़ख्म देने की आदत नहीं हमको, हम तो आज भी वो एह्सास रखते हैं, बदले-बदले तो आप हैं जनाब, हमारे आलावा सबको याद रखते हैं।
गुजरी थी जो कल शाम सामने से मेरे, उसी की याद में मैंने सारी रात गुजार दी।
नहीं फुर्सत यकीं मानो हमें कुछ और करने की, तेरी यादें तेरी बातें बहुत मसरूफ़ रखती हैं।
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इतना न याद आओ कि खुद को तुम समझ बैठूं, मुझे अहसास रहने दो मेरी अपनी भी हस्ती है।
मेरा इल्ज़ाम है तुझ पर कि तू बेवफा था, दोष तो तेरा था मगर तू हमेशा ही खफा था, ज़िन्दगी की इस किताब में बयान है तेरी मेरी कहानी, यादों से सराबोर उसका एक एक सफा था।
Yaad Shayari in Hindi
कभी टूटा नहीं दिल से तेरी याद का रिश्ता, गुफ्तगू हो न हो ख्याल तेरा ही रहता है।
सरहदें तोड़ के आ जाती है किसी पंछी की तरह, ये तेरी याद है जो बंटती नहीं मुल्कों की तरह।
अनजान थे हम अनजान ही रहने दो, किसी की यादों में हमें पल पल यूँ ही मरने दो, क्यों करते हो बदनाम लेकर नाम हमारा, अब तो इस नाम को गुमनाम रहने दो।
यूं ना देख मुझे मैं कोई गैर नहीं, अरे तूने की थी मुझसे मोहब्बत क्या तुझे याद नहीं।
हर रात रो-रो के उसे भुलाने लगे, आँसुओं में उसके प्यार को बहाने लगे, ये दिल भी कितना अजीब है कि, रोये हम तो वो और भी याद आने लगे।
जिससे चाहा था बिखरने से बचा ले मुझको, कर गया तेज हवाओं के हवाले मुझ को, मैं वो बुत हूँ कि तेरी याद मुझे पूजती है, फिर भी डर है ये कहीं तोड़ न डाले मुझको।
सोचता हूँ कि अपने सारे अरमान भेज दूँ, दुआओं में अपनी तुम्हारा नाम भेज दूँ, दिन खिला और दिल को तुम याद आये, तो सोचा कि प्यारा सा सलाम भेज दूँ।
ख़ामोश रात बातें हज़ार, आख़री मुलाक़ात यादें हज़ार।
भूल जाना उसे मुश्किल तो नहीं है लेकिन, काम आसान भी हमसे कहाँ होते हैं।
खुशबू की तरह आया वो तेज हवाओं में, माँगा था जिसे हमने दिन रात दुआओं में, तुम छत पे नहीं आये मैं घर से नहीं निकला, ये चाँद बहुत भटका सावन की घटाओं में।
अकेलेपन से कोई बैर नही मुझे, डरता हूँ जब कोई याद आ जाये।
अगर रुक जाये मेरी धड़कन तो इसे मौत न समझना, ऐसा हुआ है अक्सर तुझे याद करते करते।
आज यह कैसी उदासी छाई है, तन्हाई के बादल से भीगी जुदाई है, टूट के रोया है फिर मेरा दिल, जाने आज किसकी याद आई है।
तू देख सकता काश रात के पहरे में मुझको, कितनी बेदर्दी से तेरी याद मेरी नींद चुरा लेती है।
तन्हाई की सरहदें और भीगी पलकें, हम लुट जाते हैं रोज तुम्हें याद करके।
मुझे मार ही न डाले ये बादलों की साजिश, ये जब से बरस रहे हैं मुझे तुम याद आ रहे हो।
अब ये भी नहीं ठीक कि हर दर्द मिटा दें, कुछ दर्द तो कलेजे से लगाने के लिए हैं। यह इल्म का सौदा, ये रिसाले, ये किताबें, इक शख्स की यादों को भुलाने के लिए है।
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आज फिर दिन भर पड़ा रहा बिस्तर पर मैं, आज फिर दिन पर ये तेरी याद भारी ही रही।
Yaad Shayari in Hindi
सोचा था कि मिटाकर सारी निशानियाँ, चैन से सो जायेंगे, बंद आँखो ने अक्स देखा तेरा, तो बेचैन दिल ने पुकारा तुझको। मिसिंग यू…
अब उदास होना भी अच्छा लगता है, किसी का पास न होना भी अच्छा लगता है, मैं दूर रह कर भी किसी की यादों में हूँ, ये एहसास होना भी अच्छा लगता है।
वापस पहुँच गए हैं नौकरी वाले दूर शहर में, अब घर की याद आएगी दिन के हर पहर में।
बहुत रोयेगी जिस दिन मैं तुझे याद आऊंगा, बोलेगी एक पागल था, जो सिर्फ मेरे लिए पागल था।
तेरी यादों का जहर फैल गया है दिल में, मैंने बहुत देर कर दी है तुझे भुलाने में।
अब बुझा दो ये सिसकते हुए यादों के चराग, इनसे कब हिज्र की रातों में उजाला होगा।
हर बार सोचता हूं कि तुम्हें याद ना करूं, पर तेरी यादें ही तुम्हारी याद दिलाती हैं।
किस तरह से मुझसे है तेरी याद को हमदर्दी, देखती है मुझे तन्हा… तो चली आती है।
वो अपनी जिंदगी में हो गए मसरूफ इतने, किस किस को भूल गए अब उन्हें भी याद नहीं।
सिलसिला खत्म हुआ जलने जलाने वाला, अब कोई याद नही आता यहाँ तुम्हारे सिवा।
तड़पते हैं न रोते हैं न हम फ़रियाद करते हैं, सनम की याद में हरदम खुदा को याद करते हैं, उन्हीं के इश्क़ में हम दर्द की फरियाद करते हैं, इलाही देखिये किस दिन हमें वो याद करते हैं।
खुल जाता है तेरी यादों का बाज़ार सरेआम, फिर मेरी रात इसी रौनक में गुज़र जाती है।
तू ना सही तेरी याद में गुजारनी पड़े उम्र, ऐसी ज़िंदगी भी मुझे हर जन्म चाहिए।
हसरत नहीं, अरमान नहीं, आस नहीं है, यादों के सिवा कुछ भी मेरे पास नहीं है।
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कभी गुलाब सी महकती है, कभी काँटों सी चुभती है, जिंदगी और तेरी यादों की एक जैसी आदत है।
आ गयी तेरी याद दर्द का लश्कर लेकर, अब कहाँ जायें हम दिल-ए-मुजतर लेकर।
प्यार की दास्तां जब भी वक्त दोहरायेगा, हमें भी एक शख्स बहुत याद आयेगा, जब उसके साथ बिताये लम्हें याद आयेंगे, आँखें नम हो जाएँगी दिल आंसू बहायेगा।
मैं ना सही मेरे बदन की ख़ुशबू से महकोगी तुम, मैं जब भी याद आऊँगा बेख़ुदी में बहकोगी तुम।
Yaad Shayari in Hindi
वो वक़्त वो लम्हे कुछ अजीब होंगे, दुनिया में हम सबसे खुशनसीब होंगे, दूर से जब इतना याद करते हैं आपको, क्या होगा जब आप हमारे करीब होंगे?
यादों की कीमत वो क्या जाने, जो किसी को यूँ ही भुला देते हैं, यादों का मतलब तो उनसे पूछो जो, यादों के सहारे जिया करते हैं।
अकेलेपन से दिल घबरा रहा है, मुझे वो आज फिर याद आ रहा है।
मिटाओगे कहाँ तक तुम मेरी यादें मेरी बातें, मैं हर मोड़ पर अपनी निशानी छोड़ जाऊंगा।
वो सिलसिले वो शौक वो ग़ुरबत न रही, फिर यूँ हुआ के दर्द में शिद्दत न रही, अपनी जिंदगी में हो गए मसरूफ वो इतना, कि हम को याद करने की फुर्सत न रही।
खिलखिलाती धूप में वो पेडों की छाव, माँ का प्यार और वो गांव बड़ा याद आता है।
बहुत जी चाहता है क़ैद-ए-जाँ से निकल जायें, तुम्हारी याद भी लेकिन इसी मलबे में रहती है।
कर रहा था ग़म-ए-जहाँ का हिसाब, आज तुम याद आये तो बेहिसाब आये।
तुम्हारी यादों से भी कभी तो कोई काम करवाया करो, घूम फिरकर मेरे पास आ जाती है, इन्हें समझाया करो।
दूर रह कर करीब रहने की आदत है, याद बन के आँखों से बहने की आदत है, करीब न होते हुए भी करीब पाओगे, मुझे एहसास बनकर रहने की आदत है।
क्यूँ करते हो मेरे दिल पर इतना सितम? याद करते नहीं, तो याद आते ही क्यूँ हो।
एक पल नहीं-दो पल नहीं हर बार मरता हूं, जब भी तेरी बेवफाई को याद करती हूं।
उसकी धड़कन में मेरी याद अभी बाकी है, ये हकीकत मेरे जीने के लिए काफी है।
जेबें खाली हो चुकी पर हिचकियाँ अब भी जारी है, ये कौन शख़्स है जो मुझे बेवजह भी याद करता है।
ख्याल आँधी है उसका कि दिल काँप जाता है, मेरे उदास ख्यालों किवाड़ मत खोलो।
नींद को आज भी शिकवा है मेरी आँखों से, मैंने आने न दिया उसको तेरी याद से पहले।
अब तो हमारी गलियों से गुजरती नहीं यादें तुम्हारी, लगता है इस शहर को हुई इश्क़ से भी बड़ी बीमारी।
जो पुकारता था हर घड़ी जो जुड़ा था मुझसे लड़ी-लड़ी, वो शख्स अगर कभी मुझे भूल जाये तो क्या करें।
दुनिया भर की यादें हम से मिलने आती हैं, शाम ढलते ही मेरे घर में मेला लगता है।
दिन भर क्या हुआ कौन रात भर याद करे, दिन तो बरबाद हुआ रात कौन बरबाद करे।
याद करते हैं हम आज भी उन्हें पहले की तरह, कौन कहता है फासले मोहब्बत की याद मिटा देते हैं।
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सारी उम्र आँखों में एक सपना याद रहा, सदियाँ बीत गयी पर वो लम्हा याद रहा, ना जाने क्या बात थी उनमे और हम में, सारी महफ़िल भूल गए बस वो चेहरा याद रहा।
इस एक तरफा प्यार का कुछ तो स्वाद होगा, अगर मुझे सब याद है, तो तुझे कुछ तो याद होगा।
अभी तक दिल में रोशन हैं तुम्हारी याद के जुगनू अभी इस राख में चिंगारियाँ आराम करती हैं।
ये आरज़ू नहीं कि किसी को भुलाये हम, तमन्ना नहीं है कि किसी को रुलाये हम, बस जिसको जितना याद करते है, उसे भी उतना ही याद आये हम।
वो जो स्कूल के दरमियां गुजारे थे दिन, अब याद आ रहा है वाह वाह क्या थे वो दिन।
Yaad Shayari in Hindi
अकेलेपन का इलाज़ होती हैं यादें, बहुत ही हसीन सी होती हैं यादें, यूँ तो बोलने को कुछ भी नहीं हैं, पर मानने को किसी का साया हैं यादें।
एक तुम हो सनम कि कुछ कहते नहीं, एक तुम्हारी यादें हैं जो चुप रहती नहीं।
कुछ ऐसे तुम्हारे चेहरे की यादों में झूल जाते हैं, याद करते रह जाते हैं और लिखना भूल जाते हैं।
वो अपनी ज़िन्दगी में हो गए मसरूफ इतने कि, किस-किस को भूल गए अब उन्हें भी याद नहीं।
अब कौन से मौसम से कोई आस लगाये, बरसात में भी याद न जब उनको हम आये।
तुझे याद करना भी एहसास है, ऐसा लगता है की हर पल तू मेरे पास है।
उसकी यादों को किसी कोने में छुपा नहीं सकता, उसके चेहरे की मुस्कान कभी भुला नहीं सकता, मेरा बस चलता तो उसकी हर याद को भूल जाता, लेकिन इस टूटे दिल को मैं समझा नहीं सकता।
मसला ये नहीं कि तुम याद आती हो, बात ये है कि रूलाना ज़रुरी है क्या।
तेरी यादों की कोई मंजिल होती तो अच्छा था, खबर तो रहती कितना सफ़र तय करना है।
हर तरफ जीस्त की राहों में कड़ी धूप है, बस तेरी याद के साए हैं पनाहों की तरह।
तुम्हें भूलने की ख़ातिर पासवर्ड बदल डाला, अब मुझे मेरा पासवर्ड ही याद नहीं।
मेरे काबू में न पहरों दिल-ए-नाशाद आया, वो मेरा भूलने वाला जो मुझे याद आया।
काश दिल की आवाज़ में इतना असर हो जाए, हम याद करें उनको और उन्हें ख़बर हो जाए।
न आप आए न ख़्वाब आया, न ख़त आए न जवाब आया, आई तेरी याद हाँ बहुत मगर, न तेरी याद का हिसाब आया।
वो दिन दिन नहीं वो रात-रात नहीं, वो पल पल नहीं जिस पल आपकी बात नहीं, आपकी यादों से मौत हमें अलग कर सके, मौत की भी इतनी औकात नहीं।
मिला हूँ ख़ाक में ऊँची मगर औकात रखी है, तुम्हारी बात थी आखिर तुम्हारी बात रखी है, भले ही पेट की खातिर कहीं दिन बेच आया हूँ, तुम्हारी याद की खातिर भी पूरी रात रखी है।
तनहाई में इतना क्यों याद आती हो, थोड़ा मुझे चैन से सो भी लेने दिया करो।
दिल के सागर में लहरें उठाया ना करो, ख्वाब बनकर नींद चुराया ना करो, बहुत याद करता है मेरा दिल तुम्हें ख्वाबों में आके यूँ तड़पाया ना करो।
दो लफ्ज़ क्या लिखे तेरी याद में हमने, लोग कहने लगे तू आशिक बहुत पुराना है।
रहो किसी परेशानी में तो, बे-झिझक याद कीजिए, जब कोई ना हो पास आपके, हमसे मुलाक़ात कीजिए।
काश तू भी बन जाए तेरी यादों कि तरह, न वक़्त देखे न बहाना बस चली आये।
वो नहीं आती पर निशानी भेज देती है, ख्वाबो में दास्ताँ पुरानी भेज देती है, कितने मीठे हैं उसकी यादो के मंज़र, मेरी आँखों में नमकीन पानी भेज देती है।
मसरूफ़ ज़िन्दगी में तेरी याद के सिवा, आता नहीं है कोई मेरा हाल पूछने।
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महक रही है जिंदगी आज भी जिसकी खुशबू से, वो कौन था जो यूँ गुजर गया मेरी यादों से।
Yaad Shayari in Hindi
बदली सावन की कोई जब भी बरसती होगी, दिल ही दिल में वह मुझे याद तो करती होगी, ठीक से सो न सकी होगी कभी ख्यालों से मेरे, करवटें रात भर बिस्तर पे बदलती होगी।
यह माना के हम से वो खफा रहे होंगे, हो सकता है वो हमें आजमा रहे होंगे, हम उतनी ही शिद्दत से याद करेंगे उन्हें, जितनी शिद्दत से वो हमें भुला रहे होंगे।
भुला दिया है मुझे ज़ालिम ने आदतन भी मगर, वो बात कि जिससे याद आऊँ मुझ में थी भी नहीं।
रात गुमसुम हैं और चाँद खामोश है, तेरी यादों ने कर दिया मुझे मदहोश है, कैसे कह दूँ आज मैं होश में हूँ… जब हाथ में जाम है और पीने का होश नहीं।
उसे यकीन था खुद पे कि भूल जायेगा मुझे, हमें भी दिल पे भरोसा था और याद रक्खे हैं।
उसे जब याद आएगा वो पहली बार का मिलना, तो पल-पल याद रखेगा या सबकुछ भूल जायेगा, उसे जब याद आएगा गुजरे मौसम का हर लम्हा, तो खुद ही रो पड़ेगा या खुद ही मुस्कुराएगा।
वो दिन दिन नहीं वो रात रात नहीं, वो पल पल नहीं जिस पल आपकी बात नहीं, आपकी यादों से मौत हमें अलग कर सके, मौत की भी इतनी औकात नहीं।
ज़माने के सवालों को मैं हँस के टाल दूं फ़राज़, लेकिन नमी आँखों की कहती है मुझे तुम याद आते हो।
हसीं यादों के कुछ मौसम उसे अरसाल करने है फ़राज़, सुना है शब को तन्हाई उसे सोने नहीं देती।
जब से तेरी चाहत अपनी ज़िन्दगी बना ली है, हम ने उदास रहने की आदत बना ली है, हर दिन हर रात गुजरती है तेरी याद में, तेरी याद हमने अपनी इबादत बना ली है।
बहुत अजब होती हैं यादें यह मोहब्बत की, रोये थे जिन पलों में याद कर उन्हें हँसी आती है, और हँसे थे जिन पलों में अब याद कर उन्हें रोना आता है।
किस जगह रख दूँ तेरी याद के चिराग को, कि रोशन भी रहूँ और हथेली भी ना जले।
यूँ तो मुद्दतें गुजार दी है हमने तेरे बगैर मगर, आज भी तेरी यादों का एक झोंका मुझे टुकड़ो में बिखेर देता है।
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बुझा भी दो सिसकते हुए यादों के चिराग, इनसे कब हिज्र की रातों में उजाला होगा।
लफ्ज़, अल्फाज़, कागज़ और किताब, कहाँ कहाँ नहीं रखता मैं तेरी यादों का हिसाब।
ना कर जिद अपनी हद मे रह ए दिल, वो बड़े लोग है मर्जी से याद करते है।
भीगते हैं जिस तरह से तेरी यादों में डूब कर, इस बारिश में कहाँ वो कशिश तेरे खयालों जैसी।
फिर पलट रही हैं सर्दियों की सुहानी रातें, फिर तेरी याद में जलने के जमाने आ गए
बेताब से रहते हैं तेरी याद में अक्सर, रात भर नहीं सोते हैं तेरी याद में अक्सर, जिस्म में दर्द का बहाना सा बना कर, हम टूट कर रोते हैं तेरी याद में अक्सर।
तेरी यादें हर रोज़ आ जाती है मेरे पास, लगता है तुमने बेवफ़ाई नही सिखाई इनको।
बिछड़ी हुई राहों से जो गुजरे हम कभी, हर मोड़ पर खोई हुई एक याद मिली है।
Yaad Shayari in Hindi
याद आयेगी हमारी तो बीते कल की किताब पलट लेना, यूँ ही किसी पन्ने पर मुस्कराते हुए हम मिल जायेंगे।
मेरी चाहत में कोई कमी तो नहीं है, फिर क्यों वो बार-बार आज़माए मुझे, दिल उसकी याद से एक पल भी नहीं जुदा, फिर कैसे मुमकिन है वो भूल जाए मुझे।
मत सोच कि मैं तुझे भुला नहीं सकता, तेरी यादों के पन्ने मैं जला नहीं सकता, कश्मकश ये है कि खुद को मारना होगा, और अपने खातिर तुझे रुला नहीं सकता।
रख लो दिल में संभाल कर थोड़ी सी यादें हमारी, रह जाओगे जब तन्हा बहुत काम आयेंगे हम।
कुछ धड़कता तो है सीने में मेरे रह-रह कर, अब खुदा जाने तेरी याद है या दिल मेरा।
खौफ से लेते नहीं नाम कि सुन न ले कोई, चुपके-चुपके हम तुम्हें याद किया करते हैं।
तेरी यादें भी मेरे बचपन के खिलौने जैसी हैं, तन्हा होता हूँ तो इन्हें लेकर बैठ जाता हूँ।
तपिश से बच कर घटाओं में बैठ जाते हैं, गए हुए की सदाओं में बैठ जाते हैं, हम इर्द-गिर्द के मौसम से जब भी घबराये, तेरे ख्याल की छाँव में बैठ जाते हैं।
मोहब्बत की महफ़िल में आज मेरा ज़िक्र है, अभी तक याद हूँ उसको खुदा का शुक्र है।
तुमने किया न याद कभी भूल कर हमें, हमने तुम्हारी याद में सब कुछ भुला दिया।
प्यास बुझती नहीं बरसात गुजर जाती है, कितनी जल्दी ये मुलाकात गुजर जाती है, अपनी यादों से कह दो यूँ न सताया करें, नींद आती नहीं और रात गुजर जाती है।
जब तुम्हारी याद के ज़ख़्म भरने लगते हैं, फिर किसी बहाने तुम्हें याद करने लगते हैं।
फिर उसी की याद में दिल बेक़रार हुआ है, बिछड़ के जिस से हुई शहर-शहर रुसवाई।
मजबूरियाँ सारी हम दिल में छिपा लेते हैं, हम कहाँ रोते हैं हमारे हालात रुला देते हैं, हम तो हर पल याद करते हैं सिर्फ आपको, और आप भुला देने का इल्जाम लगा देते हैं
थक गया है दिल-ए-वहशी मेरा फ़रियाद से भी, जी बहलता नहीं ऐ सनम तेरी याद से भी।
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।