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सयुंक्त वाक्य की परिभाषा एवं उदाहरण

वाक्य हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण भाग है। वाक्य के अंदर हम तीन प्रकार के वाक्य सीखते हैं, जिसमें वाक्य के प्रकार में से एक संयुक्त वाक्य (sanyukt vakya) है।

संयुक्त वाक्य का प्रयोग हम अपने दैनिक दिनचर्या में अक्सर करते हैं। लेकिन, व्याकरण की दृष्टि से संयुक्त वाक्य क्या होता है?, इसके कितने प्रकार होते हैं? उसके बारे में बहुत से लोगों को जानकारी नहीं होती है।

इसलिए यह लेख हम लेकर आए हैं, जिसमें हमने संयुक्त वाक्य क्या होता है, संयुक्त वाक्य की परिभाषा, संयुक्त वाक्य के 20 उदाहरण और इसके प्रकार के बारे में बताया है।

Sanyukt Vakya
Sanyukt Vakya

संयुक्त वाक्य की परिभाषा

sanyukt vakya दो या दो से अधिक स्वतंत्र वाक्य का समूह होता है, जो कि योजक से जुड़े होते हैं। योजक ऐसे वर्ण या शब्द होते हैं, जो दो स्वतंत्र वाक्य को जोड़ने का काम करते हैं जैसे कि लेकिन, फिर भी, अतः, इसलिए, अथवा, या, तथा, एवं, और, नहीं तो, किंतु परंतु आदि।

संयुक्त वाक्य में दो या दो से अधिक वाक्य होते हैं और सभी वाक्य प्रधान होते हैं। इसमें साधारण या फिर मिश्र वाक्य का भी मेल होता है।

संयुक्त वाक्य के उदाहरण

मैं घर पहुंचा और घंटो मैंने आराम किया।

उपरोक्त वाक्य में दो सरल वाक्य “मैं घर पहुंचा” और “घंटो मैंने आराम किया” आपस में एक दूसरे से “और” संयोजन से जुड़े हुए हैं। यहां पर दोनो ही वाक्य आपस में स्वतंत्र है। ये एक दूसरे पर आश्रित नहीं है।

अगर इन दोनों को अलग कर दें, उसके बावजूद दोनों का अर्थ बरकरार रहता है। लेकिन दो अलग-अलग स्वतंत्र वाक्य के जुड़ जाने से यह एक sanyukt vakya बन गया है।

मैं जैसे ही बस में बैठा कि मुझे उल्टी महसूस होने लगी इसीलिए मैंने बस रुकवाई ताकि घर जाकर मैं आराम कर सकूं।

उपरोक्त वाक्य में दो मिश्रित वाक्य संयोजक “इसलिए” से जुड़े हुए हैं। मैं जैसे ही बस में बैठा कि मुझे उल्टी महसूस होने लगी। यह पहला मिश्रित वाक्य है। मैंने बस रुकवाई ताकि घर जाकर में आराम कर सकूं यह दूसरा मिश्र वाक्य है।

दोनों ही वाक्य व्यक्तिगत रूप से अर्थ पूर्ण है। लेकिन इन दोनों को “इसलिए” संयोजक से जोड़कर एक किया गया है, जिससे यह संयुक्त वाक्य बन गया है। इस तरह संयुक्त वाक्य केवल एक से अधिक सरल वाक्य ही नहीं बल्कि एक से अधिक मिश्र वाक्य का भी संयुक्त रूप होता है।

तुमने बहुत मेहनत की फिर भी तुम परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो गए इसलिए तुम्हें दोबारा मेहनत करने की जरूरत है।

उपरोक्त वाक्य में तीन-तीन सरल वाक्य संयोजक से जुड़कर संयुक्त वाक्य का रूप लिए हुए हैं।

  1. तुमने बहुत मेहनत की
  2. तुम परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो गए
  3. तुम्हें दोबारा मेहनत करने की जरूरत है

यह तीनों ही स्वतंत्र वाक्य है, जो एक दूसरे पर आश्रित नहीं है। लेकिन यह तीनों वाक्यों को संयोजक “फिर भी” और “इसलिए” से जोड़कर संयुक्त रूप दिया गया है।

संयुक्त वाक्य के प्रकार

संयुक्त वाक्य चार प्रकार के होते हैं:

  1. संयोजक संयुक्त वाक्य
  2. परिणाम वाचक संयुक्त वाक्य
  3. विभाजक संयुक्त वाक्य
  4. विरोध वाचक संयुक्त वाक्य

संयोजक संयुक्त वाक्य

संयोजक sanyukt vakya में दो या दो से अधिक वाक्य “तथा”, “और”, “ एवं” जैसे संयोजक से जुड़े होते हैं। संयोजक का अर्थ होता है जोड़ना और इसमें सभी जुड़े हुए वाक्य स्वतंत्र होते हैं लेकिन सभी वाक्य प्रधान होते हैं।

परिणाम वाचक संयुक्त वाक्य

परिणाम वाचक संयुक्त वाक्य में हमें आपस में जुड़े हुए वाक्य में कार्य व परिणाम का संबंध देखने को मिलता है। ऐसे वाक्यों में अक्सर “इसलिए”, “अतः”, “सो” जैसे अवयव से वाक्य जुड़े होते हैं।

जैसे कि

  • मोहिनी को ऑफिस सही समय पर पहुंचना था इसलिए बस का इंतजार करती रही।
  • तुम्हें घूमना फिरना पसंद है इसीलिए तुम हर छुट्टी पर घूमने जाती हो।

विभाजक संयुक्त वाक्य

विभाजन संयुक्त वाक्य में ऐसे वाक्य आपस में जुड़े होते हैं, जिसमें विकल्प दिखाई देता है, जिनमें से किसी एक को स्वीकार कर सकते हैं।

जैसे कि

  • तुम आओगे कि मैं तुम्हारे पास आऊं।
  • तुम पढ़ाई करो ना कि खेलो।
  • तुम काम पर ध्यान दो अथवा काम छोड़ दो।
  • आपके यहां पर ठहरना है या वापस जाना है।

विरोध वाचक संयुक्त वाक्य

विरोध वाचक संयुक्त वाक्य उन्हें कहते हैं, जिसमें दो या दो से अधिक वाक्य आपस में जुड़े तो होते हैं लेकिन वह एक दूसरे के प्रति विरोध प्रकट करते हैं।

विरोध वाचक संयुक्त वाक्य में वाक्य “लेकिन”, “बल्कि“, “प्राय:”, “पर” जैसे अवयव से जुड़े होते हैं।

जैसे कि

  • मैंने तुम्हें कितना समझाया कि तुम वहां मत जाओ लेकिन तुमने मेरी बात नहीं मानी।

वाक्य के अन्य भेद

विधानवाचक वाक्यनिषेधवाचक वाक्यआज्ञावाचक वाक्य
प्रश्नवाचक वाक्यविस्मयादिबोधक वाक्यइच्छावाचक वाक्य
संदेहवाचक वाक्यसंकेतवाचक वाक्य

संयुक्त वाक्य के 20 उदाहरण

  1. तुमने बहुत अच्छा खेल प्रदर्शन दिया, फिर भी तुम हार गए।
  2. तुम्हें अपने मित्र से मिलना होता है, इसीलिए हर शाम तुम यहां पर आ जाते हो।
  3. मुझे सही समय पर अपने ऑफिस पहुंचना है और जल्दी से प्रोजेक्ट तैयार करके देना है।
  4. वह अपने परिवार को बहुत चाहता है, लेकिन काम के कारण उसे अपने घर से दूर रहना पड़ता है।
  5. जब सूरज निकला तब चिड़िया चहचहाने लगी, और मेरी नींद खुल गई।
  6. परीक्षा समाप्त होते ही हमने घूमने की योजना बनाई और हम मनाली घूमने चले गए।
  7. तुम जल्दी से ठीक हो गए, क्योंकि तुमने दवा का पूरा कोर्स सही समय पर पूरा कर लिया।
  8. आपने बुलाया तो मैं आ गया।
  9. शाम होता है और सभी जानवर खेतों से चर के अपने-अपने घर पहुंच जाते हैं।
  10. रोहन को कुछ किताबें खरीदनी थी, इसीलिए वह मेरे साथ कल बाजार गया था।
  11. तुम्हारे दोस्त को जेल हुआ क्योंकि वह चोरी करते हुए पकड़ा गया।
  12. बच्चे को भूख लगी थी, इसीलिए मां ने दूध गर्म किया और बच्चा दूध पीकर सो गया।
  13. तुम घूमने जाना चाहते थे, तो तुम चले जाओ मैं बाद में चली जाऊंगी।
  14. बच्चे ने जैसे ही मां को देखा दौड़ने लगा और मां ने बच्चे को गोद में उठा लिया।
  15. वह दो दिनों से खाया पिया नहीं था, इसलिए कल चक्कर खाकर गिर पड़ा।
  16. इस साल अच्छी बारिश होगी, तो खेती भी अच्छे से होगा।
  17. मोहन का ऑफिस में प्रमोशन हो गया क्योंकि वह काम सही समय पर पूरा कर लेता था।
  18. तुम अपने जीवन में अपने मेहनत के दम पर बहुत सफल हुए हो, लेकिन कभी भी घमंड मत करना।
  19. तुम चाहते तो मेरी मदद कर सकते थे किंतु तुमने मेरी मदद नहीं की।
  20. तुम सही समय पर आ जाना नहीं तो मैं तुम्हारा इंतजार नहीं करूंगी।

संयुक्त वाक्य बनाते समय ध्यान रखने योग्य बातें

  • sanyukt vakya बनाने के लिए दो या दो से अधिक सरल या मिश्र वाक्य का प्रयोग किया जाता है।
  • संयुक्त वाक्य को दो सरल वाक्य या सरल या मिश्र वाक्य को आपस में जोड़कर बना सकते हैं।
  • संयुक्त वाक्य में ऐसे एक से अधिक उपवाक्यों का प्रयोग किया जाता है, जो एक दूसरे से स्वतंत्र हो एक दूसरे पर निर्भर ना रहे।
  • संयुक्त वाक्य बनाने के लिए, “इसलिए”, “अथवा”, “किंतु”, “परंतु”, “तो”, “नहीं तो”, “और” जैसे संयोजक का प्रयोग करना होता है।
  • संयुक्त वाक्य में कुछ मामलों में समन्वयात्मक संयोजन का इस्तेमाल किए बिना भी संयुक्त वाक्य बना सकते हैं लेकिन ऐसे वाक्यों में दो मुख्य खंडो के बीच में अर्धविराम लगाना पड़ता है।
  • संयुक्त वाक्य में “वैसे भी”, “इस बीच”, “वैसे ही” “अन्यथा” जैसे संयोजक क्रिया विशेषण का उपयोग करते समय पहले अर्धविराम और बाद में अल्पविराम का उपयोग करना होता है।

निष्कर्ष

उपरोक्त वाक्य में आपने हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण विषय वाक्य के प्रकारों में से एक संयुक्त वाक्य के बारे में जाना।

हमें उम्मीद है कि इस लेख को पढ़कर संयुक्त वाक्य क्या होता है, इसकी परिभाषा और इससे जुड़ी सभी जानकारी आपको मिल गई होगी।

हिंदी भाषा का पूर्ण ज्ञान प्राप्त करने वाले बच्चों के लिए यह लेख बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसलिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए इस लेख को जरुर शेयर करें।

Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।