सरकार समय समय पर देशहित में कई योजनाएं लाती है। यह योजनाएं देश को हर तरह से मजबूती देती है। इन्हीं योजनाओं में से एक स्वच्छ भारत अभियान है।
यह सरकार की सफल योजनाओं में से एक महत्वपूर्ण और चर्चित योजना है। इसके बारे में हर बार स्कूल और कॉलेज के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं में निबंध लिखने को दिया जाता है।
इस लेख में हम स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi) जानने वाले है। यह निबन्ध बहुत ही सरल भाषा में लिखे गये है। इस निबन्ध को पीडीऍफ़ (PDF) रूप में भी उपलब्ध किया है।
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स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi)
स्वच्छता अभियान पर निबंध 150 शब्दों में
स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा की गयी अनोखी पहल है, जिसके अंतर्गत भारत देश को एक साफ एवं स्वच्छ देश बनाने का निर्णय लिया गया है। इसे क्लीन इंडिया मिशन भी कहा जाता है।
इस अभियान की शुरुआत भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महात्मा गाँधी के 145वें जन्मदिवस 2 अक्टूबर 2014 पर उनकी समाधि राजघाट, नई दिल्ली से की गई थी। इस पहल का लक्षय भारत को महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती, जो कि 2 अक्टूबर 2019 तक पूर्णतया स्वच्छ बनाना था।
इस अभियान के तहत सरकार द्वारा पिछड़े इलाक़ो में सफाई अभियान चलाकर उन्हें साफ एवं स्वच्छ बनाने के प्रयास किए गये। सरकार ने अभियान की शुरुआत में कहा था कि देश को साफ रखना हर नागरिक की ज़िम्मेदारी है, इसके तहत देश के विभिन्न हिस्सों से लोगों नें बढ़-चढ़ कर भाग लिया।
इस अभियान के तहत उत्तर प्रदेश की सरकार ने सभी सरकारी कार्यालयों में गुटखा, पान, तम्बाकू आदि खाने पर प्रतिबंध लगा दिया।
स्वच्छता अभियान पर निबंध 200 शब्दों में
स्वच्छ भारत अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा शुरू किया गया एक ऐसा अभियान है, जिसके तहत सफाई को अत्यधिक महत्व दिया गया है। यह अभियान 2 अक्टूबर 2014 को नई दिल्ली में शुरू किया गया था।
इस अभियान को दो और अलग नाम दिए गए थे, जो भारत मिशन और स्वच्छता अभियान थे। भारत को स्वच्छ बनाने के लिए सरकार ने बहुत से कदम उठाए।
कई प्रतियोगिताएं आयोजित की, घर घर पर कचरा पात्र रखवाया, शौचालय निर्माण के लिए राशि वितरित की, स्वच्छ भारत अभियान के तहत भारत को 2019 तक स्वच्छ बनाना था।
सरकार का यह अभियान था कि भारत के हर घर में सुलभ शौचालय हो। बाहर शौचालय जाना बिल्कुल खत्म हो। सबसे जरूरी यह अभियान ग्रामीण लोगों के लिए चलाया गया क्योंकि वहां के लोग खुले में शौच जाना पसंद करते हैं।
भारत के द्वारा यह काम बहुत जरूरी था क्योंकि जितनी गंदगी देश में रहती है, उतनी ही बीमारियां पनपती हैं, इसीलिए इस कदम को उठाया गया और स्वच्छ भारत अभियान का मिशन शुरू किया गया।
स्वच्छता अभियान पर निबंध 300 शब्दों में
प्रस्तावना
स्वच्छ भारत अभियान या स्वच्छ भारत कैम्पेन भारत सरकार द्वारा चलाया जा रहा एक सफाई अभियान है, जो कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा महात्मा गाँधी की 145वीं जन्मतिथि पर उनके स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने के लिए शुरू किया गया था।
इस कैंपेन के तहत सरकार द्वारा विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं और प्रधानमंत्री मोदी ने देश के नागरिको को अपना पूरा योगदान देने को कहा है ताकि भारत जल्द से जल्द एक स्वच्छ देश बन सके। इस कैंपेन के शुरुआत में खुद प्रधानमंत्री ने रोड साफ़ कर इस अभियान का आगाज़ किया था।
स्वच्छ भारत अभियान क्यों बनाया गया?
भारत का अगर हर एक शहर, गांव, सड़के, गलियां साफ-सुथरी होंगी तो हमारा वातावरण भी शुद्ध रहेगा, जिससे लोग बीमार कम पड़ेंगे और इससे देश के आर्थिक विकास में भी सहायता होगी। इसी सिद्धान्त के तहत भारत सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान की नींव रखी।
स्वच्छ भारत अभियान से हमारा देश केवल स्वच्छ ही नहीं होगा, इससे देश में हर तरफ खुशहाली आएगी और लोग खुश रहेंगे। क्योंकि अगर हमारे आसपास की जगह साफ सुथरी होगी तो हम भी खुश रहेंगे।
स्वच्छ भारत अभियान का असर
स्वच्छ भारत अभियान का जब आगाज किया गया और उसमें प्रसिद्ध हस्तियों को जोड़ा गया तब से देश की जनता ने साफ सफाई पर ज़ोर दिया।
जहाँ गंदगी दिखाई देती तो तुरंत सोशल मीडिया के जरिये उस गंदगी का रूबरू उनसे संबंधित कर्मचारी को भेज देते है, जिससे वो कर्मचारी वहाँ की सफाई तुरंत प्रभाव से कर सके।
निष्कर्ष
स्वच्छ भारत अभियान से भारतीय नागरिकों में शौच, सफाई आदि की जागरूकता फैलने के साथ-साथ उनके जीवन स्तर में भी सुधार देखने को भी मिला है।
इस अभियान का यह असर हुआ कि देश के कोने-कोने से हर व्यक्ति इसमें भाग लेने लगा, जिससे देश पहले की तुलना में साफ होने लगा। यदि सभी नागरिक ऐसे ही प्रयत्न करते रहे तो जो सपना देखा गया है, वो पूर्ण होते देर नहीं लगेगी।
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स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 500 शब्दों में
प्रस्तावना
देश की विडम्बना देखिये कि देश को स्वच्छ बनाने के लिए हमारी सरकार को एक अभियान चलाना पड़ रहा है। खुद का घर आँगन साफ करने के लिए भी सरकार की तरफ मुँह देखते है।
महात्मा गाँधी के विजन को पूरा करने के लिए वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अभियान का आगाज किया।
स्वच्छ भारत अभियान का आगाज़ कैसे हुआ?
खुले में शौच की प्रवृति से भारत को मुक्ति दिलाना ही इसका प्रथम ध्येय है। इसके तहत सरकार ने गाँव-गाँव में शौचालयों का निर्माण कराया। इसी वजह से 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गाँधी की 145वीं जयंती पर प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया और 5 साल बाद यानि 150वीं जयंती पर स्वच्छ भारत का लक्ष्य दिया।
इसमें लोगों को जागरूक करने के लिए प्रधानमंत्री ने 9 प्रसिद्ध हस्तियों का चयन किया, जो लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैला सके।
गाँवों में लोगो के लिए शौचालय बनवाकर नुक्कड़ नाटकों के माध्यमों से शौचालय के लाभ से परिचित भी करवाया गया। ग्राम पंचायतों की मदद से सभी घरों में उचित अपशिष्ट का सही से निस्तारण का कार्य भी समझाया गया।
हर घर में पानी की पाइपलाईन भी बिछाई गई है और 2012-13 में पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय द्वारा कराये गये सर्वेक्षण के अनुसार 40% ग्रामीण घरों में शौचालय है।
5 वर्षों के लिए अनुमानित राशि 62,009 करोड़ रुपयों की है और इसमें लगभग 14,623 करोड़ रूपये की सहायता केंद्र सरकार की ओर से हुई है।
भारत देश यदि पूर्णतया स्वच्छ बन जाता है तो इससे कई फायदे होंगे। इससे सबसे ज्यादा निजी निवेशक हमारे देश में निवेश करेंगे, जिससे भारत की जीडीपी बढ़ेगी। इसके अलावा यहाँ पर्यटकों की संख्या मे भी इजाफा होगा, रोजगार बढेगा आदि फायदे होंगे।
इसके तहत नरेन्द्र मोदी ने देश के प्रत्येक नागरिक को साल में 100 घंटे स्वच्छता को सुपुर्द करने को कहे हैं ताकि देश को साफ़ एवं सुन्दर बनाया जा सके।
इसके साथ ही सरकार द्वारा विभिन्न वस्तुओं पर 0.5% स्वच्छता सेस लगाया गया है ताकि देश की स्वच्छता में सभी नागरिक योगदान दे सके और इसमें अधिक खर्च हो सकें और भारत पूर्णतया स्वच्छ देश बन सके।
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी अपना एक बड़ा योगदान देते हुए पूरे उत्तरप्रदेश के सरकारी कार्यालयों में गुठका, पान, तम्बाकू आदि बंद कर दिया।
निष्कर्ष
“यदि हम अपने घरों के पीछे सफाई नहीं रख सकते तो स्वराज की बात बेईमानी होगी। हर किसी को स्वयं अपना सफाईकर्मी होना चाहिए” – महात्मा गाँधी
स्वच्छ भारत अभियान एक बहुत ही महत्वपूर्ण अभियान है, जिससे पूरे विश्व में भारत नयी ऊँचाईयों तक पहुंचेगा। लेकिन ऐसा संभव हो पाने के लिए देश के हर नागरिक का इसमें साथ होना जरूरी होगा।
यदि हम अपने देश को इस विश्व में नयी उपलब्धियां दिलाना चाहते हैं तो हमें सफाई की और खुद तो भरसक प्रयास करने ही होंगे। साथ में दोस्तो को भी प्रेरित करने होगा।
ऐसा यदि हुआ तो जल्द ही हमारा देश विश्व के सबसे साफ़ देशों में शुमार होगा। हमारे देश के सभी राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों ने अपना-अपना योगदान दिया है।
स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 850 शब्दों में
प्रस्तावना
आज के समय में साफ सफाई के साथ रहना किस को पसंद नहीं आता क्योंकि स्वछता हमारे जीवन के लिए बहुत जरूरी होती है। साफ-सफाई रखना ना केवल घर के लिए ही जरूरी होता है बल्कि वह घर से बाहर के लिए भी उतना ही जरूरी होता है।
इससे हमारे घर के आस पास के वातावरण के साथ- साथ पूरा देश भी स्वच्छ होता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने एक अभियान को चलाया जिसका नाम है ‘स्वच्छ भारत मिशन’।
यह अभियान को हमारे माननीय प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा चलाया गया। इस अभियान की शुरूआत देश के प्रत्येक गांव और शहर से की गई थी।
हमारे देश के हर गांव और शहरों में सड़कों से लेकर शौचालय तक का इस अभियान के अंतर्गत निर्माण किया गया। क्योंकि इस अभियान से देश के बुनियादी ढांचे को बदलना ही इस अभियान का उद्देश्य रहा था।
स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत कब हुई?
हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर 2014 को इस अभियान को चलाने की घोषणा की। इस मिशन का नाम ‘स्वच्छ भारत अभियान’ रखा था।
इस अभियान को ‘भारत मिशन’ और ‘स्वच्छता अभियान’ भी कहा गया। हमारे प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी की 145 वी जयंती के अवसर पर इस अभियान की शुरुआत की थी।
माननीय प्रधानमंत्री ने राजपथ पर बहुत बड़े जन समूह को संबोधित करते हुए सभी लोगों से इस अभियान में जुड़ने की अपील भी की और इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी लोगों को जागरूक होने की अपील की। क्योंकि यह अभियान साफ सफाई के संदर्भ में अब तक का सबसे बड़ा अभियान है।
स्वच्छ भारत अभियान के लिए महात्मा गांधी का सपना
स्वच्छ भारत अभियान का सपना गांधी ने देखा था और इसको सपने को पूर्ण हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी ने किया।
महात्मा गांधी ने अपने सपने के संदर्भ में कहा था कि ‘स्वच्छता स्वतंत्रता से ज्यादा जरूरी होती है’, क्योंकि जब हम स्वस्थ रहेंगे तो हमारे आसपास का वातावरण भी स्वच्छ रहेगा, इससे हमारा शरीर निरोगी होगा।
स्वच्छता शांतिपूर्ण जीवन का यह एक अनिवार्य हिस्सा भी है। महात्मा गांधी जी अपने समय में देश में हो रही गरीबी और गंदगी से भली भांति परिचित है। फिर भी उन्होंने अपने सपना पूरा करने के बहुत प्रयास किए लेकिन वह सफल नहीं हो पाए।
उन्हीं के इन प्रयासों को हमारे प्रधानमंत्री जी ने पूरा किया और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत कर दी थी।
भारत में स्वच्छता अभियान की ज्यादा जरूरत क्यों है?
अक्सर देखा गया है कि गांव में लोग खुले में शौच करने के लिए जाते हैं। इसीलिए इस अभियान का उद्देश्य यह रहा था कि भारत के हर घर में शौचालय का निर्माण होना बहुत जरूरी है ताकि लोग खुले में शौच करने की प्रवृत्ति को छोड़ दें। इससे बाहर गंदगी भी नहीं होगी और बीमारियों का फैलने का खतरा भी नहीं होगा।
स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत गांव-गांव, गली-गली, नुक्कड़ नाटकों के द्वारा भी लोगों को समझाया गया कि खुले में शौच करना उनके लिए कितना नुकसानदायक हो सकता है।
ग्राम पंचायतों को इसके लिए भारत सरकार के द्वारा गांव के हर व्यक्ति के घर में शौचालय का निर्माण हो, इसके लिए उन्होंने निर्माण राशि के रूप में लोगो को पैसे भी दिए गए ताकि लोग शौचालय का निर्माण कर, खुले में शौच करने की प्रवृत्ति को छोड़ दें।
स्वच्छ भारत अभियान के क्या-क्या उद्देश्य है?
हमारे माननीय प्रधानमंत्री के द्वारा स्वच्छ भारत अभियान चलाया गया। इसके अंतर्गत संपूर्ण भारत को स्वच्छ रखने के प्रयास से इस अभियान को चलाया गया।
इसके अंतर्गत गांव और शहरों में हो रही गंदगी पर विशेष तौर से ध्यान दिए हैं। इस अभियान के कुछ मुख्य उद्देश्य इस प्रकार से हैं:
- भारत में जो खुले में शौच करने की प्रवृत्ति लोगों में है, उनकी इस प्रवर्ती को जड़ से खत्म करना है। इस योजना का प्रमुख उद्देश्य रहा।
- हाथों से मल की सफाई करने की व्यवस्था को खत्म करना।
- अच्छे स्वास्थ्य के विषय में लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरुक करना।
- जन-जागरुकता पैदा करने के लिये सार्वजनिक स्थानों पर साफ-सफाई के कार्यक्रम से लोगों को अधिक से अधिक संख्या में जोड़ना।
- साफ-सफाई से संबंधित सभी व्यवस्था को नियंत्रित करना तथा डिज़ाइन और संचालन करने के लिये शहरी स्थानीय निकाय को मजबूत बनाना भी इसका उद्देश्य था।
हमारे देश को साफ और स्वच्छ कैसे बनाया जाये?
हमारे देश को साफ और स्वच्छ बनाने के लिए हम सभी को एकजुट होकर कदम से कदम मिलाकर चलना होगा। इसकी शुरुआत हमें अपने घर के आस-पास हो रही गंदगी को साफ करके करनी होगी।
क्योंकि हमारे आसपास का वातावरण और गंदगी जब नहीं होगी तो इससे हमारा गांव, शहर या कस्बा एकदम साफ सुथरा और स्वच्छ हो पाएंगे।
आइए जानते हैं अपने आसपास के वातावरण को साफ और स्वच्छ किस तरह से किया जाए:
- भारत को एक हरा भरा और स्वच्छता से भरपूर देश बनाया जा सकता है। इसकी शुरुआत लोगों द्वारा ही की जा सकती है क्योंकि यदि लोग जागरूक होंगे तो हमारा देश एकदम साफ और स्वच्छ भारत देश बन जाएगा।
- देश को स्वच्छ बनाने के लिए देश के हर घर में शौचालय जरूरी होने चाहिए ताकि गांव में जो-जो लोग खुले में शौच करते हैं, उनकी इस प्रवृत्ति पर रोक लगाई जा सके।
- देश के अंदर हर गांव तथा शहर मे जगह जगह पर सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण करवाना बहुत जरूरी है। इससे लोग शहर में भी इधर उधर गंदगी ना करें।
- देश में लोगों को साफ सफाई और स्वच्छता के बारे में जागरूक होना बहुत जरूरी है। क्योंकि यदि लोग इन सब के बारे में जागरूक रहेंगे तो वह अपने आसपास कभी गंदगी नहीं होने देंगे। आसपास के वातावरण को हमेशा साफ स्वच्छ और निर्मल बनाकर रखेंगे।
- अभी सार्वजनिक जगहों पर बड़े-बड़े कूड़ा दानों का होना जरूरी है, इसके साथ ही हर गली मोहल्ले मैं छोटे-छोटे कूड़ेदान का रखना बहुत जरूरी होता है ताकि लोग अपने घरों की गंदगी उन कूड़ेदान में डाल सके।
- हमारे देश में बच्चों की शिक्षा में स्वच्छता के पाठ को पढ़ाया जाना चाहिए। क्योंकि इससे बच्चों के साथ-साथ बड़े भी समझ पाएंगे कि देश में स्वच्छता रखना उनके लिए कितना जरूरी होता है।
निष्कर्ष
स्वच्छ भारत अभियान बहुत ही अच्छा कदम है। स्वच्छता की ओर इस अभियान के तहत जितनी सफाई होगी, उतना ही अच्छा है क्योंकि गंदगी रहने से कई जानलेवा बीमारियां पनपती है।
मलेरिया, हैजा जैसी बहुत खतरनाक बीमारियां हो जाती हैं, जिसका हमें इलाज करना बहुत ही आवश्यक है। इसीलिए हमें चाहिए कि हम अपने भारत को स्वच्छ रखें।
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स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 1000 शब्द
प्रस्तावना
स्वच्छता ना केवल हमारे घर सड़क तक के लिए ही जरूरी नहीं होती है। यह देश ओर राष्ट्र की आवश्यकता होती इससे ना केवल हमारा घर आँगन ही स्वच्छ रहेगा पूरा देश ही स्वच्छ रहेगा।
इसी को मद्देनजर रखते हुए भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वच्छ भारत अभियान जो कि हमारे देश के प्रत्येक गांव और शहर में प्रारम्भ की गई है।
जो देश के प्रत्येक गली गाँव की प्रत्येक सड़कों से लेकर शौचालय का निर्माण कराना और देश के बुनियादी ढांचे को बदलना ही इस अभियान का उद्देश्य है।
स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत
मोहनदास कर्मचन्द गाँधी जी की 145वीं जयंती 2 अक्टूबर 2014 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की, इसे भारत मिशन और स्वच्छता अभियान भी कहा जाता है।
साफ-सफाई को लेकर भारत की छवि को बदलने के लिए नरेंद्र मोदी ने देश को एक मुहिम से जोड़ने के लिए जन आंदोलन बनाकर इसकी शुरुआत की।
2 अक्टूबर 2014 को नरेंद्र मोदी ने राजपथ पर जनसमूहों को संबोधित करते हुए राष्ट्रवादियों से स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेने और इसे सफल बनाने को कहा। फिर उन्होने वाल्मीकि बस्ती जाकर झाड़ू लगाया।
स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य
- खुले में शौच बंद करवाना, जिसके तहत हर साल हजारों बच्चों की मौत हो जाती है।
- लगभग 11 करोड़ 11 लाख व्यक्तिगत, सामूहिक शौचालयों का निर्माण करवाना, जिसमें 1 लाख 34 हजार करोड रुपए खर्च होंगे।
- लोगों की मानसिकता को बदलना उचित स्वच्छता का उपयोग करके।
- शौचालय उपयोग को बढ़ावा देना और सार्वजनिक जागरूकता को शुरू करना।
- गांवो को साफ रखना।
- ग्राम पंचायत के माध्यम से ठोस और तरल अपशिष्ट की अच्छी प्रबंधन व्यवस्था सुनिश्चित करना।
- सड़के फुटपाथ ओर बस्तियां साफ रखना।
- साफ सफाई के जरिए सभी में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना।
स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता
सही मायनों में भारत की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को बढ़ावा देने के लिये है, जो हर तरफ स्वच्छता लाने से शुरु किया जा सकता है। यहां कुछ बिंदु दिए जा रहे हैं, जो स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता को दिखाते हैं:
- हमारे देश में कोई भी ऐसी जगह नहीं है, जहां पर कूड़ा करकट नहीं फैला हो। हमारे भारत देश के हर शहर, हर गांव, हर एक मोहल्ला, हर एक गली कूड़े-करकट और गंदगी से भरी पड़ी है।
- हमारे देश के गाँवो में शौचालय नहीं होने के कारण के लोग आज भी खुले में शौच करने जाते हैं, जिसके कारण हर जगह गंदगी फैलती है और यह गंदगी नई बीमारियों को आमंत्रण देती है।
- हमारे आसपास के सभी नदी-नाले भी कचरे से इस तरह से रहते हैं जैसे कि पानी की जगह कचरा बह रहा हो।
- इस कूड़ा करकट और गंदगी के कारण विदेश से लोग हमारे देश में आना कम ही पसंद करते हैं, जिसके कारण हमारे देश को आर्थिक नुकसान होता है।
- इस कचरे के कारण हमारे साथ-साथ अन्य जीव जंतुओं को भी नुकसान होता है और साथ ही हमारी पृथ्वी भी प्रदूषित होती है।
- ये बेहद जरुरी है कि भारत के हर घर में शौचालय हो साथ ही खुले में शौच की प्रवृति को भी खत्म करने की आवश्यकता है।
- नगर निगम के कचरे का पुनर्चक्रण और दुबारा इस्तेमाल, सुरक्षित समापन, वैज्ञानिक तरीके से मल प्रबंधन को लागू करना।
- ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में वैश्विक जागरुकता का निर्माण करने के लिये और सामान्य लोगों को स्वास्थ्य से जोड़ने के लिये।
- पूरे भारत में साफ-सफाई की सुविधा को विकसित करने के लिये निजी क्षेत्रों की हिस्सेदारी बढ़ाना।
- भारत को स्वच्छ और हरियाली युक्त बनाना।
- ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना।
देश के स्वच्छ न होने के कारण
हमारे देश का स्वच्छ नहीं होने का सबसे पहला कारण आप और हम ही है। क्योंकि गंदगी और कूड़ा करकट मनुष्य जाति के द्वारा ही फैलाया जाता है। इसके अलावा प्रमुख कारण निम्नलिखित है:
- शिक्षा का अभाव
- खराब मानसिकता
- घरों में शौचालयों का नहीं होना
- अत्यधिक जनसंख्या
- सार्वजनिक शौचालय का अभाव
- कचरे का सही से निस्तारण का अभाव
- उद्योगों का अपशिष्ट पदार्थ
देश को स्वच्छ रखने के उपाय
हमारे भारत देश को स्वच्छ और साफ सुथरा रखने के लिए हमें आज ही अपने से शुरुआत करनी होगी। क्योंकि जब तक लोग खुद जागरुक नहीं होंगे तब तक हमारे देश में साफ सफाई का होना नामुमकिन है।
कुछ उपाय निम्नलिखित है:
- हमें देश के हर घर में शौचालय बनवाने होंगे।
- हर शहर, हर गांव की सार्वजनिक स्थलों पर सार्वजनिक शौचालय बनवाने होंगे।
- लोगों में साफ सफाई और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलानी होगी।
- हमें जगह-जगह कचरा पात्रों का निर्माण करना होगा।
- शिक्षा के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना होगा।
- लोगों की मानसिकता बदलने के लिए साफ सफाई के संदेश गांव-गांव तक पहुंचाना होगा।
- लोगों को गंदगी के गंभीर परिणामों के बारे में बताना होगा, जिससे की उनको पता चले कि उनके गंदगी फैलाने से उनके साथ-साथ पूरे वातावरण को कितना नुकसान होता है।
- हमें बढ़ती हुई जनसंख्या को कम करना होगा।
- हमें कचरे के निस्तारण की सही विधि का पता लगाकर उस को अमल में लाना होगा जैसे कि पहाड़ जैसे कचरे के ढेरों को हटाया जा सके।
- हमें उद्योग धंधे चलाने वाले लोगों में जागरूकता फैलाने होगी कि उनके छोटे से स्वार्थ के कारण हमारा पूरा वातावरण कितना प्रदूषित हो रहा है।
- हमें नए कानूनों का निर्माण करना होगा, जिससे कि लोग कहीं भी गंदगी ना फैलाएं।
स्वच्छ भारत अभियान में अन्य योगदान
प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत अभियान को मजबूत बनाने के लिए प्रभावी व्यक्तियों को चुना था और उन्हें लोगों को जागरूक करने के लिए प्रोत्साहित करें।
उन्हें स्वच्छ भारत अभियान के ब्रांड अंबसेडर कहा गया। उन लोगों के नाम निम्नलिखित है:
- सचिन तेंदुलकर
- महेन्द्र सिंह धोनी
- विराट कोहली
- बाबा रामदेव
- सलमान खान
- शशि थरूर
- तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टीम
- ईआर दिलकेश्वर कुमार
- कमल हसन
- अनिल अंबानी
- प्रियंका चोपड़ा
- मृदुला सिन्हा
निष्कर्ष
स्वच्छता की जागरूकता की मशाल सभी में पैदा होनी चाहिए। इसके तहत स्कूलों में भी स्वच्छ भारत अभियान के कार्य होने लगे हैं। स्वच्छता से ना केवल हमारा तन साफ रहता है बल्कि हमारा मन भी साफ रहता है।
स्वच्छ भारत अभियान की मशाल आज हमारे पूरे भारत के लिए आवश्यक है, जिसके तहत कई कार्य किये जा रहे है।
स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध pdf (Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi PDF)
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अंतिम शब्द
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सीधी एवं सरल भाषा का उपयोग ,,,बहुत बढ़िया !
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Bahut achhi hoti hai sochachhtabhiyan asie hi ap shabhi apane sahar ya village me sabh rakhe.
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