Biography of Narendra Modi in Hindi: नरेंद्र मोदी भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री हैं। यह भारत के 2 बार प्रधानमंत्री रह चुके हैं। वर्तमान में यह भारत के 15वें प्रधानमंत्री के रूप में कार्यरत हैं। सन 2014 में पूर्ण बहुमत प्राप्त करके भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर ऐतिहासिक जीत प्राप्त की और देश के प्रधानमंत्री बने।
उसके बाद फिर साल 2019 के आम चुनावों में इन्होंने पूर्ण बहुमत प्राप्त किया। अब तक भारत में जितने भी प्रधानमंत्री हुए, उनमें ऐसी जीत प्राप्त करने वाले एकमात्र प्रधानमंत्री हैं। इतना ही नहीं नरेंद्र मोदी को चाहने वाले भी बहुत ज्यादा लोग हैं। माना जाता है इनकी फैन फॉलोइंग अन्य सभी नेताओं से ज्यादा है।

देश के विकास एवं निम्न वर्ग के लोगों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए नरेंद्र मोदी ने अब तक के शासनकाल में बहुत सारी योजनाएं लागू की और बहुत से ऐसे निर्णय लिए, जिससे देश का विकास हो। हालांकि यह बहुत से विवादों में भी घिरे रहे लेकिन इनके नीतियों का हमेशा ही प्रशंसा होता रहा है।
आज के इस लेख नरेंद्र मोदी का जीवन परिचय में प्रारंभिक जीवन से लेकर इनकी राजनीतिक सफर और देश के विकास में इनके द्वारा लागू किए गए योजनाएं एवं उनके द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्यों के बारे में जानेंगे।
नरेन्द्र मोदी का जीवन परिचय (Biography of Narendra Modi in Hindi)
नाम | नरेंद्र दामोदरदास मोदी |
जन्म और जन्मस्थान | 17 सितंबर 1950, वड़नगर (गुजरात) |
पिता | स्वर्गीय श्री दामोदर दास मूलचंद मोदी |
माता | हीरा बेन |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
भाई-बहन | पांच |
शिक्षा | बीए एवं एमए (पोलिटिकल साइंस) |
पेशा | राजनेता |
पार्टी | भारतीय जनता पार्टी |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिंदू |
जाति | घांची |
वर्तमान पद | भारत के 15वें प्रधानमंत्री |
नरेंद्र मोदी के परिवार के बारे में संक्षिप्त जानकारी
माता | हीरा बेन |
पिता | स्वर्गीय श्री दामोदर दास मूलचंद मोदी |
पत्नी | जशोदा बेन चिमनलाल मोदी |
पहले बड़े भाई | सोमा मोदी |
दूसरे बड़े भाई | अमृत मोदी |
चौथे छोटे भाई | प्रहलाद मोदी |
पांचवां छोटा भाई | पंकज मोदी |
बहन | वसंती बेन हसमुख लाल मोदी |
नरेंद्र मोदी का प्रारंभिक जीवन
नरेंद्र मोदी का पूरा नाम नरेंद्र दामोदरदास मोदी है। इनका जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात राज्य के मेहसाणा जिले में स्थित एक छोटा सा टाउन वडनगर में हुआ था। हालांकि जब इनका जन्म हुआ था उस समय यह शहर महाराष्ट्र में स्थित था, लेकिन अभी गुजरात में है। नरेंद्र मोदी स्वतंत्र भारत में जन्मे पहले प्रधानमंत्री हैं।
नरेंद्र मोदी तेली समुदाय से आते हैं। यह समुदाय अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी में संबंध रखता है। नरेंद्र मोदी सामान्य वर्ग के परिवार से थे, जिन्हें बचपन में काफी संघर्ष करना पड़ा था। इनके पिता का नाम स्वर्गीय श्री दामोदरदास मूलचंद मोदी था, जो एक छोटे से व्यापारी थे। वे अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए काफी संघर्ष किया करते थे।
नरेंद्र मोदी की माता का नाम हीराबेन है, जिनसे नरेंद्र मोदी बहुत ज्यादा प्यार करते हैं। आज भी वह अपनी माता से अक्सर मिलने जाया करते हैं, उनके साथ कुछ समय बिताते हैं। अपने पिता की आर्थिक रूप से थोड़ी सहायता करने के लिए नरेंद्र मोदी अपने भाइयों के साथ रेलवे स्टेशन में और फिर बस टर्मिनल पर बचपन में चाय बेचने का भी काम करते थे।
बचपन के दिनों में इन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। लेकिन अपने स्वभाव एवं चरित्र से काफी साहसी थे, जिस कारण इन्होंने हर कठिनाइयों को चुनौती की तरह समझा और उसका सामना किया। नरेंद्र मोदी के पांच भाई हैं और यह अपने सभी भाइयों में तीसरे भाई हैं।
इनके बड़े भाई का नाम सोमा मोदी है, जो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी रह चुके हैं। उनके दूसरे बड़े भाई का नाम अमृत मोदी है, जो पेशे से एक मशीन ऑपरेटर हैं। मोदी के अन्य दो छोटे भाइयों का नाम प्रहलाद मोदी एवं पंकज मोदी हैं। प्रहलाद मोदी अहमदाबाद में एक छोटी सी दुकान चलाते हैं। वहीं पंकज मोदी गांधीनगर में सूचना विभाग में क्लर्क के रूप में कार्यत हैं।
नरेंद्र मोदी का वैवाहिक जीवन
नरेंद्र मोदी का विवाह सन 1968 में हुआ था। चूंकि मोदी घांची समुदाय से हैं और घांची समुदाय की परंपराओं के अनुसार इनकी शादी 18 साल की उम्र में जशोदाबेन नाम की औरत से हुआ था। लेकिन मोदी और उनकी पत्नी जशोदाबेन दोनों शादी के कुछ समय के बाद से ही अलग हो गए और अब वे दोनों अलग-अलग रहते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार बताया जाता है कि मोदी का अब तक तलाक नहीं हुआ है लेकिन इसके बावजूद वे एक दूसरे से अलग हो चुके हैं। इनकी पत्नी जशोदाबेन गुजरात के एक सरकारी स्कूल में शिक्षिका रूप में कार्यत थी, लेकिन अब वह रिटायर हो चुकी है। बात करें नरेंद्र मोदी के बच्चे की तो नरेंद्र मोदी के कोई भी बच्चे नहीं है।
नरेंद्र मोदी की शिक्षा
नरेंद्र मोदी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा वडनगर के ही एक स्थानीय विद्यालय से पूरी की थी। सन 1967 तक इनकी हाई सेकेंडरी की पढ़ाई पूरी हो जाने के बाद इन्होंने अपना घर छोड़ दिया और फिर पूरे भारत में लगभग 2 सालों तक भ्रमण करते रहे। इस दौरान वे पूरे भारत में विभिन्न संस्कृतियों की खोज की। विविध धार्मिक केंद्रों की मुलाकात की।
यहां तक कि इन्होंने उत्तर भारत में स्थित ऋषिकेश एवं हिमालय जैसे स्थानों का भी दौरा किया। 2 सालों तक इन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई छोड़ रखी थी। लेकिन फिर 1978 में इन्होंने भारत के दिल्ली यूनिवर्सिटी में उच्च शिक्षा के लिए नामांकन करवाया। उसके बाद इन्होंने अहमदाबाद में स्थित गुजरात यूनिवर्सिटी में प्रवेश लिया और फिर राजनीतिक विज्ञान में क्रमशः स्नातक एवं उच्च स्नातक की डिग्री हासिल की।
नरेंद्र मोदी पढ़ाई के मामले में एक सामान्य विद्यार्थी थे। लेकिन, स्कूली समय में पुस्तकालय में बहुत ज्यादा समय बिताया करते थे। इनके एक शिक्षक के अनुसार बचपन से ही यह वाद विवाद में काफी बेहतरीन थे।
नरेंद्र मोदी का राजनीतिक करियर
उच्च स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद मोदी भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल हुए। उसके बाद हिंदू राष्ट्रवादी राजनीतिक दल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल होने के लिए अहमदाबाद चले गए। लेकिन 1975 से 77 के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के द्वारा राष्ट्रीय आपातकाल लगाया गया था और उस दौरान स्वयंसेवक संघ को भी प्रतिबंध कर दिया गया था।
जिसके कारण गिरफ्तारी से बचने के लिए मोदी को अंडरग्राउंड होने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस दौरान वे अपना भेष बदलकर यात्रा किया करते थे। हालांकि उस समय आपातकाल के विरोध में मोदी काफी सक्रिय थे और उस समय तत्कालीन सरकार का विरोध करने के लिए मोदी ने पर्चे वितरण सहित बहुत सारे हथकंडे अपनाए थे।
उसके बाद नरेंद्र मोदी राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में राजनीति में शामिल हुए। उस समय वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक दल में लेखन का काम किया करते थे। उसके बाद सन 1985 में नरेंद्र मोदी भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित होने के बारे में सोचा और 1987 में इस पार्टी में शामिल हो गए।
इस पार्टी में शामिल होने के बाद पहली बार नरेंद्र मोदी अहमदाबाद नगर पालिका चुनाव में भाजपा के अभियान को व्यवस्थित करने में सहायता की और भाजपा की जीत भी प्राप्त हुई थी। नरेंद्र मोदी काफी बुद्धिमान राजनेता के रूप में दिन-प्रतिदिन उभरते जा रहे थे।
इन्होंने भारतीय जनता पार्टी में रहते हुए छोटे सरकारी एवं हिंदू मूल्यों के निजीकरण को बढ़ावा दिया जिसके बाद 1987 में ही इन्हें पार्टी के गुजरात ब्रांच के महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया था। सन 1990 में एल के आडवाणी के द्वारा अयोध्या में निकाली गई। रथयात्रा के संचालन में मोदी ने काफी मदद की।
इसी साल गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद नरेंद्र मोदी ने गुजरात में भाजपा की उपस्थिति को मजबूत करने में प्रमुख भूमिका निभाई। सन 1995 के गुजरात लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 121 सीट से जीत प्राप्त की और गुजरात में पहली बार भाजपा की सरकार स्थापित हुई। लेकिन यह सरकार लंबे समय तक सत्ता में नहीं रह पाई। सितंबर 1996 में सरकार की सत्ता खत्म हो गई।
1995 में मोदी को हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के गतिविधियों को संभालने के लिए भाजपा का राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया गया। इसके बाद वे नई दिल्ली में स्थानांतरित हो गए थे। 1998 में इन्हें पार्टी का महासचिव नियुक्त किया गया था और साल 2001 तक वेश पद पर कार्यरत रहे थे। उस दौरान मोदी ने भारत के विभिन्न राज्यों में भाजपा पार्टी संगठन को फिर से लाने की जिम्मेदारी दी गई और वे इसमें सफल भी हुए।
यह भी पढ़े: द्रोपदी मुर्मू का जीवन परिचय
नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में
साल 2001 में केशुभाई पटेल का स्वास्थ्य खराब होने के बाद एवं दूसरी तरफ उपचुनाव में भाजपा राज्य की कुछ विधानसभा सीटें हारने के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय लीडरशिप केशुभाई पटेल के हाथ से लेकर मोदी को थमा दी गई। इसके बाद मोदी पहली बार 2001 में विधानसभा चुनाव लड़े। राजकोट में दो में से 1 सीट जीती और फिर गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार उन्हें सौंपा गया।
7 अक्टूबर 2001 को नरेंद्र मोदी पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। उसके बाद दूसरे साल 2002 में 24 फरवरी को राजकोट के द्वितीय निर्वाचन क्षेत्र के उपचुना में कांग्रेस के अश्विन मेहता को 14728 वोटों से हराया। लेकिन उस समय वह गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में ज्यादा समय तक नहीं रह पाए थे।
क्योंकि साल 2002 में नरेंद्र मोदी का गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के 3 दिन बाद ही बहुत बड़ा सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी और इस हिंसा में 58 लोगों की हत्या हुई थी। यह हिंसा मुस्लिमों के खिलाफ थी, जिस कारण पूरे गुजरात में हिंसा फैली। यहां तक कि उस समय गोधरा के पास सैकड़ों यात्रियों से भरी ट्रेन जिसमें ज्यादातर हिंदू यात्री थे, उसमें आग लगा दी गई थी।
इस तरह सांप्रदायिक दंगे में लगभग 900 से 2 हजार लोगों की मौत हुई थी और उस दौरान गुजरात में मोदी की सरकार होने के कारण इस दंगे को फैलाने का आरोप मोदी पर लगाया गया। जिसके कारण दबाव में आकर मोदी को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा।
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच करने के लिए एसआईटी नाम की एक दल बनाया, जिसने इस मामले की पूरी तरह जांच पड़ताल करने के बाद साल 2010 में सुप्रीम कोर्ट में एक रिपोर्ट पेश की और उसके बाद नरेंद्र मोदी को ग्रीन सिग्नल दे दिया गया।
नरेंद्र मोदी दूसरी बार गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में
नरेंद्र मोदी को कोर्ट से क्लीन चिट मिलने के बाद इन्हें दोबारा गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया। यहां पर मुख्यमंत्री के पद पर दोबारा आने के बाद इन्होंने गुजरात के विकास के कार्य में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
गुजरात राज्य के टेक्नोलॉजी और वित्तीय पार्क्स का निर्माण किया। दूसरी बार गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ने गुजरात के अधिक दिनों तक के मुख्यमंत्री पद को संभालने का रिकॉर्ड अपने नाम किया।
तीसरी और चौथी बार मुख्यमंत्री के रूप में
उसके बाद साल 2007 में गुजरात में दोबारा विधानसभा का चुनाव हुआ। इस चुनाव में भी मोदी ने दोबारा जीत हासिल की और गुजरात के तीसरी बार मुख्यमंत्री बने। गुजरात राज्य के तीसरे बार मुख्यमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने गुजरात राज्य के आर्थिक विकास पर बहुत ज्यादा ध्यान दिया। इसके साथ ही यहां निजी करण पर भी ध्यान केंद्रित किया।
गुजरात में नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री कार्यकाल में बहुत ज्यादा विकास हुआ, कृषि विकास दर में भी वृद्धि हुई। यहां तक कि यह राज्य भारत के अन्य राज्यों की तुलना में काफी ज्यादा विकासशील बन गया था। मोदी ने मैन्युफैक्चरिंग एपीसेंटर के रूप में भी अपनी नीतियों को प्रोत्साहित किया।
2011-12 के बीच में मोदी गुजरात में सद्भावना मिशन शुरू किया ताकि मुस्लिम समुदायों तक पहुंच सके। मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान मोदी ने गुजरात के लगभग सभी ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की सप्लाई की व्यवस्था की। साल 2012 में गुजरात में हुए अगले विधानसभा चुनाव में भी मोदी ने भारी मतों से जीत प्राप्त की और फिर से वे गुजरात के चौथे मुख्यमंत्री बन गए।
इस तरह मोदी गुजरात राज्य में सबसे ज्यादा लंबे समय तक मुख्यमंत्री के रूप में रहने वाले नेता बने। गुजरात के विकास और समृद्धि का नरेंद्र मोदी को ही जाता है। नरेंद्र मोदी ने गुजरात राज्य की अर्थव्यवस्था के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
नरेंद्र मोदी पार्टी के सबसे प्रतिभाशाली नेता तो थे ही इनके अंदर प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के रूप में भी प्रतिभा थी। गुजरात में मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान यहां के वासियों के द्वारा नरेंद्र मोदी को ढेर सारा प्यार मिला।
नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री के रूप में
गुजरात की चौथी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद इसके अगले ही साल जून में नरेंद्र मोदी को भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया। उसके बाद साल 2014 में होने वाले आम चुनाव में प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी को आगे दिखाया जा रहा था।
जिसके कारण नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री पद का पत्र दे दिया कि लालकृष्ण आडवाणी और इनके साथ में बीजेपी के कुछ सदस्यों को यह मंजूर नहीं था। लेकिन उसके बावजूद मोदी ने वाराणसी और वडोदरा दोनों सीटों पर जीत हासिल की और 2014 में हुए आम चुनाव में प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के रूप में अपनी जगह बनाई।
आम चुनाव के लिए 437 चुनावी रैलियां निकाली गई थी, जिसमें नरेंद्र मोदी ने सभी रैलियों में कई सारे मुद्दों को जनता के सामने रखा। जिससे जनता उनसे प्रभावित हुई और फिर 2014 के आम चुनावों में बीजेपी को बहुत ज्यादा वोट प्राप्त हुए और इस तरीके से बीजेपी पूर्ण बहुमत प्राप्त करके 534 में से 282 सीटें अपने नाम की और भाजपा की सरकार स्थापित हुई।
इसके बाद 26 मई 2014 को नरेंद्र मोदी ने भारत के प्रधानमंत्री पद के लिए शपथ ग्रहण की और वह भारत के 14वें प्रधानमंत्री बने। भारत के प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने कई प्रकार के नियम, इंस्पेक्शन और परमिट्स को लागू किया, जिसका उद्देश्य व्यवसाय को अधिक एवं आसानी से बढ़ाना था।
इन्होंने स्वास्थ्य सेवा की तरफ काफी ज्यादा ध्यान केंद्रित किया। सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों पर भी काफी ज्यादा पैसे खर्च किए। इसके अतिरिक्त पर्यावरण एवं शिक्षा को भी प्रोत्साहित करने के लिए कई कार्य किया।
दूसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में
5 सालों तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी को भारत के नागरिकों का बहुत ज्यादा विश्वास मिला। क्योंकि इनके द्वारा देश विकास के लिए किए गए कार्य और निम्न वर्ग के लोगों के उत्थान के लिए लागू किए गए योजना के कारण भारत की जनता इनसे काफी ज्यादा प्रभावित हुई थी।
जिस कारण साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भारत की जनता ने नरेंद्र मोदी को एक बार फिर भारत के प्रधानमंत्री बनने का मौका दिया और इस चुनाव में फिर से बीजेपी ने दूसरे दलों को पीछे छोड़ दिया और 303 सीट प्राप्त करके अभूतपूर्व जीत हासिल की। इस तरीके से भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब किसी नेता ने लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत के साथ जीत हासिल की।
मोदी के द्वारा अब तक लाई गई कुछ महत्वपूर्ण योजनाएं
2014 से लेकर अब तक के प्रधानमंत्री कार्यकाल में मोदी ने कई सारी महत्वपूर्ण योजनाएं देश में लाई। जिससे देश के हर कोने में एवं ग्रामीण इलाकों में निवास कर रहे हैं निम्न वर्ग के लोगों की आर्थिक स्थिति को सुधारा जा सके। मोदी के द्वारा अब तक लाई गई महत्वपूर्ण योजनाएं निम्नलिखित है:
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
किसी भी देश का भविष्य युवा पीढ़ी होती है। आज के बढ़ते जनसंख्या वृद्धि में युवा पीढ़ियों को रोजगार उपलब्ध कराना बहुत मुश्किल हो रहा है। ऐसे में हर युवा पीढ़ी खुद अपना रोजगार निर्माण करें इसके लिए सरकार ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना लागू किया।
जिसके तहत जो युवा अपना किसी छोटे व्यवसाय को शुरू करने की इच्छा रखते हैं लेकिन उनके पास निवेश राशि नहीं है तो वे इस योजना के तहत ₹1000000 तक का लोन बहुत कम ब्याज दर पर ले सकते हैं।
स्वच्छ भारत अभियान
देश के विकास में देश की स्वच्छता भी एक महत्वपूर्ण बिंदु होता है। अस्वच्छता के कारण ढेरों बीमारियां उत्पन्न होती है, जिससे लोग ग्रसित हो जाते हैं। मोदी ने देश को स्वच्छ बनाने के लिए बड़े स्तर पर स्वच्छ भारत अभियान को शुरू किया। जिसके तहत देश में स्वच्छता और ग्रामीण क्षेत्रों में लाखों शौचालय का निर्माण करवाया गया।
आयुष्मान भारत योजना
देशभर में बहुत से निम्न वर्ग के लोग हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर है कि वह अपने बीमारी का इलाज करा पाने में भी सक्षम नहीं है। ऐसे गरीब पर मध्य परिवारों को भयंकर बीमारी का इलाज करा पाने में सक्षम बनाने के लिए मोदी सरकार ने साल 2018 में आयुष्मान भारत योजना लागू की, जिसके तहत केंद्र सरकार द्वारा सूचीबद्ध किए गए किसी भी अस्पताल में लाभार्थी ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज करा सकता है।
प्रधानमंत्री आवास योजना
ग्रामीण क्षेत्रों में निवास कर रहे ऐसे गरीब लोग जिनके पास रहने के लिए पक्का घर नहीं है ऐसे लोगों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना शुरू किया गया है। जिसके तहत जिन लोगों के कच्चे घर हैं, वे इस योजना का लाभ लेकर किस्तों के आधार पर पक्का घर बनाने के लिए वित्तीय सहायता ले सकते हैं।
प्रधानमंत्री जन धन योजना
देश के किसानों को सरकार के द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत आर्थिक लाभ दिया जाता है ताकि वे अपने कृषि को और भी ज्यादा बेहतर बनाया जा सके। उनके साथ कोई भी धोखाधड़ी ना हो।
सरकार के के द्वारा दी जाने वाली किसानों को सहायता राशि सीधे उनके बैंक खाते में जमा हो सके, इसके लिए यह योजना लागू किया गया था जिसके तहत देशभर के किसानों के लिए मुफ्त में खाते खोले गए।
प्रधानमंत्री उज्जवाला योजना
लंबे समय से भारत के ग्रामीण इलाकों की महिलाएं मिट्टी के चूल्हे पर खाना बनाते आ रही हैं। चूल्हे में प्रयोग किए जाने वाले लकड़ी एवं कोयले जैसे इंधन से उत्पन्न धुंए के कारण महिलाओं का स्वास्थ्य बिगड़ता है।
ग्रामीण इलाकों में निवास कर रही ऐसी महिलाओं को राहत देने के लिए मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना को लागू किया। इस योजना के तहत गरीब महिलाओं को मुफ्त में एलपीजी गैस सिलेंडर प्रदान किए गए।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना
देश के किसानों की फसलों की अच्छी तरीके से सिंचाई हो सके और कृषि कार्य को और भी बेहतर बनाया जा सके इस उद्देश्य से प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की शुरुआत की गई थी।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
भारत की ज्यादातर जनसंख्या जो कृषि पर आधारित है और इनके आय का मुख्य स्त्रोत खेती है लेकिन खराब मौसम या अत्यधिक वर्षा के कारण जब किसानों की फसल बर्बाद हो जाती है तो ऐसी स्थिति में बहुत से किसान कर्ज तले फांसी लगाकर आत्महत्या कर लेते हैं।
किसानों को कर्ज मुक्त करने एवं फसल खराब हो जाने की स्थिति में राहत प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लाई गई थी, जिसके तहत यदि इस योजना के लाभार्थी किसानों की फसल प्राकृतिक आपदाओं के कारण खराब हो जाती है तो उन्हें बीमा का पैसा देकर उन्हें राहत दी जाती है।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना
भारत के युवाओं को उनके कौशल के अनुसार उनके लिए रोजगार प्रदान किया जा सके इसके लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना को लागू किया गया। इस योजना के अंतर्गत युवाओं के कौशल के विकास के लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया गया ताकि वे अपने कौशल के अनुसार खुद रोजगार उत्पन्न कर सके।
मेक इन इंडिया
देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को प्रोत्साहित करने के लिए एवं उसके विकास के लिए मोदी सरकार के द्वारा मेक इन इंडिया अभियान चलाया गया था।
फ्री सिलाई मशीन योजना
देश की आर्थिक रूप से कमजोर एवं श्रमिक महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने एवं उन्हें सशक्त बनाने के उद्देश्य से मोदी सरकार के द्वारा फ्री सिलाई मशीन योजना लाया गया था।
इस योजना के तहत हर साल ग्रामीण एवं शहरी इलाकों में निवास कर रही महिलाएं मुफ्त में सिलाई मशीन प्राप्त कर खुद के लिए रोजगार उत्पन्न कर सकती है। इस योजना का लाभ 20 से 40 वर्ष की आयु की महिलाएं ही ले सकती हैं।
किसान सम्मान निधि योजना
भारत कृषि प्रधान देश है और ज्यादातर जनसंख्या कृषि पर आधारित है। देश की आर्थिक व्यवस्था में किसानों का एक महत्वपूर्ण भूमिका है। लेकिन बहुत से ऐसे गरीब किसान हैं, जिनके पास खेती करने के लिए पैसे तक नहीं है।
ऐसे गरीब किसानों को आर्थिक सहायता देने के लिए 1 दिसंबर 2018 को मोदी सरकार के द्वारा पीएम किसान योजना को लाया गया। इस योजना सभी पात्र किसानों को प्रति वर्ष 3 किस्तों में ₹6000 सीधे उनके खाते में ट्रांसफर किया जाता है।
स्मार्ट सिटी मिशन
भारत देश में 100 स्मार्ट सिटी का निर्माण करवाने एवं इन शहरों में निवास कर रहे लोगों को किफायती आवास दिलाना, बहू मॉडल परिवहन और यातायात प्रबंधन दिलाने के लक्ष्य से इस योजना को मोदी सरकार के द्वारा लाया गया।
प्रधानमंत्री अटल पेंशन योजना
देश के वृद्ध जनों को आर्थिक सुविधा देने के लिए प्रधानमंत्री के द्वारा अटल पेंशन योजना लाई गई थी। इस योजना के तहत लोगों के भविष्य को सुरक्षित एवं आर्थिक सहायता करने का उद्देश्य है।
60 वर्ष से अधिक आयु का व्यक्ति इस योजना का लाभ ले सकता है। 60 वर्ष से अधिक उम्र का व्यक्ति इस योजना के तहत मानसिक रूप से पेंशन प्राप्त कर सकता है। देश के लाखों वृद्ध इस योजना का लाभ ले रहे हैं।
प्रधानमंत्री कुसुम योजना
किसानों के कृषि क्षमता को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री कुसुम योजना लागू किया गया। इस योजना के तहत किसानों को सिंचाई के लिए सौर ऊर्जा से चलने वाली सोलर पंप प्रदान किए जाएंगे।
इसके साथ ही उन्हें ग्रिड से जुड़े सौर ऊर्जा और अन्य निजी करण बिजली तंत्र भी प्रदान किए जाएंगे। इस योजना के लिए सरकार ने 34 करोड़ से भी ज्यादा रुपए का बजट निर्धारित किया था।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना
देश में कोरोनावायरस के कारण जब सभी लोगों की आर्थिक स्थिति निम्न होते जा रही थी। ऐसे में देश के गरीब परिवारों के लिए जीवन यापन करना बहुत मुश्किल हो रहा था। इसे देखते हुए सरकार ने 30 जून 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा इस योजना को घोषित किया गया, जिसके अंतर्गत देश के गरीब परिवार राशन कार्ड बना के जरिए 5 किलो गेहूं या चावल हर महीने मुफ्त में प्राप्त कर सकते हैं।
उपरोक्त सभी महत्वपूर्ण योजनाओं के अतिरिक्त भी मोदी सरकार के द्वारा गरीब कल्याण योजनाएं, सुकन्या समृद्धि योजना, डिजिटल इंडिया प्रोग्राम, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, सर्व शिक्षा अभियान, स्टैंड अप इंडिया, नमामि गंगे जैसी विभिन्न योजनाएं लागू की गई है।
यह भी पढ़े: अमित शाह का जीवन परिचय
नरेंद्र मोदी की उपलब्धियां
- नरेंद्र मोदी ने राजनीति के अब तक के कार्यकाल में बहुत सारी उपलब्धि अपने नाम किए हैं। नरेंद्र मोदी के द्वारा लागू की गई विभिन्न योजनाएं एवं देश विकास के लिए किए गए महत्वपूर्ण कार्यों के कारण इन्हें कई महत्वपूर्ण सम्मान दिए गए हैं। साल 2007 में इंडिया टुडे मैगजीन द्वारा किए गए सर्वे में नरेंद्र मोदी को देश के सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री के रूप में नामित किया गया था।
- सन 2009 में एफडी मैगज़ीन में उन्हें एफडीआई पर्सनालिटी ऑफ़ द ईयर पुरस्कार के एशियाई विजेता बनाया गया। वहीं साल 2012 में टाइम्स एशियाई एडिशन के कवर पेज पर मोदी की तस्वीर छापी गई थी।
- साल 2014 में फोर्ब्स मैग्नीज में दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोगों की सूची में नरेंद्र मोदी का नाम 15 स्थान पर आया था। साल 2016 और 2018 में भी फोर्ब्स मैगज़ीन में दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोगों में नरेंद्र मोदी का नाम शामिल था।
- इतना ही नहीं साल 2014 में टाइम्स ऑफ इंडिया के द्वारा नरेंद्र मोदी का नाम दुनिया के 100 सबसे शक्तिशाली लोगों की सूची में भी शामिल था। इतना ही नहीं साल 2015 और 17 में भी मोदी का नाम प्रभावशाली लोगों में शामिल था।
- साल 2015 में भी नरेंद्र मोदी का नाम दुनिया के 13 सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में ब्लू मार्ग मार्केट मैग्नीज में छपा था। इसी साल टाइम मैग्नीज के द्वारा एक इंटरनेट सूची जारी की गई थी जिसमें ट्विटर और फेसबुक पर 30 सबसे ज्यादा फैन फॉलोअर्स वाले लोगों का नाम शामिल था।
- 3 अप्रैल 2016 को नरेंद्र मोदी को सऊदी अरबिया का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसी साल जून में गाजी आमिर अमानुल्लाह खान के राज्य के आदेश पर नरेंद्र मोदी को अफगानिस्तान के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
- 10 फरवरी 2018 को नरेंद्र मोदी को प्लेटाइन का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘पलेस्टाइन राज्य के ग्रैंड कोलार’ के साथ सम्मानित किया गया था, जो उनके विदेशी डिग्निटरीस के लिए था।
- इसी साल 27 सितंबर को नरेंद्र मोदी को यूनाइटेड नेशन का सर्वोच्च पर्यावरण सम्मान चैंपियंस आफ अर्थ अवॉर्ड सम्मानित किया गया।
- इसी साल 24 अक्टूबर को नरेंद्र मोदी को सिओल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, जो उनके अंतरराष्ट्रीय सहयोग और ग्लोबल आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के कारण दिया गया था।
- साल 2019 में दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सेवा योजना शुरू करने के लिए नरेंद्र मोदी का नाम नोबेल शांति पुरस्कार के लिए भी नामांकित किया गया था।
- साल 2019 में नरेंद्र मोदी को मालदीव की ओर से विदेशी नागरिक को दिया जाने वाला सबसे सर्वोच्च सम्मान Nishan Izzuddin अवॉर्ड से नवाजा गया था।
- इसी साल मोदी को बहरीन की यात्रा पर King Hamad Order of the Renaissance से सम्मानित किया गया था।
- साल 2020 में नरेंद्र मोदी को लेजन ऑफ मेरिट अमेरिका का सर्वोच्च सैन्य सम्मान से नवाजा गया था।
- 5 मार्च 2021 को नरेंद्र मोदी को भारत के सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लिए अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा समिति के द्वारा CERAWeek वैश्विक ऊर्जा और पर्यावरण लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
- भूटान के प्रति एक अच्छी दोस्ती निभाने के कारण 17 दिसंबर 2021 को नरेंद्र मोदी को भूटान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान आर्डर ऑफ द ड्रक ग्याल्पो से सम्मानित किया गया था।
- 24 अप्रैल को महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में मास्टर दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार समारोह में नरेंद्र मोदी को प्रथम लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
नरेंद्र मोदी के द्वारा अब तक किए गए कुछ मुख्य कार्य
गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यकाल से लेकर देश के प्रधानमंत्री तक के कार्यकाल में नरेंद्र मोदी ने अब तक कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं, जिसने गुजरात और भारत के विकास में काफी वृद्धि की है। मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, उस दौरान उन्होंने भूमि जल संरक्षण प्रोजेक्ट को लाया था।
इस प्रोजेक्ट के तहत गुजरात में बीटी कॉटन की खेती में मदद मिली, जिससे नलकूपों से सिंचाई की जा सकती थी और इस तरीके से गुजरात बीटी कॉटन का सबसे बड़ा उत्पादक बन सका। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ने कुछ निम्नलिखित मुख्य कार्य किए हैं:
नोटबंदी
साल 2014 में देश के प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी का जो सबसे बड़ा फैसला था, वह नोटबंदी था। जिसे 8 नवंबर 2016 को लाया गया था। नोटबंदी ₹500 और ₹1000 के नोटों के विमुद्रीकरण पर लाया गया था।
इस फैसले का मुख्य उद्देश्य देश में डिजिटल उद्देश्य को बढ़ाना एवं काले धन को रोकना था। इस योजना के तहत देश में 500 और 1000 नोटों को बंद कराकर नए 500 और 2000 के नोट जारी करने की घोषणा की गई थी।
सर्जिकल स्ट्राइक
19 सितंबर 2019 को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास आतंकवादी लांच पैड को निशाना बनाकर उनके खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक करने की घोषणा की और बड़ी संख्या में आतंकियों का सफाया किया।
पाकिस्तान के द्वारा जम्मू-कश्मीर के उरी आतंकी हमले में भारत के 18 जवान शहीद हो गए और इस हमले के 10 दिनों के भीतर ही भारत ने पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की थी।
जीएसटी लागू करना
जीएसटी को नरेंद्र मोदी के सरकार के सबसे बड़े फैसलों में से एक माना जाता है। इस कानून को पास करना काफी चुनौतीपूर्ण रहा था। इस अधिनियम को 19 मार्च 2017 को संसद में पारित किया गया था और 1 जुलाई 2017 को लागू किया गया था।
जीएसटी जिसका पूरा नाम गुड्स एंड सर्विसेज टेक्स्ट है, जिसने भारत में कई अप्रत्यक्ष कर जैसे कि उत्पाद शुल्क, सेवा कर, वेट इत्यादि को रिप्लेस कर दिया। मोदी सरकार के द्वारा जीएसटी को लागू करने का उद्देश्य एक देश एक कानून था तथा अन्य अप्रत्यक्ष करों के व्यापक प्रभाव को रोकना था एवं पूरे देश में एक टेक्स सिस्टम को लागू करना था।
एयर स्ट्राइक
एयर स्ट्राइक साल 2019 फरवरी में सरकार के द्वारा लिया गया बहुत बड़ा फैसला था। इसके तहत पाकिस्तानियों के द्वारा पुलवामा हमले के बाद देश के सभी सुरक्षा बलों को किसी भी प्रकार का एक्शन लेने के लिए खुली छूट दी गई थी।
तीन तलाक
तीन तलाक को मोदी ने प्रधानमंत्री के दूसरे कार्यकाल में संसद में पारित किया था। तीन तलाक इस्लामिया में बरसों से चला आ रही एक परंपरा थी, जिसके तहत कोई भी मुस्लिम व्यक्ति अपनी पत्नी को तीन बार तलाक बोलकर तलाक दे सकता था, जिसके लिए उसे कोई कारण बताने की आवश्यकता नहीं थी और ना ही उसकी पत्नी को तलाक की घोषणा के समय उपस्थित होने की आवश्यकता होती थी।
ऐसे में मुस्लिम महिलाओं को सशक्त करने के लिए एवं प्रभाव को रोकने के लिए मोदी सरकार ने साल 2019 में इस विधेयक को संसद में पारित किया। यह कानून लगने के बाद तीन तलाक अपराधिक मामले में शामिल हो गया।
जम्मू कश्मीर धारा 370
धारा 370 को हटाना मोदी सरकार के द्वारा लिए गए सबसे बड़े फैसलों में से एक था। धारा 370 जम्मू कश्मीर राज्य के लिए विशेष रूप से बनाई गई थी, जिसके प्रावधानों के अनुसार भारत के संसद को जम्मू कश्मीर के बारे में केवल रक्षा विदेशी मामले और संचार के विषय में ही कानून बनाने का अधिकार है बाकी अन्य विषयों से संबंधित कानून लागू करने के लिए केंद्र को राज्य सरकार का अनुमोदन चाहिए होता था।
जिसके बाद नरेंद्र मोदी अपने दूसरे कार्यकाल में इस अनुच्छेद को हटा दिया। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर को केंद्रशासित प्रदेश का दर्जा दिया गया और यहां से लद्दाख को भी अलग कर केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया।
CAA कानून
इस कानून को नागरिकता कानून भी कहते हैं, जो केंद्र सरकार ने साल 2019 में संसद में पारित किया था। इस पर लंबे समय से विवाद चला आ रहा था। लेकिन 10 जनवरी 2020 को या पूरी तरीके से लागू हो गया। CAA कानून का उद्देश्य पाकिस्तान, अफगानिस्तान या बांग्लादेश के हिंदू बौद्ध सिक्स जैन ईसाई पारसी समुदायों के शरणार्थियों को नागरिकता देना था।
इन उपरोक्त मुख्य कार्यों के अलावा नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की भी शुरुआत की, जिसके तहत हर साल 21 जून को भारत सहित अन्य देशों में भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य योग को बढ़ावा देना था।
इसके साथ ही मोदी के एक अहम फैसलों में स्टैचू ऑफ यूनिटी का निर्माण करना भी था, जिसके तहत सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा को गुजरात के नर्मदा जिले में नर्मदा नदी के पास शिलान्यास किया गया और यह दुनिया का सबसे बड़ा स्टेचू का खिताब अपने नाम कर चुका है।
इन सबके अतिरिक्त नरेंद्र मोदी ने विदेशी निवेशकों के साथ भी मिलकर भारत में बुलेट ट्रेन लाने जैसे कार्यों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके साथ ही भारत का अन्य देशों के साथ अच्छे संबंध बनाना और अन्य देशों के साथ संबंधों को सुधारने के लिए बहुत महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।
नरेंद्र मोदी से जुड़े विवाद एवं आलोचनाएं
- साल 2002 में नरेंद्र मोदी पर तीस्ता सीतलवाड़ ने गुलबर्ग सोसाइटी में अपने पति की हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया था।
- नरेंद्र मोदी पर 2002 में गुजरात दंगे को फैलाने का भी आरोप लग चुका है। यहां तक कि इसके लिए इन्हें मुख्यमंत्री के पद से त्याग भी देना पड़ा था।
- इतना ही नहीं नरेंद्र मोदी के वैवाहिक स्थिति को लेकर भी कई आलोचनाएं की गई हैं।
- सन 2015 मोदी ने सूट पहना था, जिसका कीमत 10 लाख रुपए था और उस पर नरेंद्र मोदी लिखा हुआ था। उसके कारण भी नरेंद्र मोदी को कई आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।
नरेंद्र मोदी के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक जानकारी
- बताया जाता है कि प्रधानमंत्री मोदी ने अब तक अपने आधिकारिक निवास और अपने परिवार के सदस्यों की जानकारी किसी के साथ साझा नहीं की है।
- नरेंद्र मोदी की शादी जशोदाबेन नामक एक गुजराती औरत से हुई है लेकिन शादी के कुछ समय के बाद से ही वे अलग हो गए और अब तक इन दोनों का तलाक भी नहीं हुआ है।
- अपने पिता को आर्थिक रूप से मदद करने के लिए मोदी ने रेलवे स्टेशन एवं बस स्टॉप पर चाय भी बेची हैं।
- नरेंद्र मोदी ने यूनाइटेड स्टेट में इमेज मैनेजमेंट एवं पब्लिक रिलेशन पर 3 महीने का कोर्स भी किया है।
- कहते हैं नरेंद्र मोदी अपने काम को लेकर काफी ज्यादा सक्रिय रहते हैं। हर दिन केवल 5 घंटे यहां तक कि कभी-कभी तो इससे भी कम समय के लिए ही सोते हैं।
- नरेंद्र मोदी और बराक ओबामा बहुत अच्छे दोस्त भी हैं। बताया जाता है कि ट्विटर पर नरेंद्र मोदी दूसरे सबसे ज्यादा फैन फॉलोअर वाले नेता हैं।
- नरेंद्र मोदी स्वतंत्र भारत में जन्मे पहले प्रधानमंत्री हैं।
- गुजरात में मुख्यमंत्री के 13 साल के कार्यकाल में मोदी ने 1 दिन की भी छुट्टी नहीं ली थी।
- लंदन के मैडम टूसौद वैक्स म्यूजियम में सन 2016 में मोदी का एक वैक्स स्टेचू बनाया गया है।
- नरेंद्र मोदी पारंपारिक भारतीय पोशाक को काफी पसंद करते हैं। यहां तक कि वह काफी धार्मिक है हर साल नवरात्रि के दौरान 9 दिनों तक उपवास भी रखते हैं।
नरेंद्र मोदी के जीवन पर लिखी गई कुछ किताबें
किताब का शीर्षक | लेखक |
नरेंद्र मोदी: द गेमचेंजर | सुदेश वर्मा |
नरेंद्र मोदी: अ पॉलिटिकल बायोग्राफी | एंडी मरीनो |
द नमो स्टोरी: अ पॉलिटिकल लाइफ | किंगशुक नाग |
नरेंद्र मोदी: एक कर्मयोगी संघ | विनायक अम्बेकर |
नरेंद्र मोदी: एक आश्वासन नेतृत्व | डॉ. रविकांत पागनीस, शशिकला उपाध्याय |
नरेंद्र मोदी: एक आंधी | डॉ. दामोदर |
नरेन्द्रायण: व्यकित ते समष्टि, एक मूल्यांकन | डॉ. गिरीश डाबके |
कौशल सारथी नरेंद्र मोदी | डॉ. भगवान अंजनेकर |
नरेंद्र मोदी: द मैन द टाइम्स | नीलांजन मुखोपाध्याय |
FAQ
नरेंद्र मोदी ने गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीतिक विज्ञान में मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री प्राप्त की है।
नरेंद्र मोदी भारत के वर्तमान में 15 वें प्रधानमंत्री हैं। साल 2014, 26 मई को भारत के 14वें प्रधानमंत्री बने। उसके बाद साल 2019 में भी भारत के 15 वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली।
नरेंद्र मोदी ने साल 2015 में एक सूट पहना था, जिस पर नरेंद्र मोदी लिखा हुआ था। उस सूट की कीमत ₹1000000 बताई गई थी। हालांकि उस समय काफी ज्यादा आलोचना भी हुई थी।
नरेंद्र मोदी के द्वारा अब तक कई सारी योजनाएं लागू की गई है। जिनमें से कुछ प्रमुख योजनाएं निम्नलिखित हैं: प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, पीएम मोदी हेल्थ आईडी कार्ड, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना, स्वामित्व योजना, आयुष्मान सहकार योजना, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना, अन्त्योदय अन्न योजना, नेशनल एजुकेशन पालिसी योजना, प्रधानमंत्री रोजगार योजना, प्रधानमंत्री कुसुम योजना, स्वनिधि योजना, रोजगार प्रोत्साहन योजना, प्रधानमंत्री वय वंदना योजना, प्रधानमंत्री प्रवासी तीर्थ दर्शन योजना, प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना, ऑपरेशन ग्रीन योजना, मत्स्य सम्पदा आदि।
मोध-घांची-तेली
72 वर्ष
नरेंद्र दामोदरदास मोदी
वड़नगर (गुजरात)
17 सितंबर 1950
निष्कर्ष
आज के इस लेख में अपने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन (Narendra Modi ka Jeevan Parichay) के बारे में जाना। इस लेख में आपने नरेंद्र मोदी के प्रारंभिक जीवन एवं उनके राजनीतिक करियर के बारे में जाना।
इसके साथ ही उन से जुड़ी कुछ रोचक तथ्य और उनके विवादों के बारे में भी जाना और अब तक उनके द्वारा देश में लागू की गई योजनाएं, उनके द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्य एवं उनके जीवन पर लिखी गई कुछ मुख्य किताबों के बारे में भी आपने जाना।
हमें उम्मीद है कि आज का यह लेख नरेंद्र मोदी की जीवनी (Narendra Modi Biography in Hindi) आपको पसंद आई होगी। यदि यह लेख आपको पसंद आई हो तो इसे अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए अन्य लोगों के साथ जरुर शेयर करें। इस लेख से संबंधित कोई भी प्रश्न या सुझाव यदि आपके मन में हो तो आप हमें कमेंट में लिखकर बता सकते हैं।
यह भी पढ़े
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन परिचय
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जीवन परिचय