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अमित शाह का जीवन परिचय

Amit Shah Biography In Hindi : अमित शाह को कौन नहीं जानता? जब भी हम भारतीय जनता पार्टी अथवा बीजेपी का नाम सुनते हैं, तो हमारे दिमाग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद अमित शाह का ही नाम दिखाई देता है क्योंकि यह वर्तमान समय में भारतीय जनता पार्टी का दूसरा सबसे बड़ा चेहरा है।

आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि अमित शाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद प्रधानमंत्री उम्मीदवार माने जाते हैं। इसीलिए अमित शाह की प्रसिद्धि संपूर्ण भारत में है। अमित शाह को राजनीति का चाणक्य भी कहा जाता है क्योंकि अमित शाह अब तक कई बार राजनीतिक समीकरण बदल चुके हैं।

वर्तमान समय में भारत की राजनीति में अमित शाह एक कद्दावर नेता है, जो भारतीय जनता पार्टी से संबंध रखते हैं। हमेशा वर्तमान समय में केंद्रीय गृह मंत्रालय के पद पर हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई प्रकार के कड़े फैसले भी लिए हैं, जिनके लिए अमित शाह को जाना जाता है।

Amit Shah Biography In Hindi
Image: Amit Shah Biography In Hindi

वर्तमान समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद देश में उनकी ही सबसे ज्यादा लोकप्रियता देखने को मिलती है तथा भारतीय जनता पार्टी में अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद अमित शाह का ही पद आता है। आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि अमित शाह ने अपने कार्यकाल में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाने का फैसला लिया।

वर्तमान समय में अमित शाह भारतीय जनता पार्टी से देश के गृहमंत्री हैं लेकिन इससे पहले अमित शाह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा के सदस्य थे और उससे भी पहले गुजरात में विभिन्न विभागों के तहत मंत्री थे।

अमित शाह का जीवन भी काफी विवादों से भरा हुआ है। किस तरह से एक सामान्य परिवार के व्यक्ति ने आज यह मुकाम हासिल किया है?, राजनीति के सर्वोच्च शिखर पर पहुंचने तक अमित शाह को कितना समय लगा? तथा किस वजह से अमित शाह ने राजनीति में अपना कदम रखा? इस बारे में आप आज के इस आर्टिकल में विस्तार से जान पाएंगे। तो चलिए शुरू करते हैं।

अमित शाह का जीवन परिचय | Amit Shah Biography In Hindi

अमित शाह की जीवनी एक नज़र में (Amit Shah ka Jeevan Parichay)

नामअमित अनिल चंद्र शाह
जन्म22 अक्टूबर 1964
जन्म स्थानमुंबई, महाराष्ट्र. गुजराती
माता का नामकुसुमबा शाह
पिता का नामअनिल चंद्र शाह
पत्नी का नामसोनल शाह
बेटे का नामजय शाह
पदकेंद्रीय गृहमंत्री
पार्टीभारतीय जनता पार्टी
नागरिकताभारतीय
धर्महिंदू

अमित शाह का जीवन परिचय

अमित शाह का पूरा नाम अमित अनिलचंद्र शाह है। अमित शाह का जन्म 22 अक्टूबर वर्ष 1964 में हुआ था। अमित शाह का जन्म महाराष्ट्र राज्य के गुजराती परिवार में हुआ था।

अमित शाह के पिता का नाम अनिल चंद्र शाह है। अमित शाह की माता का नाम कुसुमबा शाह है। अमित शाह की पत्नी का नाम सोनल साह है। अमित शाह का एक बेटा है उसका नाम जय शाह है। अमित शाह हिंदू धर्म से संबंध रखते हैं।

अमित शाह ने अपनी शुरुआती शिक्षा गुजरात के मेहसाणा से की है। यहां पर ही उनका जन्म हुआ था। मेहसाणा में छोटी सी स्कूल से प्राथमिक शिक्षा पूर्ण करने के बाद अमित शाह ने विज्ञान विषय के अंतर्गत डिग्री हासिल की है।

उन्होंने सी.यू शाह साइंस कॉलेज अहमदाबाद से अपने आगे की शिक्षा और विज्ञान विषय के अंतर्गत निकली प्राप्त की थी। अमित शाह विज्ञान विषय के विद्यार्थी थे। उन्हें शुरुआत से ही विज्ञान विषय में काफी रुचि थी। इसीलिए उन्होंने विज्ञान विषय से ही डिग्री प्राप्त की है।

अमित शाह का राजनीतिक जीवन

अमित शाह ने कम उम्र में ही राजनीतिक सफर का चयन कर दिया था। उन्होंने कॉलेज के दिनों में ही राजनीति में आने का फैसला लेकर वर्ष 1982 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ गए थे। उसके बाद इसी वर्ष राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी r.s.s. से जुड़ गए थे, जिसके बाद अमित शाह को उनकी बुद्धिमत्ता के लिए वर्ष 1986 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल किया गया।

अमित शाह गुजरात में भारतीय जनता पार्टी का प्रचार करना शुरू कर चुके थे। उसके पश्चात वर्ष 1997 में विधानसभा चुनाव के अंतर्गत अमित शाह को गुजरात की सरखेज विधानसभा सीट के लिए टिकट दिया गया।

इस चुनाव में अमित शाह को जीत मिली जिसके बाद अमित शाह ने आज तक कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इसी विधानसभा सीट से अमित शाह तीन बार विधायक रह चुके हैं।

जीत मिलने के बाद वर्ष 2000 में अमित शाह को अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त कर दिया गया। इसके अलावा अमित शाह अपने राज्य के चैस एसोसिएट के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

वर्ष 2000 में अमित शाह को गुजरात सरकार ने एक से अधिक मंत्रालयों की जिम्मेदारी दी, जिसे अमित शाह ने बखूबी निभाया था। लंबे समय तक अमित शाह गुजरात में नरेंद्र मोदी के साथ राजनीति में बने रहें।

वर्ष 2014 के बाद

संपूर्ण भारतीय जनता पार्टी के लिए वर्ष 2014 काफी महत्व रखता है क्योंकि इसी वर्ष पहली बार भारतीय जनता पार्टी ने पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई थी। इस जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद अमित शाह को दिया जाता है क्योंकि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर अमित शाह थे।

अमित शाह ने प्रधानमंत्री मोदी को जिताने के लिए प्रचार किया था तथा इसी चुनाव में अमित शाह ने भारतीय जनता पार्टी और भारत के कद्दावर नेता के रूप में अपनी एक छाप छोड़ दी थी।

वर्ष 2014 में अमित शाह ने विभिन्न प्रकार की रणनीतियां मनाई और विभिन्न प्रकार के प्रचार प्रसार से मोदी लहर शुरू की, जिसकी बदौलत था भारतीय जनता पार्टी को वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत मिला।

अमित शाह का कद भी इस चुनाव के बाद बढ़ गया और लोग अमित शाह कोई कद्दावर नेता के रूप में जानने लगे। वर्ष 2017 में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर होते हुए अमित शाह को गुजरात राज्य की राज्य सभा सीट के अंतर्गत राज्यसभा भेजा गया। जहां अमित शाह का कद और बढ़ गया।

लोकसभा चुनाव वर्ष 2019 के बाद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला कार्यकाल सफलतापूर्वक समाप्त होने के बाद वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव दस्तक दे चुका था। इस दौरान अमित शाह ने फिर से रणनीति बनाकर पहले की तुलना में अधिक सीटों पर प्रचंड बहुमत से भारतीय जनता पार्टी को जीत दिलवाई थी।

इस लोकसभा चुनाव में अमित शाह ने गुजरात के गांधीनगर सीट से चुनाव लड़ा था। इससे भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक कहे जाने वाले वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी चुनाव लड़ते थे। परंतु इस चुनाव में अमित शाह ने लालकृष्ण आडवाणी का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया और 500000 से अधिक वोटों से जीत हासिल की।

गुजरात के गांधीनगर सीट पर पहले लालकृष्ण आडवाणी के पास  4.83 लाख वोट का रिकॉर्ड था, जिसे अमित शाह ने तोड़ते हुए 8,80,000 वोट हासिल किए। यह वोट प्रतिशत 69.7 % रहा था। ऐसे चुनाव में अमित शाह और नरेंद्र मोदी ने मिलकर 303 सीटें जीत ली थी।

इस जीत के बाद पूरे देश भर में भारतीय जनता पार्टी कि हर तरफ चर्चा होने लगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी सुपरहिट हो गई। इसी के साथ भारतीय जनता पार्टी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। अमित शाह को इस जीत के बाद राजनीति का चाणक्य भी कहा जाने लगा क्योंकि वह अपनी रणनीति के आधार पर चुनाव के दौरान रैलियां करते हैं और जीत दर्ज कर लेते हैं।

अमित शाह के फैसले

अमित शाह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और गुजरात राज्य से बीजेपी की तरफ से राज्यसभा सदस्य थे। परंतु वर्ष 2019 में मिली प्रचंड बहुमत की जीत के बाद अमित शाह को केंद्रीय गृह मंत्री बना दिया गया, जिसके बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय पद से इस्तीफा दे दिया।

जेपी नड्डा को भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। केंद्रीय गृह मंत्री बनने के बाद अमित शाह ने विभिन्न प्रकार के कड़े फैसले लिए और ऐसे फैसले लिए, जो इतिहास में दर्ज हो चुके हैं। इन फैसलों के लिए भी अमित शाह को जाना जाता है।

जम्मू कश्मीर धारा 370

अमित शाह ने जम्मू कश्मीर से आतंकवाद का खात्मा करने के लिए और जम्मू कश्मीर के विशेष धाराओं को खत्म करके संपूर्ण देश के राज्य की तरह सुचारू रूप से चलाने के लिए, जम्मू कश्मीर से धारा 370 खत्म करने का फैसला लिया। जिसके बाद जम्मू कश्मीर पर भी भारत के सभी कानून लागू होने लग गए।

धारा 370 के साथ जम्मू कश्मीर में लागू 35 ए को भी हटा दिया गया। इसके बाद अमित शाह के नेतृत्व में लद्दाख को जम्मू कश्मीर से अलग कर दिया गया। ऐसा करने से जम्मू कश्मीर में फैल रहे आतंकवाद को बहुत बड़ा झटका मिला था।

एनआरसी

अमित शाह ने एनआरसी का भी मुद्दा उठाया। यह मुद्दा बांग्लादेश से अनाधिकृत रूप से आए हुए लोग वर्षों से भारत में रह रहे हैं। ऐसे लोगों के संबंध में बड़ा फैसला को लेते हुए नागरिकता और जांच पड़ताल की पेशकश की गई। यह फैसला देशभर में काफी प्रचलित हुआ था कई जगहों पर इस फैसले का विरोध प्रदर्शन भी किया गया था।

इसका असर मुख्य रूप से असम और पश्चिम बंगाल में देखने को मिला था। वहां पर बांग्लादेश से अनधिकृत रूप से हजारों लाखों की संख्या में लोग आकर यहां रहने लगे थे और उनको काफी समय भी हो चुका है।

नक्सलवाद

नक्सलवाद भारत के अंदर एक बहुत बड़ा मुद्दा है जिसे अमित शाह ने उठाया और भारतीय नागरिकों को सुरक्षित करने के लिए नक्सलवाद पर लगाम लगाने की भी रणनीति बनाई। बता दें कि भारत में मुख्य तौर पर छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद का गढ़ माना जाता है। यहां पर जंगलों में बड़ी मात्रा में नक्सलवादी रहते हैं।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने एक बड़ा धमाका किया था जिनमें अनेक सैनिक शहीद हो गए थे। जिसके बाद अमित शाह ने कठोर फैसले लेते हुए नक्सलवाद पर भी लगाम लगाने की पूरी कोशिश की तथा नक्सलवाद से संबंधित विभिन्न प्रकार के फैसले के लिए गए थें।

अमित शाह के राजनीतिक जीवन से जुड़े विवाद

अमित शाह के राजनीतिक जीवन से अनेक तरह के विकास जुड़े हुए हैं। समय-समय पर अमित शाह को विभिन्न प्रकार के विवादों से जोड़ा गया है और उनके ऊपर तरह-तरह के आरोप लगाए गए हैं, जिनका अमित शाह ने समय-समय पर खंडन किया है।

लेकिन उनके ऊपर विभिन्न प्रकार के बड़े आरोप लगाए गए हैं जो आज भी चर्चा का विषय है। तो आइए अमित शाह के राजनीतिक जीवन से जुड़े विवाद के बारे में जानते हैं।

गुजरात दंगों के सबूत मिटाने का आरोप — अमित शाह पर सबसे पहले वर्ष 2002 में गुजरात में हुए सांप्रदायिक दंगों में सबूत मिटाने को लेकर विवादों का सामना करना पड़ा। उस समय अमित शाह पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने गुजरात दंगों के सबूत मिटा दिए हैं। हालांकि अमित शाह ने इस तरह के आरोपों को खारिज किया है। आरोप यह भी लगाया गया कि उन्होंने कैस से संबंधित गवाहों को अपना बयान बदलने पर भी मजबूर किया गया।

फर्जी एनकाउंटर का आरोप — वर्ष 2005 में गुजरात में हुए एक एनकाउंटर में तीन लोगों को आतंकवादी बताकर मारा गया था। उस समय भी अमित शाह पर फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगाया गया था। इस एनकाउंटर की जांच करने वाली सीबीआई टीम ने इसे नकली एनकाउंटर बताया था, जिसके बाद कहा गया कि इस एनकाउंटर के पीछे अमित शाह का हाथ था जबकि अमित शाह ने इस आरोप को झूठा बताया।

गुजरात प्रवेश पर रोक —‌ अमित शाह को वर्ष 2010 में गुजरात में प्रवेश नहीं करने का आदेश कोर्ट द्वारा दिया गया था। उनके ऊपर हत्या और वसूली के आरोप लगाए गए थे, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। वर्ष 2012 में उनके ऊपर गुजरात में प्रवेश नहीं करने की रोक को हटा दिया था।

महिला की जासूसी का आरोप — अमित शाह एक बार फिर 2009 में विवादों में आ गए क्योंकि अमित शाह पर एक महिला की जासूसी करने का आरोप लगाया गया था। कहा गया कि अमित शाह गैरकानूनी तरीके से एक औरत पर अपनी ताकत का इस्तेमाल करके जासूसी करवा रहे हैं। परंतु अमित शाह ने इस आरोप को झूठा बताया था।

निष्कर्ष

अमित शाह वर्तमान समय में भारत के केंद्रीय गृह मंत्री हैं। इससे पहले भी भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। राज्यसभा सदस्य तथा सांसद एवं अलावा वे विधायक भी रह चुके हैं और गुजरात सरकार में विभिन्न मंत्रालयों की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं।

अमित शाह के राजनीतिक जीवन में विभिन्न प्रकार के विवाद और आरोप लगाए गए, उसके उपरांत अमित शाह बदलते समय के साथ एक के बाद एक जीत हासिल करते गए और आज भारतीय जनता पार्टी के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद दूसरा सबसे बड़ा चेहरा बन गए हैं। वर्तमान समय में भारत के कद्दावर नेता है।

इसीलिए इस आर्टिकल में हम आपको पूरी जानकारी के साथ विस्तार से अमित शाह का जीवन परिचय ( Amit Shah Biography In Hindi) बता चुके हैं, अमित शाह का जीवन परिचय यह जानकारी आपको जरूर पसंद आई होगी। अगर आपका इस आर्टिकल से संबंधित कोई भी प्रश्न है, तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं। अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया है तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

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