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द्रव्यवाचक संज्ञा की परिभाषा और उदाहरण

Dravya Vachak Sangya: हिंदी व्याकरण में संज्ञा का विशेष महत्व है और संज्ञा के 3 प्रकार व्यक्तिवाचक संज्ञा, जातिवाचक संज्ञा और भाववाचक संज्ञा भाग है।

जातिवाचक संज्ञा के दो भाग है, जो द्रव्यवाचक संज्ञा और समूहवाचक संज्ञा। यहां पर हम द्रव्यवाचक संज्ञा के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे।

Dravya Vachak Sangya in Hindi

इस लेख में द्रव्यवाचक संज्ञा किसे कहते हैं और द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण के बारे में जानकारी सांझा करेंगे।

द्रव्यवाचक संज्ञा किसे कहते हैं?

वह शब्द जो किसी तरल, ठोस, अधातु, धातु, पदार्थ, द्रव्य आदि का बोध कराते हो, उन्हें द्रव्यवाचक संज्ञा कहा जाता है।

द्रव्यवाचक संज्ञा अगणनीय होती है और इन्हें ढेर के रूप में तोली या मापी जाती है।

उदाहरण के लिए

पानी, घी, तेल, कोयला, चाँदी, सोना, फल, सब्जी, हिरा, लोहा, चीनी आदि द्रव्य द्रव्यवाचक संज्ञा कहलाते है। इन्हें गिना नहीं जाता बल्कि इन्हें मापा या फिर तोला जाता है।

हम एक उदाहरण के रूप में घी को लेते हैं। हम एक घी या दो घी नहीं कह करके एक किलो घी या दो किलो घी कहते हैं। किलो एक नापने का प्रमाण है।

द्रव्यवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण

  • मैं पानी पीने के लिए जा रहा हूँ।

यहां पर हमें पानी शब्द से द्रव्य होने का बोध हो रहा है, इसलिए पानी द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • सोने का रंग सुनहरा होता है।

यहां पर सोना द्रव्य का बोध करा रहा है, इसलिए सोना एक द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • मुझे फल बहुत पसंद है।

यहां पर फल हमें द्रव्य होने का बोध करा रहा है, इसलिए यहां पर फल एक द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • मैं सब्जी लेकर आया हूँ।

यहां पर सब्जी शब्द से हमें द्रव्य होने का बोध हो रहा है, इसलिए यहां पर सब्जी एक द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • चाँदी के आभूषण बहुत सुंदर होते हैं।

यहां पर चाँदी से हमें द्रव्य होने का बोध हो रहा है, इसलिए यहां पर चाँदी एक द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • लोहा बहुत महंगा हो रहा है।

यहां पर लोहा से हमें द्रव्य होने का बोध हो रहा है, इसलिए यहां पर लोहा एक द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • कोहिनूर हीरा सबसे महंगा है।

यहां पर हमें हीरा शब्द से बोध हो रहा है कि यह द्रव्य है, इसलिए यहां पर हीरा द्रव्यवाचक संज्ञा का एक उदाहरण है।

  • सुनार के पास सोना है।

यहां पर सोना शब्द से द्रव्य का बोध हो रहा है, इसलिए यहां पर सोना शब्द में द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • आज मैंने दूध पिया है।

यहां पर दूध से द्रव्य होने का हमें बोध हो रहा है, इसलिए यहां पर दूध में द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • अबकी बार बाजरे की फसल अच्छी हुई है।

यहां पर बाजरे शब्द से द्रव्य होने का बोध हो रहा है, इसलिए यहां पर बाजरे में द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • आम बहुत मीठा होता है।

यहां पर हमें आम से द्रव्य होने का बोध हो रहा है, इसलिए आम में द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • घी खाने से हम स्वस्थ रहते हैं।

यहां पर घी शब्द से द्रव्य होने का बोध हो रहा है, इसलिए यहां पर घी द्रव्यवाचक संज्ञा का उदाहरण है।

  • चाय में चीनी डालने से चाय में स्वाद आ जाता है।

यहां पर चीनी शब्द से हमें द्रव्य होने का बोध हो रहा है, इसलिए यहां पर चीनी शब्द में द्रव्यवाचक संज्ञा है।

dravya vachak sangya

अब तक हमने dravya vachak sangya kise kahate hain और dravya vachak sangya ke udaharan के बारे में जाना है। आगे हम द्रव्यवाचक संज्ञा के 100 उदाहरण जानेंगे, जिससे हमारे मन में द्रव्यवाचक संज्ञा के बारे में कोई उलझन नहीं रहेगी।

द्रव्यवाचक संज्ञा के 100 उदाहरण

  • वह आम का वृक्ष है।

यहां पर हमें आम के शब्द से द्रव्य का बोध हो रहा है, इसलिए यहां पर आम द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • वह लकड़ी बहुत भारी है।

इस बात में लकड़ी से हमें द्रव्य का बोध हो रहा है अर्थात यहां पर लकड़ी द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • वहां पर सेव रखा हुआ है।

इस वाक्य में हमें सेव से द्रव्य का बोध हो रहा है, अर्थात यहां पर सेव द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • वहां पर पंखा टंगा हुआ है।

इस वाक्य में हमें पंखा से द्रव्य का बोध हो रहा है, अर्थात यहां पर पंखा द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • वहां पर नल है।

इस वाक्य में हमें नल से द्रव्य का बोध हो रहा है, अर्थात यहां पर नल द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • राम लकड़ी काट रहा है।

इस वाक्य में हमें लकड़ी से द्रव्य का बोध हो रहा है, अर्थात यहां पर सेव लकड़ी द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • सोहन वीणा बजा रहा है।

इस वाक्य में हमें वीणा से द्रव्य का बोध हो रहा है, अर्थात यहां पर वीणा द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • राम के पास कुल्हाड़ी है।

इस वाक्य में हमें कुल्हाड़ी से द्रव्य का बोध हो रहा है, अर्थात यहां पर कुल्हाड़ी द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • सोहन के पास एक बर्तन है।

इस वाक्य में हमें बर्तन से द्रव्य का बोध हो रहा है, अर्थात यहां पर बर्तन द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • कृष्ण राधा को बांसुरी बजा कर सुनाया।

इस वाक्य में हमें बांसुरी से द्रव्य का बोध हो रहा है, अर्थात यहां पर बांसुरी द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • वहां पर एक गिलास रखा हुआ है।

इस वाक्य में से हमें द्रव्य का बोध हो रहा है अर्थात इस वाक्य में गिलास द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • उस स्थान पर चंदन की लकड़ी रखी हुई है।

इस वाक्य में लकड़ी से हमें द्रव्य का बोध हो रहा है अर्थात इस वाक्य में लकड़ी द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • वहां पर एक अगरबत्ती रखी हुई है।

इस वाक्य में अगरबत्ती से हमें द्रव्य का बोध हो रहा है अर्थात इस वाक्य में अगरबत्ती एक द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • वह माचिस है।

इस वाक्य में हमें माचिस से द्रव्य का बोध हो रहा है। अतः इस वाक्य में माचिस एक द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • अध्यापकों ने छात्रों को डंडे से पीटा।

इस वाक्य में डंडे से हमें द्रव्य का बोध हो रहा है अतः इस वाक्य में डंडा द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • एक माचिस एक रुपए की आती है।

एक माचिस एक रुपए की आती है इस वाक्य में माचिस एक द्रव्यवाचक संज्ञा है क्योंकि माचिस से हमें द्रव्य का बोध हो रहा है।

  • राधा ने मोहन के लिए कपड़े खरीदे।

इस वाक्य में कपड़ा से हमे द्रव्य का बोध हो रहा है अर्थात इस वाक्य में कपड़ा द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • वह एक बंदूक है।

इस वाक्य में हमें बंदूक से द्रव्य का बोध हो रहा है अर्थात इस वाक्य में बंदूक द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • उस लकड़ी से एक चारपाई बनेगी।

इस वाक्य में लकड़ी से हमें द्रव्य का बोध हो रहा है अर्थात इस वाक्य में लकड़ी द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • वह बड़ी अलमारी ₹2000 की है।

इस वाक्य में अलमारी से हमें द्रव्य का बोध हो रहा है अर्थात इस वाक्य में अलमारी द्रव्य वाचक संज्ञा है।

  • सरसों का तेल बहुत महंगा है।

इस वाक्य में सरसों से हमें द्रव्य का बोध हो रहा है अर्थात इस वाक्य में सरसों द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • पेट्रोल बहुत महंगा है।

इस वाक्य में हमें पेट्रोल से द्रव का बोध हो रहा है अर्थात इस वाक्य में पेट्रोल द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • ईट बहुत भारी होते हैं।

इस वाक्य में ईट से हमें द्रव्य का बोध हो रहा है अतः इस वाक्य में ईट द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • बल्ब प्रकाश देता है।

इस वाक्य में बल्ब से हमें द्रव्य का बोध हो रहा है, इस वाक्य में बल्ब द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • सोहन लाल कपड़ा पहना है।

इस वाक्य मैं कपड़े से हमें द्रव्य का बोध हो रहा है अर्थात यहां पर कपड़ा द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • उसके पास चप्पल नहीं है।

 इस वाक्य में चप्पल से हमें द्रव्य का बोल रहा है अर्थात यहां पर चप्पल द्रव्यवाचक संज्ञा है।

  • वह व्यक्ति घी खाता है।

वह व्यक्ति की खाता है इस वाक्य में द्रव्यवाचक संज्ञा दी है क्योंकि इस वाक्य में हमें घी से द्रव्य का बोध हो रहा है ।

  • वह व्यक्ति साबुन से नहाता है।

वह व्यक्ति साबुन से नहाता है इस वाक्य में साबुन द्रव्यवाचक संज्ञा है क्योंकि इस वाक्य में हमें साबुन से द्रव्य का बोध हो रहा है।

  • वह एक दरवाजा है।

वह एक दरवाजा है इस वाक्य में दरवाजा एक द्रव्यवाचक संज्ञा है क्योंकि दरवाजे से हमें द्रव्य का बोध हो रहा है।

  • वह खिड़की खुली हुई है।

वह खिड़की खुली हुई है इस वाक्य में खिड़की द्रव्यवाचक संज्ञा है क्योंकि इस वाक्य में खिड़की से में द्रव्य का बोध हो रहा है।

  • वह एक बहुत अच्छा बांसुरी वादक है।

वह एक बहुत अच्छा बांसुरी वादक है इस वाक्य में बांसुरी दवे वाचक संज्ञा है क्योंकि इस वाक्य में हमें बांसुरी से द्रव्य के होने का बोध हो रहा है।

  • हनुमान जी को लड्डू बहुत भाते हैं।

हनुमान जी को लड्डू बहुत भाते हैं इस वाक्य में लड्डू द्रव्यवाचक संज्ञा है क्योंकि लड्डू से हमें द्रव्य का बोध हो रहा है।

  • श्री कृष्ण जी को मक्खन बहुत पसंद है।

श्री कृष्णा को मक्खन बहुत पसंद है इस वाक्य में मक्खन द्रव्यवाचक संज्ञा है क्योंकि मक्खन से हमें द्रव्य का बोध हो रहा है।

  • मेरी प्रिय पुस्तक रामचरितमानस है।

मेरी प्रिय पुस्तक रामचरितमानस है इस वाक्य में पुस्तक द्रव्यवाचक संज्ञा है क्योंकि पुस्तक से हमें द्रव्य का बोध हो रहा है।

  • मेरा घर लकड़ी का बना हुआ है।

मेरा घर लकड़ी का बना हुआ है इस वाक्य में लकड़ी द्रव्यवाचक संज्ञा है क्योंकि लकड़ी से हमें द्रव्य का बोध हो रहा है।

  • वह व्यक्ति गिटार को बहुत अच्छे से बजाता है।

वह व्यक्ति गिटार को बहुत अच्छे से बचाता है। इस वाक्य में गिटार द्रव्यवाचक संज्ञा है क्योंकि गिटार से में द्रव्य का बोध हो रहा है।

  • ईटों से घर बनता है

ईटों से घर बनता है इस वाक्य में ईट द्रव्यवाचक संज्ञा है क्योंकि इससे में द्रव्य का बोध हो रहा है।

  • उस बक्से में सामान है।

इस बक्से में सामान है। इस वाक्य में बक्सा द्रव्यवाचक संज्ञा है क्योंकि बक्से से हमें द्रव्य का बोध हो रहा है।

  • शादियों के सीजन में सोने चांदी का दाम आसमान छूता है।
  • शुद्ध गाय का घी सेहत के लिए बहुत ही अच्छा होता है। इसमें बहुत ज्यादा मात्रा में कैलोरी होती हैं।
  • हमारे घर में हर दिन 1 किलो चावल का खपत होता है।
  • चांदी की सफेद चमक इंसान की खूबसूरती बढ़ा देता है।
  • खुले में लोहा रहने पर जंग लग जाता है।
  • बाजार जाकर चीनी लेकर आओ, चीनी खत्म हो गई है।
  • हीरे को दुनिया का सबसे कठोर वस्तु मानी जाती है, जिसे काटने के लिए कांच का प्रयोग किया जाता है।
  • आजकल शुद्ध हरी-भरी साग सब्जी लोग ऊपजाते ही नहीं है।
  • 2 लीटर पानी को उबालकर बोतल में भर देना।
  • तुम सब्जी बनाने के लिए कौन से तेल का प्रयोग करती हो?
  • कोयला दुनिया का सबसे काला ईंधन है लेकिन इसी से हीरा पाया जाता है।
  • पहले के समय में राजा लोग चांदी के बर्तन में खाना खाया करते थे।
  • बाजार में 1 किलो चीनी का दाम कितना है, क्या तुम्हें मालूम है?
  • औरतों को सोना बहुत पसंद होता है, इसीलिए वे सोने का आभूषण पहनती हैं।
  • चांदी के चम्मच से कभी भी अंडा नहीं खाना चाहिए, सल्फर के साथ रिएक्शन करता है।
  • लोहे को जंग से बचाने के लिए उसके ऊपर जिंक की परत लगाई जाती है।
  • अगर तुम्हें मोटा होना है तो तुम खाने में घी का सेवन जरूर करो।
  • कोयले का रंग काला ही सही लेकिन उपयोगी इंधन होता है।
  • दूध सेहतमंद होता है लेकिन बच्चों को यह पसंद नहीं।
  • हर मीठी चीज में चीनी का इस्तेमाल किया जाता है।
  • इस साल अच्छी बारिश के कारण धान की फसल अच्छी हुई है।
  • आम जो कि फलों का राजा होता है। मेरा पसंदीदा फल है।
  • गणेश चतुर्थी के दिन गणेश जी को मोदक का भोग लगाया जाता है।
  • बिना चाय पत्ती के चाय नहीं बन सकती क्योंकि यही रंग देता है।
  • बिना ऑक्सीजन के इंसान के जीवन का अस्तित्व नहीं है, इसीलिए पेड़ पौधे उगाने चाहिए।
  • हमारे वायुमंडल में नाइट्रोजन की मात्रा सबसे ज्यादा है।
  • वैसे तो कई सारे धातु से बर्तन बनते हैं जैसे कि तांबा, पीतल आदि।
  • जल ही जीवन होता है, इसीलिए जल प्रदूषण पर रोक लगाना चाहिए।
  • बिना पेट्रोल के कार नहीं चल सकती है लेकिन यह प्रदूषण भी फैलाता है।
  • गर्मियों में फलों का ठंडा जूस पीना चाहिए।
  • दूध से दही और दही से छाछ बनता है।
  • दूध में गिरी काली मक्खी तुरंत नजर आ जाती है।
  • प्लेटिनम की चमक बिल्कुल चांदी की तरह होती हैं।
  • झारखंड में कोयले का खदान बहुत ज्यादा मात्रा में है।
  • बाजार में तेल में काफी मिलावट की जा रही है, इसीलिए सतर्क रहें।
  • फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुआं वायुमंडल को प्रदूषित करता है।
  • शहद दुनिया का सबसे मीठा पदार्थ है।
  • सोने का सुनहरा रंग हर एक औरतों को आकर्षित करता है।
  • हर दिन खाने में दूध का सेवन जरूर करना चाहिए।
  • कहा जाता है 1 किलो शहद में 1600 से भी ज्यादा कैलरी होती है।
  • मेरे घर के पास के बगीचे में आम के बहुत सारे वृक्ष हैं।
  • लकड़ी का प्रयोग फर्नीचर बनाने के लिए किया जाता है।
  • तुम चावल के दाने को गिन नहीं सकते।
  • गेहूं से आटा, मेदा और भी कई सारी चीजें बनती है।
  • पेट्रोल का दाम बढ़ने पर वाहनों का किराया भी बढ़ जाता है।
  • सरसों की खेती करनी चाहिए क्योंकि यह काफी महंगे दाम में बिकता है।
  • घर में बल्ब के कारण प्रकाश आता है।
  • तुम्हें शर्ट बनाने के लिए कितने इंच कपड़े की जरूरत है?
  • मक्खन, छाछ को फैट कर निकाला जाता है, जिसमें बहुत ही चिकनाहट होती है।

FAQ

द्रव्यवाचक संज्ञा किसे कहते हैं?

वह शब्द जो किसी तरल, ठोस, अधातु, धातु, पदार्थ, द्रव्य आदि का बोध कराते हो, उन्हें द्रव्यवाचक संज्ञा कहा जाता है।

द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण क्या है?

पानी, घी, तेल, कोयला, चाँदी, सोना, फल, सब्जी, हिरा, लोहा, चीनी आदि द्रव्य द्रव्यवाचक संज्ञा कहलाते है।

निष्कर्ष

यहां पर हमने द्रव्यवाचक संज्ञा की परिभाषा और द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण (dravya vachak sangya examples) के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की है।

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राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।