समास (Samas in Hindi): हिंदी व्याकरण में बहुत सारे भाग है, जिसमें समास मुख्य रूप से शामिल है। समास बहुत ही बड़ा हिस्सा हिंदी ग्रामर (Hindi Grammar) का माना जाता है। हिंदी व्याकरण में संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण के साथ-साथ समास भी मुख्य रूप से हिंदी व्याकरण का अंग है।

समास हिंदी व्याकरण की एक प्रमुख शाखा है। आज यहां पर समास के बारे में जानकारी प्राप्त करने वाले है। यहां पर हम समास को निम्न स्टेप्स में जानेंगे:
- समास किसे कहते है? (Samas in Hindi)
- समास के भेद (Samas ke Kitne Bhed Hote Hain)
- समास के उदाहरण (Samas ke Udaharan)
विषय सूची
समास किसे कहते है?
समास की परिभाषा: जब दो या दो से अधिक शब्दों का मेल होता है और एक नया शब्द बनता है तो इस मेल की रचना को समास कहा जाता है। यानि दो या दो से अधिक शब्द मिलकर एक नया शब्द बनाते है, उन्हें समास कहते है।
कम शब्दों का प्रयोग करके अधिक अर्थ को प्रकट करने को ही समास कहा जाता है।
समास के उदाहरण
समास-विग्रह (Samas Vigrah in Hindi)
- यथामती – मती के अनुसार
- चित्रकार – चित्र को बनाने वाला
- नील कमल – नील के समान कमल
- दशक – दस सालों का समूह
- राजा-रंक – राजा और रंक
- चतुर्भुज: चार हैं भुजाएं जिसकी
समास के कितने भेद होते है?
समास कितने प्रकार के होते हैं: समास के मुख्य रूप से 6 प्रकार होते है, जो निम्न है:
- अव्ययीभाव समास
- तत्पुरुष समास
- कर्मधारय समास
- द्विगु समास
- द्वंद समास
- बहुव्रीहि समास
अव्ययीभाव समास
इस समास में पहला और पूर्व पद जो अवयव होता है और उसका अर्थ प्रधान रहता है। अभियोग के संयोग से समस्त पद भी अभियोग बन जाते हैं। इससे पूर्व पद पूरी तरह से प्रधान रहता है।
अव्ययीभाव समास जिसके पहले पद के रूप में अनु, आ, प्रति, यथा, भर, हर इत्यादि शब्द आते हैं।
अव्ययीभाव समास के उदाहरण
- अनजाने – बिना जाने
- अप्रत्यक्ष – आंख के पीछे
- प्रत्येक – हर एक
- बेरहम – बिना रहम के
अव्ययीभाव समास के बारे में गहराई से पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें अव्ययीभाव समास (परिभाषा और उदाहरण)
तत्पुरुष समास
जिन शब्दों में उत्तर पद प्रधान होता है और प्रथम पद का गौण होता है। साथ ही साथ उत्तर पद की प्रधानता होती है, उन शब्दों को तत्पुरुष समास कहा जाता है।
इस प्रकार के शब्दों के माध्यम से समास करते वक्त बीच की विभक्ति का लोभ भी हो जाता है। तत्पुरुष समास के अंतर्गत आने वाले कुछ शब्द जैसे: को, से, के लिए, का इत्यादि।
तत्पुरुष समास के उदाहरण
- देश को धोखा देने वाला – देशद्रोही
- स्वयं को मारने वाला – आत्मघाती
- मांस को खाने वाला – मांसाहारी
- गाड़ी को चलाने वाला – गाड़ी वाला
तत्पुरुष समास के बारे में गहराई से पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें तत्पुरुष समास (परिभाषा, भेद और उदाहरण)
कर्मधारय समास
ऐसा समास वाक्य जिसका पहला पद विशेषण और दूसरा पद विशेष्य होता है एवं पूर्व पद एवं उत्तर पद में उपमान और उसमें का संबंध हो, उन्हें कर्मधारय समास कहा जाता है।
इस समास में उत्तर पद प्रधान रहता है और वाक्य के विभाजन करते समय दोनों पदों के बीच में “के समान, है जो, रूपी” इत्यादि शब्दों का प्रयोग होता है।
कर्मधारय समास के उदाहरण
- नील कमल: नील के समान कमल
- पीतांबर: पीत है जो अंबर
- नव युवा: नव है जो युवा
- पर्णकुटी: पत्तों के समान कुटी
- भुजबंद: भुज है जो बंद
कर्मधारय समास के बारे में गहराई से पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें कर्मधारय समास (परिभाषा और उदाहरण)
द्विगु समास
वह समास जिसमें पहला पद संख्यावाचक विशेषण हो और अन्य सभी पद किसी समूह या किसी समाहार का बोध करवाते हो, उन वाक्यों को द्विगु समास कहा जाता है।
द्विगु समास के उदाहरण
- शताब्दी: सौ सालों का समूह
- तिरंगा: तीन रंगों का समूह
- चतुर्थभवन: चार भवनों का समाहार
- त्रिधातु: तीन बातों का समाहार
द्विगु समास के बारे में गहराई से पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें द्विगु समास (परिभाषा और उदाहरण)
द्वंद समास
ऐसे समास शब्द जिनमें समस्त या दोनों पद प्रधान हो और जब उन शब्दों का समास किया जाता है तो दोनों पदों को मिलाते समय और, अथवा, या, एवं इत्यादि योजक शब्दों का उपयोग होता है, उस समास द्वंद समास कहा जाता है।
द्वंद्व समास के उदाहरण
- दिन-रात: दिन और रात
- दाल-रोटी: दाल और रोटी
- राजा-प्रजा: राजा और प्रजा
- भूल-चूक: भूल या चूक
द्वंद समास के बारे में गहराई से पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें द्वंद्व समास (परिभाषा और उदाहरण)
बहुव्रीहि समास
जिस समास में कोई पद प्रधान न होकर (दिए गए पदों में) किसी अन्य पद की प्रधानता होती है। यह अपने पदों से भिन्न किसी विशेष संज्ञा का विशेषण है, उनको बहुव्रीहि समास कहा जाता है।
बहुव्रीहि समास के उदाहरण
- चतुर्भुज: चार हैं भुजाएं जिसकी
- जितेंद्रियां: जीती गई इंद्रियां है जिसके द्वारा
- शूलपानणि: शूल है पाणि में जिसके
- मुक्कामुक्की: मुक्के-मुक्के से जो लड़ाई हुई
बहुव्रीहि समास के बारे में गहराई से पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें बहुव्रीहि समास (परिभाषा, भेद और उदाहरण)
हमने क्या सिखा?
हमने यहां पर समास (Samas in Hindi) के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की है। समास की परिभाषा (Samas ki Paribhasha), समास के प्रकार (Samas ke Prakar) और समास के उदाहरण को बहुत ही गहराई से समझा है। यदि आपका कोई सवाल है तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
हिंदी व्याकरण के अन्य भाग
- क्रिया (परिभाषा, भेद एवं उदाहरण)
- क्रिया विशेषण (परिभाषा, भेद एवं उदाहरण)
- कारक (परिभाषा, भेद और उदाहरण)