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अक्ल बड़ी या भैंस मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

अक्ल बड़ी या भैंस मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग (Akl badee ya bhains muhaavare ka arth)

अक्ल बड़ी या भैंस मुहावरे का अर्थ – शारीरिक शक्ति की अपेक्षा बुद्धि अधिक बड़ी होती है, शरीर शक्तिशाली होने से अक्ल नहीं आती, बुद्धि शारीरिक शक्ति से अधिक श्रेष्ठ होती है, बुद्धि शरीरिक ‌‌‌शक्ति से कई गुना श्रेठ होती है ।

Akl badee ya bhains muhaavare ka arth – shaareerik shakti kee apeksha buddhi adhik badee hotee hai, shareer shaktishaalee hone se akl nahin aatee, buddhi shaareerik shakti se adhik shreshth hotee hai, buddhi shareerik ‌‌‌shakti se kaee guna shreth hotee hai .

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दिए गए मुहावरे का हिंदी में वाक्य प्रयोग

वाक्य प्रयोग: सोहन को उसके शिक्षक ने एक कार्य दिया था जिसे वह अच्छे से कर नहीं पाया तो सोहन के शिक्षक ने उसे कहा कि तुम्हारे काम को देख कर मुझे उस मुहावरे की याद आ रही है जिसमें कहा जाता है कि अक्ल बड़ी की भैंस अर्थात शारीरिक शक्ति की अपेक्षा बुद्धि को अधिक महत्व दिया जाता है।

वाक्य प्रयोग: संसार में ऐसे बहुत से काम है जो कि बहुत ही बारीकी से और बहुत ही शांति से की जाती है जो कि शक्तिशाली लोगों से नहीं हो सकती है वह केवल बुद्धिमान लोगों से होती है इसीलिए कहा जाता है कि अकल बड़ी या भैंस।

वाक्य प्रयोग: अक्सर आपने देखा होगा कि जो व्यक्ति बलवान होता है वह अपने आपको दूसरों से श्रेष्ठ माने लगता है अपने आप को सबसे बड़ा मानने लगता है परंतु कोई भी व्यक्ति तभी बड़ा होता है जब अपनी बुद्धि का सही से उपयोग कर सकें इसीलिए हर व्यक्ति की पहचान उसके कर्मों से होती है ना कि उसके शरीरों से इसीलिए कहा जाता है कि अकल बड़ी या भैंस।

वाक्य प्रयोग: कुछ ऐसे नाम के गुंडे थे जिन्हें पकड़ने के लिए अच्छे-अच्छे की हिम्मत नहीं हुई परंतु सोहनलाल ने जो कि बहुत ही पतला दुबला था उन सारे डाकुओं को पकड़ लिया यह तो वही बात हो गई अकल बड़ी या भैंस।

यहां हमने “अक्ल बड़ी या भैंस” जैसे बहुचर्चित मुहावरे का अर्थ और उसके वाक्य प्रयोग को समझा।अकल बड़ी या भैंस मुहावरे का अर्थ होता है कि शारीरिक शक्ति की अपेक्षा बुद्धि की शक्ति अधिक बड़ी होती है बुद्धि शारीरिक शक्ति से अधिक श्रेष्ठ होता है जिन लोगों ने अपनी बुद्धि का इस्तेमाल किया है वह शारीरिक रूप श्रेष्ठ ना होते हुए भी उनकी पहचान पूरे विश्व में की जाती है जरूरी नहीं कि लोग बलवान हो तभी वह दूसरों पर अपना विजय प्राप्त कर सकते हैं बल्कि वह अपने बुद्धि का सही तरीके से इस्तेमाल करके दूसरों पर विजय प्राप्त कर सकते हैं। चुकी यह मुहावरा है और मुहावरा और असामान्य अर्थ प्रकट करता है इसीलिए यहां इस मुहावरे का अर्थ दोहरा लाभ प्राप्त करने से हैं।

मुहावरे परीक्षाओं में मुख्य विषय के रूप में पूछे जाते हैं। एक शब्द के कई मुहावरे हो सकते हैं।यह जरूरी नहीं कि परीक्षा में यहाँ पहले दिये गए मुहावरे ही पूछा जाए। परीक्षा में सभी किसी का भी मुहावरे पूछा जा सकता है।

मुहावरे का अपना एक भाग है प्रत्येक पाठ्यक्रम में, छोटी और बड़ी कक्षाओं में मुहावरे पढ़ाया जाता है, कंठस्थ किया जाता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में यह एक मुख्य विषय के रूप में पूछा जाता है और महत्व दिया जाता है।

परीक्षा के दृष्टिकोण से मुहावरे बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में मुहावरे का अपना-अपना भाग होता है। चाहे वह पेपर हिंदी में हो या अंग्रेजी में यहां तक कि संस्कृत में भी मुहावरे पूछे जाते हैं।

मुहावरे कोई बहुत कठिन विषय नहीं है। यदि इसे ध्यान से समझा जाए तो याद करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। इसे समझ समझ कर ही लिखा जा सकता है।

अन्य महत्वपूर्ण मुहावरे और उनका वाक्य प्रयोग

आँख का ताराआकाश-पाताल एक करना
आड़े हाथों लेनाअपने पाँव पर आप कुल्हाड़ी मारना
आपे से बाहर होनाआसमान सिर पर उठाना

1000+ हिंदी मुहावरों के अर्थ और वाक्य प्रयोग का विशाल संग्रह 

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