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आपे से बाहर होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

आपे से बाहर होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग (Aape se baahar hona Muhavara ka Arth Aur Vakya Pryog)

आपे से बाहर होना मुहावरे का अर्थ – क्रोध से अपने वश में न रहना, गुस्से पर काबू ना रख पाना, अपने आप पर नियंत्रण ना रखना, क्रोधित इतना ज्यादा हो जाना कि वह अपने आप को भी ना पहचान सके अर्थात बहुत ही अत्यधिक क्रोधित होना।

Aape se baahar hona muhaavare ka arth – krodh se apane vash mein na rahana, gusse par kaaboo na rakh paana, apane aap par niyantran na rakhana, krodhit itana jyaada ho jaana ki vah apane aap ko bhee na pahachaan sake arthaat bahut hee atyadhik krodhit hona.

आपे से बाहर होना मुहावरे का हिंदी में वाक्य प्रयोग

वाक्य प्रयोग: छोटी सी बात पर राम ने अपने आपे से बाहर होकर सुरेश को अत्यधिक बहुत मारा।

वाक्य प्रयोग: मोहन अपने बॉस के छोटी सी बात पर आपे से बाहर हो गया और उसने जॉब छोड़ दी।

वाक्य प्रयोग: जब पुलिस ने देखा कि दो व्यक्ति रोड पर झगड़ा कर रहे हैं तो पुलिस अपने आपे से बाहर हो गई और दोनों व्यक्तियों को जेल में बंद कर दिया।

वाक्य प्रयोग: मोहन जब अपनी बहन के घर पहुंचा तो उसने देखा कि कि बहन के साथ बहुत ही अत्याचार हो रहा है और यह देखकर मोहन अपने आप से बाहर हो गया।

यहां हमने “आपे से बाहर होना “जैसे बहुचर्चित मुहावरे का अर्थ और उसके वाक्य प्रयोग को समझा। आपे से बाहर हो जाने का अर्थ होता है कि किसी व्यक्ति की क्रोध की सीमा से बाहर, क्रोध में भर जाना, जिसे कहते हैं कि वह अपने आप पर कंट्रोल नहीं रख पाया और गुस्से में आकर कुछ भी बोलने लगा। ऐसी स्थिति में लोगों का उस व्यक्ति से दूर रहना ही अच्छा होता है नहीं तो वह व्यक्ति अपने गुस्से में आकर किसी भी व्यक्ति का जान ले सकता है। अत्यधिक क्रोध आना या क्रोध में भरे रहने से व्यक्ति अपना भी बहुत ही हानि करवाता है।चुकी यह मुहावरा है और मुहावरा और असामान्य अर्थ प्रकट करता है इसीलिए यहां इस मुहावरे का अर्थ दोहरा लाभ प्राप्त करने से हैं।

मुहावरे परीक्षाओं में मुख्य विषय के रूप में पूछे जाते हैं। एक शब्द के कई मुहावरे हो सकते हैं।यह जरूरी नहीं कि परीक्षा में यहाँ पहले दिये गए मुहावरे ही पूछा जाए। परीक्षा में सभी किसी का भी मुहावरे पूछा जा सकता है।

मुहावरे का अपना एक भाग है प्रत्येक पाठ्यक्रम में, छोटी और बड़ी कक्षाओं में मुहावरे पढ़ाया जाता है, कंठस्थ किया जाता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में यह एक मुख्य विषय के रूप में पूछा जाता है और महत्व दिया जाता है।

परीक्षा के दृष्टिकोण से मुहावरे बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में मुहावरे का अपना-अपना भाग होता है। चाहे वह पेपर हिंदी में हो या अंग्रेजी में यहां तक कि संस्कृत में भी मुहावरे पूछे जाते हैं।

मुहावरे कोई बहुत कठिन विषय नहीं है। यदि इसे ध्यान से समझा जाए तो याद करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। इसे समझ समझ कर ही लिखा जा सकता है।

अन्य महत्वपूर्ण मुहावरे और उनका वाक्य प्रयोग

खाला जी घर होना अपना घर समझना
अक्ल पर पत्थर पड़ना अक्ल चरने जाना
अपना-सा मुँह लेकर रह जानाअधजल गगरी छलकत जाय

1000+ हिंदी मुहावरों के अर्थ और वाक्य प्रयोग का विशाल संग्रह 

Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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