आग बिना धुआँ नहीं मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग (Aag bina dhuaan nahin Muhavara ka arth)
आग बिना धुआँ नहीं मुहावरे का अर्थ –हर चीज़ का कारण अवश्य ही होता है, कार्य तभी संभव है जब कारण उपस्थित हो।
Aag bina dhuaan nahin Muhavara ka arth –har cheez ka kaaran avashy hee hota hai, kaary tabhee sambhav hai jab kaaran upasthit ho.
दिए गए मुहावरे का हिंदी में वाक्य प्रयोग
वाक्य प्रयोग: सोहन को बहुत बार बुरे कामों की वजह से जेल जाना पड़ा है इसीलिए उस पर कोई भी विश्वास नहीं करता है क्योंकि बिना आग के धुआं नहीं होता है।
वाक्य प्रयोग: सीता को पता चलता है कि मोहन कई बार जेल जा चुका है इसलिए सीता मोहन पर विश्वास नहीं करती है वह कहती है कि अगर तुमने गलती ना की होती तो तुम्हें सजा नहीं मिलती बिना आग के धुआं नहीं उठता है कुछ ना कुछ तो तुमने जरूर ही किया होगा।
वाक्य प्रयोग: मोहन अपने घर में कई बार चोरी कर चुका है इसीलिए जब मोहल्ले में चोरी हुई तो सारा दोष मोहन पर चला गया और सभी लोग कहने लगे कि बिना आग के धुआं नहीं उठता है मोहन अपने घर में भी चोरी कर सकता है तो वह बाहर मोहल्ले में भी कर सकता है और मोहन पर किसी ने कोई विश्वास नहीं किया।
वाक्य प्रयोग: सीता ने अपने सभी एग्जाम चोरी से किए थे चोरी से दिए थे इसीलिए जब अपनी आखरी एग्जाम में चोरी नहीं भी कर रही थी तब भी उससे उसकी टीचर ने परीक्षा देने हैं नहीं दिया कि शिक्षक ने उससे कहा कि बिना आग के धुआं नहीं उठती है तुमने पहले भी एग्जाम में चोरी की है तो तुम इस एग्जाम में भी चोरी कर रही हो।
यहां हमने “आग बिना धुआँ नहीं” जैसे बहुचर्चित मुहावरे का अर्थ और उसके वाक्य प्रयोग को समझा। आग बिना धुआँ नहीं मुहावरे का अर्थ होता है कि बिना किसी कारण के कोई भी कार्य नहीं होता है हर चीज का कोई ना कोई कारण होता ही है। चुकी यह मुहावरा है और मुहावरा और असामान्य अर्थ प्रकट करता है इसीलिए यहां इस मुहावरे का अर्थ दोहरा लाभ प्राप्त करने से हैं।
मुहावरे परीक्षाओं में मुख्य विषय के रूप में पूछे जाते हैं। एक शब्द के कई मुहावरे हो सकते हैं।यह जरूरी नहीं कि परीक्षा में यहाँ पहले दिये गए मुहावरे ही पूछा जाए। परीक्षा में सभी किसी का भी मुहावरे पूछा जा सकता है।
मुहावरे का अपना एक भाग है प्रत्येक पाठ्यक्रम में, छोटी और बड़ी कक्षाओं में मुहावरे पढ़ाया जाता है, कंठस्थ किया जाता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में यह एक मुख्य विषय के रूप में पूछा जाता है और महत्व दिया जाता है।
परीक्षा के दृष्टिकोण से मुहावरे बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में मुहावरे का अपना-अपना भाग होता है। चाहे वह पेपर हिंदी में हो या अंग्रेजी में यहां तक कि संस्कृत में भी मुहावरे पूछे जाते हैं।
मुहावरे कोई बहुत कठिन विषय नहीं है। यदि इसे ध्यान से समझा जाए तो याद करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। इसे समझ समझ कर ही लिखा जा सकता है।
अन्य महत्वपूर्ण मुहावरे और उनका वाक्य प्रयोग
आपे से बाहर होना | कठपुतली बनना |
आसमान सिर पर उठाना | अपने पाँव पर आप कुल्हाड़ी मारना |
आपे से बाहर होना | आकाश-पाताल एक करना |
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