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आए थे हरि भजन को ओटन लगे कपास मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

आए थे हरि भजन को ओटन लगे कपास मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग (Aae the hari bhajan ko otan lage kapaas Muhavara ka arth)

आए थे हरि भजन को ओटन लगे कपास मुहावरे का अर्थ – किसी महान कार्य को करने का लक्ष्य बनाकर भी निम्न स्तर के काम में लग जाना, किसी कार्य विशेष की उपेक्षा कर किसी अन्य कार्य में लग जाना है, प्रमुख कार्य के उद्देश्य को छोड़कर अन्य कार्य में लग जाना,उच्च लक्ष्य लेकर चलना पर कोई घटिया सा काम करने लगना, वांछित कार्य छोडकर अन्य कार्य करने लग जाना , साधू संगत छोडकर कुसंगती में पड जाना।

Aae the hari bhajan ko otan lage kapaas Muhavara ka arth – kisee mahaan kaary ko karane ka lakshy banaakar bhee nimn star ke kaam mein lag jaana, kisee kaary vishesh kee upeksha kar kisee any kaary mein lag jaana hai, pramukh kaary ke uddeshy ko chhodakar any kaary mein lag jaana,uchch lakshy lekar chalana par koee ghatiya sa kaam karane lagana, vaanchhit kaary chhodakar any kaary karane lag jaana , saadhoo sangat chhodakar kusangatee mein pad jaana.

दिए गए मुहावरे का हिंदी में वाक्य प्रयोग

वाक्य प्रयोग: हमारे देश के क्रांतिकारी वीर भगत सिंह जैसे शायद ही दूसरा कोई और होगा जो अपने उद्देश्य के लिए अपनी जान की कुर्बानी भी दे दिए बाकी हम सब तो दुनियादारी के चक्कर में अपने आदर्श और अपने मूल्य को अपने उद्देश्य को भूल चुके हैं और अपनी जिंदगी में व्यस्त हो चुके हैं और कुछ लोग तो अपने जिंदगी को पूरी तरह से बिता कर बुढ़ापे में जाकर उन्हें समझ में आता है कि क्या खोया क्या पाया इसीलिए कहा जाता है कि आए थे हरि भजन को ओटन लगे कपास।

वाक्य प्रयोग: हमारे देश के संत कबीर दास हमें यह समझाते हैं कि हमें छोटी-छोटी बातों से उलझ कर अपने मूल उद्देश्य से नहीं भटकना चाहिए हमें हमेशा अपने मूल उद्देश्य पर ध्यान रखना चाहिए क्योंकि पल में प्रलय होती है काम करेगा कब अर्थात कब क्या हो जाए इसका कोई ठिकाना नहीं है इसीलिए हमें अपने कार्य से कभी भटकना नहीं चाहिए ऐसी परिस्थिति में ही कहा जाता है आए थे हरि भजन को ओटन लगे कपास।

वाक्य प्रयोग: सोहन विदेश में नौकरी करता था और वह उस नौकरी को छोड़ कर अपने गांव लौटा इस उद्देश्य से कि वह अपने गांव के लोगों को अपने लिए विज्ञान के द्वारा प्रगतिशील बनाएगा और अपने गांव को विकसित करेगा, लेकिन जब सोहन अपने गांव आया तो यहां छोटे-मोटे कामों में लग गया और उसी में अपना सारा समय देने लगा ऐसी परिस्थिति में कहा जाता था कहा जाता है कि आए थे हरि भजन को ओटन लगे कपास।

वाक्य प्रयोग: जब हम किसी कार्य को लेकर एक उद्देश्य बनाते हैं तो हमें उस उद्देश्य को पूरा करने के लिए पूरे मन से उसी में लगे रहना चाहिए हमें भटकाने के लिए बहुत सारे कारण और बहुत सारे लोग आएंगे लेकिन हमें उन सभी पर ध्यान ना देकर केवल अपने काम पर ध्यान देना चाहिए लेकिन कुछ लोग ऐसा नहीं कर पाते हैं और अपने उद्देश्य भटक जाते हैं ऐसी परिस्थिति में कहा कहा जाता है कि आए थे हरि भजन को ओटन लगे कपास।

यहां हमने “आए थे हरि भजन को ओटन लगे कपास” जैसे बहुचर्चित मुहावरे का अर्थ और उसके वाक्य प्रयोग को समझा। आए थे हरि भजन को ओटन लगे कपास मुहावरे का अर्थ है कि किसी महान कार्य को करने का अगर आप लक्ष्य बनाते हैं तो आप निम्न स्तर के कार्य में ना लग जाए हमेशा अपने महान कार्य को लक्ष्य करके उसके ऊपर ही कार्य करते रहें तभी आपको 1 दिन सहायता मिलेगी किसी कार्य को करने के लिए हमारा उद्देश्य और हमारे कार्य दोनों ही महत्वपूर्ण होते हैं इसीलिए हमें अपने दोनों कार्यों और अपने उद्देश्य को केवल अपने महान कार्य में लगाना चाहिए अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो ऐसी परिस्थिति में यह कहावत कहा जाता है कि आए थे हरि भजन को ओटन लगे कपास। चुकी यह मुहावरा है और मुहावरा और असामान्य अर्थ प्रकट करता है इसीलिए यहां इस मुहावरे का अर्थ दोहरा लाभ प्राप्त करने से हैं।

मुहावरे परीक्षाओं में मुख्य विषय के रूप में पूछे जाते हैं। एक शब्द के कई मुहावरे हो सकते हैं।यह जरूरी नहीं कि परीक्षा में यहाँ पहले दिये गए मुहावरे ही पूछा जाए। परीक्षा में सभी किसी का भी मुहावरे पूछा जा सकता है।

मुहावरे का अपना एक भाग है प्रत्येक पाठ्यक्रम में, छोटी और बड़ी कक्षाओं में मुहावरे पढ़ाया जाता है, कंठस्थ किया जाता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में यह एक मुख्य विषय के रूप में पूछा जाता है और महत्व दिया जाता है।

परीक्षा के दृष्टिकोण से मुहावरे बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में मुहावरे का अपना-अपना भाग होता है। चाहे वह पेपर हिंदी में हो या अंग्रेजी में यहां तक कि संस्कृत में भी मुहावरे पूछे जाते हैं।

मुहावरे कोई बहुत कठिन विषय नहीं है। यदि इसे ध्यान से समझा जाए तो याद करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। इसे समझ समझ कर ही लिखा जा सकता है।

अन्य महत्वपूर्ण मुहावरे और उनका वाक्य प्रयोग

आँख का ताराआकाश-पाताल एक करना
आड़े हाथों लेनाअपने पाँव पर आप कुल्हाड़ी मारना
आपे से बाहर होनाआसमान सिर पर उठाना

1000+ हिंदी मुहावरों के अर्थ और वाक्य प्रयोग का विशाल संग्रह 

Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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