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संदेहवाचक वाक्य (परिभाषा एवं उदाहरण)

संदेहवाचक वाक्य (Sandeh Vachak Vakya): व्याकरण में वाक्य का काफी महत्व है। वाक्य को समझने के बाद ही आप व्याकरण को स्पष्ट रूप से समझ पाएंगे। आज हम यहां पर वाक्य के मुख्य भाग संदेहवाचक वाक्य के बारे में विस्तार से जानने वाले है।

sandeh vachak vakya
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संदेहवाचक वाक्य क्या होता है और संदेहवाचक वाक्य की परिभाषा क्या है आदि के बारे में यहां पर विस्तार से वर्णन किया है।

वाक्य के बारे में गहराई से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें वाक्य (परिभाषा, भेद और उदाहरण)

संदेहवाचक वाक्य किसे कहते है?

संदेहवाचक वाक्य की परिभाषा: जिन वाक्य में किसी भी प्रकार की संभावना और सदेंह का बोध होता हो, उन वाक्य को संदेहवाचक वाक्य कहा जाता है।

संदेहवाचक वाक्य के उदाहरण

  • आज मौसम बिगड़ सकता है।

प्रयुक्त उदाहरण में स्पष्ट रूप से देख सकते हैं कि मौसम की बिगड़ने की संभावना का बहुत किया जा रहा है। यहां पर किसी भी काम का निश्चित बोध ना होकर संभावना का बोध हो रहा है। इसीलिए इस उदाहरण को संदेहवाचक वाक्य अंतर्गत रखा जाएगा।

  • शायद आज राधा स्कूल नहीं आएगी।

प्रयुक्त उदाहरण में स्पष्ट रुप से दिखाई दे रहा है कि राधा के स्कूल न आने की संभावना जताई जा रही है। पक्का किसी को पता नहीं है कि राधा स्कूल आएगी या नहीं। लेकिन इस वाक्य में संभावना के माध्यम से बताया जा रहा है कि आज राधा स्कूल नहीं आएगी। यह उदाहरण संदेहवाचक वाक्य के अंतर्गत आएगा।

  • लगता है राधिका अब सुधर गई है।

इस वाक्य में स्पष्ट रुप से दिखाई दे रहा है कि राधिका के सुधरने की बात कही जा रही है। परंतु यह बात संभावना के साथ बताई जा रही है। मतलब है कि राधिका पूरी तरह से सुधरी है या नहीं, इसकी जानकारी नहीं है। लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि लगभग हो सकता है राधिका सुधर गई है। अतः यह उदाहरण संदेहवाचक वाक्य के अंतर्गत आएगा।

  • शायद पापा मान गए।

ऊपर दिए गए उदाहरण में देख सकते हैं कि यहां पर पापा के मानने की संभावना जताई जा रही है। इस वाक्य में सिर्फ अनुमान लगाया जा रहा है कि शायद पापा मान गए होंगे। अतः यह उदाहरण संदेहवाचक वाक्य के अंतर्गत आएगा।

  • शायद आज राम अभी तक स्कूल नहीं पहुंचा होगा।

ऊपर दिए गए एक उदाहरण में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है कि राम के स्कूल ना पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। जिस वाक्य में संभावना के जताने का बोध होता है। उस वाक्य को संदेहवाचक वाक्य के अंतर्गत रखा जाता है।

संदेहवाचक वाक्य के कुछ अन्य उदाहरण

  • लगता है राम अब ठीक हो गया है।
  • शायद आज बारिश हो सकती है।
  • शायद मेरा भाई इस काम के लिए मान गया है।
  • लगता है तुम यह काम कर लोगे।
  • देश में अपराधियों का खोफ शायद अभी भी है।

ऊपर दिए गए सभी उदाहरण संदेहवाचक वाक्य के अंतर्गत आएंगे क्योंकि इन वाक्य में संभावना जताई जा रही है।

हमने क्या सीखा?

हमने यहां पर संदेहवाचक वाक्य किसे कहते हैं, संदेहवाचक वाक्य की परिभाषा आदि के बारे में विस्तार से पढ़ा है। उम्मीद करते हैं कि आपको यह अच्छे से समझ आ गये होंगे, इन्हें आगे शेयर जरूर करें। यदि आपका इससे जुड़ा कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

वाक्य के अन्य भेद

Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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