चाँद पर थूकना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग (Chaand par thukna muhavre ka arth aur vakya pryog)
चाँद पर थूकना मुहावरे का अर्थ – निर्दोष व्यक्ति पर दोष लगाना ,सम्माननीय का अनादर करना।
Chaand par thikana mahaveer ka arth – Nirdosh vyakti par dosh lagana, Sammaniya ka anadar karna
वाक्य प्रयोग – राम ने श्याम के पिता के ऊपर ऐसा इल्ज़ाम लगाया जो बेबुनियाद था और सिद्ध करने योग्य ही नही था, उल्टा लोग राम को ही सलाह दे रहे थे कि श्याम के पिता के ऊपर ऐसा इल्ज़ाम लगाना जैसे चाँद पर थूकने के समान है ।
वाक्य प्रयोग – इस समाज मे हमारे लिए सबसे पवित्र हमारे ग्रंथ धर्म और ईश्वर ही है उनकी बुराई करना मानो चाँद पर थूकने के ही समान है ।
वाक्य प्रयोग – हमारे देश के लिए क्रांतिकारियों ने अपने प्राण तक न्यौछावर कर दिए और आज कुछ लोग उनकी निंदा करते हैं उनके विचारों से लोगो को आपत्ति होती है यह उनके लिए चाँद पर थूकने के समान है ।
चाँद पर थूकना (Chaand par thukna) मुहावरे का अर्थ विभिन्न परिस्थितियों में किया जाता है जैसे यह लोगों की मानसिकता पर निर्भर करता है इसका प्रयोग व्यक्ति द्वारा किये गए कार्य के रूप में होता है जैसे कोई व्यक्ति किसी को दोषी ठहरा रहा है यह जानते हुए कि वह निर्दोष है पर इससे सम्मानित व्यक्ति जिस पर वह इल्ज़ाम लगा रहा उसका कुछ होने वाला नही है ठीक उसी प्रकार जैसे कोई चाँद पर थूकता है तो चाँद का कुछ नही बिगड़ता बल्कि उस व्यक्ति के ऊपर ही आकर गिरता , सीधा तात्पर्य यह कि निर्दोष व्यक्ति तो निर्दोष सिद्ध हो जाएगा परंतु आप अपने फैलाए इस जाल के शिकार हो जाएंगे ,इस कारण इस मुहावरे का प्रयोग किया गया है ।
अन्य महत्वपूर्ण मुहावरे और उनका वाक्य प्रयोग
आँख का तारा | आकाश-पाताल एक करना |
आड़े हाथों लेना | अपने पाँव पर आप कुल्हाड़ी मारना |
आपे से बाहर होना | आसमान सिर पर उठाना |
1000+ हिंदी मुहावरों के अर्थ और वाक्य प्रयोग का विशाल संग्रह