यहां पर शरद ऋतु पर निबंध (Sharad Ritu Par Nibandh) लिख रहे हैं। यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है।
भारत में मुख्य रूप से चार ऋतुएं होती हैं, जिसमें शरद ऋतु में वातावरण पूरी तरह से ठंडा हो जाता है। इस मौसम में वातावरण का तापमान बहुत कम हो जाता है, कहीं कहीं तो इस मौसम में बर्फबारी भी होती है।
भारत में हर मौसम की तरह इस मौसम में भी अपना एक अलग ही आनंद होता है। क्योंकि शरद ऋतु के शुरूआत होते ही वातावरण पूरी तरह से बदल जाता है। शरद ऋतु की हल्की ठंडी शाम और सुबह की धूप बहुत ही सुहानी लगती है।
शरद ऋतु आमतौर पर दिसंबर के महीने से शुरू होती है और मार्च के महीने तक यह खत्म हो जाती हैं। शरद ऋतु में भारत का दो प्रमुख त्योहार दिवाली और होली मनाया जाता है। दिवाली में ठंड ज्यादा रहती है, वहीं होली तक शरद ऋतु की समाप्ति हो जाती है।
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शरद ऋतु पर निबंध | Sharad Ritu Par Nibandh
भारत में पड़ने वाले अलग-अलग मौसम से संबंधित जानकारी पाने के उद्देश्य से विद्यालय और कॉलेजों में बच्चों को सभी मौसम पर निबंध लिखने के लिए दिया जाता है।
इसी उद्देश्य आज के इस लेख में हम शरद ऋतु पर निबंध इन हिंदी 150, 250, 350 और 600 शब्दों में निबंध लेकर आए हैं।
शरद ऋतु पर निबंध हिंदी में 150 शब्द
शरद ऋतु भारत में दिसंबर महीने में शुरू हो जाती है और लगभग मार्च तक यह मौसम रहती हैं। शरद ऋतु में वातावरण का तापमान बहुत ही नीचे हो जाता है।
पहाड़ी क्षेत्रों में शरद मौसम के दौरान पहाड़ बर्फ की सफेद चादर से ढक जाते हैं। इससे चारों तरफ बहुत ही सुंदर दृश्य उत्पन्न होता है। शरद ऋतु में संध्या के समय गांवों में सभी परिवार लोग एक जगह पर बैठकर साथ में आग तापते हैं और खेत में बोई गई ताजी आलू, मशरूम और शकरकंद को पका कर खाने का आनंद लेते हैं।
सुबह के समय भी लोग सुबह के धूप को सेकते हैं। शरद ऋतु में सुबह का धूप शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। क्योंकि इससे शरीर को विटामिन डी प्राप्त होता है, जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं।
शरद ऋतु में हमारा पाचन तंत्र सही रहता है। क्योंकि शरद ऋतु में हम हर चीज गरम-गरम खाते हैं और गर्म भोजन खाने हमारा शरीर भोजन को बहुत ही आसानी से पचा पाता है।
शरद ऋतु में बहुत ज्यादा ठंड होने के कारण बिस्तर से उठने का मन नहीं करता। लेकिन इस मौसम में हमे अपने सेहत का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी होता है। शरद ऋतु में ठंडी चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए, इससे बहुत जल्दी जुखाम हो सकता है।
शरद ऋतु में हमारी त्वचा रूखी हो जाती है, इसीलिए त्वचा में नमी बनाए रखने के लिए कई मॉइश्चराइजर लगाने चाहिए। शरद ऋतु में व्यायाम करना लाभकारी होता है, इससे हमारे शरीर में उर्जा उत्पन्न होती है, जिससे हम पूरे दिन तरोताजा महसूस करते हैं।
शरद ऋतू पर निबंध 250 शब्द (Sharad Ritu Essay in Hindi)
साल का सबसे ठंडा मौसम शरद ऋतु के महीनों में होता हैं, जो दिसम्बर माह में शुरू होता है। यह मौसम दिसम्बर से शुरू होकर मार्च माह तक चलता है। इस मौसम में देश के लगभग सभी हिस्सों में ठंड होती हैं।
शरद ऋतु के समय में तापमान काफी ठंडा होता है। इस मौसम से हमारे आसपास का तापमान काफी कम हो जाता हैं। ठंडी के इस मौसम में उत्तरी भारत के पहाड़ बर्फ से ढक जाते हैं जो काफी सुन्दर लगते हैं।
साल के इस सबसे ठंडे मौसम का समय दिसम्बर माह में शुरू होता है, जो कि मार्च महीने तक होता है। देश के कुछ हिस्सों में खासकर उत्तरी भारत में यह समय से पहले यानी दिसम्बर से पहले और मार्च के बाद तक चलता है।
शरद ऋतु का महत्व काफी ज्यादा होता हैं। इस मौसम में किसान अपने खेतों में नई फसलों की बुवाई करते हैं। पूरे भारतवर्ष में यह सबसे महत्वपूर्ण मौसम है, जो कि मकर संक्रांति के समय के साथ शुरू होता है, जो बसंत विषुवत पर समाप्त होता हैं।
हालाँकि यह शरत ऋतू का मौसम पेड़ पौधों के लिए थोडा बुरा साबित होता हैं, इस मौसम में पेड़ के पत्ते टूट कर जमीन पर गिर जाते हैं।
दिसम्बर माह से शुरू होने वाले इस मौसम में इस समय ठंडी-ठंडी हवा चलती है और इसके साथ फूलों पर भँवरे और जमीन पर चींटियाँ होती है, जो काफी सुंदर होती हैं।
शरद ऋतु पर 350 शब्दों में निबंध
प्रस्तावना
शरद ऋतु भारत के चार प्रमुख ऋतो में से एक हैं। शरद ऋतु के प्रारंभ होते ही वातावरण में काफी बदलाव आ जाता है। शरद ऋतु मैं वातावरण का तापमान बहुत कम हो जाता है, तेज गति से हवा चलती हैं इसी के साथ दिन छोटा और रात लंबी लगती है।
शरद ऋतु में सुबह का समय बहुत ही सुहाना लगता है। क्योंकि घनघोर ठंड के मौसम में सुबह की धूप की गर्मी हमारे शरीर को गर्माहट देती हैं। इसीलिए शरद ऋतु में सुबह-सुबह लोग छत पर या घर के आंगन में धूप सेकते हैं।
यह धूप शरीर के लिए बहुत ही लाभकारी होता है। इससे हमारे शरीर को विटामिन डी प्राप्त होता है, जो हमारे हड्डियों को मजबूत रखने में मदद करता है। शरद ऋतु में बाजार में अमरूद, अंगूर, आंवला, संतरा, गाजर, पपीता, चीकू जैसे कई तरह के फल आ जाते हैं।
शरद ऋतु क्यों आती है?
पृथ्वी अपनी धुरी पर सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती हैं। इसे पृथ्वी का परिभ्रमण कहा जाता है, इसके कारण ही पृथ्वी पर मौसम बदलते हैं। पृथ्वी सूर्य का एक पूरा चक्कर लगाने में 1 साल का समय लेती हैं और इस एक साल में मौसम में कई बदलाव आते हैं।
चूंकि सूर्य अपने अक्ष पर 23.5 डिग्री पर झुका हुआ है, जिसके कारण पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध और दक्षिणी गोलार्ध में सूर्य की धूप एक समान नहीं पड़ पाती है।
दिसंबर के महीने की शुरुआत होते ही पृथ्वी के दक्षिणी गोलार्ध पर सूर्य की किरणें लंबे समय तक पड़ती है और उत्तरी गोलार्ध पर सूर्य की किरण ज्यादा नहीं पडती, जिसके कारण उत्तरी गोलार्ध में दक्षिणी गोलार्ध की तुलना में रात लंबी और दिन छोटे हो जाते हैं। इसी के साथ वातावरण के तापमान में भी कमी आ जाती हैं।
सर्दियों में प्राकृतिक दृश्य
शरद ऋतु में वातावरण बहुत ही मनमोहक हो जाता है। चारों तरफ हरे भरे पेड़ पौधे देखने को मिलते हैं। संध्या के समय सूर्य ढलने के अलग-अलग रंग एक अलग ही दृश्य उत्पन्न करते हैं।
शरद ऋतु में ज्यादा ठंड होने के कारण पहाड़ी इलाकों में पहाड़ पर्वत सफेद चादर से ढक जाते हैं। चारों तरफ स्वर्ग का माहौल पैदा हो जाता है। शरद ऋतु में सुबह का समय भी हल्की गर्म धूप के कारण सुहावना लगता है।
शरद ऋतु का अपना विशेष महत्व होता है। शरद ऋतु में गाजर, मटर, धनिया, गोभी, बैंगन जैसी कई हरी-भरी साग सब्जियां आसानी से प्राप्त हो जाती हैं। इस ऋतु में संध्या के समय परिवार के साथ सभी लोग बैठकर आग तापते हैं और आग में कई तरह की सब्जियों को पका कर खाते हैं।
शरद ऋतु में सेहत की देखभाल
शरद ऋतु में ठंड बहुत ज्यादा होने के कारण हमें सेहत पर बहुत ध्यान देना पड़ता है। ठंडी चीजों का खानपान करने से बचना पड़ता है। शरद ऋतु में त्वचा रूखी हो जाती है, इसलिए त्वचा में नमी बनाए रखना पड़ता है।
शरद ऋतु में सुबह के समय व्यायाम करना बहुत ही लाभकारी होता है। इससे हमारे शरीर में ऊर्जा उत्पन्न होती है और हम कई तरह की बीमारियों से सुरक्षित रहते हैं।
शरद ऋतु में गर्म भोजन हमारे शरीर के लिए लाभकारी होता है, इसलिए शरद ऋतु में ज्यादा से ज्यादा गर्म चीजों का सेवन करना चाहिए।
निष्कर्ष
प्रकृति का हर एक मौसम सुहावना होता है। सर्दी का मौसम ठंड होने के साथ ही यह काफी उपयोगी मौसम है। शरद मौसम में सुबह का धूप काफी लाभकारी होता है, इससे हमारे शरीर को विटामिन डी प्राप्त होता है, जो हमारे हड्डियों को मजबूत रखने में मदद करता है।
शरद मौसम में वातावरण ठंडा होने के कारण हर चीज हम गरम-गरम खाते हैं और गर्म भोजन हमारे शरीर के लिए ज्यादा लाभकारी होता है।
शरद मौसम में हमारी पाचन शक्ति भी बहुत अच्छी रहती हैं, जिसके कारण हम बहुत आराम से भोजन कर पाते हैं। हालांकि शरद मौसम बहुत सुहावना होता है लेकिन उतना ही हमें अपने सेहत पर भी ध्यान रखना होता है।
शरद ऋतू पर निबंध (600 शब्द)
प्रस्तावना
साल में 4 ऋतु होती हैं, उनमें से सबसे ठंडी ऋतु शरद ऋतु होती हैं। यह ऋतु हेमंत ऋतु के बाद आती हैं। इस ऋतु का समय दिसम्बर माह माना जाता है। इस ऋतु में लोग गर्म कपड़े पहनना पसंद करते हैं। इस ऋतू में गर्म चीज़े खाना लोगों की आदत सी बन जाती हैं।
इस मौसम और ऋतू में पकोड़े के साथ चाय पीना काफी सामान्य माना जाता हैं। शरद ऋतु की शुरुआत से ठंड में निरंतर गिरावट देखी जाती हैं। इस शरद ऋतु में सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार दीवाली का होता है, जिसे हम चमक का त्योहार करते हैं।
शरद ऋतू में दिनचर्या
इस मौसम में देश के सभी हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर, जलवायु और तापमान में भी बदलाव देखने को मिलता है, जो कि काफी सुखद अहसास देती है। इस मौसम में सभी लोग गर्म कपड़े पहनते हैं और गर्म खाना खाते हैं।
इस ऋतु में लोग सुबह देर से उठने का प्रयास करते हैं और शाम को देरी से सोते हैं। लोग इस ऋतु में मौसम का आनंद लेने कुल्लू और मनाली जैसे स्थानों पर जाते हैं और वहां के मौसम का और वहां की हसीन वादियों का आनंद लेते है।
सर्दियों के दौरान प्राकृतिक दृश्य
शरद ऋतु के इस मौसम में पहाड़ी क्षेत्र बहुत ही सुन्दर दिखने लगते हैं, पहाड़ों पर जमी बर्फ भी काफी सुन्दर और मनमोहक होती हैं और यह प्राकृतिक दृश्य की तरह बहुत ही सुन्दर दिखाई देते है।
इस मौसम में सुबह जब सूर्य उदय होता है तो उस समय का वातावरण काफी सुहावना होता है। सर्दियों में सुबह का मौसम शुद्ध होता है और सर्दियों के मौसम में सुबह के समय लोग धूप में घूमना भी पसंद करते हैं।
हरी सब्जियां, फूल व फल
सर्दी के मौसम का अपना एक विशेष महत्त्व हैं। इस ऋतु के शुभारंभ में ही गेहूं जैसी फसलों को बोया जाता है। शरद ऋतु में सब्जियां बहुत ही ज्यादा होती है, इस ऋतु में सब्जियों की भरमार पैदावार होती हैं।
शरद ऋतु के मौसम में कई स्वास्थ्यवर्धक सब्जियां जैसे मेथी, गाजर, मटर, बैंगन, गोभी, धनिया, मूली इत्यादि जैसी कई हरी सब्जियों इस ऋतु में आसानी से प्राप्त होती हैं। शरद ऋतु के अलग अलग रंग के फूलो की पैदावार भी होती हैं और वातावरण भी काफी खुशबूदार होता है।
शरद ऋतु में आने वाले त्योहार
शरद ऋतु जिस तरह से ठंड के लिए प्रसिद्ध है, उसी तरह से यह हमारी संस्कृति के लिए भी प्रसिद्ध है। इस ऋतु में कई त्योहार आते हैं, जिसे हम कागी धुम धाम से मनाते हैं।
शरद ऋतु की विशेषता
अगर हम सर्दी के मौसम की तुलना अन्य मौसम से करें तो इसमें काफी बदलाव हमें देखने को मिलते हैं। इस मौसम में राते लम्बी और दिन छोटे होते हैं।
रात में भयंकर ठंड और दिन में हल्की-हल्की ठंडी होती हैं। इस मौसम में उत्तर भारत के कई हिस्सों में बर्फ गिरना आम बात हैं, वहीं इस मौसम में तेजी ठंडी हवाएं भी चलती हैं।
शरद ऋतु में सुबह के समय घना कोहरा और दिन में हल्की हल्की धुंध गिरना भी इस मौसम की मुख्य विशेषता हैं। शरद ऋतु का तापमान भी काफी निचले स्तर तक आ जाता है, वहीं भारत के कई हिस्सों में तो यह तापमान माइनस तक चला जाता है।
निष्कर्ष
शरद ऋतु की शुरुआत नवम्बर के महीने से मानी जाती हैं। इस मौसम में प्रकृति अपनी भी सुंदरता दिखाती हैं, जो कि मुख्य रूप में उत्तर भारत के हिस्सों में देखने को मिलती है। साल के सबसे ठंडा दिन इसी ऋतु में होता है।
अंतिम शब्द
हमें उम्मीद है कि इस लेख शरद ऋतु पर निबंध के जरिए आपको शरद मौसम के बारे में बहुत कुछ जाने को मिला होगा। यदि यह लेख आपको पसंद आया हो तो इसे अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए अन्य लोगों के साथ भी जरूर शेयर करें।
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