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पठ् धातु के पांचो लकार

यहां पर पठ् धातु के पांचो लकार विस्तार से बता रहे हैं। धातु रूप संस्कृत में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। पठ् धातु शब्द भवदिगण्य धातु है। अत: पठ् धातु के धातु रूप की भाँति पथ जैसी समस्त भवदिगणी धातुओं के धातु रूप भी इसी प्रकार बनाए जाते हैं।

पठ् धातु का अर्थ

पठ् का अर्थ है पढ़ना, पढ़ना।

पठ धातु रूप इन संस्कृत (Path Dhatu Roop in Sanskrit)

पठ धातु के पांचो लकार संस्कृत में (Path Dhatu Roop in Sanskrit All Lakar) निम्न प्रकार है:

पठ धातु लट् लकार (वर्तमान काल) (Path Dhatu Lat Lakar)

वर्तमान काल को व्यक्त करने के लिए लट् लकार का प्रयोग किया जाता है। पठ धातु लट् लकार के रूप निम्न प्रकार से है:

पुरुषएकवचनद्विवचनवहुवचन
प्रथम पुरुषपठतिपठत:पठन्ति
मध्यम पुरुषपठसिपठथःपठथ
उत्तम पुरुषपठामिपठावःपठामः

उदाहरण के लिए

तुम पढ़ते हो
त्वं पठसि

मैं पढ़ता हूँ
अहं पठामि

वे सब पढ़ते हैं
ते पठन्ति

path dhatu lat lakar
path dhatu lat lakar

पठ धातु लृट् लकार

भविष्‍य काल की घटनाओं को व्यक्त करने के लिए लृट् लकार का प्रयोग किया जाता है। पठ धातु लृट् लकार के रूप निम्न है:

पुरुषएकवचनद्विवचनवहुवचन
प्रथम पुरुषपठिष्यतिपठिष्यतःपठिष्यन्ति
मध्यम पुरुषपठिष्यसिपठिष्यथःपठिष्यथ
उत्तम पुरुषपठिष्यामिपठिष्यावःपठिष्यामः

उदाहरण के लिए

वह पढ़ेगा
सः पठिष्यति

पठ धातु विधिलिङ् लकार

अर्थ में विधिलिङ् लकार का प्रयोग किया जाता है। पठ धातु विधिलिङ् लकार के रूप में निम्न है:

पुरुषएकवचनद्विवचनवहुवचन
प्रथम पुरुषपठेत्पठेताम्पठेयुः
मध्यम पुरुषपठेःपठेतम्पठेत
उत्तम पुरुषपठेयम्पठेवपठेम

उदाहरण के लिए

तुम्हें पढ़ना चाहिये
त्वं पठेः

मुझे पढ़ना चाहिये
अहं पठेयम्

पठ धातु लङ् लकार (भूतकाल) (Path Dhatu Lang Lakar)

भूतकाल को व्यक्त करने के लिए लङ् लकार का प्रयोग किया जाता है। पठ धातु के लङ् लकार रूप निम्न है:

पुरुषएकवचनद्विवचनवहुवचन
प्रथम पुरुषअपठत्अपठातम्अपठन्
मध्यम पुरुषअपठःअपठतम्अपठत
उत्तम पुरुषअपठम्अपठावअपठाम

उदाहरण के लिए

तुमने पढ़ा
त्वम् अपठः

मैंने पढ़ा
अहम् अपठम्

पठ धातु रूप लोट् लकार (अनुज्ञावाचक)

आज्ञा देने के भाव में लोट् लकार का प्रयोग किया जाता है। पठ धातु लोट् लकार के रूप निम्न है:

पुरुषएकवचनद्विवचनवहुवचन
प्रथम पुरुषपठतुपठताम्पठन्तु
मध्यम पुरुषपठपठतम्पठत
उत्तम पुरुषपठानिपठावपठाम

उदाहरण के लिए

तुम पढ़ो
त्वं पठ

मैं पढ़ूँ
अहं पठानि

हमने यहाँ पर पठ् धातु के पांचो लकार (Dhatu Roop 5 Lakar Mein) के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की है। उम्मीद करते हैं आपको यह जानकारी पसंद आई होगी, इसे आगे शेयर जरूर करें।

यह भी पढ़े

संस्कृत शब्द रूपसंस्कृत वर्णमालासमास प्रकरण
संस्कृत में कारक प्रकरणलकारप्रत्यय प्रकरण
संस्कृत विलोम शब्दसंस्कृत में संधिउपसर्ग प्रकरण
संस्कृत धातु रुपहिंदी से संस्कृत में अनुवाद
Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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