गुस्सा पीना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग (Gussa peena Muhavara ka arth)
गुस्सा पीना मुहावरे का अर्थ – क्रोध को रोकना, गुस्सा आने पर भी चुप रह जाना, गुस्सा व्यक्त न करना, क्रोध को दबा लेना।
Gussa peena Muhavara ka arth – krodh ko rokana, gussa aane par bhee chup rah jaana, gussa vyakt na karana, krodh ko daba lena.
दिए गए मुहावरे का हिंदी में वाक्य प्रयोग
वाक्य प्रयोग: बच्चों की नादानियां को देखकर अक्सर माता-पिता अपने गुस्से को पी जाते हैं।
वाक्य प्रयोग: कक्षा में आज सारे बच्चे काफी हल्ला कर रहे थे लेकिन फिर भी शिक्षक ने किसी को भी नहीं डांटा शिक्षक ने अपने गुस्से को पी लिया।
वाक्य प्रयोग: मोहन ने सोहन का आज कक्षा में काफी अपमानित किया लेकिन फिर भी सोहन अपना गुस्सा पी लिया और मोहन को कुछ भी नहीं किया।
वाक्य प्रयोग: आज सोहन के बड़े कर्मचारी ने सोहन को काफी डांट लगाई लेकिन फिर भी सोहन को अपना गुस्सा पीकर सभी काम को सही करके देना पड़ा।
यहां हमने “गुस्सा पीना” जैसे बहुचर्चित मुहावरे का अर्थ और उसके वाक्य प्रयोग को समझा। गुस्सा पीना मुहावरे का अर्थ होता है कि अत्यधिक क्रोध आने पर भी अपने गुस्से को व्यक्त ना करना, क्रोध को दबा लेना। जिसका सबसे अच्छा उदाहरण सभी बच्चों के माता-पिता हैं अक्सर बच्चे काफी सारी गलतियां करते हैं काफी शरारत करते हैं फिर भी उनके माता-पिता जल्दी अपने बच्चों पर गुस्सा नहीं होते और अपने सारे गुस्से को वह खुद ही पी जाते हैं। चुकी यह मुहावरा है और मुहावरा और असामान्य अर्थ प्रकट करता है इसीलिए यहां इस मुहावरे का अर्थ दोहरा लाभ प्राप्त करने से हैं।
मुहावरे परीक्षाओं में मुख्य विषय के रूप में पूछे जाते हैं। एक शब्द के कई मुहावरे हो सकते हैं।यह जरूरी नहीं कि परीक्षा में यहाँ पहले दिये गए मुहावरे ही पूछा जाए। परीक्षा में सभी किसी का भी मुहावरे पूछा जा सकता है।
मुहावरे का अपना एक भाग है प्रत्येक पाठ्यक्रम में, छोटी और बड़ी कक्षाओं में मुहावरे पढ़ाया जाता है, कंठस्थ किया जाता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में यह एक मुख्य विषय के रूप में पूछा जाता है और महत्व दिया जाता है।
परीक्षा के दृष्टिकोण से मुहावरे बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में मुहावरे का अपना-अपना भाग होता है। चाहे वह पेपर हिंदी में हो या अंग्रेजी में यहां तक कि संस्कृत में भी मुहावरे पूछे जाते हैं।
मुहावरे कोई बहुत कठिन विषय नहीं है। यदि इसे ध्यान से समझा जाए तो याद करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। इसे समझ समझ कर ही लिखा जा सकता है।
अन्य महत्वपूर्ण मुहावरे और उनका वाक्य प्रयोग
अपने पाँव पर आप कुल्हाड़ी मारना | अक्ल पर पत्थर पड़ना |
आपे से बाहर होना | अक्ल चरने जाना |
आसमान सिर पर उठाना | आड़े हाथों लेना |
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