एक तो चोरी दूसरे सीना-जोरी मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग (Ek to choree doosare seena-joree Muhavara ka arth)
एक तो चोरी दूसरे सीना-जोरी मुहावरे का अर्थ – कोई अपराध करके अपराध न मानना और उल्टे रौब गाँठना, काम बिगाड़ने पर दूसरों को क्रोध दिखाना, अपराध करके अकड़ना।
Ek to choree doosare seena-joree Muhavara ka arth – koee aparaadh karake aparaadh na maanana aur ulte raub gaanthana, kaam bigaadane par doosaron ko krodh dikhaana, aparaadh karake akadana.
दिए गए मुहावरे का हिंदी में वाक्य प्रयोग
वाक्य प्रयोग: सोहन तो पहले परीक्षा में नकल कर रहा था और जब उसके शिक्षक ने उसे पकड़ा तो वह जोर-जोर से चिल्लाने लगा ऐसी परिस्थिति में ही कहा जाता है एक तो चोरी दूसरा सीना-जोरी।
वाक्य प्रयोग: सीता ने एक घड़ी चुरा ली और उसे आंख दिखाने पर वह दूसरे पर झूठा आरोप लगाने लगे इसे कहते एक तो चोरी दूसरा सीना-जोरी।
वाक्य प्रयोग: सुरेश एक तो पहले से देर से स्कूल पहुंचा और जब उसके शिक्षक ने उससे पूछा तो वे उससे बहस करने लगा इसे कहते हैं एक तो चोरी दूसरे सीना-जोरी।
वाक्य प्रयोग: एक छोटी सी गलती होने पर रमेश ने अपने छोटे भाई को एक थप्पड़ मार दिया और जब उसकी मां ने उसे डांटा तो वह अपनी गलती भी नहीं मान रहा था इसे कहते हैं एक तो चोरी दूसरा सीना-जोरी।
यहां हमने “एक तो चोरी दूसरे सीना-जोरी” जैसे बहुचर्चित मुहावरे का अर्थ और उसके वाक्य प्रयोग को समझा। एक तो चोरी दूसरे सीना-जोरी मुहावरे का अर्थ होता है कि कोई भी व्यक्ति अपने किए हुए अपराध को नहीं मानता है और उल्टा रौब जमाता है या फिर काम बिगाड़ने पर भी वह अपने आपको दोष ना देकर दूसरे पर अपना क्रोध निकालता है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण हम सरकारी दफ्तरों में देख सकते हैं कि सरकारी दफ्तरों में बैठे हुए कर्मचारी एक तो सही से कार्य नहीं करते हैं और जब उनसे किसी कार्य को लेकर कुछ कहो तो वह उल्टा रौब जमाने लगते हैं और काम भी पूरा नहीं करते। चुकी यह मुहावरा है और मुहावरा और असामान्य अर्थ प्रकट करता है इसीलिए यहां इस मुहावरे का अर्थ दोहरा लाभ प्राप्त करने से हैं।
मुहावरे परीक्षाओं में मुख्य विषय के रूप में पूछे जाते हैं। एक शब्द के कई मुहावरे हो सकते हैं।यह जरूरी नहीं कि परीक्षा में यहाँ पहले दिये गए मुहावरे ही पूछा जाए। परीक्षा में सभी किसी का भी मुहावरे पूछा जा सकता है।
मुहावरे का अपना एक भाग है प्रत्येक पाठ्यक्रम में, छोटी और बड़ी कक्षाओं में मुहावरे पढ़ाया जाता है, कंठस्थ किया जाता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में यह एक मुख्य विषय के रूप में पूछा जाता है और महत्व दिया जाता है।
परीक्षा के दृष्टिकोण से मुहावरे बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में मुहावरे का अपना-अपना भाग होता है। चाहे वह पेपर हिंदी में हो या अंग्रेजी में यहां तक कि संस्कृत में भी मुहावरे पूछे जाते हैं।
मुहावरे कोई बहुत कठिन विषय नहीं है। यदि इसे ध्यान से समझा जाए तो याद करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। इसे समझ समझ कर ही लिखा जा सकता है।
अन्य महत्वपूर्ण मुहावरे और उनका वाक्य प्रयोग
अपना घर समझना | करारा जवाब देना |
आड़े हाथों लेना | अपने पाँव पर आप कुल्हाड़ी मारना |
आपे से बाहर होना | आसमान सिर पर उठाना |
1000+ हिंदी मुहावरों के अर्थ और वाक्य प्रयोग का विशाल संग्रह