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अरहर की टट्टिया, गुजराती ताला मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

अरहर की टट्टिया, गुजराती ताला मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग ( Arahar kee tattiya, gujaraatee taala Muhavara ka arth)

अरहर की टट्टिया, गुजराती ताला मुहावरे का अर्थ – मामूली वस्तु की रक्षा के लिए इतना बड़ा इन्तज़ाम, छोटी वस्तु की सुरक्षा में अधिक व्यय, बेमेल प्रंबंध, सामान्य चीजों की सुरक्षा में अत्यधिक खर्च करना, सामान्य बस्तु की असामान्य सुरक्षा,चारों और से कमजोर होने पर भी एक जगह सुरक्षा का विशेष उपाय करना।

Arahar kee tattiya, gujaraatee taala Muhavara ka arth – maamoolee vastu kee raksha ke lie itana bada intazaam, chhotee vastu kee suraksha mein adhik vyay, bemel prambandh, saamaany cheejon kee suraksha mein atyadhik kharch karana, saamaany bastu kee asaamaany suraksha,chaaron aur se kamajor hone par bhee ek jagah suraksha ka vishesh upaay karana.

दिए गए मुहावरे का हिंदी में वाक्य प्रयोग

वाक्य प्रयोग: सोहन का घर तो बहुत छोटा है लेकिन वह उसमें इतने सारे ताली लगाता है जैसे लगता है कि उसका घर कोई बैंक हो इसे ही कहा जाता है अरहर की तिथियां गुजराती ताला।

वाक्य प्रयोग: सोहन के घर में मामूली वस्तु है लेकिन मैं उसकी रक्षा के लिए बहुत बड़ा इंतजाम करता है ऐसी परिस्थिति में ही कहा जाता है कि अरहर की तिथियां गुजराती ताला।

वाक्य प्रयोग: मोहन ज्यादा अमीर नहीं है लेकिन फिर भी वह अपने घर के सुरक्षा पर सबसे अधिक व्यय करता है ऐसी परिस्थिति में ही कहा जाता है कि अरहर की तिथियां गुजराती ताला अर्थात कीमती वस्तु ना होने के बावजूद भी उसके सुरक्षा में अधिक खर्च करना।

वाक्य प्रयोग: सोहन एक मामूली कर्मचारी है लेकिन वह अपने आपको ऐसा दिखाता है जैसे लगता है कि वह एक बड़ा अफसर और वह अपने ऊपर बहुत ज्यादा खर्चा करता है इसे ही कहा जाता है कि अरहर की तिथियां और गुजराती ताला अर्थात सोहन है तो एक मामूली कर्मचारी लेकिन वह अपने आप को एक बड़ा अवसर दिखाने के लिए उस पर अपने आय का सबसे ज्यादा रुपया खर्च करता है।

यहां हमने “अरहर की टट्टिया, गुजराती ताला” जैसे बहुचर्चित मुहावरे का अर्थ और उसके वाक्य प्रयोग को समझा। अरहर की टटिया गुजराती ताला मुहावरे का अर्थ होता है कि सामान्य से चीजों की सुरक्षा में अधिक खर्चा करना अर्थात सामान्य वस्तु की और सामान्य सुरक्षा करना चारों ओर से कमजोर होने पर भी एक जगह सुरक्षा का विशेष उपाय करना हर कोई अपने वस्तुओं का रक्षा करता है। उसके लिए इंतजाम करता है लेकिन कुछ लोग अपनी छोटी से छोटी वस्तुओं का भी रक्षा करने के लिए इतना अधिक खर्चा कर देता है कि ऐसी परिस्थिति में उसे कहा जाता है कि अरहर की तिथियां गुजराती ताला। चुकी यह मुहावरा है और मुहावरा और असामान्य अर्थ प्रकट करता है इसीलिए यहां इस मुहावरे का अर्थ दोहरा लाभ प्राप्त करने से हैं।

मुहावरे परीक्षाओं में मुख्य विषय के रूप में पूछे जाते हैं। एक शब्द के कई मुहावरे हो सकते हैं।यह जरूरी नहीं कि परीक्षा में यहाँ पहले दिये गए मुहावरे ही पूछा जाए। परीक्षा में सभी किसी का भी मुहावरे पूछा जा सकता है।

मुहावरे का अपना एक भाग है प्रत्येक पाठ्यक्रम में, छोटी और बड़ी कक्षाओं में मुहावरे पढ़ाया जाता है, कंठस्थ किया जाता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में यह एक मुख्य विषय के रूप में पूछा जाता है और महत्व दिया जाता है।

परीक्षा के दृष्टिकोण से मुहावरे बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में मुहावरे का अपना-अपना भाग होता है। चाहे वह पेपर हिंदी में हो या अंग्रेजी में यहां तक कि संस्कृत में भी मुहावरे पूछे जाते हैं।

मुहावरे कोई बहुत कठिन विषय नहीं है। यदि इसे ध्यान से समझा जाए तो याद करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। इसे समझ समझ कर ही लिखा जा सकता है।

अन्य महत्वपूर्ण मुहावरे और उनका वाक्य प्रयोग

आपे से बाहर होना उड़ती चिड़िया के पंख गिनना
बड़ी बात होनाअपना घर समझना
आसमान सिर पर उठानाअक्ल चरने जाना

1000+ हिंदी मुहावरों के अर्थ और वाक्य प्रयोग का विशाल संग्रह 

Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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