युवन् शब्द के रूप | Yuvan Shabd Roop in Sanskrit
युवन् शब्द के रूप (Yuvan Shabd Roop in Sanskrit): युवन् एक नकारांत पुंल्लिंग शब्द होता है और इसका भी शब्द रूप सभी नकारांत पुल्लिंग शब्दों के शब्द रूप सामान बनता है। जैसे – पथिन्, गुणिन्, व्रत्रहन्, स्थायिन्, मघवन्, लघिमन्, युवन्, स्वामिन्, आत्मघातिन्, अर्थिन्, एकाकिन्, कञ्चुकिन्, ज्ञानिन्, करिन्, कुटुम्बिन्, कुशलिन्, चक्रवर्तिन्, तपस्विन्, दूरदर्शिन्, द्वेषिन्, धनिन्, पक्षिन्, बलिन्, मन्त्रिन्, मनोहारिन्, मनीषिन्, मेधाविन्, रोगिन्, वैरिन् आदि।
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | युवा | युवानौ | युवानः |
द्वितीया | युवानम् | युवानौ | यूनः |
तृतीया | यूना | युवभ्याम् | युवभिः |
चतुर्थी | यूने | युवभ्याम् | युवभ्यः |
पंचमी | यूनः | युवभ्याम् | युवभ्यः |
षष्ठी | यूनः | यूनोः | यूनाम् |
सप्तमी | यूनि | यूनोः | युवसु |
सम्बोधन | हे युवन् ! | हे युवानौ ! | हे युवानः ! |
संस्कृत व्याकरण में शब्द रूपों का बहुत महत्व दिया जाता है। और धातु रूप भी बहुत महत्वपूर्ण होते है।
संस्कृत के अन्य महत्वपूर्ण शब्द रूप
संस्कृत व्याकरण
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