उल्टी माला फेरना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग (ulti mala ferna Muhavara ka arth)
उल्टी माला फेरना मुहावरे का अर्थ – किसी के अमंगल की कामना करना, किसी का अहित करना, अनिष्ट की कामना करना होना होता है, बुराई या अनिष्ट चाहना।
ulti mala ferna Muhavara ka arth – kisi ke amangal key kamana karana, kisi ka ahit karana, anisht key kamana karana hona hota hai, burai ya anisht chahnaa.
दिए गए मुहावरे का हिंदी में वाक्य प्रयोग
वाक्य प्रयोग: सोहन जब बहुत तरक्की करने लगा तो उसके पड़ोसी उसके उन्नति को देख कर जलने लगे और उसके नाम की उल्टी माला फेरने लगे।
वाक्य प्रयोग: जगमोहन की गलती होने के बावजूद भी सुरेश ने केवल सबके सामने उसे दो मुक्का मारा तो वह उसके नाम की उल्टी माला फेरने लगा।
वाक्य प्रयोग: मोहन को जब सोहन के साथ व्यापार करने का साझा करने का प्रस्ताव मिला तो वह इनकार कर दिया क्योंकि सोहन हमेशा मोहन के विरुद्ध उल्टी माला फिरता रहता है।
वाक्य प्रयोग: सोहन की बेटी के लिए जब अच्छा रिश्ता आया तो उसके पड़ोसी उसके लिए उल्टी माला फेरने लगे।
यहां हमने “उल्टी माला फेरना” जैसे बहुचर्चित मुहावरे का अर्थ और उसके वाक्य प्रयोग को समझा। उल्टी माला फेरना मुहावरे का अर्थ होता है किसी के लिए मंगल की कामना करना किसी का अहित सोचना अनिष्ट की कामना करना या फिर किसी की बुराई करना अक्सर लोग दूसरों की तरक्की को देखकर उसका मंगल की कामना करने लगते हैं वह अपनी तरक्की के बारे में ना सोच कर दूसरों की तरक्की क्यों हो रही है कैसे हो रही है इन सारी बातों में ध्यान देते हैं तो ऐसी परिस्थिति में कहा जाता है उल्टी माला फेरना। चुकी यह मुहावरा है और मुहावरा और असामान्य अर्थ प्रकट करता है इसीलिए यहां इस मुहावरे का अर्थ दोहरा लाभ प्राप्त करने से हैं।
मुहावरे परीक्षाओं में मुख्य विषय के रूप में पूछे जाते हैं। एक शब्द के कई मुहावरे हो सकते हैं।यह जरूरी नहीं कि परीक्षा में यहाँ पहले दिये गए मुहावरे ही पूछा जाए। परीक्षा में सभी किसी का भी मुहावरे पूछा जा सकता है।
मुहावरे का अपना एक भाग है प्रत्येक पाठ्यक्रम में, छोटी और बड़ी कक्षाओं में मुहावरे पढ़ाया जाता है, कंठस्थ किया जाता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में यह एक मुख्य विषय के रूप में पूछा जाता है और महत्व दिया जाता है।
परीक्षा के दृष्टिकोण से मुहावरे बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में मुहावरे का अपना-अपना भाग होता है। चाहे वह पेपर हिंदी में हो या अंग्रेजी में यहां तक कि संस्कृत में भी मुहावरे पूछे जाते हैं।
मुहावरे कोई बहुत कठिन विषय नहीं है। यदि इसे ध्यान से समझा जाए तो याद करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। इसे समझ समझ कर ही लिखा जा सकता है।
अन्य महत्वपूर्ण मुहावरे और उनका वाक्य प्रयोग
चाँद पर थूकना | चार चाँद लगाना |
आड़े हाथों लेना | अपने पाँव पर आप कुल्हाड़ी मारना |
आपे से बाहर होना | आसमान सिर पर उठाना |
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