Home > Speech > आतंकवाद पर भाषण

आतंकवाद पर भाषण

Speech on Terrorism in Hindi: आतंकवाद एक ऐसी समस्या है, जो भारत में दिन प्रतिदिन बढ़ती हुई नजर आ रही है। आतंकवाद की वजह से भारत देश खोखला बनता जा रहा है। ऐसे में आतंकवाद दीमक की तरह भारत को निकल रहा है। आतंकवादी गहरी समस्या है, जिस पर लोगों को बात करनी बहुत ही आवश्यक है क्योंकि यह एक सामाजिक किस्सा बन चुका है।

यह समस्या इतनी गंभीर हो चुकी है कि हमारे देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी महामारी की तरह फैल चुकी है। अगर आप स्कूल या कॉलेज में आतंकवाद पर भाषण देना चाहते हैं और लोगों को जागरूक करना चाहते हैं, तो हमारा आर्टिकल आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

Speech-on-Terrorism-in-Hindi
Image : Speech on Terrorism in Hindi

आतंकवाद पर भाषण | Speech on Terrorism in Hindi

आतंकवाद पर भाषण (500 शब्द)

आदरणीय प्रधानाचार्य जी, प्रधानाचार्य जी, शिक्षक गण और मेरे प्यारे सहपाठियों। आज इस पावन अवसर पर मैं आप सभी का स्वागत करता हूं। इसी के साथ मैं अपने विचारों को आपके साथ साझा करना चाहता हूं।

आज मैं आप सभी के साथ एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय पर बात करने जा रहा हूं, जिसका नाम है आतंकवाद। यह एक ऐसी समस्या है, जिसकी वजह से सभी को जागरूक होना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि यह पूरे देश को बहुत ही ज्यादा प्रभावित कर रहा है।

आप जानते ही होंगे आतंकवाद की वजह से पूरे विश्व में तबाही मची हुई है। कई लोगों की मूल्य जिंदगियां छिन जाती हैं, केवल आतंकवाद की वजह से और ना जाने कितने ही बहादुर सैनिक और अन्य निर्दोष अक्सर इस आतंकवाद की चपेट में आ जाते हैं और शहीद हो जाते हैं।

इसी के साथ अर्थव्यवस्था को बहुत ही बड़ी हानि पहुंचती है। सबसे बड़ी बात यह है, कि आतंकवाद आम लोगों के दिलों में डर पैदा कर रहा है, जिसकी वजह से लोग घर से बाहर निकलने में भी डरते हैं और उनका जीवन जैसे मानो ठहर सा गया है।

अगर हम भूतकाल में जाकर देखें तो मुंबई आतंकवादी हमला पुलवामा अटैक जिसको कोई भी व्यक्ति पूरी जिंदगी नहीं भुला सकता है। उस अटैक में ना जाने कितने ही निर्दोष लोगों की जान गई और उनके घर तक उजड़ गए थे। आतंकवाद केवल भारत में नहीं अपितु पूरे विश्व में फैलता जा रहा है, चाहे वह पाकिस्तान बम हमले से लेकर मुंबई के ताज होटल पर आतंकवादी हमले या अमेरिका में बमबारी से लेकर ट्विन टावर पर हमले तक आतंकवादी संगठनों के द्वारा, ना जाने कितने ही आतंकवादी हमले होते ही रहते हैं।

आतंकवाद का अपना कोई भी कानून नहीं होता है। पहले तो यह केवल सरकार पर दबाव बनाते हैं इसके बाद अपने गैर कानूनी जरूरतों को पूरा कराने के लिए डराते हैं। इसके बाद जगह-जगह पर बम फेंकते हैं और आतंक मचाते हैं, जिसकी वजह से आम जनता में डर फैल जाता है और सरकार को मजबूर होकर उनकी मांगों को पूरा करना ही पड़ता है।

क्या आपको पता है यह आतंकवाद जन्म कैसे और क्यों लेता है? आतंकवादी बहुत ही साधारण लोग होते हैं, परंतु दूसरों के द्वारा अगर इनके साथ कुछ गलत घटित हो जाता है या फिर प्राकृतिक आपदाओं की वजह से यह अपने खास लोगों को खो देते हैं, तो वह अपने दिमाग का नियंत्रण खो देते हैं, जिसकी वजह से वह अपनी इच्छाओं को सही तरीके से पूरा नहीं करते हैं।

बल्कि गलत का सहारा लेते हैं और फिर समाज में इसका गलत प्रभाव पड़ता है। जिसकी वजह से आतंकवादी समूह का निर्माण होता है, जो समाज और मानव समुदाय से लड़ता है, अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए आतंकवाद की वजह से देश के युवाओं का विकास और वृद्धि बहुत ही अधिक प्रभावित होता है। आतंकवाद और अंग्रेजों की तरह ही शासन कर रहा है।

अगर हम आतंकवाद पर बात करें तो, हमारा भाषण कभी भी खत्म नहीं होगा। बस हमें इतना ही ध्यान रखना होगा कि हम अपने आसपास लोगों को सहानुभूति दें लोगों की सहायता करें। उन्हें आतंकवादी बनने से रोके अब मैं यही पर अपनी वाणी को यहीं विराम देता हूं।

धन्यवाद!

Read Also : बेरोजगारी पर भाषण

आतंकवाद पर भाषण ( 500 शब्द)

माननीय अतिथि गण और आप सभी साथियों को मेरा प्यार भरा नमस्कार। आज मैं आपके सामने आतंकवाद पर भाषण प्रस्तुत करने जा रहा हूं।आशा है आप मेरा सहयोग करेंगे और ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करेंगे।

आतंकवाद हमारे देश की सबसे बड़ी समस्या है, जिसकी वजह से एक मनुष्य दूसरे मनुष्य की जान लेने के लिए हमेशा तैयार रहता है। आतंकवाद की वजह से भारत देश ही नहीं बल्कि पूरा विश्व विनाश की तरफ बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। आतंकवाद की वजह से जनजीवन और सार्वजनिक और सामाजिक सभी तरह की चीजों पर बहुत ही ज्यादा हानि पहुंचती है, और लोगों में डर उत्पन्न होता रहता है।

इसमें आतंकवाद का डर लोगों के मन में इतना ज्यादा बढ़ गया है जिसकी वजह से कोई भी व्यक्ति खुद को कहीं पर भी सुरक्षित महसूस नहीं करता है। हमेशा उसे यह डर लगा रहता है कि कहीं पर भी उसके ऊपर आतंकवाद का हमला हो सकता है, जिसकी वजह से उसकी जान भी जा सकती है।

आतंकवादी हम जैसे ही साधारण लोग बनते हैं और लोगों को बढ़ावा भी देते हैं धर्म या जाति के नाम पर बहला-फुसलाकर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दिया जाता है और लोगों को आतंकवाद बनाया जाता है।

इसके बावजूद वह इतनी ज्यादा बहक जाते हैं जिसकी वजह से वह आत्महत्या विस्फोट बम बनने के लिए भी तैयार तक हो जाते हैं। गरीबी और बेरोजगारी दो ऐसी समस्या है जिसकी वजह से आतंकवाद निरंतर बढ़ता ही जा रहा है क्योंकि आतंकवादी संगठन उन्हें पैसों का लालच देखें और उनके परिवार का पालन पोषण करने के लिए उनको सहानुभूति देते हैं और उनसे आतंकवादी हमले करवाते हैं।

आतंकवादी हमले ज्यादातर भीड़भाड़ वाले इलाकों में होते हैं क्योंकि वहां पर ज्यादा से ज्यादा लोगों को नुकसान पहुंचाया जा सकता है, जैसे कि लोग मेले, प्रयोजनों या अन्य किसी भी भीड़ भाड़ वाली जगह पर जाते हैं, वहां पर आतंकवादी हमले होते हैं।

परंतु अब लोग ऐसी जगह पर जाने से डरने लगे हैं क्योंकि उनमें आतंकवाद का डर बहुत ही अधिक बढ़ गया है। आतंकवाद की वजह से लोगों के जीवन की शांति तक खत्म हो गई है इसी के साथ देश सामाजिक राजनीतिक और आर्थिक रुप से कमजोर होता जा रहा है।

हम जानते हैं आतंकवाद को खत्म करना नामुमकिन है परंतु इसके लिए हमें निरंतर प्रयास करना चाहिए, जैसे कि 2016 में नोटबंदी हुई जिसकी वजह से आतंकवाद पर करारा प्रहार किया गया था। ऐसे ही आतंकवादी गतिविधियों पर नियंत्रण रखना होगा और उन्हें निरंतर खत्म करने का प्रयास करना होगा। इसके लिए आपसे सहयोग बहुत ही आवश्यक है। इसी के साथ लोगों को जागरूक करना भी आवश्यक है।

इसी के साथ में अपनी वाणी को विराम देता हूं और देश के सभी नागरिक को जिम्मेवार बनने के लिए प्रेरित करता हूं। हमें लोगों को हमेशा आतंकवादी गतिविधियों के प्रति जागरूक करते रहना चाहिए।

धन्यवाद!

निष्कर्ष

इस आर्टिकल के जरिए हमने आपको आतंकवाद पर भाषण (Speech on Terrorism in Hindi) के बारे में भाषण बताया है, जो आपके स्कूल कॉलेज के लिए सहायता करेगा। अगर आप लोगों को जागरूक करना चाहते हैं, तो उन्हें आतंकवाद के खिलाफ ज्यादा से ज्यादा जागरूक करें और अपने दोस्तों के साथ ज्यादा से ज्यादा इस आर्टिकल को शेयर करें।

Read Also :

बच्चों की तस्करी पर भाषण

अनुशासन पर भाषण

समय के महत्व पर भाषण

मानवाधिकार दिवस पर भाषण

Ripal
Ripal

Related Posts

Leave a Comment