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स्वच्छ भारत अभियान पर भाषण

Speech on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi: स्वच्छता का महत्व हमारे जीवन में जरुरी है। हमारे देश के बारे में लोगों की समग्र वैश्विक धारणा को बदलने के लिए भारत सरकार ने स्वच्छ भारत का अभियान शुरू किया है।

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Image : Speech on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

हम इस आर्टिकल में आपको स्वच्छ भारत अभियान पर भाषण ( Speech on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi) के बारे में बेहद सरल भाषा में माहिति प्रदान करेंगे। यह भाषण हर कक्षा के विद्यार्थियों के लिए मददगार साबित होगा।

स्वच्छ भारत अभियान पर भाषण | Speech on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi

स्वच्छ भारत अभियान पर भाषण (500 शब्द)

आदरणीय प्रधानाचार्य तथा सभी अतिथि गण और विश्व विद्यालय के समस्त अध्यापक गण और विद्यार्थियों को मेरा नमस्कार।

स्वच्छता एक ऐसा विषय है, जिस पर अधिकतर लोगों को मालूम है। जब से हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी के द्वारा चलाए गए स्वच्छ भारत अभियान के मिशन को इस देश में चलाया गया, तबसे पूरे भारत के व्यक्तियों को स्वच्छ भारत तथा उसके विषय में जानकारी हुई है अर्थात लोग स्वच्छता की ओर जागरूक हुए हैं।

श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी के द्वारा यह मिशन 2014 में चलाया गया था, जिसका लक्ष्य 2019 रखा गया था। 2019 इसलिए क्योंकि गांधी जी की 150वीं जयंती थी, इसलिए उनकी श्रद्धांजलि के लिए स्वच्छ भारत स्वच्छ अभियान के इस मिशन का लक्ष्य 2019 रखा गया कि गांधीजी हमेशा से भारत को स्वच्छता और आशावादी बनाना चाहते थे।

लेकिन उनकी सांसे बीच में अटक जाने के कारण उनके सपने अधूरे रह गए। उनकी यादों में तथा अपने भविष्य अपने बच्चों के तथा मानव समाज के सुरक्षा के लिए हमें स्वच्छता अपनाना चाहिए।

2014 से 2019 के बीच भारत में 80 फ़ीसदी जनसंख्या शौच मुक्त हुई है तथा 8364500 शौचालय पूरे भारत में स्वच्छ भारत स्वच्छ अभियान के तहत मुहैया कराए गए।

खुले में शौच करने पर पाबंदी लगाया गया था तथा इस अभियान को गांव गांव शहर शहर तथा पिछड़े इलाकों में विज्ञापन के माध्यम से पहुंचाया गया।

मनुष्य के जीवन में स्वच्छता एक बहुत बड़ा महत्व रखता है अर्थात इंसान को स्वच्छ तथा साफ-सुथरा रहने से आने वाली बीमारियों के रास्ते घट जाते हैं अर्थात यदि व्यक्ति स्वच्छता नहीं अपनाता तो अनेकों बीमारियां का शिकार हो सकता है, जिससे उसकी मृत्यु भी हो जाती है। भारत में लगभग ऐसे 10% से 15% केस देखे गए जो महामारी तथा मलेरिया हैजा इत्यादि बीमारियों से लोगों की मृत्यु हुई है।

मैं अपनी अंतिम शब्दो में बस इतना ही कहना चाहूंगा कि इंसान का कर्तव्य स्वच्छता अपनाना है। यदि इंसान ही स्वच्छता की ओर जागरूक नहीं होगा, तो यह पर्यावरण प्रदूषित हो जाएगा जिससे कि दुनिया का बैलेंस बिगड़ जाएगा।

 धन्यवाद

स्वच्छ भारत अभियान पर भाषण (500 शब्द)

विद्यालय में आए हुए सभी अतिथि महोदय तथा इस विद्यालय के अध्यापक गण और समस्त छात्र छात्राओं को आज स्वच्छता दिवस पर ढेर सारी शुभकामनाएं देते हुए अपने शब्दों को आपके बीच रखना चाहूंगा।

मुझे बहुत खुशी है कि मैं इस मंच पर खड़े होकर एक विशेष मुद्दे पर एक विशेष विषय पर बात करूंगा, जो स्वच्छता है। भारत के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है की वो स्वच्छता अपनाये और भारत को स्वच्छ बनाने में सरकार की मदद करें। भारत आज कई कारणों से विकासशील रहा है।

इस विषय पर अपने अपने कर्तव्य को समझ कर अपने आसपास के क्षेत्रों को स्वच्छ रखने तथा गंदगी न फैलाने का प्रण करें तभी हमारा देश स्वच्छता की एक नई मिसाल के रूप में जन्मेगा।

भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने कहा था कि स्वतंत्रता से ज्यादा स्वच्छता जरूरी है। भारत में यदि शिक्षा, बेरोजगारी, भोजन की कमी हुई जो यह स्वच्छता कि ही कमी मानी जाएगी।

गांधी जी ने स्वच्छता अर्थात भारत को स्वच्छ भारत बनाने का एक सपना देखा, जिसे हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी द्वारा 2014 में शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान के तहत 2019 में पूर्ण किया गया अर्थात भारत को शौच मुक्त भारत बनाया गया।

समाज में एक नए बदलाव की शुरुआत स्वच्छता से की जा सकती है। इंसानों के दिमाग से उनके विचारों को बदलने के लिए स्वच्छता एक बहुत बड़ा मार्ग है अर्थात हमने सोचा को अपना लिया तो हम एक नए भारत का निर्माण कर सकेंगे।

स्वच्छता सही इंसान के आंतरिक व बाहरी विचार बदलते हैं। अर्थात आज के युवा के लिए यह विचार अवश्य आना आवश्यक है क्योंकि आने वाले भविष्य में युवाओं के द्वारा इस क्रांति को इस अभियान को पूरे विश्व में बनाया जाएगा।

मेरे अंतिम शब्दों में बस कुछ शब्द अनोखे हैं, जो मैं आपके आपके समक्ष प्रस्तुत करने जा रहा हूं। आज की युवा से मेरा हाथ जोड़कर निवेदन है कि यदि आपने अपने विचारों को बदल दिया,तो पूरा भारत बदल जाएगा।

“स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत”

धन्यवाद।

स्वच्छ भारत अभियान पर भाषण (500 शब्द)

मेरे आदरणीय प्रधानाचार्य तथा विद्यालय के समस्त शिक्षक व मेरे प्यारे मित्रों को मेरा नमस्कार।

मैं अभिषेक कुमार कक्षा 12 का छात्र हूँ। इस महान अवसर पर मैं अपने कुछ विचार स्वच्छ भारत अभियान पर रखना चाहूंगा।

स्वच्छता एक ऐसा विषय है जिस पर भेदभाव जाति धर्म तथा किसी भी प्रकार का मुद्दा न उठाकर हर व्यक्ति की जिम्मेदारी होती है, जो स्वच्छता को अपनाएं तथा भारत को स्वच्छ भारत के रूप में विख्यात करें।

भारत में 2 अक्टूबर सन 2014 को स्वच्छ भारत अभियान क्लीन भारत अभियान के रूप में स्वच्छ भारत अभियान हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वी जन्मतिथि पर हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी द्वारा शुरू किया गया था, जिसका लक्ष्य 2019 रखा गया।

मैं विद्यार्थी तथा इस देश का युवा होने के नाते अपने समाज को अपने देश को स्वच्छ रखने का प्रण करता हूं अर्थात मैं आज से यह संकल्प करता हूं तथा मेरे साथ आप सभी आज संकल्प लीजिए किं हमें भारत को पूर्ण स्वच्छ भारत के रूप में पूरे विश्व में प्रख्यात करना है।

मैं मानता हूं कि मैं एक युवा हूं, जो स्वच्छता का जिम्मेवार है क्योंकि देश का भविष्य युवा होता है। देश में शुरू होने वाले हर अभियान तथा हर वो विषय युवा से ही शुरू होता है और वह आगे पीढ़ियों दर पीढ़ी उतर जाता है लेकिन मैं आज स्वच्छ भारत अभियान के उपरांत “स्वच्छ भारत, स्वच्छ भारत और स्वच्छ भारत “बनाने का संकल्प लेता हूं

श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी द्वारा स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत दिल्ली से सड़कों को साफ करके शुरू की गई थी तथा इसका लक्ष्य भारत को स्वच्छ मुक्त कराना भी था।

आज तक का यह सबसे बड़ा अभियान था, जिसमें हजारों लाखों लोगों ने इस अभियान में भाग लिया था तथा अपने देश के प्रति खुद को समर्पित किया था।

इस अभियान में नरेंद्र मोदी द्वारा 9 व्यक्तियों को इस अभियान का मुख्य चुना गया था तथा उनसे अगले 9 व्यक्तियों को इस संख्या में जोड़ने तथा उन व्यक्तियों को अगले 9 व्यक्तियों को इस शृंखला में जोड़ने का कार्य किया गया था, जिससे कि यह एक संखला बनकर पूरे भारत में फैल जाए और भारत को स्वच्छ भारत के रूप में विख्यात करें।

और यह चैन तब तक चलती है जब तक कि भारत का प्रत्येक नागरिक संख्या में शामिल न हो जाए। इस अभियान के विषय में जान ले तभी वह स्वच्छता को बनाएगा और भारत का कर्तव्य निभा सकेगा।

इस मिशन का मुख्य उद्देश्य शौच मुक्त भारत तथा शौचालयों को बनवाना, कम रेट में हैंडपंपों को लगवाना, गड्ढे तथा गलियों को साफ रखना, पेड़ पौधे लगाना इत्यादि इस अभियान के अंतर्गत आए थे, जो प्रत्येक व्यक्ति को करना था।

यह मिशन भारत की राजनीति छोड़ कर भाग की राष्ट्रीयता तथा भारत के समाज को एक नई दिशा की ओर ले जाने के लिए प्रेरित था, जिसमें भारत के पूरे नागरिक सम्मिलित हैं। जिसका पूरे भारत के सभी नागरिकों तथा व्यक्तियों को दिया गया।

लोगों को स्वच्छता की जानकारी तथा नगर निगम द्वारा उठाए गए कदमों को रिसाइकल करके नए पदार्थों के रूप में उपयोग किया जाए। इन सारी जानकारियों से परिपूर्ण भारत एक स्वच्छ भारत के रूप में प्रकट होता रहा है और मैं आशा करता हूं कि आप भारत को इसी तरह स्वच्छता की ओर कदम बढ़ाते रहे, जिससे कि भारत स्वच्छता पूर्व भारत के रूप में जाना जाए।

धन्यवाद।।

हम उम्मीद करते हैं कि आपको स्वच्छ भारत अभियान पर भाषण ( Speech on Swachh Bharat Abhiyan in Hindi) पसंद आये होंगे। इसे आगे शेयर जरूर करें और कोई सुझाव या सवाल हो तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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