“गिरे हुए पैसों को तो सब उठाते है, पता नहीं ये लोग अपना ईमान कब उठाएंगे II”
ज़िन्दगी सिर्फ मोहब्बत नहीं कुछ और भी है, ज़ुल्फ़-ओ-रुखसार की जन्नत नहीं कुछ और भी है, भूख और प्यास की मारी हुई इस दुनिया में, इश्क ही इक हकीकत नहीं कुछ और भी है।
हम तो रोज़ खुद को पड़ते हैं, और रोज़ छोड़ देते हैं, हमतो हर रोज़ जिंदगी का एक पन्ना मोड़ देते हैं।
“खेलने की उम्र में, मैंने काम करना सीख लिया I लगता है ज़िंदगी जीने का हुनर सीख गया II “
नफरत सी होने लगी है इस सफ़र से अब, ज़िंदगी कहीं तो पहुँचा दे खत्म होने से पहले।
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ज़िन्दगी उस अजनबी मोड़ पर ले आई है, तुम चुप हो मुझसे और मैं चुप हूँ सबसे।
“ज़िंदगी भी किताब सी होती है, सब कुछ कह देती है खामोश रह के भी II”
ज़िंदगी जिसका बड़ा नाम सुना है हमने, एक कमजोर सी हिचकी के सिवा कुछ भी नहीं।
कितना मुश्किल है ज़िन्दगी का ये सफ़र, खुदा ने मरना हराम किया लोगों ने जीना।
Shayari on Life in Hindi
हम तो अक्सर सारे गमो को हँस कर गले लगा लेते है, क्योंकि जिंदगी हमारी ही है इसे हम खुल कर जी लेते है।
“आजकल मैं ज़िंदगी के बताये रास्तों पर चल रहा हूँ I”
सरे-आम मुझे ये शिकायत है ज़िन्दगी से, क्यूँ मिलता नहीं मिजाज़ मेरा किसी से।
रिश्तो के बाजार में रिश्तो को कुछ इस तरह सजाया जाता है, ऊपर से तो बहुत अच्छा दिखाया जाता है, पर अंदर न जाने क्या क्या मिलाया जाता है।
“कुछ तो आरज़ू रख, थोड़ा हौसला रख, ज़िंदगी जीने का अपना तरीका रख II”
हर बात मानी है तेरी सिर झुका कर ऐ ज़िंदगी, हिसाब बराबर कर तू भी तो कुछ शर्तें मान मेरी।
आराम से तन्हा कट रही थी तो अच्छी थी, ज़िन्दगी तू कहाँ दिल की बातों में आ गयी।
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माँ वो नोट बुक है, जिसमे औेलाद सब कुछ लिख सकती है, लेकिन माँ सिर्फ प्यार लिखती है।
“सोचता हूँ मेहनत की कलम से, ज़िंदगी की कहानी फिर से लिखूं II”
जुगनुओं की रोशनी से तीरगी हटती नहीं, आइने की सादगी से झूठ की पटती नहीं, ज़िन्दगी में गम नहीं फिर इसमें क्या मजा, सिर्फ खुशियों के सहारे ज़िन्दगी कटती नहीं।
समय जीवन में सब कुछ सिखा देता है, और जो समय सिखा देता है, वह जीवन में कोई नही सिखाता है।
“जो अपने आप को सरल रखता है, वही सर्वोत्तम होता है II”
मुझे ज़िंदगी का इतना तजुर्बा तो नहीं है दोस्तों, पर लोग कहते हैं यहाँ सादगी से कटती नहीं।
Shayari on Life in Hindi
जाने कब आ के दबे पाँव गुजर जाती है, मेरी हर साँस मेरा जिस्म पुराना करके।
आज कल नज़रो से भी चोट लगा करती है, जब नज़रे देख कर भी अनदेखा कर दिया करती है।
“आपकी पसंद ही आपकी मंज़िल तय करती है II”
मंजिलें मुझे छोड़ गयी रास्तों ने संभाल लिया, जिंदगी तेरी जरूरत नहीं मुझे हादसों ने पाल लिया।
पहचानूं कैसे तुझको मेरी ज़िन्दगी बता, गुजरी है तू करीब से लेकिन नकाब में।
”दुनियां के रैन बसेरे में.. पता नही कितने दिन रहना है, ”जीत लें सबके दिलों को.. बस यही जीवन का गहना है..!!”
“बुरे समय में सही शख्स मिलना बहुत मुश्किल होता है I”
कभी खोले तो कभी ज़ुल्फ़ को बिखराए है, ज़िंदगी शाम है और शाम ढली जाए है।
फुरसत अगर मिले तो मुझे पढ़ना जरूर, नाकाम ज़िंदगी की मुकम्मल किताब हूँ मैं।
किसी जंगली जानवर की अपेक्षा एक कपटी और दुष्ट मित्र से ज्यादा डरना चाहिए, जानवर तो बस आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है, पर एक बुरा मित्र आपकी बुद्धि को चोटिल कर सकता है.
“चमत्कार तभी होगा जब आप ‘आप’ होते है I”
पहले से उन कदमों की आहट जान लेते हैं, तुझे ऐ ज़िंदगी हम दूर से पहचान लेते हैं।
रोज़ दिल में हसरतों को जलता देखकर, थक चुका हूँ ज़िन्दगी का ये रवैया देखकर।
हाथ में टच फ़ोन, बस स्टेटस के लिये अच्छा है, सबके टच में रहो, ज़िन्दगी के लिये ज्यादा अच्छा है.
“किसी से भीख मांग लेना, पर इंसान से मुहब्बत नहीं II”
थोड़ी मस्ती थोड़ा सा ईमान बचा पाया हूँ, ये क्या कम है मैं अपनी पहचान बचा पाया हूँ, कुछ उम्मीदें, कुछ सपने, कुछ महकती यादें, जीने का मैं इतना ही सामान बचा पाया हूँ।
बख्शा है ठोकरों ने सँभलने का हौसला, हर हादसा ख्याल को गहराई दे गया।
मिलो किसी से ऐसे कि ज़िन्दगी भर की पहचान बन जाये, पड़े कदम जमीं पर ऐसे कि लोगों के दिल पर निशान बन जाये.. जीने को तो ज़िन्दगी यहां हर कोई जी लेता है, लेकिन….. जीयो ज़िन्दगी ऐसे कि औरों के लब की मुस्कान बन जाये … Have nice day
“एक हादसा जरूर चाहिए ज़िंदगी में, सिर्फ बातों से आज तक कोई नहीं सीखा है II”
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है अजीब शहर की ज़िंदगी न सफर रहा न क़याम है कहीं कारोबार सी दोपहर कहीं बदमिजाज़ सी शाम है।
आंखों में गर हो गुरूर… तो इंसान को इंसान नही दिखता… जैसे छत पर चढ जाओ… तो अपना ही मकान नही दिखता..
“इंसान सबसे ज्यादा ज़लील अपनी पसंद के लोगों के साथ ही होता है II”
Shayari on Life in Hindi
छोड़ ये बात कि मिले ज़ख़्म कहाँ से मुझको, ज़िंदगी इतना बता कितना सफर बाकी है।
कितना और बदलूं खुद को ज़िन्दगी जीने के लिए, ऐ ज़िन्दगी, मुझको थोड़ा सा मुझमें बाकी रहने दे।
क्यूँकि रिश्तों में विश्वास, और मोबाईल में नेटवर्क ना हो, तो लोग Game खेलना शुरू कर देते हैं !!
“किसी को समझो या ना समझो, पर किसी को गलत मत समझो I”
देखा है ज़िंदगी को कुछ इतना करीब से, चेहरे तमाम लगने लगे हैं अब तो अजीब से।
हासिल-ए-ज़िन्दगी हसरतों के सिवा और कुछ भी नहीं, ये किया नहीं, वो हुआ नहीं, ये मिला नहीं, वो रहा नहीं।
फ़िज़ा में ज़हर भरा है जरा संभल कर चलो, मुखालिफ आज हवा है जरा संभल कर चलो, कोई देखे न देखे बुराइयां अपनी.. खुदा तो देख रहा है जरा संभल कर चलो।
ज़िन्दगी से पूछिये ये क्या चाहती है, बस एक आपकी वफ़ा चाहती है, कितनी मासूम और नादान है ये, खुद बेवफा है और वफ़ा चाहती है।
पढ़ने वालों की कमी हो गयी है आज इस ज़माने में, वरना मेरी ज़िन्दगी का हर पन्ना मुकम्मल किताब है।
ज़िन्दगी लहर थी आप साहिल हुए, न जाने कैसे हम आपकी दोस्ती के काबिल हुए, न भूलेंगे हम उस हसीं पल को, जब आप हमारी छोटी सी ज़िन्दगी में शामिल हुए.
“ज़्यादा अच्छा इंसान ज़्यादा इस्तेमाल होता है यहाँ II”
शतरंज खेल रही है मेरी जिंदगी कुछ इस तरह, कभी तेरी मोहब्बत मात देती है कभी मेरी किस्मत।
न कर शुमार कि हर शय गिनी नहीं जाती, ये ज़िन्दगी है हिसाबों से जी नहीं जाती।
हँसी आपकी कोई चुरा ना पाये, आपको कभी कोई रुला ना पाये, खुशियों का दीप ऐसे जले ज़िंदगी में.. कि कोई तूफ़ान भी उसे बुझा ना पाये।
“ज़िंदगी में कुछ भी एकतरफा नहीं होता।”
जाने क्या मुझसे ज़माना चाहता है, मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हसाना चाहता है, जाने क्या बात झलकती है मेरे इस चेहरे से, हर शख्स मुझे आज़माना चाहता है! ??
जब भी देखता हूँ .. किसी गरीब को हँसते हुए .. तो यकीन आ जाता है .. की खुशियो का ताल्लुक दौलत से नहीं होता..
जब भी करीब आता हूँ बताने के लिये, जिंदगी दूर रखती हैं सताने के लिये, महफ़िलों की शान न समझना मुझे, मैं तो अक्सर हँसता हूँ गम छुपाने के लिये।
ज़मीं पर रह कर आसमां को छूने की फितरत है मेरी, पर गिरा कर किसी को, ऊपर उठने का शौक़ नहीं मुझे
छोटे से दिल में गम बहुत है, जिन्दगी में मिले जख्म बहुत हैं, मार ही डालती कब की ये दुनियाँ हमें, कम्बखत दोस्तों की दुआओं में दम बहुत है.
चलते रहे कदम.. किनारा जरुर मिलेगा, अन्धकार से लड़ते रहे सवेरा जरुर खिलेगा, जब ठान लिया मंजिल पर जाना रास्ता जरुर मिलेगा, ए राही न थक चल.. एक दिन समय जरुर फिरेगा।
खामोश बैठें तो लोग कहते हैं उदासी अच्छी नहीं, ज़रा सा हँस लें तो मुस्कुराने की वजह पूछ लेते हैं !
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कितनी जल्दी ज़िन्दगी गुज़र जाती है, प्यास भुझ्ती नहीं बरसात चली जाती है, तेरी याद कुछ इस तरह आती है, नींद आती नहीं मगर रात गुज़र जाती है।
कहीं बेहतर है तेरी अमीरी से मुफलिसी मेरी, चंद सिक्कों के लिए तुने क्या नहीं खोया है, माना नहीं है मखमल का बिछोना मेरे पास, पर तु ये बता, कितनी राते चैन से सोया है।
किसी ने क्या खूब लिखा है: कल न हम होंगे न गिला होगा, सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिललिसा होगा, जो लम्हे हैं चलो हंसकर बिता लें, जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा।
कागज़ की कश्ती से पार जाने की ना सोच, चलते हुए तुफानो को हाथ में लाने की ना सोच, दुनिया बड़ी बेदर्द है, इस से खिलवाड़ ना कर, जहाँ तक मुनासिब हो, दिल बचाने की सोच।
कहने वालों का कुछ नहीं जाता, सहने वाले कमाल करते हैं, कौन ढूंढें जवाब दर्दों के, लोग तो बस सवाल करते हैं.
Shayari on Life in Hindi
एक पहचान हज़ारो दोस्त बना देती हैं, एक मुस्कान हज़ारो गम भुला देती हैं, ज़िंदगी के सफ़र मे संभाल कर चलना, एक ग़लती हज़ारो सपने जला कर राख बना देती है
इस बनावटी दुनिया में कुछ सीधा सच्चा रहने दो, तन वयस्क हो जाए चाहे, दिल तो बच्चा रहने दो, नियम कायदो की भट्टी में पकी तो जल्दी चटकेगी, मन की मिट्टी को थोडा सा तो गीला, कच्चा रहने दो|
कल के नौसखिए..सिकंदर हो गए..! हल्की हवा के झोंके..बवंडर हो गए..! मै लड़ता रहा..उसूलों की पतवार थामें..! मै कतरा ही रहा..लोग समन्दर हो गए..!
इस दिल को किसी की आस रहती है, निगाहों को किसी सूरत की प्यास रहती है, तेरे बिना किसी चीज़ की कमी तो नही, पर तेरे बेगैर जिन्दगी बड़ी उदास रहती है..
अपनी जिंदगी के अलग असूल हैं, यार की खातिर तो कांटे भी कबूल हैं, हंस कर चल दूं कांच के टुकड़ों पर भी, अगर यार कहे, यह मेरे बिछाए हुए फूल हैं.
इस उम्मीद से मत फिसलो, कि तुम्हें कोई उठा लेगा, सोच कर मत डूबो दरिया में, कि तुम्हें कोई बचा लेगा ये दुनिया तो एक अड्डा है, तमाशबीनों का दोस्तों गर देखा तुम्हें मुसीबत में तो, यहां हर कोई मज़ा लेगा
अपनी कमजोरियां उन्ही लोगों को बताइये, जो हर हाल में आपके साथ मजबूती से खड़े होना जानते है”
अगर बिकने पे आ जाओ तो घट जाते हैं दाम अक़सर, न बिकने का इरादा हो तो क़ीमत और बढ़ती है|
बहुत कमाल के होते है कुछ लोग भी हमारी ज़िन्दगी में जिनके साथ हम दुनिया भूल जाते है
में कल को तलाशता रहा दिनभर और शाम होते होते मेरा आज डूब गया
उदास नहीं हूँ…. बस मरम्मतें चल रहीं हैं ज़िंदगी की इसलिए जरा ख़ामोश हूँ
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ज़िन्दगी में लोगों से एक ही सबक मिला जिनको जितना ख़ास करते गए उनके लिए उतने ही आम होते गए
हर आदमी अपनी ज़िन्दगी में हीरो होता है बस कुछ लोगो की फिल्म चलती नहीं है
ज़िन्दगी एक हसीन ख़्वाब है, जिसमें जीने की चाहत होनी चाहिये, ग़म खुद ही ख़ुशी में बदल जायेंगे, सिर्फ मुस्कुराने की आदत होनी चाहिये !.
Shayari on Life in Hindi
अब समझ लेता हूँ मीठे लफ़्ज़ों की कड़वाहट,हो गया है ज़िन्दगी का तजुर्बा थोड़ा थोड़ा।.
हम उनसे तो लड़ लेंगे, जो खुले आम दुश्मनी करते हैं, लेकिन उनका क्या करे, जो लोग मुस्कुरा के दर्द देते हैं
लहरों को शांत देख कर ये न समझना की समंदर में रवानी नहीं है. जब भी उठेंगे तूफान बन के उठेंगे.. अभी उठने की ठानी नहीं है ..
वक़्त नूर को वे नूर कर देता है छोटे से जख्म को नासुर कर देता है कौन चाहता है अपनो से जुदा होना पर वक़्त सब को मजबूर कर देता है
मत पूछो हवाओं से कि उन्हें जाना कहाँ है… पूछना ही है तो ये पूछो की उनका ठिकाना कहाँ है।
जिंदगी को हमेशा एक ही बार पलट कर देखना जो बार बार जिंदगी को पलट कर देखते हैं वो कभी इतिहास नहीं बना पाते
सादगी अगर हो लफ्जो में यकीन मानो, प्यार बेपनाह, और दोस्त बेमिसाल मिल ही जाते हैं ।
रिश्तो में निखार सिर्फ हाथ मिलाने से नहीं आता, विपरीत हालातो में भी हाथ थामे रहने से आता हैं
ज़िन्दगी शायद इसी का नाम है दूरियां, मजबूरियां तन्हाईयाँ
तूफ़ान में ताश के महल नहीं बनते , रोने से बिगड़े मुकद्दर नहीं बनते , सारी दुनिया को जीतने का दम रख ऐ बन्दे !! क्यूंकि एक हार से लोग फ़कीर और एक जीत से सिकंदर नहीं बनते
जो भूल चुका है तुम्हे वो भी याद करेगा बस उसके मतलब के दिन आने दो
एक धागे की बात रखने को मोम का रोम रोम जलता है
तू छोड़ दे कोशिशे इंसानो के पहचानने की यहाँ ज़रूरतों के हिसाब से सब बदलते नकाब है अपने गुनाहो पर सौ परदे डालकर हर सख्श कहता है ज़माना बड़ा ख़राब है
रिश्ता दिल में होना चाहिए शब्दों में नहीं और नाराज़गी शब्दों में होनी चाहिए दिल में नहीं
शेर खुद अपनी ताकत से राजा कहलाता है जंगल में चुनाव नहीं होते
ऐ ज़िन्दगी, तोड़ कर हमको ऐसे बिखेर दे इस बार, न फिर से टूट पायें हम, और न फिर से जुड़ पाए तू।