नमस्कार दोस्तों, इस लेख में समूहवाचक संज्ञा की परिभाषा (Samuh Vachak Sangya), समूहवाचक संज्ञा के उदाहरण आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे।
संज्ञा हर कक्षा की परीक्षा में पूछा जाने वाले यह एक विशेष महत्वपूर्ण सवाल है। यहां पर हम समूहवाचक संज्ञा को विस्तार से जानेंगे।
समूहवाचक संज्ञा किसे कहते हैं?
वह शब्द जिनसे किसी वस्तु या व्यक्ति के समूह होने का बोध होता हो, उन्हें समूहवाचक संज्ञा कहा जाता है। समूहवाचक संज्ञा को समुदायवाचक संज्ञा भी कहा जाता है।
उदाहरण के लिए
झुंड, मेला, परिवार, दल, सेना, कक्षा, मेला, भीड़, टुकड़ी, पुस्तकालय आदि इन शब्दों में हमें समूह होने का बोध होता है।
कक्षा में सभी छोत्रों के समूह के होने का बोध होता है, सेना में सैनिकों के समूह का बोध बोध होता है, परिवार में सदस्यों के होने का बोध होता है आदि।
समूहवाचक संज्ञा के उदाहरण
यहां पर हम समूहवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण बता रहे हैं, जिससे आप समूहवाचक संज्ञा को और भी आसानी से समझ पाएंगे।
- बच्चे स्कूल जा रहे हैं।
- लोग भजन कर रहे हैं।
- हम मेला देखने जा रहे हैं।
- मेरा परिवार बड़ा है।
- बच्चों ने प्रोजक्ट पूरा कर लिया है।
- बच्चे खेल रहे हैं।
- गांव के लोग पढ़े लिखे हैं।
- लोगों ने आज वृक्षारोपण किया है।
- यह हाथियों का झुण्ड है।
- सुरेश ने पूरी कक्षा में पहला स्थान प्राप्त किया है।
समूहवाचक संज्ञा के उदाहरण व्याख्या सहित
- मैंने आज एक अंगूरों का गुच्छा खाया।
यहां पर गुच्छा अधिक अंगूरों के होने का बोध होता है, इसलिए यहां पर गुच्छा शब्द में समूहवाचक संज्ञा है।
- आज मेरी कक्षा नहीं लगेगी।
यहां पर कक्षा शब्द से विद्यार्थियों के समूह होने का बोध होता है, इसलिए यहां पर कक्षा शब्द में समूहवाचक संज्ञा हैं।
- चोरों की गाड़ी से पुलिस ने हथियारों का जखीरा बरामद कर लिया है।
यहां पर जखीरा शब्द से हमें हथियारों के समूह होने का बोध होता है, इसलिए यहां पर जखीरा शब्द में समूहवाचक संज्ञा हैं।
- भारतीय सेना बहुत ही साहसी सेना है।
यहां पर सेना शब्द से सैनिकों के समूह का बोध होता है, इसलिए यहां पर सेना में समूहवाचक संज्ञा हैं।
- मेरे परिवार में पांच सदस्य है।
यहां पर परिवार में हमें सदस्यों के समूह होने का बोध होता है, इसलिए परिवार शब्द में समूहवाचक संज्ञा हैं।
- जंगल में हिरणों का झुण्ड रहता है।
यहां पर झुण्ड शब्द से हमें यह बोध होता है कि हिरण अधिक संख्या में है, इसलिए यहां पर झुण्ड शब्द में समुदायवाचक संज्ञा है।
- आज मैंने 2 दर्जन आम खरीदे।
यहां आपर दर्जन शब्द से हमने पता चलता है कि आम की संख्या अधिक है, इसलिए यहां पर दर्जन शब्द में समूहवाचक संज्ञा हैं।
- आज हमारी सभा में हुई।
यहां पर सभा शब्द से यह बोध होता है कि अधिक संख्या में लोगों की उपस्तिथि थी, इसलिए सभा शब्द में समुदायवाचक संज्ञा है।
- वहां पर हाथियों का झुण्ड आया था।
यहां पर झुण्ड में अधिक हाथी थे, इसलिए यहां पर झुण्ड शब्द में समूहवाचक संज्ञा हैं।
- मेरी कक्षा में मैं सबसे पहले स्थान पर हूँ।
यहां पर कक्षा शब्द से बोध होता है कि विद्यार्थियों का समूह है, इसलिए यहां पर कक्षा शब्द में समूहवाचक संज्ञा हैं।
अब तक हमने समूहवाचक संज्ञा के 20 उदाहरण जाने चलिए कुछ और samuh vachak sangya ke udaharan जानते है, जिससे आपको आसानी से समझ आ सके।
- मैंने बधाई के रूप में उसको फूलों का गुलदस्ता दिया है।
यहां पर गुलदस्ता शब्द यह होता है कि फूल का समूह है, इसलिए यहां पर गुलदस्ता शब्द में समूहवाचक संज्ञा हैं।
- सुरेश ने एक करतब दिखाया तो वहां पर भीड़ जमा हो गई।
यहां पर भीड़ से यह बोध होता है कि अधिक संख्या में लोग है अर्थात् लोगों के समूह का बोध हो रहा है, इसलिए यहां पर भीड़ शब्द में समूहवाचक संज्ञा हैं।
- भारतीय टीम ने वर्ड कप जीता है।
यहां पर टीम शब्द से खिलाडियों के समूह का बोध होता है, इसलिए टीम शब्द में समूहवाचक संज्ञा हैं।
- कल रात में पुलिस ने रंगे हाथों चोरों के गिरोह को गिरफ्तार किया।
यहां पर गिरोह शब्द से चोरों के समूह का बोध हो रहा है, इसलिए यहां पर गिरोह शब्द में समूहवाचक संज्ञा हैं।
ऊपर समूहवाचक संज्ञा के कुछ उदाहरण दिए हैं तथा साथ ही साथ उन सभी उदाहरणों का स्पष्टीकरण भी किया है, जिससे कि वह उदाहरण तथा समूहवाचक संज्ञा के बारे में विधिवत जानकारी मिल सके। ऐसे ही समूहवाचक संज्ञा के कई और अन्य उदाहरण तथा उनके स्पष्टीकरण निम्नलिखित है:
- कुंभ के मेले में बहुत भीड़ होती है।
कुंभ के मेले में बहुत भीड़ होती है, इस वाक्य में मेला शब्द से लोगों के समूह का बोध हो रहा है अर्थात मेला इस वाक्य में समूहवाचक संज्ञा है।
- आम के पेड़ पर एक बहुत बड़ा मधुमक्खी का छत्ता है।
आम के पेड़ पर एक बहुत बड़ा मधुमक्खी का छत्ता है, इस वाक्य में छत्ता शब्द से मधुमक्खियों के समूह का बोध हो रहा है अर्थात छत्ता इस वाक्य में समूहवाचक संज्ञा है।
- केले के वृक्ष पर एक बहुत बड़ा केले का घार लटका हुआ है।
केले के वृक्ष पर एक बहुत बड़ा केले का घार लटका हुआ है, इस वाक्य में घार शब्द से केले के समूह का बोध हो रहा है अर्थात इस वाक्य में घार समूहवाचक संज्ञा है।
- वहां पर चाबी का गुच्छा रखा हुआ है।
वहां पर चाबी का गुच्छा रखा हुआ है, इस वाक्य में गुच्छा शब्द से चारों के समूह का बोध हो रहा है अर्थात इस वाक्य में गुच्छा समूहवाचक संज्ञा है।
- विधानसभा में बहस हो गई।
विधानसभा में बहस हो गई, इस वाक्य में विधानसभा सदस्य लोगों के समूह का बोध रहा है अर्थात इस वाक्य में विधानसभा समूहवाचक संज्ञा है।
- टिड्डो के झुंड ने किसानों के खेत को बहुत हानि पहुंचाई।
टिड्डो के झुंड ने किसानों के खेत को बहुत हानि पहुंचाई, इस वाक्य में झुंड शब्द से टिड्डा के समूह के होने का बोध हो रहा है। अतः इस वाक्य में झुंड शब्द समूहवाचक संज्ञा है।
- बगीचे में बहुत ही छांव है।
बगीचे में बहुत ही छांव है, इस वाक्य में बगीचे शब्द से वृक्षों के समूह होने का बोध हो रहा है अतः इस वाक्य में बगीचा समूहवाचक संज्ञा है।
- राम अपनी कक्षा में सफल नहीं हो सका।
इस वाक्य में कक्षा शब्द में समूह का बोध हो रहा है। इसलिए इस वाक्य में कक्षा समूहवाचक संज्ञा है।
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यहां तक हमने samuh vachak sangya ki paribhasha और समूहवाचक संज्ञा के 30 उदाहरण व्याख्या सहित जाने हैं। अब हम और समूहवाचक संज्ञा के 100 उदाहरण जानते हैं, जिससे आपको समूहवाचक संज्ञा के के बारे में कोई भी उलझन नहीं रहे।
समूहवाचक संज्ञा के 100 उदाहरण
- हम सब ने खाना खा लिया है।
- चिड़ियाघर में मैंने शेरों के झुंड देखें।
- मुझे तुम्हारे परिवार पर कोई भरोसा नहीं।
- चाभियों का गुच्छा खो गया है।
- इस कंपनी में बहुत से कर्मचारी काम करते हैं।
- एक दर्जन में कुल 12 केले आते हैं।
- गांव में तो घरों का समूह होता है।
- हम चार भाई बहन हैं।
- वे पतंग नहीं उड़ा रहे होंगें।
- मेरे परिवार में कुल 4 सदस्य हैं।
- तारों के समूह को तारामंडल कहा जाता है।
- कचरे के ढेर में तुम क्या टटोल रहे हो।
- शेरों का झुंड बहुत ही खूबसूरत लगता है।
- कल मेरे घर पर 10 लोग आए थे, जो मेरे पिताजी के बारे में पूछ रहे थे।
- हम सब ने अपने विद्यालय के प्रोजेक्ट को सही समय पर पूरा कर लिया है।
- अंगूर के गुच्छे कितने खूबसूरत लग रहे हैं।
- मैं अपने कक्षा में अक्सर प्रथम स्थान पर आता हूं।
- बच्चों को मेला जाना बहुत ही पसंद होता है।
- परिवार के साथ रहना ही तो असली खुशी है।
- हमें आपस में समय बिताना बहुत अच्छा लगता है।
- तुम सब समूह में रहना वरना खो जाओगे।
- अंगूर के गुच्छे में तो बहुत सारे अलग-अलग अंगूर होते हैं।
- कल मेरे दोस्त का जन्मदिन है, मुझे उसके लिए गुलदस्ता लेना है।
- जंगल में सेनाओं की टुकड़ी अक्सर नजर आ जाती है।
- मुझे एक दर्जन केले खरीदने थे, इसीलिए मैं बाजार जा रही हूं।
- सभी बच्चों को असेंबली हॉल में आने के लिए बोल दीजिए।
- मेरा परिवार प्रदूषण कम करने के लिए हर साल पौधे लगाता है।
- हम क्या करते हैं, वह तुम मत देखो, तुम अपने काम पर ध्यान दो।
- मेरे चार चाचा है, जिसमें मेरे पिताजी सबसे बड़े हैं।
- कल सर्कस में सैकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठी हुई थी।
- मुझे अपने परिवार के साथ समय बिताना अच्छा लगता है।
- आपके लाइव कंसर्ट में कितने ज्यादा लोग इकट्ठे हुए थे, जिसे देखकर मैं चौंक गया।
- इतने सारे चाभियो के गुच्छों में मेरे घर का चाबी कौन सा है?
- जानवर अपनी रक्षा के लिए अक्सर झुंड में रहते हैं।
- पुलिस अपने साथ हथियार का जखीरा रखते हैं।
- किसी लड़की को खुश करने के लिए उन्हें फूलों का गुच्छा देना चाहिए।
- रेलवे स्टेशन पर हर दिन लोकल ट्रेन में बहुत ज्यादा भीड़ रहती हैं।
- कुछ लोगों का गिरोह हमेशा ही अशांति फैलाने का काम करते हैं।
- तुम बहादुर हो इसलिए तुम्हें सेना में भर्ती होना चाहिए।
- किसी भी खेल में हम दल बनाकर खेलते हैं।
- हमारे देश के लोकसभा में सभी राज्यों के सांसद इकट्ठा होते हैं।
- इंसान हो या जानवर झुंड में रहने पर कोई भी बाल बांका नहीं कर सकता।
- उसमें पता नहीं क्या जादू है, जहां खड़ा होता है मेरी इखट्टी हो जाती हैं।
- हमें अपने भारतीय सेना पर गर्व है, जो दिन रात हमारे देश की रक्षा करने के लिए तत्पर रहती है।
- भारतीय क्रिकेट टीम हमेशा ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में अपना परचम लहराते हैं।
- मेरे कक्षा में हर साल एक ही बच्चा प्रथम स्थान पर आता है।
- कल मैंने सभा में बहुत अच्छा भाषण दिया। लोगों ने प्रशंसा में बहुत तारीफ की।
- सिनेमा हॉल में जब अच्छी फिल्म लगती है तो दर्शकों की भीड़ लग जाती है।
- समाज में उच्च समुदाय के लोग अक्सर निचले समुदाय के लोगों को दबाने की कोशिश करते हैं।
- हमारे गांव में कुछ लोगों की मंडली अक्सर हर शनिवार को भजन कीर्तन करते हुए नजर आ जाते हैं।
- उच्च वर्ग के लोग हमेशा नीचले वर्ग के लोगों को संदिग्ध नजर से देखते हैं।
- पहले समय में गांव में आर्केस्ट्रा मनोरंजन के लिए बुलाया जाता था।
- हिमालय श्रेणी में माउंट गॉडविन ऑस्टिन सबसे ऊंचा पर्वत चोटी है।
- गीता के केस की सुनवाई करने के लिए कोर्ट में जजों का पैनल बिठाया जाएगा।
- लोग अपने अनुसार नहीं समाज के खुशी के अनुसार काम करते हैं।
- पानी में जब हंसों का समूह एक साथ बैठे रहते हैं तो बहुत ही खूबसूरत दृश्य उत्पन्न होता है।
- हर नवरात्रि में हमारे गांव में गायक मंडली को बुलाया जाता है।
- तुम हर दिन आधा दर्जन केला खा जाओ। देखना तुम मोटे हो जाओगे।
- तुम्हें जो भी किताब चाहिए, पुस्तकालय में जाकर प्राप्त कर सकते हो।
- कल केला बहुत सस्ता मिल रहा था, इसलिए मैंने एक साथ 2 दर्जन केले खरीद लिए।
- वे लोग जो वहां पर खड़े हैं, कल मेरे घर भी आए थे।
- कल मैं सत्संग में गई थी, वहां पर सैकड़ों लोग आए हुए थे।
- सर्वोत्तम रेस्टोरेंट बहुत अच्छा है क्योंकि वहां पर बैंड वाले बैठते हैं, जो बहुत अच्छा म्यूजिक बजाते हैं।
- हम लोग भी वहीं जा रहे हैं, जहां तुम जा रही हो।
- गांव में कल लोगों की सभा बुलाई गई थी, जिसमें गांव के स्वच्छता को लेकर विचार विमर्श किए गए।
- उसके खेत में कल गायों की झुंड घुस गई थी, जिसे मैंने भगाया।
- कल कुछ लड़कों के समूह ने तुम्हारे भाई को पीटा था।
- हम तीन दोस्तों में बहुत सच्ची दोस्ती है, एक दूसरे के लिए कुछ भी कर सकते हैं।
- समाज आपके बारे में क्या सोचेगा, यह मत सोचो। आप अपने बारे में क्या सोचते हैं, वह मायने रखता है।
- वे लोग कई दिनों से उसके घर की ओर नजर रख रहे हैं, मुझे वे सही नहीं लग रहे हैं।
निष्कर्ष
इस लेख में हमने समूहवाचक संज्ञा किसे कहते हैं (samuh vachak sangya kise kahate hain), samuh vachak sangya examples आदि के बारे में विस्तार से जाना है।
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