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मोटोरोला किस देश की कम्पनी है?

Motorola Kis Desh Ki Company Hai: नमस्कार दोस्तों, आज हम आप सभी को एक ऐसी कंपनी के बारे के बताने जा रहे है, जिसका नाम पूरी दुनिया में लिया जाता है। उस कंपनी का नाम Motorola है। इस लेख में हम जानेंगे कि मोटोरोला किस देश की कंपनी है? और मोटोरोला कम्पनी का मालिक कौन है? साथ ही मोटोरोला कम्पनी के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे।

Motorola Kis Desh Ki Company Hai
Image: Motorola Kis Desh Ki Company Hai

मोटोरोला किस देश की कम्पनी है? | Motorola Kis Desh Ki Company Hai

मोटोरोला क्या है?

मोटोरोला एक बड़ी स्मार्ट फोन और स्मार्ट टीवी बनाने वाली एक कंपनी है, जिसको लेनोवो के खरीदने की वजह से अब यह एक चाइनीस कंपनी हो चुकी है। मोटोरोला ने सबसे पहले अपना प्रोट्रेबल मोबाइल फोन बनाया था। एक समय मोटरोला दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बन गई थी, जो अब यह लेनोवो के नाम से जानी जाती है।

मोटोरोला किस देश की कम्पनी है?

मोटोरोला अमेरिका के राज्य इलोनोयस के शिकागो शहर की है। मोटरोला कंपनी की स्थापना 25 सितंबर 1928 को हुई थी। इस कंपनी को Paul Galvin और Joseph Galvin एक भाड़े के रूम में दोनों ने मिलकर इस कंपनी को बनाया था और इन दोनों ने इस कंपनी का नाम गैल्विन मैन्युफैक्चरिंग कारपोरेशन रखा था।

आपको बताते चले कि भाड़े के कमरे में रहने के कारण इन लोगों ने केवल 5 ही एम्पलाई को रखा था, जब कंपनी की शुरुआत हुई थी तो सबसे पहले इन लोगों ने एलिमिनेटर बैटरी बनाई थी। जब इन्होंने एलिमिनेटर बैटरी बनाई थी तब इनका सप्लाई बहुत जगह होने लगा था। सप्लाई बहुत अधिक होने की वजह से और अपने कार्य को प्रगति पर देखते हुए इन्होंने रेडियो और बैटरी वाला बाजा बनाया था।

इसका फायदा उनको बहुत हुआ था। लेकिन इनकी यह खोज ज्यादा दिन तक ना चल सकी। जब केल्विन की कंपनी एलिमिनेटर बैटरी का काम आगे ना बढ़ा सकी तब गैल्विन मैन्युफैक्चरिंग कॉरपोरेशन ने कार में लगने वाले रेडियो को बनाना शुरू कर दिया और इनका यह काम जोरों शोरों से चलने लगा। अपने काम को आगे बढ़ता हुआ देख इन्होंने यह रेडियो में प्रस्तुति सम्मेलन में अपनी कंपनी का प्रचार करवाया, जिसमें इनको अपने रेडियो को अलग-अलग नाम से उतारना था, जिसकी वजह से इन्होंने अपनी कंपनी का नाम मोटोरोला रखा था।

आपको बताते चले कि 27 जून 1930 में इन्होंने पहली बार अपने बनाए हुए रेडियो को मार्केट में लॉन्च किया था, जिसके बाद से लोगों का इनकी कंपनी पर विश्वास बढ़ता गया और उनकी कंपनी बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय हो गई।

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मोटोरोला कम्पनी के रोचक तथ्य

मोटोरोला कम्पनी का पहला मोबाइल

मोटोरोला ने अपना पहला स्मार्टफोन को सन 1984 में मार्केट में उतारा था, जिसका नाम इन्होंने Dyna Tac 8000 X रखा था। मार्केट में उतरने के बाद इस फोन ने पूरी दुनिया में धमाल मचा कर रख दिया था। मोटरोला द्वारा बनाया यह फोन लोगों को बहुत पसंद आने लगा।

फिर धीरे-धीरे मार्केट में नोकिया और सैमसंग कंपनी के फोन आने लगे और लोगों को नोकिया और सैमसंग के मोबाइल बहुत अधिक पसंद आने लगे, जिसकी वजह से मोटरोला कंपनी के मोबाइल को लोगों ने पसंद करना कम कर दिया और धीरे-धीरे मोटरोला दूसरे नंबर पर आ गया।

गूगल ने मोटोरोला कम्पनी को खरीदा

जैसे-जैसे लोगों का मन मोटोरोला कंपनी से हटता गया और इनकी लोकप्रियता कम होने लगी तब ऐसा लगने लगा था कि मोटरोला कि यह कंपनी अब खत्म होने की कगार पर आ चुकी है। तब इस कंपनी ने अपनी कंपनी को दो भागों में बांट दिया था पहला मोटोरोला मोबिलिटी और दूसरा मोटोरोला सॉल्यूशन।

सन 2012 में मोटोरोला कंपनी को गूगल ने खरीद लिया था, जिसके 2 साल बाद इस कंपनी को लेनोवो के हवाले कर दिया। बहुत से लोगों को तो आज भी यह नहीं पता है कि मोटरोला की कंपनी को लेनोवो की कंपनी ने खरीद लिया है। जब से लेनोवो की कंपनी ने मोटोरोला खरीदा है तब से मोटरोला की कंपनी एक चाइनीज कंपनी बन चुकी है।

मोटोरोला ने नासा के लिए बनाया नया उपग्रह

मोटोरोला कंपनी बहुत ज्यादा प्रचलित होने के कारण होने के कारण सन 1958 में अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा के लिए नासा को पहला सेटेलाइट लांच करते समय मोटोरोला ने नासा की बहुत मदद की थी, जिसके लिए उन्होंने रेडियो के सभी उपकरण बनाने का काम किया था, जो अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा को बहुत फायदेमंद साबित हुई।

नासा के लिए एक सफल रेडियो पर बनाने के बाद मोटोरोला की कंपनी ने सन 3 अप्रैल 1973 को अपना प्रोटेबल मोबाइल फोन बनाया। 1973 में ऐसा करने वाली यह पहली कंपनी थी, जिसकी वजह से मोटरोला की कंपनी बहुत ज्यादा पॉपुलर हो चुकी थी।

मोटोरोला के प्रोटेबल मोबाइल फोन के मॉडल को इंजीनियर मार्टिन कूपर ने बनाया था। इसलिए धीरे-धीरे इन्होंने अपने काम को आगे बढ़ता देख सन 1974 में टीवी को बनाया था, जिसको जापान की कंपनी मात्सुशीता को भेज दिया था, जिसको आज हम लोग पैनासोनिक की कंपनी के नाम से जानते हैं।

Lenevo Buys Motorola Company :-

लेनोवो कंपनी ने कंपनी खोलने के लिए 200000 युवान खर्च किए थे, लेनोवो कंपनी को पहले लीजेंड के नाम से जाना जाता था। लेनोवो कंपनी ने 10 अनुभवी इंजीनियरों के साथ मिलकर कंपनी खोली थी। लेनोवो की कंपनी ज्यादातर लैपटॉप और स्मार्टफोन के लिए जानी जाती है।

सन 2012 में लेनोवो ने अपने स्मार्टफोन लॉन्च किए थे, लेनोवो विश्व का तीसरा सबसे बड़ा कंप्यूटर निर्माता है। 291 बिलियन डॉलर के साथ सन 2014 को गूगल ने यह घोषणा की थी कि वह लेनोवो कंपनी को मोटरोला मोबिलिटी दे देगा। मोटोरोला का नाम बदलकर अब लेनोवो हो गया है, अगर 2020 के आंकड़ों को देखा जाए तो लेनोवो की कंपनी में लगभग लगभग 62 से 63000 कर्मचारी काम करते हैं।

अंतिम शब्द

मैं आशा करता हूं कि आप सभी को मोटोरोला किस देश की कम्पनी है और कंपनी से जुड़ी सारी छोटी से बड़ी जानकारी प्राप्त हुई होगी। मोटोरोला एक बहुत अच्छी कंपनी है, जो स्मार्टफोन, स्मार्ट टीवी से लेकर रेडियो के उपकरण जैसी चीजें व्यापार करती है, जिसका इस्तमाल पूरी दुनिया में किया जाता है।

आपको यह लेख “मोटोरोला किस देश की कम्पनी है? (Motorola Kis Desh Ki Company Hai)” कैसा लगा, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। इस लेख को आगे शेयर जरूर करें। यदि आपका इससे जुड़ा कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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