सपने और लक्ष्य में एक ही अंतर है सपने के लिए बिना मेहनत की नींद चाहिए और लक्ष्य के लिए बिना नींद की मेहनत
ये ज़िन्दगी हसीं है इस से प्यार करो, अभी है रात तो सुबह का इंतज़ार करो, वो पल भी आएगा जिसकी ख्वाहिश है आपको, रब पर रखो भरोसा वक़्त पर एतबार करो।
कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं, जीता वही जो डरा नहीं।
“सफल होने के लिए असफल होना बहुत ज़रूरी है I”
तिनका-सा है हौसला, बना कर रखोगे तभी तो बना रहेगा घौसला
“ मेहनत इतनी खामोशी से करो कि सफलता शोर मचा दे । “
हो के मायूस न यूं शाम से ढलते रहिये, ज़िन्दगी भोर है सूरज सा निकलते रहिये, एक ही पाँव पे ठहरोगे तो थक जाओगे, धीरे-धीरे ही सही राह पे चलते रहिये।
जीवन मे सबसे बड़ी खुशी उस काम को करने में है , जिसे लोग कहते है कि आप नहीं कर सकते । “
“जो अपने आप को पढ़ सकता है, वो दुनिया में कुछ भी सीख सकता है I”
खुद पर भरोसा करने का हुनर सीख लो… सहारे कितने भी सच्चे हो एक दिन साथ छोड़ ही जाते है
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खुशबू बनकर गुलों से उड़ा करते हैं, धुआं बनकर पर्वतों से उड़ा करते हैं, ये कैंचियाँ खाक हमें उड़ने से रोकेगी, हम परों से नहीं हौसलों से उड़ा करते हैं।
अब मुझे Alarm की ज़रूरत नहीं पड़ती क्यूँकि हर सुबह मेरा Passion ही मुझे जगा देता है । “
हौसले भी किसी हकीम से कम नहीं होते, हर तकलीफ़ में ताकत की दवा देते हैं।
“हर असंभव कार्य करने का एक ही तरीका, कड़ी मेहनत II”
मंजिलें क्या है रास्ता क्या है..? हौसला हो तो फासला क्या है
“कितनो की तकदीर बदलनी है तुम्हे, कितनो की तकदीर बदलनी है तुम्हे, कितनो को रास्ते पे लाना है तुम्हे, अपने हाथ की लकीरो को मत देखो, इन लकीरो से आगे जाना है तुम्हे।”
एक सूरज था कि तारों के घराने से उठा, आँख हैरान है क्या शख़्स ज़माने से उठा।
“जिस दिन आपने ये सीख लिया की सीखते कैसे है, फिर आप कुछ भी जीत सकते है II”
मंज़िल पाना तो बहुत दूर की बात हैं। गुरूर में रहोगे तो रास्ते भी न देख पाओगे
“समने हो मंज़िल तो रास्ते ना मोडना, जो भी मन मे हो वो सपना ना तोडना, कदम कदम पे मिलेगी मुशकिल आपको, बस सितारे चुन-ने के लिये कभी ज़मीन मत छोडना।”
खोल दे पंख मेरे , कहता है परिंदा .. अभी और उड़ान बाकी है ज़मीन नहीं है मंजिल मेरी , अभी पूरा आसमान बाकी है
“सफल होने के लिए जुनून की बहुत जरूरत होती है II”
चाहे तालियां गूँजें या फीकी पड़ जाएँ, अंतर क्या है? इससे मतलब नहीं है कि आप सफल होते हैं या असफल . बस काम करिये , कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता।
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हाथ बांधे क्यों खड़े हो हादसों के सामने हादसें भी कुछ नही है हौंसलो के सामने
ज़िन्दगी बस एक हसीन ख़्वाब है, दिल में जीने की चाहत होनी चाहिये, ग़म खुद ही ख़ुशी में बदल जायेंगे, सिर्फ मुस्कुराने की आदत होनी चाहिये।
जीतने वाले अलग चीजे नहीं करते, वह चीजों को अलग तरह से करते है ।
एक ‘इच्छा’ कुछ नहीं बदलती, एक ‘निर्णय’ कुछ बदलता है, लेकिन एक ‘निश्चय’ सब कुछ बदल देता है।
अगर कोई व्यक्ति आपसे जलता है तो ये उसकी बुरी आदत नही बल्कि आपकी काबिलियत है जो उसे ये काम करने पर मजबूर करती है
मंजिलें मिले न मिले, ये तो मुकद्दर की बात है, हम कोशिश ही न करे ये तो गलत बात है।
रो कर मुस्कुराने का मजा ही कुछ और है, जिंदगी में कुछ खो कर पाने का मजा ही कुछ और है, ज़िन्दगी में हार और जीत तो लगी ही रहती है, लेकिन हार के जीतने का मजा ही कुछ और आता है
अगर आप उस इंसान की तलाश कर रहे हैं जो आपकी ज़िन्दगी बदलेगा, तो आईने में देख लें।
ज़िन्दगी जब ज़ख्म पर दे ज़ख्म तो हँसकर हमें, आजमाइश की हदों को आजमाना चाहिए।
बदल लो खुद को समय के साथ, या समय बदलना सीख लो कभी ना हारो अपनी मजबूरियों से, बस हर हाल में चलना सीख लो
कामयाब होने के लिए कई बार हमें जो है उसी में शुरुआत कर लेनी होती है, भले तैयारी पूरी ना हो क्योंकि यह इंतजार करने से काफी बेहतर है।
जिंदगी में कभी किसी अपने का साथ मत छोड़ना, जिंदगी में कभी किसी का दिल मत तोड़ना, बस जिंदगी तो उसे ही कहते हैं, जो एक पल में सारा जहां जी लेते हैं।
हर ख़्वाब को अपनी साँसों में रखो, हर मंज़िल को अपनी पनाहों में रखो, जीत ही जीत होगी तुम्हारी, बस अपने लक्ष्य को अपनी आँखों में रखो !
हम सभी के पास एक जैसी प्रतिभा नहीं होती, लेकिन हम सभी के पास अपनी प्रतिभा को, विकसित करने समान अवसर जरूर होते हैं!!
कहती है ये दुनिया बस अब हार मान जा, उम्मीद पुकारती है बस एक बार और सही।
जिंदगी में जितना ही सब कुछ नहीं है परंतु जीतने का प्रयास करना बहुत जरूरी है
हम भी दरिया हैं, हमें अपना हुनर मालूम है, जिस तरफ़ भी चल पड़ेगे, रास्ता हो जाएगा।
उठो तो ऐसे उठो कि फक्र हो बुलंदी को, झुको तो ऐसे झुको बंदगी भी नाज़ करे
दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत, यह एक चिराग कई आँधियों पे भारी है।
Motivational Shayari in Hindi
जिंदगी में लक्ष्य पर पहुंचने से पहले अपने दिमाग को लक्ष्य में पहुंचाना पड़ता है
हुकूमत बाजुओं के ज़ोर पर तो कोई भी कर ले, जो सबके दिल पे छा जाए उसे इंसान कहते हैं।
जो मुस्कुरा रहा है उसे दर्द ने पाला होगा, जो चल रहा है उसके पाँव में छाला होगा, बिना संघर्ष के इन्सान चमक नही सकता, जो जलेगा उसी दिये में तो उजाला होगा
अपने हौसलों पर जो ऐतबार करते हैं उन्हें, मंज़िलें खुद पते बताती हैं रास्ते इंतज़ार करते हैं।
सफलता की शुरुआत करोगे ही नहीं हम तो निश्चित है कि हम मंजिल तक पहुंचेंगे भी नहीं
आंधियाँ सदा चलती नहीं, मुश्किलें सदा रहती नहीं। मिलेगी तुझे मंजिल तेरी, बस तू ज़रा कोशिश तो कर।
हजारों उलझनें राहों में और कोशिशें बेहिसाब, इसी का नाम है ज़िन्दगी चलते रहिये जनाब।
हदे शहर से निकली तो गाँव गाँव चली, कुछ यादें मेरे संग पांव-पांव चली, सफ़र जो धुप का हुआ तो तजुर्बा हुआ, वो जिंदगी ही क्या जो छाँव छाँव चली
हवाओं से कह दो अपनी औकात में रहे हम परों से नहीं हौसलों से उड़ते हैं
आज तेरे लिए वक्त का इशारा है, देखता ये जहां सारा है, फिर भी तुझे रास्तों की तलाश है, आज फिर तुझे मंज़िलो ने पुकारा है।
कुदरत ने हम सबको हीरा बनाया है मगर शर्त ये है जो घिसेगा वही चमकेगा।
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सामने हो मंजिल तो रास्ते ना मोड़ना जो भी मन में हो वो सपना मत तोड़ना कदम कदम पर मिलेगी मुश्किल आपको बस सितारे छूने के लिए जमीन मत छोड़ना
ज़िन्दगी बहुत हसीन है, कभी हंसाती है, तो कभी रुलाती है, लेकिन जो ज़िन्दगी की भीड़ में खुश रहता है, ज़िन्दगी उसी के आगे सिर झुकाती है।
Motivational Shayari in Hindi
अगर सूर्य की तरह चमकना है तो पहले सूर्य की तरह जलो।
कोशिश के बावजूद हो जाती है कभी हार होके निराश मत बैठना ऐ यार बढ़ते रहना आगे हो जैसा भी मौसम पा लेती मंजिल चींटी भी… गिर गिर कर कई बार
परिंदो को मिलेगी मंज़िल एक दिन ये फैले हुए उनके पर बोलते है, और वही लोग रहते है खामोश अक्सर ज़माने में जिनके हुनर बोलते है.
मैंने जीवन में उस इंसान से कुछ नहीं सीखा, जो हर बात में मुझसे सहमत था।
निगाहों में मंजिल थी गिरे और गिरकर संभलते रहे हवाओं ने बहुत कोशिश की मगर चिराग आंधियों में भी जलते रहे
संघर्ष इंसान को मजबूत बनाता है! फिर चाहे वो कितना भी कमजोर क्यो न हो.
मेहनत इतनी खामोशी से करो की, तुम्हारी सफलता शोर मचा दे।
अगर सीखना है दिए से तो जलना नहीं, मुस्कुराना सीखो अगर सीखना है सूर्य से तो डूबना नहीं उठना सीखो अगर पहुंचना हो शिखर पर तो राह पर चलना नहीं राह का निर्माण सीखो
वह थक गयी थी भीड़ में चलते हुए उसके बदन पर अनगिनत आंखों का बोझ था
ये ज़िन्दगी तो शायद डुबा ही देती, लेकिन हौंसलों ने मझदार में तैरना सीखा दिया।
जिंदगी में कभी उदास ना होना कभी किसी बात पर निराश ना होना ये जिंदगी एक संघर्ष है चलती ही रहेगी कभी अपने जीने का अंदाज ना खोना
कुछ पाने के लिए कुछ खोना नही कुछ करना पड़ता है
इंसान जिस जगह जाने से डरता है, अक्सर ऐसा देखा गया है, उसकी किस्मत का दरवाजा वहीं खुलता है
होके मायूस ना आँगन से उखाड़ो ये पौधे धूप बरसी है यहाँ तो बारिश भी यही पे होगी।।
कोई गिरने में राजी है कोई गिराने में राजी है जो गिर कर संभल जाएं वही जीतता है बाजी
ज़िन्दगी एक Ice-Cream की तरह है, इसे जितना Taste करना है करलो, वरना पिघल तो वो रही ही है।
ना पूछो कि मेरी मंजिल कहाँ है अभी तो सफर का इरादा किया है ना हारूंगा हौंसला उम्र भर ये मैंने किसी से नहीं खुद से वादा किया है
स्त्री कभी नही हारती उसे हराया जाता है समाज क्या कहेगा यह कहकर उसे डराया जाता है
औरों में भी हौसला जगाकर, जो लक्ष्य की ओर चलते हैं, वो लोग ही कीचड़ में कमल की तरह खिलते हैं।
आज बादलों ने फिर साजिश की जहाँ मेरा घर था वहीं बारिश की अगर फलक को जिद है बिजलियाँ गिराने की तो हमें भी जिद है वहीं पर आशियाँ बसाने की
बोलना तो दूर की बात है देखने को भी तरसेंगे वो लोग जिन्होंने मेरे विश्वास पर पानी फेरा है
सफलता तब मिलती है, जब आपके सपने, आपके बहानों से भी ज्यादा बड़े हो जाते हैं।
डर मुझे भी लगा फांसला देख कर, पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर, खुद ब खुद मेरे नज़दीक आती गई, मेरी मंज़िल मेरा हौंसला देख कर ।
जब भी MOTIVATION कम होने लगे अपने माँ-बाप की तरफ देखकर पढ़ना शुरू करदे
चाह रखने वाले मंजिलों को ताकते नहीं, बढ़कर थाम लिया करते हैं। जिनके हाथों में हो वक्त की कलम, अपनी किस्मत खुद लिखा करते हैं॥
जिंदगी तुझसे हर कदम पर समझौता क्यों किया जाय, शौक जीने का है मगर इतना भी नहीं कि मर मर कर जिया जाए। जब जलेबी की तरह उलझ ही रही है तू ऐ जिंदगी, तो फिर क्यों न तुझे चाशनी में डुबा कर मजा ही लिया जाए।
आदमी गलती करके जो सीखता है वो किसी और तरह से नही सीख सकता
अभी तो केवल शहनाइयां बजी है, ढोल बजने अभी बाकी है। अभी तो केवल गौरैयों ने उड़ान भरी है, असली बाज की उड़ान अभी बाकी है
खुद को जला दे तभी रोशनी मिलेगी तुझे वरना क्या पता इन अन्धेरो में रक्खा क्या है़? तू हंसे तो दुनिया हंसे, वरना अकेले मुस्कुराने में रक्खा क्या है? बनना है तो सूरज बन कोई और सितारा बनने में रक्खा क्या है..
जवाब ऐसा दो कि फिर किसी के मन मे सवाल न आये
मुश्किलों में भाग जाना बड़ा आसान होता है, हर पहलु जिंदगी का इम्तिहान होता है। डरने वाले को कुछ नहीं मिलता जिंदगी में, लड़ने वालों के कदमों में सारा जहान होता है॥
लाख बदल लो आइना चेहरा नहीं बदलता, हथेलियों पर खींचने से लकीरें, मुक़दर नहीं बदलता, सोच से ही है सब कुछ, बिन सोचे कुछ नहीं बदलता।
25 की उम्र में लोग शादी करके अपने बच्चों के बारे में सोचते है और मुझे मेरी माँ को AUDI के आगे वाली सीट पर बैठाना है
असल में वही जिंदगी की चाल समझता है, जो सफर में धूल को गुलाल समझता है॥
विकल्प बहुत मिलेंगे, मार्ग भटकाने के लिए। संकल्प एक ही रखना, मंजिल तक जाने के लिए।
मुश्किलें जरूर है मगर ठहरा नही हूँ मैं मंजिलों से कह दो अभी पहुंचा नही हूँ मैं
जो बाहर की सुनता है वही डर जाता है। जो अंदर की सुनता है वह सवर जाता है॥
तकदीर के खेल से निराश नहीं होते, जिंदगी में ऐसे कभी उदास नहीं होते, हाथों की लकीरों पर क्यों भरोसा करते हो, तकदीर उनकी भी होती है जिनके हाथ नहीं होते।
एक हारा हुआ ईन्सान, हारने के बाद भी स्माईल करे तो, जितने वाला अपनी जीत की खुशी खो देता है।
आज भी जमाना इसी बात से खलता है, इतना ठोकर खाकर भी यह आदमी सीधा कैसे चलता है॥
नन्ही सी चींटी जब दाना लेकर चलती है, चढ़ती दीवारों पर सौ बार फिसलती है, आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
जो अपनी जिंदगी में कुछ पाना चाहते हैं, वो समंदर में भी पत्थरों के पुल बना लेते हैं।
एक दिन वक्त भी बदलेगा, और सारे हालात भी बदलेंगे, लोगों की राय भी बदलेगी, लोगों के बात भी बदलेंगे।
तेरा आत्मबल भी गिराया जायेगा, तुझे नीचा भी दिखाया जायेगा, तेरे दुश्मनों का तो यही मानना है, कि तुझे ऐसे ही हराया जायेगा।
तेरे गिरने में तेरी हार नहीं… तू आदमी है अवतार नहीं… गिर, उठ, चल, फिर भाग… क्योंकि… जीत संक्षिप्त है इसका कोई सार नहीं।
मेहनत करने वालों के, पैरों में छाले होते हैं, जो इन्सान संघर्ष करते हैं, उनके ही जीवन में उजाले होते हैं।
फूलों की तरह मुस्कुराना जिंदगी में, मुस्कुरा के गम भुलाना जिंदगी में , जीत कर खुश हुए तो क्या खुश हुए, हार कर भी मुस्कुराना जिंदगी में।
रोज रोज गिरकर भी मुकम्मल खड़ा हूँ, ऐ मुश्किलों! देखो मैं तुमसे कितना बड़ा हूँ।
लग गयी आग जमाने में तो बचा क्या है, अगर बच गया मैं तो फिर जला क्या है, मेहनत से ही यहाँ सबकुछ मिलता है दोस्तो, इन हाथों की लकीरों में रखा क्या है।
पंछी ने जब जब किया पंखों पर विश्वास, दूर दूर तक हो गया उसका ही आकाश।
हालात से टकराने का जज्बा रखो, मुश्किलों में मुस्कुराने का जज्बा रखो, अगर रूठ जाए तुम्हारे दिल का रेगिस्तान, तो रेत की दीवार बनाने का जज्बा रखो।
अपनी जमीन अपना नया आसमान पैदा कर मांगने से जिंदगी कब मिली है ऐ दोस्त खुद ही अपना नया इतिहास पैदा कर