कर्तृ शब्द के रूप | Katri Shabd Roop in Sanskrit
कर्तृ शब्द के रूप (Katri Shabd Roop in Sanskrit): कर्तृ शब्द कक अर्थ करने वाला होता है। कर्तृ शब्द एक ऋकारान्त पुल्लिंग & विशेषण शब्द के शब्द रूप होते है। कर्तृ शब्द के अंत में “ऋ” की मात्रा का उपयोग होता है, अतः यह एक ऋकारान्त शब्द होता हैं।
कर्तृ शब्द का शब्द रूप सभी ऋकारान्त पुल्लिंग & विशेषण शब्दों के शब्द रूप की तरह बनता है।
जैसे – धातृ, ज्ञातृ, नेतृ , जेतृ, होतृ, श्रोतृ, दातृ, हर्तृ, भर्तृ, वक्तृ, सवितृ, कवयितृ आदि।
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथमा | कर्ता | कर्तारौ | कर्तारः |
द्वितीया | कर्तारम् | कर्तारौ | कर्तॄन् |
तृतीया | कर्त्रा | कर्तृभ्याम् | कर्तृभिः |
चतुर्थी | कर्त्रे | कर्तृभ्याम् | कर्तृभ्यः |
पंचमी | कर्तुः | कर्तृभ्याम् | कर्तृभ्यः |
षष्ठी | कर्तुः | कर्त्रोः | कर्तॄणाम् |
सप्तमी | कर्तरि | कर्त्रोः | कर्तृषु |
सम्बोधन | हे कर्ता ! | हे कर्तारौ ! | हे कर्तारः ! |
संस्कृत व्याकरण में शब्द रूपों का बहुत महत्व दिया जाता है। और धातु रूप भी बहुत महत्वपूर्ण होते है।
संस्कृत के अन्य महत्वपूर्ण शब्द रूप
संस्कृत व्याकरण
संस्कृत धातु रुप | संस्कृत वर्णमाला | लकार |
संस्कृत में कारक | संस्कृत में संधि | समास प्रकरण |
प्रत्यय प्रकरण | उपसर्ग प्रकरण | संस्कृत विलोम शब्द |