काठ का उल्लू होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग (kaath ka ulloo hona Muhavara ka arth)
काठ का उल्लू होना मुहावरे का अर्थ – मूर्ख होना, बहुत बड़ा मूर्ख होना, महामूर्ख होना, वज्र मूर्ख, अज्ञानी या मूर्ख होना।
kaath ka ulloo hona Muhavara ka arth – moorkh hona, bahut bada moorkh hona, mahaamoorkh hona, vajr moorkh, agyaanee ya moorkh hona.
दिए गए मुहावरे का हिंदी में वाक्य प्रयोग
वाक्य प्रयोग: सोहर 3 दिन से एक ही किताब को पढ़े जा रहा है फिर भी उसके समझ में कुछ भी नहीं आ रहा है वह तो काट के उल्लू हो गया काठ का उल्लू।
वाक्य प्रयोग: सोहन 3 साल से एक ही कक्षा में फेल हो रहा है सोहन के जैसा काठ का उल्लू आज तक किसी ने नहीं देखा।
वाक्य प्रयोग: मोहन तो काठ का उल्लू है उसे कितना भी समझा लो उसकी समझ में कुछ भी नहीं आता है।
वाक्य प्रयोग: सोहन बिल्कुल काठ का उल्लू है उसे हर बात को समझा नहीं पड़ती है फिर भी उसके समझ में कुछ भी नहीं आती है।
यहां हमने “काठ का उल्लू होना” जैसे बहुचर्चित मुहावरे का अर्थ और उसके वाक्य प्रयोग को समझा। काठ का उल्लू होना मुहावरे का अर्थ है कि महामूर्ख होना, मूर्ख होना, बहुत बड़ा मूर्ख होना, अज्ञानी या मूर्ख होना। जब किसी व्यक्ति को कितना भी समझा लो और उसकी समझ में कुछ भी ना आए तो ऐसी परिस्थिति में उसके पीछे दिमाग ही नहीं लगाना चाहिए। क्योंकि उसके जैसा काठ का उल्लू तो ढूंढने से भी नहीं मिलेगा। चुकी यह मुहावरा है और मुहावरा और असामान्य अर्थ प्रकट करता है इसीलिए यहां इस मुहावरे का अर्थ दोहरा लाभ प्राप्त करने से हैं।
मुहावरे परीक्षाओं में मुख्य विषय के रूप में पूछे जाते हैं। एक शब्द के कई मुहावरे हो सकते हैं।यह जरूरी नहीं कि परीक्षा में यहाँ पहले दिये गए मुहावरे ही पूछा जाए। परीक्षा में सभी किसी का भी मुहावरे पूछा जा सकता है।
मुहावरे का अपना एक भाग है प्रत्येक पाठ्यक्रम में, छोटी और बड़ी कक्षाओं में मुहावरे पढ़ाया जाता है, कंठस्थ किया जाता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में यह एक मुख्य विषय के रूप में पूछा जाता है और महत्व दिया जाता है।
परीक्षा के दृष्टिकोण से मुहावरे बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में मुहावरे का अपना-अपना भाग होता है। चाहे वह पेपर हिंदी में हो या अंग्रेजी में यहां तक कि संस्कृत में भी मुहावरे पूछे जाते हैं।
मुहावरे कोई बहुत कठिन विषय नहीं है। यदि इसे ध्यान से समझा जाए तो याद करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। इसे समझ समझ कर ही लिखा जा सकता है।
अन्य महत्वपूर्ण मुहावरे और उनका वाक्य प्रयोग
आपे से बाहर होना | आकाश-पाताल एक करना |
आकाश-पाताल एक करना | अपने पाँव पर आप कुल्हाड़ी मारना |
आपे से बाहर होना | कठपुतली बनना |
1000+ हिंदी मुहावरों के अर्थ और वाक्य प्रयोग का विशाल संग्रह