Guzra Waqt Shayari In Hindi
Guzra Waqt Shayari In Hindi
गुज़रा वक़्त शायरी |Guzra Waqt Shayari In Hindi
इतनी जल्दी हार मत मान जिंदगी से, आज वक़्त बुरा है तो कल अच्छा भी होगा !!
जनाब मालूम नहीं था की ऐसा भी एक वक़्त आएगा, इन बेवक़्त मौसमों की तरह तू भी क्षणभर में यु बदल जायेगा।
कपडे और चेहरे अक्सर झूट बोला करते हैं इंसान की असलियत तो …
वक़्त दिखाई नहीं देता है पर बहुत कुछ देखा देता है
वक़्त ने भी हमारा अजीब शिकार किया है; कुछ भी नहीं छोड़, हर तरफ से वार किया है !!
वक़्त लगता है खुद को बनाने मे, इसलिए वक़्त बर्बाद मत करो किसी को मानाने में।
पैसा कमाने के लिए इतना वक़्त खर्च ना करो की पैसा खर्च …
वक़्त चाहे कितना भी बदल जाये बस तुम मत बदलना
Guzra Waqt Shayari In Hindi
यूं वक़्त को बर्बाद न किया कर, गर वक़्त चाहे तो तुझे बर्बाद कर देगा !!
बेवजह तुम्हें यु याद करना, बेवजह दोस्तो को यु परेशान करना, फिजूल ही था तुम पर वक्त बर्बाद करना।
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वक़्त मेरी तबाही पे हँसता रहा रंग तकदीर क्या क्या बदलती रही
वक़्त मिले तो कभी रखना कदम मेरे दिल के आँगन में हैरान रह जाओगे मेरे दिल मै अपना मुकाम देख कर
मैंने खर्च कर दिया वक़्त अपना पैसे कमाने में, बात जब पैसे खर्च करने की आई तो वक़्त ही नही मिला !!
लगा कर हमे आदत अपनी इस मोहब्बत की अब, कहते हो दूर रहो हमसे मेरे पास वक़्त नही अब।
जब दिल पे छा रही हों घटाएँ मलाल की, उस वक़्त अपने …
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ऐ मेरे अच्छे वक़्त तू भी ज़रा धीरे धीरे चल हमने बुरे वक़्त को भी बहुत धीरे से गुजरते देखा है
डर नहीं लगता मुझे इस रात के अंधेरे से, ये तो वक़्त की पाबंद है, ढल ही जाएगी !!
आँखों की नमी बढ़ गई, बातों के सिलसिले कम हो गए, जनाब ये वक़्त बुरा नहीं है, बुरे तो हम हो गए।
आज बुरा है तो क्या हुआ कल अच्छा आएगा वक़्त ही तो …
मुझे परखने में पूरी ज़िन्दगी लगा दी उसने काश कुछ वक़्त समझने में लगाया होता
किसी के सपने किसी का प्यार पूरा न हो, इंसान का वक़्त इतना भी बुरा न हो !!
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खफा हम किसी से नहीं जनाब बस जरा वक़्त की कमी है, आसमान में उड़ने का एक ख्वाब है और पैरों तले जमीं है।
Guzra Waqt Shayari In Hindi
आप एक बात हमेशा याद रखे की आपकी सभी प्रॉब्लम से आप …
अपने खिलाफ बातें मै अक्सर ख़ामोशी से सुनता हूँ जवाब देने का हक़ मैंने वक़्त को दे रखा है
दिल खोल कर हंसना तो मैं भी चाहता था जिम्मेदारियों के बीच कभी वक़्त ही नही मिला !!
आँखो में यु समन्दर लिए किनारे कि तलाश में हूँ, इस वक्त को वक्त देकर वक्त पाने कि आस में हूँ।
इंसान उस वक्त सबसे ज्यादा बेवकूफ़ बनता है जब वह, किसी और …
सादगी इतनी भी नहीं है अब बाकि मुझमे कि तू वक़्त गुज़ारे और मैं मोहब्बत समझू
कभी खिलाफ़ तो कभी साथ होता है, इंसान की बर्बादी में वक़्त का भी हाथ होता है !!
वक़्त के साथ वक़्त से ही लड़ रहें है, वक़्त के ही खेल में वक़्त से आगे निकल रहें है।
दोनों ने ही मिल कर मुझे बर्बाद किया, वक़्त और तक़दीर की क्या खूब सांझेदारी रही !!
तुम ठहरो आज वक़्त को जाने दो
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वक़्त – वक़्त की बात है, किसी को बदनामी मिलती है तो किसी को सलामी !!
किस हक से मांगू अपने हिस्से का वक्त आपसे क्यों कि ना …
मांगना ही छोड़ दिया हमने वक़्त किसी का, क्या पता उसके पास इंकार करने का भी वक़्त न हो
इस वक़्त का मारा हु जनाब, वक़्त पलटने की राह देख रहा हूं, कभी मै भी शेर था अपने उस जंगल का, पर आज वक़्त का शिकार हो गया हूं।
वक़्त मिले गर तो थोड़ा हिसाब भी कर देना ऐ जिंदगी, ये बिना पगार की नौकरी अब मुझसे नहीं होगी !!
दो ही गवाह थे मेरी मोहब्बत के, वक़्त और वो एक गुज़र गया दूसरा मुकर गया
वक़्त का बोझ तब बढ़ जाता है, जब इंतज़ार किसी का सिद्दत से होता है !!
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वो खूबसूरत बचपन सबको याद आता है, जो वक्त के साथ यु बीत जाता है।
ये वक़्त-बे-वक़्त की बात है, हम नादान हुआ करते थे कभी; वक़्त का पहिया कुछ ऐसा चला कि ये नादानियाँ कब ज़िम्मेदारी बन गयी, पता ही न चला !!
कुछ और वक्त बेशक लगा कर आना, लेकिन जरूर कुछ वक्त लेकर आना।
सुना था लोगों से वक़्त बदलता है और अब वक़्त ने बताया कि, लोग भी बदलते है
वक़्त का चक्रव्यूह किसने झेला है, जो जित गया इस जीवन में , वही सही खेल खेला है !!
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Guzra Waqt Shayari In Hindi
वो वक़्त भी बहुत खास होता है, जब सर पर माता पिता का हाथ होता है।
वक़्त और किस्मत पर कभी घमंड न करो सुबह उनकी भी होती है जिन्हे कोई याद नहीं करता
सोचा वक़्त से कुछ सौदे कर लूं, मुझे क्या पता था की उसकी कीमत बचपन की नादानियां होगी !!
ये वक्त गुजरता रहता है, इंसान भी बदलता रहता है, संभाल लो खुद को तुम जनाब, वक्त खुद चीख कर कहता है।
वक़्त आपका है चाहे तो सोना बना लो चाहे तो सोने में गुजार दो
वक़्त की क़द्र हम तब तक नहीं करते, जब तक वक़्त हमें पीछे न छोड़ दे !!
इश्क़ का लम्हा महज़ एक वक़्त का फ़साना है, और वक़्त की तो फ़ितरत ही बदल जाना है।
वक़्त का एक अलग ही दस्तूर है, जिसे दिलों -जान से चाहा, वही सबसे दूर है !!
चेहरे सबके याद है बस वक़्त का इंतज़ार है
घड़ी के सुई के जैसी हो गई है ज़िन्दगी, रुकना कहा है, पता ही नहीं !!
सुनो कभी तोहफे में घड़ी दी थी तुमने, अब जब भी देखती हूं तो यही ख्याल आता है, काश तुम थोड़ा वक़्त भी देते।
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वक़्त की सितम कुछ ऐसी छाई, दूर गए वो और आँख मेरी भर आई !!
सँवारा वक्त ने उसको जिसने वक्त का सही मतलब समझा, वरना वक्त का महत्व क्या हैं ये तो बस वक्त का मारा ही बता सकता हैं।
इंसान और वक़्त दोनों एक सामान है, बदलना भी ज़रूरी है और चलना भी !!
वो वक्त सी थी जो गुजर गई, और मैं यादों सा था जो ठहर गया।
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वक़्त की चोट मैंने कुछ इस कदर खाई, न रहे वो मेरे कभी, फिर भी उनको मेरी दुहाई !!
हर बार वक्त को दोष देना ठीक नहीं हैं, कभी कभी ये लोग ही बुरे होते हैं।
कह दो उनहें के वो वक़्त-बे-वक़्त याद न आये, आये जो करीब मेरे , तो फिर दूर न जाये !!
Guzra Waqt Shayari In Hindi
मेरे और तुम्हारे दरमियां हुनर का अंतर है जनाब, क्योंकि हमको सिखाया है वक्त ने, और आप को सिखाया है किताब ने।
जनाब सब कुछ तो था उनके पास, काश कुछ वक्त भी होता हमारे लिये उनके पास।
कुछ लोग यहाँ वक्त की तरह होते हैं, साथ तो चल सकते हैं, पर हमारे लिए रुक नहीं सकते हैं।
सुनो ये जो वक़्त तुम्हारे बिना गुज़रता है ना, बस अपनी ज़िंदगी के इसी हिस्से से बहुत नफ़रत है मुझे।
वक़्त तो वार करता है, अपने भी वार करते हैं, पर दर्द तब ज्यादा होता है, जब दोनों इकट्ठे वार करते हैं।
कितना निराला होता है ना ये बुरा वक़्त भी जनाब, कोई अकेला रहना चाहता है, तो कमबख्त कोई किसी के साथ।
सुना है कुछ लोगो का वक़्त बुरा सा चल रहा है, और वो हैं कि नफरत हम ही से कर रहे हैं।
ये वक़्त ही था जिसने मुझे बदनाम किया है, वरना गिने जाते थे हम भी कभी उन शरीफों में।
ज़िन्दगी की भी अजीब सी कहानी है, किसी के साथ हम वक़्त को भूल जाते है, तो कोई वक़्त के साथ हमे भूल जाते है।
हमारे ख़ातिर ज़रा कुछ पल उधार लेके आओ, वक्त मिले तो हमारे लिए भी कुछ वक्त ले आओ।
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