Good Night Poems in Hindi: नमस्कार दोस्तों, आज हमने यहां पर आपके लिए शुभ रात्रि पर हिन्दी कविताओं का संग्रह किया है। आप आपको यह हिंदी कविताएं कैसी लगी, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
रात्रि पर कविता – Good Night Poems in Hindi
रात्रि का तिमिर
Poem On Good Night in Hindi
तुम से मिला
और विलीन हुआ मैं
जैसे प्रात:काल में
रात्रि का तिमिर
या जैसे दार्शनिकता में
अर्थहीन बात
तुम सूर्य और मैं
एक टूटा तारा
तुम्हारा जो उदय हुआ
तो मैं खो बैठा
अपना अस्तित्व।
रात्रि (Hindi Poem on Good Night)
Subh Ratri Kavita
1.
मैं मींच कर आँखें
कि जैसे क्षितिज
तुमको खोजता हूँ।
2.
ओ हमारे साँस के सूर्य!
साँस की गंगा
अनवरत बह रही है।
तुम कहाँ डूबे हुए हो?
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रात्रि में बिछोह सहनेवाली
Subh Ratri Poem in Hindi
तस्मिन्काले नयनसलिलं योषितां खण्डिताना
शान्तिं नेयं प्रणयिभिरतो वर्त्म भानोस्त्यजाशु।
प्रालेयास्त्रं कमलवदनात्सोपि हर्तुं नलिन्या:
प्रत्यावृत्तस्त्वयि कररुधि स्यादनल्पाभ्यसूय:।।
रात्रि में बिछोह सहनेवाली खंडिता नायिकाओं
के आँसू सूर्योदय की बेला में उनके प्रियतम
पोंछा करते हैं, इसलिए तुम शीघ्र सूर्य का
मार्ग छोड़कर हट जाना, क्योंकि सूर्य भी
कमलिनी के पंकजमुख से ओसरूपी आँसू
पोंछने के लिए लौटे होंगे। तुम्हारे द्वारा हाथ
रोके जाने पर उनका रोष बढ़ेगा।
यदि दीर्घ दुःख रात्रि ने
गुड नाईट पोएम इन हिंदी
यदि दीर्घ दुःख रात्रि ने
अतीत के किसी प्रान्त तट पर जा
नाव अपनी खेनी कर दी हो शेष तो
नूतन विस्मय में
विश्व जगत के शिशु लोक में
जाग उठे मुझमें उस नूतन प्रभात में
जीवन की नूतन जिज्ञासा।
पुरातन प्रश्नों को उत्तर न मिलने पर
अवाक् बुद्धि पर वे करते है सदा व्यंग,
बालकों सी चिन्ता हीन लीला सम
सहज उत्तर मिल जाय उनका बस
सहज विश्वास से-
ऐसा विश्वास जो अपने में रहे तृप्त,
न करे कभी कोई विरोध,
आनन्द के स्पर्श से
सत्य की श्रद्धा और निष्ठा ला दे मन में।
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