गैर उपसर्ग से शब्द (Gair upasarg se shabd in Hindi)
गैर उपसर्ग से शब्द- गैरहाजिर, गैरकानूनी, गैरमुल्क, गैरजिम्मेदार, गैरमौजूदगी, गैरजरूरी, गैरमतलब, गैरवाजिब, गैरसरकारी।
Gair upasarg se shabd – gairahaajir, gairakaanoonee, gairamulk, gairajimmedaar, gairamaujoodagee, gairajarooree, gairamatalab, gairavaajib, gairasarakaaree.
गैर उपसर्ग से शब्द (Prefix of stranger in Hindi) और उपसर्ग जोड़ने पर किसी भी शब्द का मूल शब्द का अर्थ बदल जाता है। उपसर्ग शब्द या शब्दांश के पहले जुड़कर किसी भी शब्द के अर्थ में विशेषता को लाती है। उपसर्ग का प्रयोग स्वतंत्र रूप से नहीं किया जा सकता है। उपसर्ग शब्द किसी भी शब्द के आगे जुड़ कर विभिन्न प्रकार के शब्दों का निर्माण करती है जिसे हम वाक्यों के द्वारा जानेंगे। इसीलिए एक वाक्य में सभी उपसर्ग शब्दों का प्रयोग हो जाए, यह जरूरी नहीं है। स्थिति के आधार पर वाक्य में अलग अलग उपसर्ग का प्रयोग अलग अलग स्थान पर किया जा सकता है।
नीचे हम उदाहरण के माध्यम से इसे और अधिक गहराई से जानने का प्रयास करेंगे।
गैर शब्द के वाक्य प्रयोग द्वारा उपसर्ग शब्दों के अंतर को समझना
- गैरहाजिरी- गैरहाजिरी का अर्थ होता है उपस्थित ना होना या मौजूद ना होना। मोहन बहुत दिनों से अपने कक्षा में गैरहाजिर है वह कई दिनों से अपने कक्षा में मौजूद नहीं है।
- गैरकानूनी- गैरकानूनी का अर्थ होता है जो कानून के विरुद्ध हो और वैधानिक हो, अवैध हो। जो कोई भी कानून के विरुद्ध कार्य करता है। जो व्यक्ति गैर कानूनी कार्य करेगा उसे अपराधिक दंड को भोगना पड़ेगा।
- गैरजिम्मेदार- गैरजिम्मेदार का अर्थ होता है जो कि अपनी जिम्मेदारी को ना समझने वाला हो। मोहन इतना गैरजिम्मेदार है कि वह अपने माता पिता के बुढ़ापे की जिम्मेवारी नहीं लेना चाहता है।
- गैरमौजूदगी- गैरमौजूदगी का अर्थ होता है कि अनुपस्थित होना, मौजूद ना होना। मोहन के घर जब पुलिस आई तो मोहन वहां पर मौजूद नहीं था और उसकी गैरमौजूदगी में पुलिस उसके घर के अंदर चली गई।
उपसर्ग शब्द परीक्षाओं में मुख्य विषय के रूप में पूछे जाते हैं। उपसर्ग शब्द या शब्दांश के पहले जुड़कर किसी भी शब्द के अर्थ में विशेषता को लाती है। एक शब्द के कई उपसर्ग शब्द हो सकते हैं।यह जरूरी नहीं कि परीक्षा में यहाँ पहले दिये गए शब्द उपसर्ग शब्द ही पूछा जाए। परीक्षा में सभी उपसर्ग शब्दों में से किसी का भी उपसर्ग शब्द पूछा जा सकता है।
उपसर्ग शब्दों का विशेष महत्व है और इनकी सहायता से हम विभिन्न प्रकार के नए शब्दों का निर्माण कर सकते हैं। उपसर्ग शब्द का अपना एक भाग है प्रत्येक पाठ्यक्रम में, छोटी और बड़ी कक्षाओं में उपसर्ग शब्द पढ़ाया जाता है, कंठस्थ किया जाता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में यह एक मुख्य विषय के रूप में पूछा जाता है और महत्व दिया जाता है।
परीक्षा के दृष्टिकोण से उपसर्ग शब्दों बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में उपसर्ग शब्दों का अपना-अपना भाग होता है। चाहे वह पेपर हिंदी में हो या अंग्रेजी में यहां तक कि संस्कृत और उर्दू और फारसी में भीउपसर्ग शब्दों पूछे जाते हैं।
उपसर्ग शब्द कोई बहुत कठिन विषय नहीं है। यदि इसे ध्यान से समझा जाए तो याद करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। इसे समझ समझ कर ही लिखा जा सकता है।
अन्य महत्वपूर्ण उपसर्ग से बने शब्द