Home > Essay > सड़क दुर्घटना पर निबंध

सड़क दुर्घटना पर निबंध

Essay On Road Accident In Hindi:आए दिन सड़क पर दुर्घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं। हर जगह एक्सीडेंट इतने ज्यादा हो रहे है, कि इन से निजात पाना बहुत ज्यादा मुश्किल हो रहा है। सड़क दुर्घटना के चलते ना जाने कितने ही परिवार उजड़ जाते हैं। जिसकी वजह से लोगों को बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हम यहां पर अलग-अलग शब्द सीमा में सड़क दुर्घटना पर निबंध शेयर कर रहे हैं। यह निबन्ध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार साबित होंगे।

Essay On Road Accident In Hindi

Read Also: हिंदी के महत्वपूर्ण निबंध

सड़क दुर्घटना पर निबंध | Essay On Road Accident In Hindi

सड़क दुर्घटना पर निबंध (250 शब्द)

हम बचपन से यही देखते आ रहे हैं, कि अक्सर लापरवाही की वजह से सड़क दुर्घटनाएं होती रहती हैं। हमें बचपन से यही सिखाया जाता है, कि हमें जरूरत पड़ने पर हर किसी की मदद करनी चाहिए। सरकार के द्वारा बनाए गए नियमों का पालन करना चाहिए। लेकिन जैसे जैसे हम बड़े होते हैं, हम देखते हैं कि हमारे बड़े ही इस चीज का पालन नहीं कर रहे हैं। तो वास्तव में हम इन चीजों का पालन कैसे कर सकते हैं। मेरे हिसाब से यह मानना गलत है, अगर कोई काम बड़ा गलत कर रहा है, तो जरूरी नहीं कि छोटा भी उस काम को गलत करें। हमें चाहिए कि हम सभी लोगों को इस चीज के लिए जागरूक करें।

लोग अक्सर सरकार पर यह आरोप लगाते हैं, कि सरकार ने हेलमेट ना पहनने के लिए इतने रुपए का जुर्माना लगा दिया है। सीट बेल्ट ना पहनने पर इतने रुपए का जुर्माना भरना जरूरी है, परंतु कभी किसी ने क्या यह सोचा है, कि सरकार यह क्यों करती है? यह सिर्फ हमारे भविष्य को और हमें बचाने के लिए ही करती है। हमारे हिसाब से अगर देखा जाए तो, हेलमेट पहनना और सीट बेल्ट लगाना कोई बड़ी बात नहीं है यह हमारे बचाव के लिए ही होती है।

आजकल फिल्म में ऐसे ऐसे स्टंट दिखाए जाते हैं, कि उन को कॉपी करने के लिए लोग न जाने क्या-क्या करते हैं। लेकिन मेरे हिसाब से यह गलत है, क्यों? क्योंकि जो लोग देखते हैं, वही कॉपी करते हैं। कॉपी करने में दुर्घटनाएं इतनी होती हैं। हमारे भारत में लगभग 1 साल में डेढ़ लाख के आस पास सिर्फ दुर्घटना से ही मौत होती है। क्या इस दुर्घटनाओं को हम रोक नहीं सकते हैं?

सड़क दुर्घटना पर निबंध (850 शब्द)

प्रस्तावना

सड़क दुर्घटना एक ऐसी दुर्घटना, जिसके बारे में हमें पता होता है फिर भी उसी रस्ते पर हम चले जाते हैं। हमारे भारत में जितनी बेवकूफी सड़क दुर्घटनाओं को लेकर की जाती है, उतनी किसी देश में नहीं होती है। अगर सभी सावधानियों को बरतते हुए ड्राइविंग करेंगे, तो हमारे भारत में भी सड़क दुर्घटना के किस्से कम हो जाएंगे। हमारे भारत में लगभग 1 साल में डेढ़ लाख से भी अधिक सड़क दुर्घटना के मामले सामने आते हैं। आखिर ऐसा क्यों है? अगर हम थोड़ी सी सावधानी को ध्यान में रखते हुए ड्राइविंग करेंगे तो सड़क दुर्घटनाएं अपने आप ही कम हो जाएंगी।

आखिर क्यों होती है इतनी सड़क दुर्घटनाएं?

सबसे बड़ा प्रश्न यह उठता है, कि इतनी सड़क दुर्घटनाएं क्यों होती हैं? शायद इसका जवाब हम सभी जानते हैं, बस उस चीज को करने में कतराते हैं। सरकार सभी लोगों से अनुरोध करती रहती है, कि कृपया बाइक चलाते समय हेलमेट का इस्तेमाल करें, कार चलाते समय सीट बेल्ट का ध्यान रखें, अन्यथा आपका चालान कट जाएगा। यह सरकार अपने लिए नहीं करती है, या किसी चालान काटने के लिए नहीं करती है, बल्कि इसीलिए करती है, कि पब्लिक सुरक्षित रहे। क्योंकि पब्लिक तो अपनी सुरक्षा का ध्यान रखती ही नहीं है, तो इसका जिम्मा किसी ना किसी को तो उठाना ही पड़ेगा। परंतु पब्लिक फिर भी सरकार को ही दोष देती है, कि सरकार ने इतनी चालान बढ़ा दिए हैं।

सड़क दुर्घटना के क्या-क्या कारण हैं?

वैसे तो देखा जाए सड़क दुर्घटना होने के अनेक कारण हैं। जिनका हमें समाधान करने की बहुत ही ज्यादा आवयश्कता है, तो आइए कुछ कारणों की बात यहां पर हम करते हैं;-

लोगों में अनुशासन की कमी का होना

सबसे बड़ा सड़क दुर्घटना का कारण यही है, कि लोगों में अनुशासन नहीं है। अगर हमारे लिए नियम और कायदे बनाए गए हैं, कि हमें हेलमेट लगाना है। सीट बेल्ट पहने नहीं है, तो हम वह नियम कायदे क्यों नहीं मानते हैं? अगर हम नियम कायदे नहीं मानेंगे, तो जाहिर सी बात है, हम दुर्घटना से संभावित जरूर होंगे, और हमें इसके चलते गंभीर चोटे जरूर आएंगे, हो सकता है, हमारी जान भी चली जाए।

सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटना रेलवे क्रॉसिंग पर देखने को मिलती है। लोगों को वहां से जाने की इतनी जल्दी होती है, कि वह फाटक खुलने तक का भी इंतजार नहीं करते हैं। बल्कि फाटक के नीचे होकर अपनी बाइक और साइकिल निकालने का प्रयत्न करते हैं। जिसकी वजह से अगर अचानक से ट्रेन आ जाती है, तो वह दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। अगर हम कहें किसी जगह 5 या 10 मिनट लेट पहुंचते हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है, कि कोई हमें फांसी पर चढ़ा देगा, ऐसा नहीं होता है, हमें सबसे जरूरी यह चाहिए कि, हम अपनी जान को जोखिम में ना डालें भले ही हम देरी से क्यों ना पहुंचे।

अगर आपको अनुशासन का इतना ही ख्याल है, कि हमें अपने दफ्तर या ऑफिस में टाइम पर पहुंचना है, तो आपको चाहिए कि आप घर से कम से कम 10 से 15 मिनट पहले निकले इससे आप जल्दी भी पहुंचेंगे और आप खुद के लिए जल्दी भी नहीं करेंगे अपने आप को क्षति ग्रस्त होने से बचा सकेंगे।

टेक्नोलॉजी की वजह से

आजकल का सबसे बड़ा दुर्घटना का कारण एक मोबाइल फोन भी बन गया है। लोगों को आदत सी हो गई है, जैसे ड्राइविंग करते करते मोबाइल पर बात करने की मोबाइल पर बात करते वक्त लोगों को यह भी नहीं सुनाई देता है, कि पीछे से कौन कौन बजा रहा है। सामने से कौन सी गाड़ी आ रही है, हमें बहुत ही बातों में सतर्क रहने की आवश्यकता है।

कई लोगों को ड्राइविंग करते समय रेडियो या गाने सुनने की बहुत ज्यादा लत होती है। इसके साथ हमें आसपास आगे पीछे का भी ध्यान रखना चाहिए।

कई बार कई लोगों को बहुत ज्यादा फास्ट ड्राइविंग पसंद होती है। इससे भी हम क्षति ग्रस्त हो सकते हैं, क्योंकि आगे या पीछे से कोई भी वाहन अगर तेजी से आ रहा होगा, और हम भी तेजी से होंगे तो जाहिर सी बात है कि दुर्घटना तो होगी ही होगी।

शराब पीना

सबसे बड़ा कारण है, शराब पीकर गाड़ी चलाना। लोग लेट नाइट पार्टी करके अपने घर जाते हैं, तब वह वाहन इतनी जोर से चलाते हैं, और अपने होश में भी नहीं होते हैं तो संभावना है कि दुर्घटना होगी ही होगी।

एक कारण यह भी है, कि लोग रेड लाइट तक देखते नहीं है और उसे जल्दबाजी में क्रॉस कर जाते हैं, और इधर उधर से आने वाले वाहन टक्कर दे देते हैं जिसकी वजह से सड़क दुर्घटना हो जाती है।

कई बार सड़क पर कोई नुकीली भी चीज पड़ी रहती है, जिसकी वजह से वह हमारे टायर में लग जाती है, और टायर फटने की संभावना रहती है। जैसे ही टायर फटता है तो हमारा वाहन  असंतुलित हो जाता है। जिसकी वजह से टक्कर होने की संभावना रहती है, तो हमें चाहिए कि अगर आपको सड़क पर कुछ ऐसी चीज की संभावना हो तो आप अपनी स्पीड कम करें और वाहन को ध्यान पूर्वक चलाएं।

प्राकृतिक और अन्य कारण की वजह से

प्राकृतिक और अन्य कारण वह होते हैं, जो हमारे बस में नहीं होते हैं। जैसे मौसम खराब हो जाना, अचानक से बहुत तेज बारिश आ जाना, अचानक से बहुत तेज तूफान आ जाना, हमारे वाहन के सामने किसी जानवर का आ जाना, इन सब चीजों से भी कई बार दुर्घटना हो जाती है लेकिन यह दुर्घटना हमारे बस में नहीं होती है।

निष्कर्ष

अगर हम चाहे तो सड़क दुर्घटनाओं को रोक सकते हैं। रोज ना जाने कितने परिवार खत्म होते हैं, रोज ना जाने कितनों के अपने प्यारे सदस्य खत्म हो जाते हैं। सिर्फ सड़क दुर्घटना की वजह से हमें चाहिए कि हम सरकार के नियमों का पालन करें उनका उल्लंघन ना करें। अगर हम अपने अनुशासन में रहकर ड्राइविंग करते हैं, तो सड़क दुर्घटना की संभावना बहुत कम हो जाएगी और धीरे-धीरे हम इस समस्या से निजात पा सकेंगे।

अंतिम शब्द  

हमने यहां पर “ सड़क दुर्घटना पर निबंध (Essay On Road Accident In Hindi) ” शेयर किया है। उम्मीद करते हैं कि आपको यह निबंध पसंद आया होगा, इसे आगे शेयर जरूर करें। आपको यह निबन्ध कैसा लगा, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

Read Also:

Ripal
Ripal

Related Posts

Leave a Comment