आज के समय में परिवहन बहुत तेजी से विकसित हुआ है। लेकिन इस विकास के साथ ही खतरा भी बढा है। हर दिन पूरे दुनिया भर में हजारों लोगों की मौत केवल सड़क दुर्घटना से हो जाती है।
वाहन चालकों के लापरवाही और भी कई कारणों से सड़क पर चल रहे लोगों के जान खतरे में पड़ जाते हैं। सडक दुर्घटना की संख्या आए दिन बढ़ते ही चली जा रही हैं।
सड़क दुर्घटना को कम करने के लिए हमें पहले यह जानना जरूरी है कि आखिर सड़क दुर्घटना किन-किन कारणों से होता है और किस तरीके से हम इसे रोक सकते हैं।
यहां पर सड़क दुर्घटना पर निबंध हिंदी में (Sadak Durghatna Par Nibandh) शेयर कर रहे हैं। यह निबन्ध विद्यार्थियों के लिए मददगार साबित होगा।
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सड़क दुर्घटना पर निबंध हिंदी में (Sadak Durghatna Par Nibandh)
प्रस्तावना
सड़क पर यात्रा करते समय लापरवाही बरतना ही सड़क दुर्घटना का मुख्य कारण होता है। सड़क पर यात्रा करते समय सही सावधानी बरती जाए तो सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है।
सड़क पर चलते समय ट्रैफिक नियमों और चिन्हों का प्रयोग करके सड़क दुर्घटना से बचा जा सकता है। साथ ही अन्य की जिन्दगी भी बचाई जा सकती है।
सड़क दुर्घटना का कारण
सड़कों और वाहनों की संख्या बढ़ते ही चली जा रही है। अब तो हर किसी के घर पर अपना निजी वाहन हो चुका है। सबके घर पर स्कूटर, बाइक, कार है। अब लोग सार्वजनिक परिवहन के बजाय अपने निजी वाहन का प्रयोग यात्रा के लिए करते हैं।
इससे प्रदूषण तो होता ही है लेकिन सड़क दुर्घटना की संभावना भी उतनी ही बढ़ जाती है। वाहनों की बढ़ती संख्या सड़क दुर्घटना का एक कारण तो है ही लेकिन इसके साथ ही वाहन चालकों की लापरवाही सड़क दुर्घटना का मुख्य कारण है।
कुछ सड़क दुर्घटनाएं खराब रोड़ के कारण भी होती है और दुर्भाग्यवस भारत जैसा देश सड़क पर गड्ढों के लिए ही प्रसिद्ध है। यहां पर ज्यादातर घटनाएं तो सड़कों के गड्ढों के कारण होती है। सड़क दुर्घटना के निम्नलिखित कई कारण है:
हेलमेट ना पहनना
सड़क दुर्घटना में ज्यादातर दो पहिए वाहन चालक को ज्यादा खतरा होता है और इसका मुख्य कारण है हेलमेट न पहनना। ज्यादातर दो पहिया वाहन चालक वाहन चलाते समय हेलमेट नहीं पहनते हैं, जिसके कारण उनके दिमागी चोट और मौत की संभावना बढ़ जाती है।
यहां तक कि दो पहिए वाहन पर केवल दो लोगों की सवारी ही मान्य है। लेकिन उसके बावजूद लोग ट्रिपल राइडिंग करते हैं, जो कि अवैध है और यह सड़क दुर्घटना का कारण बनता है।
ओवरटेक करना
आजकल के युवा जो सड़कों पर वाहन चलाते हैं, उन्हें सबसे आगे निकलने की हौड़ लगी रहती है। वे तेज रफ्तार से आगे वाले वाहन को ओवरटेक करने की कोशिश करते हैं, जिसके चक्कर में बहुत बार बड़ी दुर्घटना घटित हो जाती है।
नशे में वाहन चलाना
सड़क दुर्घटना का एक सबसे बड़ा कारण होता है शराब पीकर वाहन चलाना। कई लोग शराब पीकर वाहन चलाते हैं, जिसके कारण उनका ध्यान केंद्रित करने और ठीक से काम करने की क्षमता कम हो जाती हैं। इससे वाहन चालक वाहन को नियंत्रित कर नहीं पाता है और इससे दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती है।
ड्राइविंग के समय मोबाइल का इस्तेमाल करना
आज के समय में युवा बिना मोबाइल के 1 मिनट भी अपने आपको दूर नहीं रखती है फिर चाहे ड्राइविंग करते हुए ही फोन चलाना हो। सड़क दुर्घटना के प्रमुख कारणो में से एक ड्राइविंग के समय मोबाइल चलाना है।
ड्राइविंग के समय मोबाइल पर ध्यान देने से वाहन चालक विचलित हो जाता है और इससे सड़क दुर्घटना हो जाती है।
ट्रैफिक नियमों का पालन न करना
सड़क दुर्घटना में आधे से ज्यादा दुर्घटना ट्रैफिक नियमों के पालन न करने से होता है। दुख की बात तो यह है कि बहुत से वाहन चालकों को तो ट्रैफिक नियमों की जानकारी भी नहीं होती है।
इसके अलावा अनुभवहीन किशोरावस्था के बालक भी सड़क पर वाहन चलाते हैं, जो दूसरों का तो जान जोखिम में डालते हैं। साथ में खुद का भी जान जोखिम में डाल देते हैं।
बिना ड्राइविंग लाइसेंस के सड़क पर वाहन चलाने से सड़क दुर्घटना होने की संभावना हमेशा बनी रहती है। सडक दुर्घटना के अन्य कारणों में असुरक्षित लेन परिवर्तन, वाहनों में भारी मात्रा में सामान ले जाना, नींद में गाड़ी चलाना, वाहन में खराबी, बारिश या कोहरे में वाहन चलाना, तेज रफ्तार से वाहन चलाना जैसे कई कारण है।
सड़क दुर्घटना को रोकने का प्रयास
सडक दुर्घटना को यातायात के नियमों का पालन करके रोका जा सकता है। यातायात के नियमों का पालन करना न केवल वाहन चालकों की जिम्मेदारी और कर्तव्य है बल्कि सड़क पर पैदल चलने वाले यात्रियों के लिए भी यह नियम की जानकारी होना जरूरी है।
क्योंकि सड़क दुर्घटना केवल वाहन चालकों के लापरवाही से ही नहीं बल्कि सड़क पर पैदल चलने वाली यात्रियों के लापरवाही से भी होता है। सड़क पर पैदल चलने वाले यात्रियों को हमेशा क्रॉसिंग पर ही रोड़ पार करने की कोशिश करनी चाहिए। इसके अलावा उन्हें सड़क के बायीं ओर चलना चाहिए।
- वाहन चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल ना करें।
- होश में रहकर वाहन चलाएं।
- वाहन चलाते समय सीट बेल्ट और हेलमेट जरूर पहनें।
- वाहन निर्धारित गतिशिमा में चलाएं।
- ओवरटेक ना करें।
- ट्रैफिक नियमों का सही से पालन करें।
- वाहन का ब्रेक, टायर, लाइट और अन्य घटकों का नियमित रूप से जांच करते रहे।
सड़क दुर्घटना को रोकना हम सभी की जिम्मेदारी हैं। यह गंभीर विषय है इसलिए हम सभी को एक साथ मिलकर सहयोग देना पड़ेगा।
यातायात के नियमों का पालन करना, जागरूकता बढ़ाना और सड़कों के सुधार से हम सड़क दुर्घटना को रोकने की कोशिश कर सकते हैं और कई अनमोल जिंदगी को बचा सकते हैं।
उपसंहार
अगर हम चाहे तो सड़क दुर्घटनाओं को रोक सकते हैं। रोज ना जाने कितने परिवार खत्म होते हैं, रोज ना जाने कितनों के अपने प्यारे सदस्य खत्म हो जाते हैं। सिर्फ सड़क दुर्घटना की वजह से हमें चाहिए कि हम सरकार के नियमों का पालन करें उनका उल्लंघन ना करें।
अगर हम अपने अनुशासन में रहकर ड्राइविंग करते हैं तो सड़क दुर्घटना की संभावना बहुत कम हो जाएगी और धीरे-धीरे हम इस समस्या से निजात पा सकेंगे।
निष्कर्ष
हमने यहां पर सड़क दुर्घटना निबंध (road accident essay in hindi) शेयर किया है। उम्मीद करते हैं कि आपको यह निबंध पसंद आया होगा, इसे आगे शेयर जरूर करें। आपको यह निबन्ध कैसा लगा, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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