दूरियों पर बेहतरीन शायरी |Dooriyan Shayari in Hindi
मुझसे दूरियाँ बनाकर तो देखो, फिर पता चलेगा कितना नज़दीक हूँ मैं।
” दूरियाँ जब बढ़ी तो, गलतफहमियां भी बढ़ गयी, फिर तुमने वो भी सुना, जो मैंने कहा ही नही “
मेरे दिल को अगर तेरा एहसास नहीं होता, तू दूर रह कर भी यूं मेरे पास नहीं होता, इस दिल में तेरी चाहत ऐसे बसा ली है, एक लम्हा भी तुझ बिन ख़ास नहीं होता।
आलम बेवफाई का कुछ इस कदर बढ़ गया, फासला तय होता रहा और दूरियां बढ़ती गई।
तू मुझसे दूरियाँ बढ़ाने का शौक पूरा कर, मेरी भी जिद है तुझे हर दुआ में मागुँगा।
दरियों का ग़म नहीं, अगर फ़ासले दिल में न हो, नज़दीकियां बेकार है, अगर जगह दिल में ना हो।
ये दूरियाँ तो मिटा दूँ मैं एक पल में मगर, कभी कदम नहीं चलते कभी रास्ते नहीं मिलते।
दूरियां बढ़ना लाज़मी था, प्यार हमारा एकतरफा जो था।
एक सिल-सिले की उम्मीद थी जिनसे, वही फ़ासले बनाते गये। हम तो पास आने की कोशिश में थे, ना जाने क्यूँ वो हमसे दूरियाँ बढ़ाते गये।
तुम कितने दूर हो मुझसे, मैं कितना पास हूँ तुमसे. तुम्हें पाना भी नामुमकिन, तुम्हें खोना भी नामुमकिन।
तुझसे दूर रहकर कुछ यूँ वक़्त गुजारा मैंने, ना होंठ हिले फिर भी तुझे पल-पल पुकारा मैंने।
दूरियों का एहसास उस वक़्त हुआ, जब मैं उसके सामने से गुजरी, और उसे मेरी मौजूदगी का एहसास तक ना हुआ।
सिर्फ नज़दीकियों से मोहब्बत हुआ नहीं करती, फैसले जो दिलों में हो तो फिर चहत हुआ नहीं करती, अगर नाराज़ हो खफा हो तो शिकायत करो हमसे, खामोश रहने से दिलों की दूरियां मिटा नहीं करती।
वो क़रीब बहुत है, मगर दूरियों के साथ… हम दोनों जी तो रहे हैं। मगर मजबूरियों के साथ !
उसने मुझसे ना जाने क्यों ये दूरी कर ली, बिछड़ के उसने मोहब्बत ही अधूरी कर दी, मेरे मुकद्दर में दर्द आया तो क्या हुआ, खुदा ने उसकी ख्वाहिश तो पूरी कर दी।
ख़्वाबों में भी ख़्वाब बनकर आते हो, जाना इतनी दूरियां कहा से लाते हो।
इस कदर दिल को दुखाना अच्छा नहीं होता, हर किसी से यूँ दिल को लगाना अच्छा नहीं होता, कुछ रिश्ते होते हैं ऐसे जिनमे बेहतर है दूरियां, इतना भी किसी के करीब जाना अच्छा नहीं होता।
बहुत खास है वो शक्स मेरे लिए, फिर भी वो मेरा दिल दुखाता है, सब के लिए वक्त है उसके पास, बस मुझसे ही दूरियां बनाता है।
मीलों की दूरियां पर धड़कनों के क़रीब हैं, देखिए ना दूर होके भी हम कितने नज़दीक हैं।
बिन बताये उसने न जाने क्यों ये दूरी कर दी, बिछड़ के उसने मोहब्बत ही अधूरी कर दी, मेरे मुकद्दर में घूम आये तो क्या हुआ, खुदा ने उसकी ख्वाइश तो पूरी कर दी।
तेरा मेरा दिल का रिश्ता भी अजीब है, मीलों की दूरियां है और, धड़कन कितना करीब है
दूरी ने कर दिया है तुझे और भी करीब, तेरा ख़याल आ कर न जाये तो क्या करें।
हम बताएंगे भी नहीं जताएंगे भी नहीं, दूरी बना कर रखेगे मिटाएंगे भी नहीं।
तुझसे दूरी का एहसास सताने लगा, तेरे साथ गुज़रा हर पल याद आने लगा, जब भी कोशिश की तुझे भूलने की, तू और ज्यादा दिल के करीब आने लगा।
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थोड़ी दूरियाँ भी ज़रूरी है, ज़िन्दगी में, किसी के इतने करीब भी न जाओ, की वो दूर चला जाये .
मोहब्बत ऐसी थी कि उनको बताई न गयी, चोट दिल पर थी इसलिए दिखाई न गयी, चाहते नहीं थे उनसे दूर होना पर, दूरी इतनी थी कि मिटाई न गयी।
कुछ हमें भी बता देते यूं दूरियां न जताते, इल्ज़ाम हज़ारों लगाये, ख़ता भी बता जाते।
उनकी गलियों की हवा हर दर्द की दवा बन गयी, दूरी उनसे मेरी चाहत की सज़ा बन गयी, कैसे भूलूँ उन्हें एक पल के लिए, उनकी याद तोह जीने की वजह बन गयी।
Dooriyan Shayari in Hindi
दूर हो रहे है वो धीरे धीरे, मुझे तडपा रहे है वो धीरे धीरे, उन्हें तो कुछ पता ही नही, जान जा रही है मेरी धीरे धीरे .
दूरियों की ना परवाह कीजिये, दिल जब भी पुकारे बुला लीजिये, कहीं दूर नहीं हैं हम आपसे, बस अपनी पलकों को आँखों से मिला लीजिये।
ये दूरियां कहां मायने रखती इश्क में , दिल-ए-मुस्कुराहट के लिए तेरी याद ही काफी है।
दूरियों से फर्क नहीं पड़ता, बात तो दिल की नजदीकियों की होती है! दिल के रिश्ते तो किस्मत से बनते हैं, वर्ना मुलाकात तो जाने कितनों से होती है!
सजा न दे मुझे बेक़सूर हूँ मैं, थाम ले मुझको ग़मों से चूर हूँ मैं, तेरी दूरी ने कर दिया है पागल मुझे, और लोग कहते हैं कि मगरूर हूँ मैं।
तेरी तस्वीरों को ही सीने से लगा लेते हैं, दूरियों को हम कुछ इस तरह मिटा लेते हैं।
दूर रहकर भी तुम्हारी हर, खबर रखते है, हम पास तुम्हे कुछ, इस कदर रखते है
दूरियों का भी अपना मजा है, दर्द और अहमियत की अच्छी सीख जो दे जाता है।
ना तुम दूर जाना ना हम दूर जायेंगे, अपने अपने हिस्से की दोस्ती निभाएंगे। बहुत अच्छा लगेगा जिंदगी का यह सफर, आप वहां से याद करना हम यहां से मुस्कुराएंगे।
जो रिश्ते दिल से बनाए जाते है, वो दूर रहने पर भी दिल के सबसे करीब पाए जाते है।
Dooriyan Shayari in Hindi
ये दूरी हमसे अब और सही नहीं जाती, बस तेरे पास आने को मेरा जी चाहता है, तोड़कर सारी दुनिया की रस्मो – रिवाजों को, तुझे अपना बनाने को जी चाहता है ।
थोड़ा थोड़ा पास आने से नज़दीकियां बढ़ती हैं, और थोड़ा थोड़ा दूर जाने से दूरियाँ।
नफरतों के बाज़ार में कीमत सिर्फ बदले की होती हैं, उम्मीदों के भाव गिरते हैं, और दूरियां पनपती हैं ।
फासलो से अगर मुस्कुराहट लौट आए तुम्हारी, तो तुम्हे हक है दूरियां बढ़ा लो तुम।
दूरियां खंजर सी चुभ रही हैं, करीबियत की धार कुछ ज्यादा ही है।
कभी कभी रिश्तों में दूरियां भी जरूरी होती है, अक्सर ज्यादा पास रहने से रिश्ते बोझ लगने लगते है।
दूरियां दिल की होती तो खत्म कर देते, दूरियां तो दिमाग की थी,कैसे खत्म करते।
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।