Computer Operator Kya Hai: भारत में हर साल लाखों की संख्या में छात्र स्नातक पूरा करके निकलते हैं। लेकिन शिक्षित होने के बावजूद युवाओं को नौकरी के लिए दर-दर भटकना पड़ता है। क्योंकि सरकार रोजगार की व्यवस्था नहीं कर पाती है।
ऐसे में इस लेख में हम आपको एक ऐसा करियर विकल्प बताने वाले हैं, जिसकी डिमांड बहुत ज्यादा है और इसमें कमाई भी बहुत अच्छी है।
इस लेख में कंप्यूटर ऑपरेटर के बारे में बताने वाले हैं। इसके साथ ही Computer Operator Kya Hai?, कंप्यूटर ऑपरेटर बनकर अपना करियर कैसे बना सकते हैं और कंप्यूटर ऑपरेटर से संबंधित और भी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे।
कंप्यूटर ऑपरेटर क्या होता है? (Computer Operator Kya Hai)
जो कंप्यूटर का संचालन करता है, उसे कंप्यूटर ऑपरेटर कहते है। एक कंप्यूटर ऑपरेटर कंप्यूटर से जुड़े सभी छोटे-बड़े कार्य करने में सक्षम होता है जैसे कि कंप्यूटर से किसी का प्रिंट निकालना, मेल करना, किसी जानकारी संबंधित ड्राइव में उसे संग्रहित करके रखना, पावरप्वाइंट, एक्सेल, एमएस वर्ड पर आसानी से कार्य कर पाना आदि।
कंप्यूटर ऑपरेटर को कंप्यूटर के विषय में और उसके एप्लीकेशन को इस्तेमाल करने के बारे में अच्छी जानकारी होती है। उन्हें कंप्यूटर के आउटपुट डिवाइस जैसे कि कीबोर्ड, प्रिंटर, माउस इत्यादि का इस्तेमाल करना भी अच्छे से आता है।
इस तरह किसी भी डिपार्टमेंट या ऑफिस में कंप्यूटर पर कार्य करने वाला कर्मचारी कंप्यूटर ऑपरेटर कहलाता है।
DEO और कंप्यूटर ऑपरेटर में अंतर
बहुत से लोग कंप्यूटर ऑपरेटर और डाटा एंट्री ऑपरेटर को लेकर कंफ्यूज रहते हैं। दोनों एक ही है या दोनों में अंतर है?
वैसे कंप्यूटर ऑपरेटर और DEO का कार्य लगभग एक समान ही होता है। लेकिन DEO का कार्य मुख्य रूप से डाटा एंट्री तक ही सीमित रहता है जबकि कंप्यूटर ऑपरेटर का कार्य डाटा एंट्री से लेकर कंप्यूटर से जुड़े सभी तरह के कार्य होते हैं जैसे कि एक्सेल शीट तैयार करना, एमएस वर्ड में टाइपिंग करना, डाटा को एंट्री करना आदि।
इसीलिए एक कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए टाइपिंग स्पीड और कंप्यूटर की बेसिक नॉलेज होना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।
कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए योग्यताएं
कंप्यूटर ऑपरेटर बनने के लिए आपको विशेष पढ़ाई की जरूरत नहीं पड़ती है। कोई भी सामान्य पढ़ा लिखा व्यक्ति कंप्यूटर ऑपरेटर बन सकता है। एक कंप्यूटर ऑपरेटर बनने के लिए आपको निम्नलिखित कुछ चीजों की जरूरत है।
शैक्षणिक योग्यता
कंप्यूटर ऑपरेटर बनने के लिए आपको बहुत ज्यादा पढ़ाई की जरूरत नहीं पड़ती है। लेकिन किसी भी ऑफिस या डिपार्टमेंट में एक सामान्य कंप्यूटर ऑपरेटर बनने के लिए कम से कम 12वीं पास तक की शैक्षणिक योग्यता होना जरूरी है या फिर आपके पास डीसीए, पीजीडीसीए या तीन माह का बेसिक कंप्यूटर का सर्टिफिकेट होना आवश्यक है।
इन दस्तावेज की मदद से आप किसी भी सरकारी विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटर के तौर पर काम पाने के लिए एलिजिबल हो जाते हैं। वैसे सभी जगह पर अलग-अलग पोजीशन के लिए कंप्यूटर ऑपरेटर की योग्यता अलग-अलग होती है।
कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की जानकारी
कंप्यूटर ऑपरेटर को कंप्यूटर पर कई तरह के कार्य करने पड़ते हैं। ज्यादातर कार्यों के लिए उन्हें कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की मदद लेनी पड़ती है।
कंप्यूटर ऑपरेटर बनने के लिए PowerPoint, MS word, Excel जैसी सामान्य कंप्यूटर सॉफ्टवेयर का जानकारी होना बहुत ही जरूरी है। आधे से ज्यादा कार्य इन्ही सॉफ्टवेयर पर होता है।
टाइपिंग स्पीड
एक कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए टाइपिंग स्पीड बहुत ही मायने रखता है। क्योंकि कंप्यूटर ऑपरेटर को कंप्यूटर पर तमाम तरह के कार्य करने होते हैं, उन्हें डाटा भी एंट्री करनी पड़ती है।
ऐसे में फास्ट टाइपिंग स्पीड होने पर ही वह अपने कार्य को जल्दी कर पाएंगे। इसीलिए कंप्यूटर ऑपरेटर बनने के लिए बेहतरीन टाइपिंग स्पीड का होना जरूरी है, जिसके लिए आप प्रतिदिन अभ्यास कर सकते हैं।
भाषा की जानकारी होना
एक कंप्यूटर ऑपरेटर को अंग्रेजी और हिंदी भाषा में टाइपिंग करना होता है। वैसे तो ज्यादातर काम अंग्रेजी भाषा में होता है लेकिन इसके साथ ही कभी-कभी हिंदी में भी टाइपिंग की जरूरत पड़ती है।
इसीलिए कंप्यूटर ऑपरेटर बनने के लिए दोनों ही भाषा का ज्ञान होना जरूरी है। इसके लिए हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषा में टाइपिंग का अभ्यास कर सकते हैं।
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कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए आयु सीमा
वैसे तो प्राइवेट सेक्टर में कंप्यूटर ऑपरेटर का काम करने के लिए कोई भी निश्चित आयु सीमा नहीं होती है बस कंप्यूटर की सामान्य जानकारी होनी चाहिए, उन्हें कंप्यूटर ऑपरेटर का काम मिल जाता है। लेकिन सरकारी डिपार्टमेंट में कंप्यूटर ऑपरेटर बनने के लिए उनकी न्यूनतम उम्र 18 वर्ष निर्धारित की गई है।
कंप्यूटर ऑपरेटर का कार्य
- एक कंप्यूटर ऑपरेटर को एमएस वर्ड में डॉक्यूमेंट बनाना होता है और उसे ईमेल करना होता है।
- कंप्यूटर ऑपरेटर को माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल पर मैथमेटिकल शीट भी तैयार करने के काम करने पड़ते हैं।
- एक कंप्यूटर ऑपरेटर को सभी तरह के डाटा कंप्यूटर में एंट्री करने पड़ते हैं।
- कंप्यूटर ऑपरेटर को पावर पॉइंट में प्रेजेंटेशन भी तैयार करना पड़ता है।
- किसी ऑफिस में फाइल प्रबंधन के भी काम करने होते हैं।
इन सब के अलावा भी अलग-अलग ऑफिस के लिए कंप्यूटर ऑपरेटर को अलग-अलग काम करने पड़ते हैं जैसे कि शॉपिंग मॉल या किसी भी शॉपिंग दुकानों में बिलिंग का काम करना पड़ता है। इसके अलावा और भी कई तरह के वेबसाइट पर या सॉफ्टवेयर पर उन्हें काम करने पड़ते हैं।
कंप्यूटर ऑपरेटर की सैलरी
एक कंप्यूटर ऑपरेटर की सैलरी प्राइवेट सेक्टर और गवर्नमेंट सेक्टर में अलग-अलग होती है। इसके अलावा अलग-अलग डिपार्टमेंट और ऑफिस में भी उनके काम के अनुसार उनकी सैलरी निश्चित किए जाते हैं।
गवर्नमेंट सेक्टर में एक कंप्यूटर ऑपरेटर की सैलरी 18000 रुपए से शुरू होती है। वहीं प्राइवेट सेक्टर में उनके कोर्स और उनके अनुभव के आधार पर उनकी सैलरी तय होती है।
कंप्यूटर ऑपरेटर का भविष्य
आज के समय में ज्यादातर काम ऑनलाइन ही होते हैं, जिसके लिए कंप्यूटर इस्तेमाल किए जाते हैं। आज के समय में बिना कंप्यूटर के कोई भी काम होना लगभग असंभव है। छोटा से बड़ा हर डिपार्टमेंट में आपको कंप्यूटर पर काम करने वाले कर्मचारी दिख ही जाते हैं।
ऐसे में हर जगह पर कंप्यूटर ऑपरेटर की मांग है। हर एक डिपार्टमेंट या ऑफिस यहां तक कि प्राइवेट दुकानों में कंप्यूटर ऑपरेटर की जरूरत होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए कंप्यूटर ऑपरेटर एक अच्छा करियर ऑप्शन है।