चादर से बाहर पैर पसारना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग (Chadar se bahar pair pasarana muhavare ka arth)
चादर से बाहर पैर पसारना मुहावरे का अर्थ – आय से ज्यादा खर्च करना।
Chadar se bahar pair pasarana muhavare ka arth – aye se jyada kharch karana.
दिए गए मुहावरे का हिंदी में वाक्य प्रयोग
वाक्य प्रयोग: सोहनलाल आजकल इतना खर्च कर रहा है जितना कि उसकी आमदनी भी नहीं है उसे बाद में कहीं ज्यादा पछताना ना पड़े क्योंकि चादर से बाहर पैर नहीं पसारना चाहिए।
वाक्य प्रयोग: सीता आजकल अपने आप में काफी घमंड से रह रही है जबकि उसके पास उतना टैलेंट भी नहीं है ऐसी स्थिति में कहना चादर से बाहर पैर पसारना।
वाक्य प्रयोग: मोहनलाल ने अपनी बेटी की शादी बहुत ही बड़े घर में कर दी है अब उसके खर्चे को उठा पाना उसके लिए असंभव सा हो गया है ऐसी स्थिति में ही कहा जाता है कि चादर से बाहर पैर पसारना।
वाक्य प्रयोग: मोहन अक्सर सोहन की बड़ा भी करता है जबकि सोहन बहुत ही अमीर इंसान है फिर भी मोहन उसी की बराबरी करता है और अपने सभी आमदनी को इसी बराबरी में खत्म कर देता है और उसके पास आगे कुछ काम करने के लिए पैसा भी नहीं पचता है इसीलिए कहा जाता है कि चादर से बाहर पैर नहीं पसारना चाहिए।
यहां हमने “चादर से बाहर पैर पसारना” जैसे बहुचर्चित मुहावरे का अर्थ और उसके वाक्य प्रयोग को समझा। चादर से बाहर का पैर पसारना मुहावरे का अर्थ होता है कि अधिक खर्चा करना इसका सबसे अच्छा उदाहरण है कि आजकल लोग सभी दिखावे के चक्कर में इतने खर्च करते हैं जितना कि उनकी आमदनी भी नहीं होती है और इस वजह से उन्हें कर्ज के बोझ के तले दफना भी पड़ता है इसीलिए हमें हमारे बड़े बुजुर्ग समझाते हैं कि हमें हमेशा चादर से बाहर पैर नहीं पसारना चाहिए। चुकी यह मुहावरा है और मुहावरा और असामान्य अर्थ प्रकट करता है इसीलिए यहां इस मुहावरे का अर्थ दोहरा लाभ प्राप्त करने से हैं।
मुहावरे परीक्षाओं में मुख्य विषय के रूप में पूछे जाते हैं। एक शब्द के कई मुहावरे हो सकते हैं।यह जरूरी नहीं कि परीक्षा में यहाँ पहले दिये गए मुहावरे ही पूछा जाए। परीक्षा में सभी किसी का भी मुहावरे पूछा जा सकता है।
मुहावरे का अपना एक भाग है प्रत्येक पाठ्यक्रम में, छोटी और बड़ी कक्षाओं में मुहावरे पढ़ाया जाता है, कंठस्थ किया जाता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में यह एक मुख्य विषय के रूप में पूछा जाता है और महत्व दिया जाता है।
परीक्षा के दृष्टिकोण से मुहावरे बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में मुहावरे का अपना-अपना भाग होता है। चाहे वह पेपर हिंदी में हो या अंग्रेजी में यहां तक कि संस्कृत में भी मुहावरे पूछे जाते हैं।
मुहावरे कोई बहुत कठिन विषय नहीं है। यदि इसे ध्यान से समझा जाए तो याद करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। इसे समझ समझ कर ही लिखा जा सकता है।
अन्य महत्वपूर्ण मुहावरे और उनका वाक्य प्रयोग
आपे से बाहर होना | उड़ती चिड़िया के पंख गिनना |
बड़ी बात होना | अपना घर समझना |
आसमान सिर पर उठाना | अक्ल चरने जाना |
1000+ हिंदी मुहावरों के अर्थ और वाक्य प्रयोग का विशाल संग्रह