Bichadne Ki Shayari In Hindi
Bichadne Ki Shayari In Hindi | बिछड़ने की शायरी
कोई अच्छी सी सज़ा दो मुझको,
चलो ऐसा करो भूला दो मुझको,
तुमसे बिछडु तो मौत आ जाये,
दिल की गहराई से ऐसी दुआ दो मुझको।
Bichadne Ki Shayari In Hindi
एक मुर्ख जीनियस बन सकता है
यदि वो समझता है की वो मुर्ख है
लेकिन एक जीनियस मुर्ख बन सकता है
यदि वो समझता है की वो जीनियस है
उनकी नज़रों से दूर हो जायेंगे हम ,
कहीं दूर फ़िज़ाओं में खो जायेंगे हम ,
मेरी यादों से लिपट के रोयेंगे वो ,
ज़मीन ओढ के जब सो जायेंगे हम.
यूँ तो पहले सदमो में भी हँस लेता था मैं,
पर आज क्यों बेवजह रोने लगा हूँ मैं,
वैसे तो हमेशा से हाथ खाली ही था मेरा,
फिर आज क्यों लगा सब कुछ खोने लगा हूँ मैं।
Read Also : एहसास शायरी
तुझे चाहा तो बहुत इजहार न कर सके,
कट गई उम्र किसी से प्यार न कर सके,
तूने माँगा भी तो अपनी जुदाई माँगी,
और हम थे कि तुझे इंकार न कर सके।
यू साथ चलना और तुम से हम में बदलना,
और फिर सपनो की चाहत में,
हमारे सपनो का यूँ टूट कर बिखरना,
फिर हम से में और तुम हो जाना,
और फिर तेरा यु ज़िन्दगी में आना,
ना जाने अब फिर से मिलना या फिर बिछड़ जाना.
दुनिया है पत्थर की जज़्बात नही समझती,
दिल में छुपी है जो बात नही समझती,
चाँद तन्हा है तारो की बारात में भी,
दर्द ये चाँद का ज़ालिम रात नही समझती।
दिल तो कहता है
कि छोड जाऊँ ये दुनिया हमेशा के लिए
फिर ख्याल आता है
कि वो नफरत किस से करेगा मेरे जाने बाद
न गिला है कोई हालात से ,
न शिकायत किसी की ज़ात से ,
खुद ही सारे वर्क जुदा हो रहे है ,
मेरी ज़िन्दगी की किताब से …
न जाने क्यों तुझसे मिलकर तेरा बिछड़ना याद आता है,
जब भी पुरानी बाते यादें आती है तो जाना बहुत रोना आता है,
जानती हु तुझे तो अब सिर्फ नफरत जताना आता है,
सोचती हू की क्या तुझे भी मेरा फ़साना याद आता है.
मेरी खामोशियों में भी फ़साना ढूँढ़ लेती है,
बड़ी शातिर है ये दुनिया बहाना ढूँढ़ लेती है,
हकीकत ज़िद किये बैठी है चकनाचूर करने को,
लेकिन ये आँख फिर सपना सुहाना ढूँढ़ लेती है।
****
वो कहता था तुम्हारी कसम,
कभी न छोडूंगा तुम्हे,
आज देखे हम अभी तक ज़िंदा है वाह,
यार क्या झूठी कसम खाई थी तूने.
गुजारिश हमारी वह मान न सके,
मज़बूरी हमारी वह जान न सके,
कहते हैं मरने के बाद भी याद रखेंगे,
जीते जी जो हमें पहचान न सके।
हर शाम कह जाती है एक कहानी
हर सुबह ले आती है एक नई कहानी,
रास्ते तो बदलते हैं हर दिन लेकिन
मंजिल रह जाती हैं वही पुरानी
Read Also : बेवफा शायरी
बिछड़ के तुमसे ज़िन्दगी सज़ा लगती है,
ये सांस भी जैसे मुझसे ख़फ़ा लगती है,
अगर उम्मीद-ए-वफ़ा करूँ तो किससे करूँ,
मुझको तो मेरी ज़िंदगी भी बेवफा लगती है।
Bichadne Ki Shayari In Hindi
आप से दूर हो कर हम जायेंगे कहा,
आप जैसा दोस्त हम पाएंगे कहा,
दिल को कैसे भी संभाल लेंगे,
पर आँखों के आंसू हम छुपायेंगे कहा।
भुला कर हमें क्या वो खुश रह पाएंगे,
साथ में नही तो मेरे जाने के बाद मुस्कुरायेंगे,
दुआ है खुदा से की उन्हें कभी दर्द न देना,
हम तो सह गए पर वो टूट जायेंगे।
इश्क़ सभी को जीना सिखा देता है,
वफ़ा के नाम पर मरना सीखा देता है,
इश्क़ नहीं किया तो करके देखो,
ज़ालिम हर दर्द सहना सीखा देता है।
दर्द से दोस्ती हो गई यारों,
जिंदगी बे दर्द हो गई यारों,
क्या हुआ जो जल गया आशियाना हमारा,
दूर तक रोशनी तो हो गई यारो।
Read Also :