अर्वन् शब्द के रूप | Awarn Shabd Roop in Sanskrit
अर्वन् शब्द के रूप (Awarn Shabd Roop in Sanskrit): अर्वन् शब्द का अर्थ होता है घोड़ा, घोड़े का सवार, असवार सवार, चंद्रमा के दस घोड़ों आदि। अर्वन् शब्द नकारांत शब्द है, जिसका मतलब ‘घोड़ा, घोड़े का सवार, असवार सवार, चंद्रमा के दस घोड़ों को कहा जाता है।
अर्वन् शब्द एक नकारांत पुल्लिङ्ग शब्द के शब्द रूप है, अर्वन् शब्द के अंत में “न्” का लगा होना, यह नकारांत का प्रतीत हैं।
अतः अर्वन् शब्द के शब्द रूप सभी नकारांत पुल्लिङ्ग शब्दों के शब्द रूप इसी तरह लिखे जाते है।
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथमा | अर्वा | अर्वाणौ | अर्वाणः |
द्वितीया | अर्वाणम् | अर्वाणौ | अर्वणः |
तृतीया | अर्वणा | अर्वाभ्याम् | अर्वाभिः |
चतुर्थी | अर्वणे | अर्वाभ्याम् | अर्वभ्यः |
पंचमी | अर्वणः | अर्वाभ्याम् | अर्वभ्यः |
षष्ठी | अर्वणः | अर्वणोः | अर्वणाम् |
सप्तमी | अर्वणि | अर्वणोः | अर्वसु |
सम्बोधन | हे अर्वण् ! | हे अर्वाणौ ! | हे अर्वाणः ! |
संस्कृत व्याकरण में शब्द रूपों का बहुत महत्व दिया जाता है। और धातु रूप भी बहुत महत्वपूर्ण होते है।
संस्कृत के अन्य महत्वपूर्ण शब्द रूप
संस्कृत व्याकरण
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