लक्ष्मी अग्रवाल का जीवन परिचय
लक्ष्मी अग्रवाल वह लड़की है, जिसके ऊपर एसिड अटैक हुआ था, जिससे उसका चेहरा पूरी तरह से जल चुका था। फिर भी उसने हिम्मत नहीं हारी और दुनिया के सामने इस तरह की घटनाओं का विरोध किया। लोगों को यह
लक्ष्मी अग्रवाल वह लड़की है, जिसके ऊपर एसिड अटैक हुआ था, जिससे उसका चेहरा पूरी तरह से जल चुका था। फिर भी उसने हिम्मत नहीं हारी और दुनिया के सामने इस तरह की घटनाओं का विरोध किया। लोगों को यह
खान सर का नाम आज के समय में भारत के वे सभी लोग जानते हैं, जो स्मार्टफोन चलाते हैं। खान सर ने अपने यूट्यूब चैनल पर लॉकडाउन के समय में ऑनलाइन पढाने हेतु क्लासेस शुरू की थी, जिसके बाद उनके
फाल्गुनी नायर आज भारत की दूसरी अरबपति महिला है, जिन्होंने अपना सफर खुद तय किया है। फाल्गुनी नायर ने 50 वर्ष की आयु में नौकरी छोड़कर खुद का स्टार्टअप शुरू किया, जो आज करोड़ों का वैल्यूएशन पार कर रही है।
रिचा कर ने एक ऐसे स्टार्टअप की शुरुआत की, जिसके बारे में सुनकर लोगों को शर्म आती थी और जिसकी खुद की मां ने उसके आईडीया को सुनकर शर्मिंदगी महसूस की थी। उसी आईडीया से रिचा ने 700 करोड़ रुपए
पहला प्यार आमतौर पर कभी भुलाया नहीं जा सकता। चूँकि प्यार में पड़ना एक ऐसा अद्भुत एहसास है, जिसे पूरी तरह से शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। अगर आप भी अपने पहले प्यार को अपने प्रियजनों के
हर व्यक्ति में इमोशन होते है और वो हर बार उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकते। ऐसे में वो व्यक्ति सामने वाली व्यक्ति हो अपनी फीलिंग्स बताने के लिए इमोशनल स्टेटस का सहारा लेते है। जिसके जरिये वो अपने
क्यूट कोट्स (Cute Quotes in Hindi) ऐसे कोट्स होते है, जिन्हे सुनकर और पढ़कर हम मुस्कुराते हैं, विचार करते हैं और शायद रोते भी हैं। जैसे आप सब जानते है की जीवन आश्चर्य से भरा है। आप कभी नहीं जानते
दिवाना इंसान तब कहलाता है, जब प्रेम इसके पुरे ज़हन में उतर जाता है और वह सामने वाली व्यक्ति के लिए कुछ भी करने को तैयार रहता है। इस आर्टिकल में हम आपके लिए दीवानगी शायरी (Deewana Shayari in Hindi)
ब्रेकअप सबसे कठिन अनुभवों में से एक है। डेटिंग तभी काफी कठिन हो सकती है, जब रिश्ते में चीजें ठीक नहीं होती हैं और आपको एक दूसरे से अलग होना पड़ता है। अगर आप भी ब्रेकअप के इस दर्द से
28 मई को देश के नए संसद भवन का उद्घाटन हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 13वीं सदी में चोल साम्राज्य के द्वारा बनी एक प्राचीन परंपरा को दोबारा दोहराई गई। संसद भवन में नरेंद्र मोदी के द्वारा “सेंगोल”