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अपनी खिचड़ी अलग पकाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

अपनी खिचड़ी अलग पकाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग (Apanee khichadee alag pakaana Muhavara ka Arth Aur Vakya Pryog)

अपनी खिचड़ी अलग पकाना मुहावरे का अर्थ – सबसे पृथक् कार्य करना, लोगों से इस दुनिया से अलग-थलग रहना, अपनी समस्याओं में किसी को शामिल ना करना, अपनी अलग एक दुनिया में रहना।

Apanee khichadee alag pakaana muhaavare ka arth – sabase prthak kaary karana, logon se is duniya se alag-thalag rahana, apanee samasyaon mein kisee ko shaamil na karana, apanee alag ek duniya mein rahana.

अपनी खिचड़ी अलग पकाना मुहावरे का हिंदी में वाक्य प्रयोग

वाक्य प्रयोग: मोहन कक्षा में होते हुए भी वह अपने आप में ही खोया रहता है हमेशा अपनी खिचड़ी अलग पकाते रहता है।

वाक्य प्रयोग: सीता के मन में हमेशा कुछ न कुछ खिचड़ी पक ते ही रहती है हमेशा अपने मन में अपनी खिचड़ी पका ते रहती है।

वाक्य प्रयोग: हम लोग यहां सभी से बातें करते हैं लेकिन मोहन जो है वह अपनी खिचड़ी अलग ही पकाते रहता है वह किसी से भी यहां पर बात नहीं करता है।

वाक्य प्रयोग: मोहन पढ़ने में तो तेज है लेकिन वह किसी के साथ भी अपने ज्ञान को नहीं बैठता है वह सभी से अलग रहता है वह हमेशा अपनी खिचड़ी अलग पकाते रहता है।

यहां हमने”अपनी खिचड़ी अलग पकाना” जैसे बहुचर्चित मुहावरे का अर्थ और उसके वाक्य प्रयोग को समझेंगे कि अपनी खिचड़ी अलग पकाने का अर्थ होता है कि अपनी एक अलग दुनिया बना लेना और अपनी दुनिया में किसी और को शामिल ना करना हमेशा अपने ख्यालों में खोया रहना।

लेकिन अगर सभी लोग अपनी खिचड़ी अलग अलग पकाते रहेंगे। तो इस देश इस समाज की उन्नति कैसे होगी इसीलिए हमें सभी से बातें करना चाहिए सभी से मिलकर रहना चाहिए। क्योंकि हम लोग एक समाज में रहते हैं जिसमें एक दूसरे का सहयोग करना अति आवश्यक होता है। कोई व्यक्ति अगर ज्ञानी है तो उसे अपना ज्ञान दूसरों के साथ भी बांटना चाहिए क्योंकि ज्ञान बांटने से बढ़ता है ना कि अपने पास रखने से इसीलिए लोगों को स्वार्थी नहीं होना चाहिए। अपनी एक अलग दुनिया में नहीं रहना चाहिए इसे कभी-कभी लोगों को मानसिक तनाव भी हो जाता है और वह अपनी एक अलग दुनिया में खो जाते हैं जिसे मानसिक तनाव में डूब जाता है।

मुहावरे परीक्षाओं में मुख्य विषय के रूप में पूछे जाते हैं। एक शब्द के कई मुहावरे हो सकते हैं।यह जरूरी नहीं कि परीक्षा में यहाँ पहले दिये गए मुहावरे ही पूछा जाए। परीक्षा में सभी किसी का भी मुहावरे पूछा जा सकता है।

मुहावरे का अपना एक भाग है प्रत्येक पाठ्यक्रम में, छोटी और बड़ी कक्षाओं में मुहावरे पढ़ाया जाता है, कंठस्थ किया जाता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में यह एक मुख्य विषय के रूप में पूछा जाता है और महत्व दिया जाता है।

परीक्षा के दृष्टिकोण से मुहावरे बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में मुहावरे का अपना-अपना भाग होता है। चाहे वह पेपर हिंदी में हो या अंग्रेजी में यहां तक कि संस्कृत में भी मुहावरे पूछे जाते हैं।

मुहावरे कोई बहुत कठिन विषय नहीं है। यदि इसे ध्यान से समझा जाए तो याद करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। इसे समझ समझ कर ही लिखा जा सकता है।

अन्य महत्वपूर्ण मुहावरे और उनका वाक्य प्रयोग

सूझबूझ दिखानाखेला खाया होना
चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रातचीं बोलना
चाँदी काटनाचिड़िया उड़ गया

1000+ हिंदी मुहावरों के अर्थ और वाक्य प्रयोग का विशाल संग्रह 

Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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