अकबर को मुगल साम्राज्य का सबसे ताकतवर शासक माना जाता है। क्योंकि अकबर अत्यंत चतुर एवं बुद्धिमान था, जो बिना हथियार उठाए ही बड़ी बड़ी लड़ाइयां जीत लेता था। क्योंकि वह बल की बजाय बुद्धि का प्रयोग करता था। अकबर जिस भी रियासत को जीतना चाहता था, उस रियासत के विरोधी लोगों से हाथ मिला कर युद्ध करता था।
क्योंकि उन लोगों को उस रियासत के बारे में गुप्त जानकारी प्राप्त होती है। अकबर पढ़ा लिखा नहीं था, फिर भी वह अत्यंत बुद्धिमान शासक था, जो युद्ध में हमेशा अपने सिपाहियों को ही भेजता था। लेकिन खुद दरबार में बैठे हुए बुद्धि के प्रयोग से बड़ी-बड़ी लड़ाइयां जीत लेता था।
अकबर अपने सल्तनत के साथ-साथ अपने निजी जीवन के लिए भी जाना जाता है। क्योंकि अकबर अपने सभी रानियों को बराबर मानता था। अकबर भले ही विशेष रूप से किसी रानी से अत्यंत प्रेम करता हो, लेकिन वह सभी रानियों को इस तरह से संबोधित करता और इस तरह से व्यवहार करता कि सभी रानी को ऐसा ही लगता कि वह उन से अत्यधिक प्रेम करते हैं।
अकबर अपने दरबार में चतुर और बुद्धिमान लोगों को रखता था। इसके अलावा हिंदू धर्म के लोगों को भी ज्यादा से ज्यादा मंत्री पद देता तथा उनके साथ संधि करता था। यही वजह है कि अकबर अपने शासनकाल में ज्यादा से ज्यादा क्षेत्र को जीत पाया। लेकिन अकबर मेवाड़ को कभी भी नहीं जीत पाया।
अकबर की कितनी पत्नियां थी?
अकबर की कुल 7 पत्नियां थी। पहली पत्नी का नाम रुकैया सुल्तान था, जिसे अकबर रुकैया बेगम कहकर पुकारता था। अकबर की दूसरी पत्नी का नाम सलीमा सुल्तान था, अकबर उसे सलीमा बेगम कहता था। अकबर की तीसरी पत्नी का नाम जोधा था, अकबर उसे जोधा बेगम कहता था।
अकबर की चौथी पत्नी का नाम बीबी दौलत शाद था। अकबर की पांचवी पत्नी का नाम क़सीमा बानु था। अकबर की छठी पत्नी भक्करी बेगम थी। अकबर की सातवीं पत्नी का नाम गौहर उन निस्सा था।
अकबर की कुल 7 पत्नियां थी, लेकिन इतिहास में अकबर की तीन पत्नियों के बारे में ही विशेष रूप से दर्शाया गया है। अकबर की पहली पत्नी रुकैया सुल्तान बेगम, अकबर की दूसरी पत्नी सलीमा सुल्तान बेगम तथा अकबर की तीसरी पत्नी जोधा बेगम के बारे में इतिहास में जानकारी प्राप्त है। तो आइए इन तीनों ही अकबर की प्रमुख बेगम के बारे में जानते हैं।
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रुकैक्या सुल्तान बेगम
रुकैया बेगम अकबर की पहली पत्नी थी। इसका जन्म 1542 ईसवी में हुआ था। रुकैया अकबर के पिता हुमायूं के सबसे छोटे भाई हिन्दाल मिर्ज़ा की पुत्री थी। रुकैया बेगम मात्र 9 वर्ष की आयु में अकबर से संबंध जोड़ दिया था और 14 वर्ष की आयु में विवाह करवा दिया गया था।
सन 1556 में पंजाब के जालंधर में रुकैया बेगम और अकबर का 14 वर्ष की आयु में विवाह संपन्न करवा दिया गया। 19 जनवरी 1626 को आगरा में रुकैया बेगम की 82 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गई।
सलीमा सुल्तान बेगम
सलीमा बेगम अकबर की दूसरी पत्नी थी। इसका जन्म 1539 ईस्वी में हुआ था। सलीमा बेगम के पिता तैमूरी राजवंश नूरुद्दीन मिर्जा थे। सलीमा बेगम की बहन की शादी बैरम खां के साथ करवा दी गई।
लेकिन बैरम खां की मृत्यु के बाद सलीमा बेगम से अकबर ने शादी कर ली। 73 साल की उम्र में आगरा में 1612 में सलीमा बेगम की मृत्यु हो गई।
जोधा बेगम
जोधा का जन्म 1542 में जयपुर के आमेर में हुआ था। जोधा के पिता राजा भारमल आमेर रियासत के राजा थे। जोधा अकबर की तीसरी पत्नी थी। अकबर जोधा के बारे में इतिहास एवं लोगों द्वारा अनेक तरह की बातें कही जाती हैं।
ज्यादातर इतिहासकार जोधा अकबर के विवाह को राजनीतिक संबंध बताते हैं, जबकि कुछ इतिहासकारों का यह भी कहना है कि अकबर ने आमेर के किले पर हमले के दौरान जोधा से विवाह कर लिया था। कुछ इतिहासकारों का तो यह भी कहना है कि जोधा नाम की कोई हिंदू बेगम थी। यह केवल भ्रामक बातें फैलाई जा रही है।
निष्कर्ष
अकबर की कुल 7 पत्नियां थी। अकबर की सभी पत्नियों के नाम और अकबर की प्रमुख पत्नियों के नाम इस आर्टिकल में हमने आपको पूरी जानकारी के साथ विस्तार से बताई है। हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए जरूरी उपयोगी साबित हुई होगी, इसे आगे शेयर जरूर करें। यदि आपका इस लेख से जुड़ा कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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