हर देश में अलग-अलग तरह के मंत्री होते है। उनमें सबसे महत्वपूर्ण मंत्री पद पर एक पद रक्षा मंत्री का भी होता है। रक्षा मंत्री किसी भी देश की सुरक्षा के लिए सबसे महत्वपूर्ण पद है। भारत जनसंख्या की दृष्टि में विश्व का दूसरा और क्षेत्रफल की दृष्टि से दुनिया का सातवां सबसे बड़ा देश है। इतने बड़े देश को सही तरीके से सुरक्षित रखने के लिए एक अच्छे और काबिल रक्षा मंत्री की आवश्यकता है।
आज तक भारत में अलग-अलग तरह के रक्षा मंत्री कार्य कर चुके है। मगर देश के प्रत्येक नागरिक को यह मालूम होना चाहिए कि वर्तमान भारत का रक्षा मंत्री कौन है और सभी की सूची क्या है? अलग-अलग तरह के रह चुके रक्षा मंत्री के संदर्भ में विभिन्न प्रकार के सवाल प्रतियोगिता परीक्षा में पूछे जा सकते है। आज इसलिए हमें हम रक्षा मंत्री क्या कार्य करता है?, वर्तमान रक्षा मंत्री कौन है? और भारत में सभी रक्षा मंत्री की सूची कुछ सरल शब्दों में आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहे हैं।

भारत में अलग-अलग तरह के रक्षा मंत्री रहे है। उनमें से कुछ रक्षा मंत्रियों ने देश की सुरक्षा के लिए युद्ध का नेतृत्व भी किया है। वर्तमान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह है, जो एक प्रतिष्ठित और काबिल राजनेता के रूप में भारत के अन्य सर्वोच्च पद पर कार्य कर चुके है। मगर भारत में राजनाथ सिंह से पहले कितने रक्षा मंत्री रहे हैं इनके बारे में जानना भी आवश्यक है।
भारत के रक्षा मन्त्री कौन है? (1947 से 2023 तक सूची)
भारत का रक्षा मंत्री कौन है?
जैसा कि हमने आपको बताया भारत के वर्तमान रक्षा के रूप में हम राजनाथ सिंह को जानते है। रक्षा मंत्री का प्रमुख कार्य देश की रक्षा और सुरक्षा से जुड़ी नीति और नियमों का निर्माण करना होता है। सरकार के नीति निर्देश की प्रवाह किए बिना देश की सुरक्षा के लिए उचित निर्देश लागू करना रक्षा मंत्री का कार्य होता है। रक्षा मंत्री रक्षा मंत्रालय को संभालने का कार्य करता है।
भारतीय रक्षा मंत्रालय चार मुख्य रूप में बटा हुआ है। इसमें रक्षा विभाग, रक्षा उत्पाद विभाग, रक्षा अनुसंधान विकास विभाग (डीआरडीओ), और पूर्व सैनिकों के कल्याण विभाग है। रक्षा मंत्री एक प्रतिष्ठित पर जिम्मेदारी भरा पद होता है जिस पर श्रीमान राजनाथ सिंह 31 मई 2019 से वर्तमान रक्षा मंत्री के रूप में कार्य कर रहे हैं।
रक्षा मंत्री का राज्य का हाल 5 वर्ष का होता है। रक्षा मंत्री का उत्तरदायित्व सीधा प्रधानमंत्री को होता है। रक्षा मंत्री के पद के नीचे रक्षा मंत्री का पद आता है। वर्तमान में अजय भट्ट भारत के ऊपर रक्षा मंत्री का कार्य कर रहे हैं।
रक्षा मंत्री के प्रमुख कार्य क्या है
हम जानते हैं कि देश की सुरक्षा के लिए सीमा पर सैनिकों को खड़ा किया जाता है। इसके बाद रक्षा मंत्री का प्रमुख कार्य क्या होता है? बहुत सारे लोग रक्षा मंत्री के कार्य को लेकर असमंजस में रहते हैं। रक्षा मंत्री के प्रमुख कार्य को नीचे सूचीबद्ध तरीके से समझाया गया है उसे ध्यानपूर्वक पढ़ें।
- रक्षा मंत्री को सबसे पहले रक्षा विभाग की जिम्मेदारी संभालने होती है। इसमें तीनों सेनाओं के गुण, रक्षा बजट, वैश्विक रक्षा नीत, सांसद से जुड़े मुद्दों को रक्षा प्रमुखों के आगे रखना इस तरह रक्षा विभाग को वैश्विक स्तर पर समझना और उससे जुड़े नीतियों को बनाने का प्रमुख कार्य होता है।
- इसके बाद रक्षा मंत्री रक्षा उत्पाद विभाग को संभालता है। रक्षा उत्पाद विभाग में देश को किस तरह के रक्षा हथियार और अन्य उपकरण देने हैं उन्हें कितने रुपए में खरीदना है इसके ऊपर विचार विमर्श होता है।
- इसके बाद रक्षा मंत्री रक्षा सैनिक कल्याण विभाग को संभालता है। इस विभाग में जो सैनिक अब रिटायर हो चुका है या सेना में सेवा दे नहीं सकता है उनको सरकार की तरफ से सभी प्रकार की सुविधा मुहैया करवाने की जिम्मेदारी रक्षा मंत्री की होती है।
भारत के सभी रक्षा मंत्री की सूची
भारत की आजादी के बाद भारत में बहुत सारे रक्षा मंत्री आएं है। भारत में कुछ ऐसे रक्षा मंत्री भी रहे है, जो देशों को युद्ध की परिस्थिति में संभालने का कार्य किए है। भारत के सभी रक्षा मंत्री की सूची सरल शब्दों में नीचे प्रस्तुत की गई है।
भारत के पहले रक्षा मंत्री बलदेव सिंह थे। इनके बाद कितने रक्षा मंत्री आएं और वह कब इस जिम्मेदारी भरे पद को संभाल रहे थे इसकी सूची नीचे प्रस्तुत की गई है।
बलदेव सिंह
बलदेव सिंह को भारत के प्रथम रक्षा मंत्री के रूप में जाना जाता है। उन्होंने 2 सितंबर 1946 से रक्षा मंत्री का कार्यकाल संभाला।
कैलाशनाथ कटुज
कैलाश नाथ जी भारत के दूसरे रक्षा मंत्री के रूप में 1955 से लेकर 1957 तक कार्य किया।
केके कृष्ण मेनन
भारत के एक प्रभावी नेता के रूप में हमके के कृष्ण मेनन को जानते हैं। यह रक्षा मंत्री बनने से पहले अन्य पद पर भी बड़ी कार्यकुशलता से कार्य करते थे। उन्होंने 1957 से 1962 तक रक्षा मंत्री का कार्यभार संभाला।
यशवंतराव चौहान
यह एक ऐसे प्रभावी नेता थे जिनके रक्षा मंत्री के रूप में कार्य शैली को देखकर हर कोई प्रभावित होता था। चौहान साहब 1962 से 1966 तक भारत के रक्षा मंत्री रहे हैं।
जगजीवन राम
जगजीवन राम एक बहुत ही प्रभावी नेता थे जिनको रक्षा मंत्री के अलावा अन्य वरिष्ठ पदों पर कार्य करते हुए लोगों ने देखा है। उन्होंने रक्षा मंत्री के रूप में 1970 से 1974 तक कार्य किया।
स्वर्ण सिंह
एक बहुत ही प्रभावी नेता के रूप में हम स्वर्ण सिंह को जानते है। उन्होंने भारत की रक्षा के लिए रक्षा मंत्री का पद 1974 से 1975 तक संभाला।
इंदिरा गांधी
इंदिरा गांधी को प्रधानमंत्री के रूप में कार्य करते हुए हर कोई जानता है। मगर आपको हम बता दें कि 1975 में एक समय ऐसा भी आया था जब इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री होने के साथ-साथ एक रक्षा मंत्री का कार्य भी कर रही थी। 1975 के उस दौर को ध्यान में रखते हुए रक्षा मंत्री के पद की सूची में एक नाम इंदिरा गांधी का भी है।
बंसीलाल
बंसी लाल जी कांग्रेस के एक बहुत ही प्रचलित नेता थे, जो दिसंबर 1975 से 1977 तक भारत के रक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया।
जगजीवन राम
मोरारजी देसाई के कार्यकाल में भारत के रक्षा मंत्री के रूप में जगजीवन राम कार्य कर रहे थे, जो 1977 से 1979 तक भारत के रक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया।
रामस्वामी वेंकटरमण
1982 से 1984 तक वह समय था जब इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री के रूप में कार्य कर रही थी और उस समय रामस्वामी वेंकटरमण भारत के रक्षा मंत्री के रूप में कार्य कर रहे थे। आगे चलकर इन्हें भारत के राष्ट्रपति के रूप में कार्य करने का अवसर भी दिया गया।
पीवी नरसिम्हा राव
पीवी नरसिम्हा राव एक जमाने के बहुत ही प्रचलित और प्रतिष्ठित राजनेता थे, जो अपने इलाके से कई बार विधायक के पद पर चुना ने के बाद भारत के उपराष्ट्रपति, राष्ट्रपति के साथ-साथ भारत के रक्षा मंत्री के रूप में भी कार्य किया है। 1984 से 1985 तक जब राजीव गांधी का राज्य काल चल रहा था तब पीवी नरसिम्हा राव ने भारत के रक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया।
राजीव गांधी
अपनी मां की तरह इन्होंने भी प्रधानमंत्री होने के साथ-साथ रक्षा मंत्री का कार्य भी किया है। 1985 से 1987 तक एक ऐसा समय चल रहा था। जब राजीव गांधी भारत के प्रधानमंत्री थे यह वही दौर था जब प्रधानमंत्री होने के साथ-साथ यह भारत के रक्षा मंत्री के रूप में भी कार्य कर रहे थे।
विश्वनाथ प्रताप सिंह
विश्वनाथ प्रताप सिंह निर्दलीय नेता थे जिनकी प्रतिभा और प्रतिष्ठा को देखकर हर कोई चौक जाता था। बिना किसी पार्टी के सदस्य बने उन्होंने न केवल रक्षा मंत्री के पद पर बल्कि भारत के राष्ट्रपति के पद पर भी कार्य किया है। विश्वनाथ प्रताप सिंह सबसे पहले 1987 से 1989 तक रक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया। उसके बाद कुछ समय के लिए हट गए मगर 2 दिसंबर 1989 को इन्हें दोबारा भारत का रक्षा मंत्री बनाया गया और उन्होंने 1990 तक भारत के रक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया।
पीवी नरसिम्हा राव
पीवी नरसिम्हा राव एक बहुत ही प्रचलित नेता थे। भारत के उपराष्ट्रपति और भारत के राष्ट्रपति के रूप में भी इन्होंने कार्य किया है। पीवी नरसिम्हा राव 1993 से 1996 तक भारत के रक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया।
मुलायम सिंह यादव
भारत के 1 राज्य उत्तर प्रदेश के प्रचलित मुख्यमंत्री के रूप में हम मुलायम सिंह यादव को जानते है। आज भी उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह का वर्चस्व चलता है। मगर 1996 में मुलायम सिंह भारत के रक्षा मंत्री के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। मुलायम सिंह यादव 1996 से 1998 तक भारत के रक्षा मंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं।
जॉर्ज फर्नांडिस
जॉर्ज फर्नांडिस एक प्रभावी और प्रचलित राजनेता है। जो 19 98 से 2001 तक भारत के रक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया। उसके बाद कुछ महीनों के लिए यह रक्षा मंत्री के पद से हट गए। मगर उसके बाद दोबारा 2001 से 2004 तक रक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया।
प्रणब मुखर्जी
प्रणब मुखर्जी को हम भारत की एक प्रचलित राष्ट्रपति के रूप में भी जानते हैं। इसके अलावा प्रणब मुखर्जी 2004 से 2006 तक भारत के रक्षा मंत्री के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।
एके एंटोनी
भारत में सबसे ज्यादा दिन तक रक्षा मंत्री करने के लिए हम एके एंटोनी को जानते हैं। यह लगातार दो बार रक्षा मंत्री के पद के लिए चुने गए और लगातार 10 साल तक भारत के रक्षा मंत्री रहे। एंटोनी जी ने 2006 से 2014 तक भारत के रक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया।
मनोहर पारिकर
भारत के एक प्रभावी नेता के रूप में हम मनोहर पारिकर को जानते है। मनोहर पारिकर भारत में अन्य पदों पर अपनी ख्याति बिखेर चुके है। एन ए के एंटोनी के बाद मई 2014 से नवंबर 2014 तक अरुण जेटली भारत के रक्षा मंत्री थे मगर उसके बाद मनोहर पारिकर को 2014 से 2017 तक भारत का रक्षा मंत्री बनाया गया।
निर्मला सीतारमण
मनोहर पारिकर के बाद कुछ महीनों तक अरुण जेटली फिर रक्षा मंत्री के रूप में कार्य कर रहे थे। मगर इसके बाद निर्मला सीतारमण को मुख्य रूप से 2017 से 2019 तक भारत के रक्षा मंत्री के रूप में कार्य करने की सुविधा दी गई।
राजनाथ सिंह
वर्तमान समय में भारत के रक्षा मंत्री के रूप में हम राजनाथ सिंह को जानते हैं। राजनाथ सिंह एक बहुत ही प्रभावी और प्रचलित नेता हैं। जिन्होंने भारत के अन्य प्रमुख पदों पर भी अपना नेतृत्व प्रदर्शन किया है। राजनाथ सिंह सितंबर 2019 से भारत के रक्षा मंत्री के रूप में कार्य कर रहे हैं। वर्तमान में यह भारत के रक्षा मंत्री हैं।
FAQ
भारत के पहले रक्षा मंत्री बलवंत सिंह थे, जो 1946 से 1955 तक भारत के रक्षा मंत्री रहे।
हां इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री के पद के साथ-साथ रक्षा मंत्री का पद दो बार संभाल चुकी है। इसके अलावा उनके बेटे राजीव गांधी भी प्रधानमंत्री के साथ साथ रक्षा मंत्री का पद संभाले हैं।
रक्षा मंत्री का प्रमुख कार्य देश की रक्षा के लिए हथियार खरीदना और अन्य नीति नियमों पर विचार विमर्श करके भारत की रक्षा की देखरेख करना और इसका जवाब दे ही भारत के प्रधानमंत्री तक पहुंचाना है।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने आपको यह बताने का प्रयास किया कि वर्तमान भारत का रक्षा मंत्री कौन है? और उन सब की सूची क्या है? इसके अलावा रक्षा मंत्री से जुड़े कुछ अन्य जानकारियों को भी आपके समक्ष साझा किया गया। रक्षा मंत्री क्या कार्य करता है और अब तक भारत में कितने प्रभावी रक्षा मंत्री रहे हैं इन सब की सूची को भी सरल शब्दों में आपके समक्ष प्रस्तुत किया गया।
उम्मीद करते हैं ऊपर बताई गई सभी जानकारियों को पढ़ने के बाद आप रक्षा मंत्री से जुड़े सभी प्रकार की जानकारी को जान पाए होंगे। आपसे अनुरोध करते हैं कि इस लेख को अपने मित्रों के साथ साझा करें साथ ही अपने सुझाव भी जारी है। किसी भी प्रकार के प्रश्न को कमेंट में पूछना ना भूलें। इसके अलावा अब रक्षा मंत्री या किसी अन्य मंत्री प्रणाली के बारे में हम से प्रश्न पूछ सकते हैं। हम आपके सवालों का तुरंत जवाब देने का प्रयास करेंगे।
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