Speech on Unemployment in Hindi: भारत देश में बेरोजगारी की समस्या सबसे बड़ी समस्या है और यह दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। कोरोनावायरस की वजह से बेरोजगारी चरम सीमा पर पहुंच गई है। ऐसे में हमें लोगों को जागरूक करने की बहुत ही ज्यादा जरूरत है। इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बेरोजगारी पर भाषण बताने जा रहे हैं, जिसके जरिए आप स्कूल और कॉलेज में लोगों को जागरूक करने के लिए संबोधित कर सकते हैं।
बेरोजगारी पर भाषण | Speech on Unemployment in Hindi
बेरोजगारी पर भाषण (500 शब्द)
माननीय अतिथि गण, प्रधानाध्यापक, शिक्षक गण और मेरे प्यारे सहपाठियों आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार। मैं आपके सामने बेरोजगारी पर भाषण देने जा रहा हूं। यह एक अहम विषय है जिसके चलते भारत देश को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जैसा कि आप जानते हैं भारत देश में बेरोजगारी बढ़ती ही जा रही है इसीलिए इसके बारे में बात करना बहुत ही आवश्यक है।यह स्थिति एक ऐसी स्थिति है जिसके लिए हमें धैर्य और सरलता के साथ खुद को संभालना होगा।
आप कहीं पर भी काम कर रहे हैं और वहां से आपको किसी भी दिन अंतिम समय कहकर निकाल सकते हैं या अन्य किसी भी परेशानी का सामना आपको करना पड़ सकता है, ऐसी स्थिति में आपको निपुणता और चतुराई से इस स्थिति का सामना करना पड़ता है।
क्या आप जानते हैं बेरोजगारी तीन प्रकार की होती है, पहली वह श्रमिक वर्ग जो अशिक्षित है, दूसरी बिना किसी तकनीकी ज्ञान के शिक्षित लोग और अंत में तकनीकी लोग जैसे इंजीनियर है। सभी को किसी ना किसी प्रकार की परेशानी का सामना करना ही पड़ता है।
कभी भी हमारी आवश्यकता है पूरी नहीं होती है। कहते हैं रोटी कपड़ा और मकान हमारी बुनियादी जरूरत होती है। परंतु ऐसा नहीं होता है हमें अपनी जरूरतों के लिए दिन रात मेहनत करनी पड़ती है, इसी के साथ हमारी जरूरत बढ़ती ही जाती है।इसके बावजूद भी काम नहीं मिलता है और बेरोजगारी बढ़ती ही जा रही है।
इस समय सबसे बड़ी बात यह है कि लोग सबसे ज्यादा यही प्रयास करते हैं कि वह अधिक से अधिक शिक्षा ग्रहण करें,जिसकी वजह से उन्हें अच्छी नौकरी मिल सके।अधिकतर जो लोग पढ़े लिखे नहीं होते हैं, उन्हें ही कम रोजगार मिलते हैं और ऐसे ही लोग नाकाम होते हैं। अक्सर वह बेरोजगारी के जाल में फस जाते हैं। इस समय के युवा यही कोशिश करते हैं, कि वह अच्छी से अच्छी और उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें। उसके लिए वह बहुत मेहनत करते हैं और बेरोजगारी जैसी समस्या से निपटने के लिए खुद को तैयार करते हैं।
सबसे बड़ी बात यह है कि हमें हर स्थिति का सामना करना चाहिए ना कि निराश होना चाहिए, इसी के साथ स्वरोजगार के अवसर पैदा करने चाहिए और उस दिशा में अपनी उर्जा को गति देने से सकारात्मक नतीजे हासिल हो सकते हैं।आप कई प्रकार के प्रयास करके बेरोजगारी जैसी गंभीर समस्या से निजात पा सकते हैं और इसका समाधान कर सकते हैं।
अंत में मैं केवल आपसे यही कहना चाहूंगा कि, जितना हो सके लोगों की मदद करें। अगर आपके पास कोई काम है तो उन्हें रोजगार प्रदान करें। इसके जरिए बेरोजगारी कम होगी और लोगों की मदद हो पाएगी। इसी के साथ लोगों को जागरूक करते रहे। इसी के साथ में अपने भाषण को समाप्ति देता हूं। आशा करता हूं आप सभी एक दूसरे की निरंतर मदद करते रहेंगे।
धन्यवाद!
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बेरोजगारी पर भाषण (500 शब्द)
मेरे प्यारे कर्मचारियों, मेरा प्यार भरा नमस्कार। आज मैं आपके सामने बेरोजगारी पर एक भाषण प्रस्तुत करने जा रहा हूं और यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे आज सभी कर्मचारियों के साथ बातचीत करने का अवसर मिला। आज मैं आपकी हर समस्या का समाधान करने की बात करने जा रहा हूं और यही प्रयास करूंगा कि इसके जरिए जरूर कोई ना कोई बदलाव आ सके।
जैसे कि आप जानते हैं मंदी निरंतर बढ़ती ही जा रही है, इसीलिए मैं आपसे यही अनुरोध करता हूं कि हमें एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए। हमारी कंपनी की भलाई इसी में है कि हम एकजुट होकर सर्व संपत्ति से काम करें। इसी के साथ हमें खुद को भाग्यशाली भी मानना चाहिए कि हमारे पास अच्छी नौकरी हैं और विकास की अच्छी संभावनाएं भी हैं। दुख की बात यह है कि कई लोग उच्च शिक्षा के बावजूद भी उनके पास काम नहीं है और वह बेरोजगार है।
क्या आप लोग जानते हैं जिन लोगों को नौकरी नहीं मिल रही है, उनकी संख्या हमारे देश में निरंतर बढ़ती हुई नजर आ रही है। विशेषज्ञों के मुताबिक ऐसा पाया गया है कि मुख्य रूप से आर्थिक मंदी और व्यवसाई गतिविधियों में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई है, जिसकी वजह से रोजगार उत्पन्न होने के अवसर ना के बराबर दिखाई दे रहे हैं।
सरकार को आदर्श रूप से कौशल आधारित प्रशिक्षण को सुविधाजनक बनाने के लिए निरंतर विकास और उपायों को तेजी में लाना होगा। जिसके जरिए वह लोगों के काम की मांग और आपूर्ति के बीच के अंतर को कम किया जा सके और उन्हें जरूरी से जरूरी योग्यताएं दी जा सके।
बेरोजगारी दीर्घकालिक मुद्दे को हल करने में मदद करती है अगर ऐसे लोग जो खुद बेरोजगार रहना चाहते हैं और काम करने को तैयार नहीं है, तो हम ऐसे लोगों को बेरोजगार नहीं कह सकते हैं। परंतु बेरोजगारी वह होती है जब कोई व्यक्ति काम करना चाहता है, परंतु उसे योग्य नौकरी नहीं मिलती है या वह उसे पाने में सक्षम नहीं हो पाता है।
इस बात में कोई भी संदेह नहीं है कि हमारा देश बेरोजगारी कि इस गंभीर समस्या से जूझ रहा है। बदकिस्मती से कई इंजीनियर डॉक्टर या अन्य कोई भी पद हो वह लोग बेरोजगार हैं या अर्द्ध बेरोजगार हैं। बढ़ती हुई बेरोजगारी की वजह से देश केवल अपने मानव संसाधन को ही बर्बाद नहीं कर रहा है, बल्कि उसके लाभ का पूरी तरह से उपयोग करने में भी सक्षम नहीं हो पा रहा है।
आपको बता दे भारत में बेरोजगारी की दर 2011 में बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाती है। उस समय से धीरे-धीरे 2012 में यह और बढ़ गई इसके पश्चात 2013 में यह आंकड़ा और भी आगे तक पहुंच गया। अगर अब 2022 की बात की जाए तो बेरोजगारी चरम सीमा पर पहुंच चुकी है, सबसे बड़ी बात यह है कि महिला की जगह पुरुष ज्यादा से ज्यादा बेरोजगार हो रहे हैं।
हमारी सरकार को इसके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण कदम उठाने चाहिए जैसे कि सख्त आबादी नियंत्रण उपायों को लागू करना बहुत ही आवश्यक है। इसी के साथ लोगों को छोटे परिवार रखने की सलाह भी देनी चाहिए जिसकी वजह से भारतीय शिक्षा प्रणाली में सुधार किए जा सकते हैं और लोगों का कौशल विकसित करने का ज्ञान भी देना चाहिए।
इसीलिए उन्हें अधिक से अधिक ध्यान प्रशिक्षण पर देना बहुत ही आवश्यक है। इसी के साथ छोटे-छोटे कुटीर उद्योग भी स्थापित करने चाहिए, जिसकी वजह से लोगों को रोजगार मिल सके। जिससे वह नौकरी तलाश नहीं करेंगे बल्कि अपने व्यवसाय में खुद को और दूसरों को रोजगार देंगे।
इसी के साथ में अपनी वाणी को विराम देता हूं और इस मुद्दे पर अपने कर्मचारियों की राय के लिए उन्हें भी आमंत्रित करता हूं। इसी के साथ आप सभी इससे निपटने के लिए भी मुझे सुझाव दे सकते हैं।
धन्यवाद!
निष्कर्ष
इस आर्टिकल के जरिए हमने आपको बेरोजगारी पर भाषण ( Speech on Unemployment in Hindi) के बारे में बताया है। इसी के साथ अगर आप स्कूल या कॉलेज में या किसी कंपनी में बेरोजगारी पर भाषण देना चाहते हैं और लोगों को जागरूक करना चाहते हैं, तो यह भाषण आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
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