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नाना-नानी / दादा-दादी पर भाषण

Speech on Grandparents in Hindi :दादा-दादी और नाना-नानी के दिवस को हर विद्यालय में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। बच्चे इस पर अलग-अलग तरह के प्रोग्राम करते हैं। कई तरह के भाषण देते हैं और कुछ शब्दों के माध्यम से अपने दादा दादी नाना नानी को धन्यवाद देते हैं। ऐसे में हम आपके सामने कुछ भाषण प्रस्तुत करने जा रहे हैं, जो आपके लिए सहायक हो सकते हैं।

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नाना-नानी / दादा-दादी पर भाषण | Speech on Grandparents in Hindi

नाना-नानी दादा-दादी पर भाषण (500 शब्द)

आदरणीय अतिथि गण, शिक्षक गण और मेरे प्यारे मित्रों। आप सभी को मेरा सुप्रभात। आज की इस शुभ अवसर पर मैं आप सभी को नाना-नानी दादा-दादी के लिए संबोधित करने जा रहा हूं।

आज हम सभी इस दिवस को बहुत ही उत्साह के साथ मना रहे हैं, जैसा कि आप जानते हैं हम दादा दादी नाना नानी के आंख के तारे होते हैं। वह हमसे माता-पिता से भी कहीं अधिक प्रेम करते हैं। दादा-दादी और नाना-नानी हमारे लिए एक किताब की तरह होते हैं। वह हमें बहुत सारी ज्ञान की बातें सिखाते हैं।

इसी के साथ में हमारे निजी गेम सेंटर भी होते हैं। हमें अन्य गेम सिखाते हैं। इसी के साथ है हमारा हर प्रकार से समर्थन करते हैं। हमें एक सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति बनाते हैं, वह हमारी सभी जरूरतों के समय हमारे साथ खड़े रहते हैं।

हमारे दादा दादी ने हमारे माता-पिता को पाल पोस कर बड़ा किया है। उनके चेहरे की झुर्रियां बताती हैं कि वह हमारे घर के इतने अनुभवी लोग हैं इसीलिए हम बच्चे उनसे सबसे ज्यादा जुड़े हुए होते हैं। वह हमें बहुत सारी महत्वपूर्ण चीजें सिखाते हैं और हमारे अच्छे जीवन का निर्माण करते हैं। ऐसे में अगर हम उनकी सिखाई गई बातें अच्छे से सीखते हैं तो और भी अधिक मजबूत बन जाते हैं।

शायद आप सभी को दादा-दादी या नाना-नानी के घर जाना बहुत ही अच्छा लगता होगा। हमारी उम्र एक ऐसी उम्र है कि हमें उनके साथ रहकर खुशी मिलती है वहां पर हमारे मजेदार दिन शुरू हो जाते हैं।

इसी के साथ खुशी आनंद, बिना शर्त वाला प्यार, और सबसे ज्यादा प्यार वाले हाथों से पकाया हुआ भोजन, हमें वहां पर सब कुछ मिलता है, जिसके जरिए हमें बहुत ही ज्यादा आनंद प्राप्त होता है।

नाना नानी हमें बहुत सारी कहानियां सुनाते हैं। इसके साथ हमें हमारी बचपन की शरारती भी सुनाते हैं कि हम बचपन में कितने शरारती हुआ करते थे और हम इन सभी क्षणों का आनंद लेते हैं। परंतु आजकल के बच्चे सबसे ज्यादा फोन, आईपैड, लैपटॉप में अपना समय बिताते हैं। हमें अपने इस व्यस्त जीवन से कुछ समय निकालना चाहिए, जो हमारे दादा दादी और नाना नानी के लिए होता है क्योंकि हमें बचपन में इनसे बहुत ही अधिक प्यार मिलता है।

यह हमें हर तरह के नैतिक मूल्य सिखाते हैं। बिना शर्त वाला प्यार करते हैं और ना जाने उन्होंने हमारे लिए कितनी ही चीजें की है, इनके बिना सभी चीजें असंभव सी होती हैं।

आजकल दादा दादी नाना नानी हमारी पीढ़ी के साथ चलने का बहुत ही अधिक प्रयत्न करते हैं। इसके बावजूद भी हमें उनके साथ थोड़ा सा समय बिताना चाहिए। अपनी सभी उपलब्धियों को उनके साथ साझा करना चाहिए। आपको उन्हें व्हाट्सएप पर भजन चलाना या अपने दोस्त को मैसेज भेजना सभी चीजें दिखानी चाहिए।

यूट्यूब पर किस प्रकार भजन चलाए जाते हैं, कथाएं सुनी जाती हैं, सभी चीजों को सिखाना चाहिए। हालांकि मैं मानता हूं वह सबसे ज्यादा बुद्धिमानी होते हैं, परंतु उम्र के साथ थोड़ी भुलक्कड़ होते जाते हैं। हमें उन्हें डांटना नहीं चाहिए, उनके साथ दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए। हमें हमेशा उनका सहयोग करना चाहिए। अंत में केवल इतना ही कहना चाहूंगा कि अगली पीढ़ी के लिए हो सकता है कि ऐसा मेरे साथ भी हो। इसीलिए हमें उसी तरह का व्यवहार करना चाहिए जो, हम बर्दाश्त कर सके इसी के साथ में यहीं पर अपनी वाणी को विराम देता हूं।

धन्यवाद!

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नाना-नानी दादा-दादी पर भाषण (500 शब्द )

सम्मानित प्रधानाचार्य जी, शिक्षक गण, अभिभावक, एवं मेरे प्यारे मित्रों। आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार। आज हम यहां पर बहुत ही शुभ दिन पर एकत्रित हुए हैं। आज हम दादा-दादी नाना-नानी दिवस मना रहे हैं। इसी दिवस के उपलक्ष में मैं आप सभी के सामने एक भाषण प्रस्तुत करने जा रहा हूं। आशा करता हूं आप सभी मेरा सहयोग करेंगे।

जैसा कि आप जानते हैं दादा-दादी हो या नाना-नानी हो सभी अपने नाती पोतों से बहुत ही अधिक प्यार करते हैं और हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं। दोनों परिवार के माता-पिता ही एक समान रूप से बच्चों को पालते पोसते हैं। प्यार करते हैं और उनके साथ रहने के लिए हमेशा उत्सुक रहते हैं।

परंतु आज के बदलते समय में दादा दादी नाना नानी की भूमिकाओं में बहुत ही अधिक बदलाव आया है क्योंकि बच्चों को एक ऐसा रूप चाहिए, जो एक डिजाइन और हो और हर स्थिति में उनका साथ दें। सभी लोग एक समान नहीं होते हैं। सबकी अपने आकार और रंग होते हैं, केवल एक ही समान होती है, उनका प्यार से जो वह अपने बच्चों पर वार देते हैं।

ग्रैंड का मतलब होता है, बड़ा मतलब शानदार प्रतिष्ठित और गरिमा पूर्ण। वह अपने बच्चों के लिए कुछ भी करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। हम उनके बारे में जितना भी वर्णन करें वह कम ही होगा। यह हमारे लिए इतना सब कुछ करते हैं। यहां तक की सड़क पर अगर कीचड़ में हमारे जूते भी गंदे हो जाए तो वह वहीं पर साफ कर तक कर देते हैं। उनके प्यार का हम कभी भी उधार नहीं चुका सकते हैं।

जब वह बच्चे बड़े हो जाते हैं तो उनके प्यार को बुलते जाते हैं क्योंकि अब वह अपने जीवन में इतनी ज्यादा व्यस्त हो गए हैं, कि वह अब साइकिल या खिलौने की जिद नहीं करते हैं। अब वह अपना करियर बनाने में व्यस्त हो गए हैं। इसी के साथ सोशल मीडिया, फोन, गेम इन सभी में व्यस्त हो गए हैं। परंतु दादा दादी नाना नानी के लिए नाती पोतो का प्यार ही उनका पूरा संसार होता है क्योंकि उन्होंने उनके माता-पिता को पाल पोस कर बड़ा किया है।

इसीलिए वह यह चाहते हैं कि वह उनके बच्चों को भी पाल पोस कर बड़ा करें। वह अपनी हर प्रकार की भूमिका को बहुत ही अच्छी तरह से निभाते हैं। उनके पास बहुत ही अधिक धैर्य प्यार और देखभाल होता है। जब वह बड़े हो जाते हैं, उसके बाद भी उन्हें दादा दादी नाना नानी की जरूरत होती है।

जब यह बच्चे थे जितनी जरूरत जब होती थी उतनी ही अब होती है क्योंकि कल से मिलने वाली अमूल्य सलाह अंतर्दृष्टि उनकी प्रवृत्ति और निर्णय सभी बहुत ही अधिक बेमिसाल होते हैं। जीवन में माता-पिता दादा-दादी नाना-नानी बहुत ही अधिक मजबूत धागे होते हैं, जिसके जरिए बच्चे सुंदर रेशा की तरह हो जाते हैं।

इसीलिए परिवार के सदस्य के रूप में हमारा यह कर्तव्य बनता है कि प्रत्येक व्यक्ति और उनकी जरूरतों का हम ध्यान रखें, चाहे वह किसी भी प्रकार की जरूरत हो भावनात्मक हो या शारीरिक हो सभी प्रकार की जरूरतों को पूरा करना हमारा कर्तव्य है।

संयुक्त परिवार एक ऐसा परिवार होता है, जिसमें बहुत ही अधिक खुशी होती है। सब एक दूसरे की परवाह करते हैं, सब एक दूसरे को बहुत ही अच्छी सलाह देते हैं। इसीलिए अगर आप संयुक्त परिवार में रहती हैं, तो यह आपके लिए बहुत ही अच्छा होता है।

इसके जरिए आपको सभी प्रकार की चीजें सीखने को मिलती हैं क्योंकि बड़े आपका हमेशा मार्गदर्शन करते हैं और हर दिन यह रिश्ता और भी ज्यादा मजबूत बनता जाता है। अंत में केवल इतना ही कहना चाहूंगा अपने बड़ों का सम्मान करते रहे। उनको वही प्यार देते रहे जो चाहते हैं इसके जरिए आपका जीवन बहुत ही खुशहाल बन जाएगा। अब मैं अपनी वाणी को यहीं विराम देता हूं।

धन्यवाद!

निष्कर्ष

इस आर्टिकल के जरिए हमने आपको नाना-नानी / दादा-दादी पर भाषण ( Speech on Grandparents in Hindi) पर भाषण दिया है। अगर आप किसी स्कूल या कॉलेज की छात्रा है और इस पर लोगों को संबोधित करना चाहते हैं, तो यह आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

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Ripal
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