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ब्रह्म कुमारी शिवानी का जीवन परिचय

बीके शिवानी का जीवन परिचय (BK Shivani Biography in Hindi): मनुष्य का जीवन अपने आप में एक रहस्य है, अक्सर हम इसके गहरे अर्थों को समझ नहीं पाते हैं। इसके कारण हताशा, तनाव व परेशानियाँ हमें घेर लेती है। ऐसे में मात्र कुछ ही लोग ऐसे होते है, जो इस जीवन की गहराइयों को समझकर अपने जीवन में बदलाव ला पाते है।

ऐसे ही लोगों में से एक है शिवानी वर्मा जिन्हें हम ब्रह्मा कुमारी शिवानी दीदी (Shivani Didi) के नाम से जानते है। आज हम इस आर्टिकल में ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी की जीवनी (BK Shivani Biography in Hindi) बताने जा रहे है।

Spiritual Teacher Sister Shivani Biography in Hindi

ब्रह्मा कुमारी शिवानी का पूरा नाम शिवानी वर्मा हैं, जिन्हें लोग शिवानी दीदी के नाम से जानते हैं। वर्तमान में शिवानी दीदी आध्यामिक संस्था प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय से आध्यामिक शिक्षिका के रूप में जुड़ी हुई हैं।

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अधिकतर लोग शिवानी के लोकप्रिय टीवी कार्यक्रम ‘अवेकनिंग विद ब्रह्माकुमारी’ (Awakening With Brahma Kumaris) के माध्यम से जानते हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से ब्रह्माकुमारी शिवानी लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। इनकी संस्था लोगों को अध्यात्म जीवन अपनाने के लिए प्रेरित करती हैं साथ ही यह सिखाती हैं कि परिवार और समाज के बीच रहते हुए सभी दुखों से मुक्ति तथा तनाव मुक्त जीवन कैसे जिया जाए।

आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से शिवानी दीदी की प्रेरणादायक जीवन यात्रा को करीब से जानने की कोशिश करेंगे।

ब्रह्म कुमारी शिवानी का जीवन परिचय – BK Shivani Biography in Hindi

शिवानी दीदी का जन्म व शिक्षा

ब्रह्मा कुमारी शिवानी (Brahma Kumari Shivani) का जन्म 31 मई 1972 में महाराष्ट्र के पुणे शहर में हुआ। शिवानी (BK Shivani Childhood) शुरू से ही पढाई में बहुत तेज थी, वे हमेशा अपनी क्लास में टॉपर रहती थी।

स्कुल और कॉलेज के दिनों में शिवानी दीदी (Shivani Brahma Kumari) का अध्यात्म की तरफ जरा भी रूचि नहीं थी। इनका परिवार शुरू से ही प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय संस्थान से जुड़ा हुआ था। लेकिन शिवानी (Sivani Didi) का अध्यात्म की तरफ कोई खास रूचि नहीं थी, उनका मानना था की उन्हें इसकी जरुरत नहीं है।

सन 1994 में शिवानी दीदी ने पुणे विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में स्नातक किया। इसके बाद दो सालों तक भारती विद्यापीठ कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग पुणे में लेक्चरर के रूप में भी काम किया।

ब्रह्मा कुमारी शिवानी का विवाह व पारिवारिक जीवन (BK Shivani Marriage)

ब्रह्माकुमारी संस्थान में पूर्णतया समर्पित होने से पहले शिवानी दीदी की शादी हो चुकी थी। शिवानी के पति का नाम विशाल वर्मा है और अपने पति के साथ उनका अपना बिजनेस था। शिवानी दीदी का मानना हैं कि अध्यात्म कोई सामान्य जीवन से अलग जीवन नहीं है, बहुत से लोग इसे अलग जीवन की तरह देखते है।

लेकिन ऐसा नहीं है उनका मानना हैं कि जीवन में जो आप कर रहे हैं अपना परिवार चला रहे हैं, अपना करियर बना रहे है या अपना बिजनेस कर रहे है। इन सबके करते हुए सही सोचना, सही महसूस करना, सही व्यवहार करना और सही संस्कार ही अध्यात्म जीवन है।

जो हमारी आत्मा के गुण है जैसे ख़ुशी, शांति, प्यार इन सबका हमारे व्यवहार में और व्यक्तित्व के हर कर्म में लाना ही अध्यात्म जीवन है। शिवानी दीदी के अनुसार इसकी जरुरत हर व्यक्ति को है लेकिन आधुनिकता की दौर में लोग इसे भूलते जा रहे है। जिसके कारण हम दिनोंदिन चिंता, भय और पीड़ा से घिरे रहते है।

शिवानी दीदी का अध्यात्म की तरफ झुकाव

Spiritual Teacher Sister Shivani Biography in Hindi

सामान्यतया अधिकतर लोगों के जीवन में ऐसी कोई घटना या ऐसा कोई मोड़ आ जाता है जिससे वे विचलित होकर अध्यात्म की तरफ उन्मुख हो जाते है। लेकिन ब्रह्मा कुमारी शिवानी के जीवन में ऐसा कुछ भी नहीं था।

इनके माता-पिता ब्रह्माकुमारी संस्थान से जुड़े थे और मैडिटेशन का अभ्यास करते थे, लेकिन इसके बावजूद भी शिवानी को इसमें जरा भी रूचि नहीं थी। इनकी माताजी की हमेशा इच्छा रहती थी की शिवानी को भी ब्रह्माकुमारी सेंटर जाना चाहिए और मैडिटेशन सीखना चाहिए।

शिवानी के बचपन में विद्रोही स्वभाव के कारण उनकी माताजी जितना उनको ब्रह्माकुमारी सेंटर में जाने को कहती वे इतना ही इससे दूर भागती। उनका मानना था कि मेरी वर्तमान ज़िन्दगी परफेक्ट है और मैं क्यों किसी के कहने से अपने वर्तमान जीवन में बदलाव करूँ? मुझे इसकी आवश्यकता नहीं है।

लेकिन धीरे-धीरे समय के साथ शिवानी ने अपनी माताजी के स्वभाव में परिवर्तन दिखाई देने लगा, जैसे सामान्य माताएं बच्चों के लिए छोटी-छोटी बातों के लिए परेशान होना, उनके लिए चिंतित होना, जल्दी भावुक होने जैसी चीजें उनकी माताजी में नहीं थी।

शिवानी को इस बात अहसास होने लगा की वे भावनात्मक रूप से पहले की तुलना में कई गुना ज्यादा मजबूत हो गयी है। वें बच्चों की परेशानियों की चिंता करने की बजाय उन्हें बेहद संवेदनशील ढंग से सुलझाती थी।

अपनी माता के व्यवहार में इस तरह का परिवर्तन देख केवल एक्सपेरिमेंट के तौर पर शिवानी ने भी मैडिटेशन करना शुरू किया। जिसके बाद धीरे-धीरे शिवानी की अध्यात्म में रूचि बढ़ने लगी और साल 1995 में शिवनी पूर्ण रूप से ब्रह्माकुमारी संस्थान में समर्पित हो गयी।

साल 2007 शिवानी का टीवी प्रोग्राम ‘अवेकनिंग विद ब्रह्माकुमारी’ (Awakening With Brahma Kumaris) की शुरुआत हुई। जीवन-दर्शन और अध्यात्म पर आधारित यह प्रोग्राम बहुत ही लोकप्रिय है, इस प्रोग्राम के माध्यम से लाखों लोगों के जीवन में बदलाव आया है।

ब्रह्मा कुमारी शिवानी द्वारा टीवी पर प्रसारित टीवी सीरिज हिंदी और अंग्रेजी भाषा में जो कि कुछ इस तरह है:

  • विजडम ऑफ़ दीदी जानकी
  • डिप्रेशन
  • राजयोग मेडिटेशन
  • लाइफ स्किल्स
Spiritual Teacher Sister Shivani Biography in Hindi

वर्तमान में सिस्टर शिवानी दिल्ली में अंग दान जैसे सामाजिक कार्य को बढ़ावा दे रही हैं और साथ ही दिल्ली इस्लामिक सांस्कृतिक केंद्र में माता-पिता की सेवा कार्य को कर रही हैं। 2014 उनको अध्यात्मिक चेतना (Spiritual Consciousness) को सशक्त करने के लिए “वीमेन ऑफ़ द डिकेड अचीवर” (Women of The Decade Achiever) नाम के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सुरेश ओबराय के साथ उनकी टीवी श्रृंखला “हेप्पी अनलिमिटेड” (Happiness Unlimited) को बेस्टसेलर पुस्तक में रूपांतरित किया गया था।

प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्विद्यालय संस्था

दुनियाभर में अध्यात्मिक अलख जगाने वाली संस्था प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय की स्थापना दादा लेखराज द्वारा की गयी। दादा लेखराज सिंध जो अभी पाकिस्तान में स्थित हैं, वहां के प्रसिद्ध हीरों के व्यापारी थे। संस्था के लोग दादा लेखराज को ब्रह्मा बाबा नाम से जानते हैं।

दादा लेखराज ने लोक कल्याण के उद्देश्य से सन 1936 को ब्रह्माकुमारीज संस्था की नीवं रखी। संस्था की शुरुआत कोलकाता से हुई थी, फ़िलहाल इसका मुख्यालय राजस्थान के माउन्ट आबू में स्थित है। यह संस्था भारत के साथ साथ विदेशों में भी लोगों में अध्यात्मिक अलख जगाने का काम कर रही है। पुरे विश्व में लगभग 8500 छोटी-बड़ी शाखाओं के रूप में यह संस्था कार्य करती है।

इस संस्था की अहम बात यह हैं यह महिलाओं द्वारा संचालित की जाती है, इसमें महिलाओं के साथ-साथ पुरुष भी भागीदार हैं। संस्था में महिलाओं को ब्रह्माकुमारी तथा पुरुषों को ब्रह्मकुमार नामों से जाना जाता है।

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सिस्टर शिवानी के अनमोल वचन (B.K. Shivani Quotes)

  • हर कोई कहता है कि गलती करना सफलता की ओर पहला कदम है, लेकिन सच्चाई यह की उस गलती को सुधार कर आगे बढ़ना सफलता की एक शुरुआत है।
  • अच्छे रिश्ते वह है, जिसमें कल के झगडे आज की बातचीत को नहो रोकते।
  • अगर आप किसी इंसान की तलाश कर रहे हैं, जो आपकी जिन्दगी बदल सकता है तो एक शीशा ले और उसमे अपने को देखे. आपको वह इंसान मिल जायेगा।
  • सच्चाई एक डेबिट कार्ड की तरह है – पहले भुगतान करो और फिर आनंद लो जबकि झूठ एक क्रेडिट कार्ड की तरह है – पहले आनंद लो और फिर भुगतान करो।
  • आपको कोई एक इंसान अगर गुस्सा दिला देता है तो इसका मतलब की आप उस इंसान के हाथों की कठपुतली हैं।
  • कोई भी काम जो हम भगवान की याद में करते हैं तब भगवान हमारी शक्ति बढ़ा देता है, इससे असंभव कार्य भी आसानी से पूरे हो जाते है, केवल भगवान को याद करने से काम पूरा नहीं हो जाता हैं।
  • यदि में अपनी आत्मा को व्यर्थ की बातें और संकल्पों का बोझ ढोने दूंगी तो जल्दी ही थक जाऊँगी।
  • जब हम मैं को हम के रूप में बदल देते हैं तब कमजोरी भी तंदरुस्ती में बदल जाती है।
  • मजबूत आत्मा ही प्यार का इजहार कर सकती है, विनम्र आत्मा ही मजबूत होती है। अधिक कमजोर आत्मा स्वार्थी के रूप में बदल जाती है। खाली आत्मा ही दूसरों से लेती हैं, एक भरी आत्मा हमेशा दूसरों को देती है, यही उसका स्वभाव है।

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सिस्टर शिवानी की किताबें (B.K. Shivani Books)

  • मेरा सुख किसके हाथ (Mera Sukh Kiske Hath)
  • असीम आनंद की ओर (Aseem Anand Ki Aur)
  • हैप्पीनेस अनलिमिटेड (Happiness Unlimited)

हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह “ब्रह्माकुमारी शिवानी बायोग्राफी (Biography of BK Shivani in Hindi)” पसंद आई होगी, इसे आगे शेयर जरूर करें। आपको यह कैसी लगी, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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Comments (3)

  1. Muje lag bhagg ake saal hogya didi k vicharo ko sunte, aaj pehli unke barre me yanna toh mn bhut parsanit hogya. Mai bhut utsukh hun ake bar didi k ashram auu aur unse bhut kuch sekhu firstly meditation, but mere gar ka mahool kuch ess tarah ka hai, mai samja nhi sakta, jeetna b didi k vicharo se sekhta hun. Mai usko apni present life me add krne ki koshish krta rehta hun. Lekin mai apne gar ka mahooll ni baddal para. Sometime mn bhut preshan hota hai, garke k mahool me, phr didi k vichar sunn k mn ko shannt kr leta hun. Lekin phr aye din khi na khi ullaj hee yata hu. Umeed karta hun Bagwan ji muje kbi kisi tarah apke ashram janne ka moka dee mai usse kbi khali nhi janne dunga. God openly blessed you. Please blessed me & my family. I wish kbi mere gar me b koi positive energy aye kisi trah, zindagi jeena ka jo tazurba apke pass hai uska 0.1 percent b mai sekh jau mere liyea zindagi me saffal honne jetni baat hogi… Pta ni kyu mai ye sab kyu likhee yara hun.

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