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सर्दी की शायरी

Sardi ki Shayari: सर्दी का मौसम हर किसी का फेवरेट होता है। सूरज की आग की गर्मी, साथ में गर्म – गर्म चाय और पकोड़े खाने का मज़ा ही अलग है। आशिक़ों और शायरों के लिए भी यह मौसम सबसे खास है क्योंकि इस मौसम की खूबसूरती अलग ही है। ठंडी पवन की लहरें और गरमा गरमा शायरी सबके दिलों को रोमांचित कर देती है।

Sardi ki Shayari
Image: Sardi ki Shayari

आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए गरमा गरम सर्दी की शायरी (Sardi ki Shayari) का बेहतरीन कलेक्शन लेकर आये है, जो आपके सर्दी के माहौल को और भी रोमांचित कर सकता है। आप इन शायरी को सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते है और ठंडी ऋतु का लुप्त उठा सकते है।

सर्दी की शायरी (Sardi ki Shayari)

पहन लो आप स्वेटर आपसे यही हैं
हमारी गुज़ारिश,मुबारक हो आपको
सर्दी की पहली बारिश।

गर्मी में सब कहते हैं
की ठंडी-ठंडी आइसक्रीम खा लो
और ठंड में सब कहते हैं
की गरमा-गरम अंडा खा लो।

सर्दी के मौसम में कितना मज़ा
आता है, नज़र हो फिर भी चिपक
के सोना पढता है।

thand par shayari

रोज सुबह उठकर आता हैं एक ही ख्याल
पूरी ठंड पूछती खुद से एक ही सवाल
नहाऊ या नहीं बहुत ठण्ड हैं आज
ठंडी लहर प्लीज सताओ ना आज।

काश लगे तुझे सर्दी
में मोहब्बत की ठंड
और तू तड़प के मांगे
मुझे कम्बल की तरह।

सुनो जान मुझे अपने दिल में थोड़ी
जगह दे दो बहार बहुत सर्दी है।

जब चली ठंडी हवा बच्चा ठिठुर कर रह गया
माँ ने अपने ला’ल की तख़्ती जला दी रात को
सिब्त अली सबा।

धूप भी खुल के कुछ नहीं कहती,
रात ढलती नहीं थम जाती है.
सर्द मौसम की एक दिक्कत है,
याद तक जम के बैठ जाती है.

Sardi ki Shayari

ठंड पर शायरी

धुप भी खुल के नहीं कहती रात ढलती नहीं थम है
सर्द मौसम की एक दिक्कत है
याद तक थम जम के बैठ जाती है

इससे ज्यादा दुश्मनी की हद क्या होगी दोस्तों,
टॉयलेट की टंकी में भी कोई बर्फ डाल गया !

सर्दी में दिन सर्द मिला,
हर मौसम बेदर्द मिला….

जाड़े की रुत है नई तन पर नीली शॉल
तेरे साथ अच्छी लगे सर्दी अब के साल

हर कामयाबी पर आपका नाम हो,
आपके हर क़दम पर सफलता का मुकाम हो,
ध्यान रखना, ठण्ड आ गयी हैं,
मैं नही चाहता आपको जुकाम हो !

ठंड का मौसम शायरी

दिल की धड़कने रुक सी गयी सासे मेरी थम सी गयी
पूछा हमने दिल के डॉक्टर से तो पता चला
सर्दी के कारण आपकी यदि दिल में जम सी गयी

हवा का झोंका आया तेरी खुशबू साथ लाया,
मैं समझ गया की तू आज फिर नहीं नहाया !

बड़ी सख्त इम्तिहान की घड़ी होती हैं,
सुबह-सुबह ठंड में नहाना बात बड़ी होती हैं !

Sardi ki Shayari

आ जा अभी सर्दी का मौसम नही गुजरा,
पहाड़ो में अभी भी बर्फ जमी है
सब कुछ है मेरे पास मगर
सिर्फ इक तेरी ही कमी है।

बदलता वक़्त और हालत का साथ
बदल जाना चाहिए, क्यों की सर्दी
में गर्मी के कपडे पहने नहीं जाते।

sardi shayari

सर्द रातों को सताती है जुदाई तेरी,
आग बुझती नहीं सीने में लगाई तेरी,
जब भी चलती हैं हवाऐं
दिल को आ जीती है फिर से याद तेरी।

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ठंड में एक अलग सी लत लग जाती है
धूप की गर्मी,
आग की तपन बहुत भाती है।

ऐसी सर्दी है कि सूरज भी दुहाई मांगे
जो हो परदेश में वो किससे रजाई मांगे

बहुत ही सर्द है अब के दयार-ए-शौक़ का मौसम,
चलो गुज़रे दिनों की राख में चिंगारियाँ ढूँडें….

जिंदगी में एक बात याद रखना आपको आंसू
पोछने वाले बहुत मिलेंगे पर नाक पोछने वाला नहीं मिलेगा
इसलिए इस सर्दी में अपना ख्याल रखना

सर्द मौसम शायरी

बैठ कर टॉयलेट में नबाब की जैसे,
ठंडी के मौसम में सोचता हूँ ऐसे,
कि बेटा, कर तो ली हैं तूने,
अब ठंडे पानी से धोएगा कैसे !

सर्दी के मौसम का मजा अलग सा है,
रात मे रजाई का मजा अलग सा है.
धुंध ने आकर छिपा लिया सितारों को,
आपकी जुदाई का ऐहसास अब अलग सा है….

Sardi ki Shayari

पुरे ऑफिस में हाय तोबा मचाई है
लगता है आज बिना नहाये ही आयी है

ना मैं दिल में आता हूँ ना समझ में आता हूँ,
इतनी सर्दी में मैं कहीं नहीं आता-जाता हूँ !

लड़की रो-रो कर लड़के से कह रही हैं,
हाथ छोड़ो, मेरी नाक बह रही हैं !

लड़कियों को सर्दी इसलिए नहीं लगती क्युकी वह
हम जैसे स्मार्ट लड़को से जलती है

ना मुस्कुराने को जी चाहता हैं,
ना कुछ खाने-पीने को जी चाहता हैं,
अब ठंड बर्दास्त नही होती,
सब कुछ छोडकर रजाई में घुस जाने को जी चाहता हैं !

फैन तो इस हमारे के भी बहुत है. पर
सर्दी की वजह से घरवाले चलाने नही देतें….

thand shayari

निकाल लो रजाई, पहन लो स्वेटर
ये हैं हमारी प्यारी सी गुजारिश,
मुबारक हो आपको सर्दी की पहली बारिश।

Sardi ki Shayari

ठण्ड से हाल बेहाल है, क्यूंकि सर्दी
बेमिसाल है.ठण्ड से कुकुड जाता शरीर है,
बनी रहते माथे की लकीर है।

ठिठुरने का समय आ गया,
मौसम का जादू छा गया।
पहन लो जर्सी और स्वेटर,
हमने फ़र्ज़ पूरा किया ये कहकर।

गर्मी लगी तो ख़ुद से अलग हो के सो गए
सर्दी लगी तो ख़ुद को दोबारा पहन लिया

Sardi ki Shayari

जान है तो जहान है दिल है तो आरज़ू भी है
इशक़ भी हो रहेगा फिर जान अभी बचाइए।

वस्ल को मौक़ूफ़ करना पड़ गया है चंद रोज़
अब मुझे मिलने न आना अब कोई शिकवा नहीं

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लिपट जाओ मेरे सीने से की
आगाज़-ए-सर्दी है ये ठंडी हवा
कही तुम्हे बीमार न कर दे।

ठंडी शायरी

आज तुम नहीं हो
आज मैं नहीं हूं
तुम नहीं वही हो
मैं वही नहीं हूं।

ज़िन्दगी-ए-रोज़मर्रा की मुश्किलें
कम थीं क्या, ऐ सर्द मौसम तूने
भी कुछ रियायत ना की आपनी
सख़्ती में।

प्रेम रतन धन पायो, सर्दी का मौसम
आयो, स्वेटर पेहेन कर घर के बहार
जायो, रज़ाई के बहार न आयो, भूल न
जाना जो बी मई समझायो वर्ण सर्दी
लग जाएगी भाइयो।

जब भी विंटर सीजन आती हैं,
कसम से तेरी याद बहुत आती हैं,
दिल सोचता है मेरा बार-बार
मेरा इनर कब लौटाओगे यार।

Sardi ki Shayari

thand ki shayari

तुम्हे बाँहों में भर के सीने से
लगाना ठंड बहुत है तुमको ये
बताना अच्छा लगता है हमे
यूँ सर्दी में प्यार जाताना।

कभी सर्दी कभी गर्मी या तू
कुदरत के नज़ारे हैं प्यासे वह भी
रह जाते हैं जो दरिया के किनारे हैं।

इस सर्दी के मौसम में हम
दोनों एक साथ हो इससे
अच्छी और क्या बात हो।

अर्ज किया है सारी सारी,
रात गुजर जाती है बस इसी,
कस्मकस में की ये साली रजाई,
में हवा किधर से घुस रही है।

ठंड की शायरी

सनसनी हवाये चलती हैं
ठंड में बस धुप ही अपनी लगती हैं
अखरता हैं रोज रोज नहाना
पर सहता हैं यह सारा जमाना।

कप कप करके ठंडी बजती
ओस की बुँदे घास पर सजती
कोहरा सजता हैं बड़ा दमदार
पहाड़ों पर सजता सदाबहार।

इश्क़ की तासीर न पूछो हमसे
हमें सर्दी में भी गर्मी हुआ करती है।

Sardi ki Shayari

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इंसान से इंसान इतना जल रहा है,
फिर क्यों इतना ठण्ड लग रहा है?

thandi shayari

सुबह को जेकेट पहनो, दोपहर को सनकोट पहनो,
शाम को रेईनकोट पहनो, रात में कम्बल ओढ लो….

आज एक स्वेटर और पहन लो,
आज एक रज़ाई और ओढ़ लो,
आज एक मफ़लर और लपेट लो,
आज दो मोज़े और पहन लो,
आज एक कहवा और पी लो,
आज एक हीटर और चला लो,
क्या पता…
कल ठण्ड हो न हो…!

पहन लो आप स्वेटर
आपसे यही हैं हमारी गुज़ारिश,
मुबारक हो आपको सर्दी की पहली बारिश….

sardi shayari in hindi

कितना दर्द हैं दिल में दिखाया नही जाता,
गंभीर हैं किस्सा सुनाया नही जाता,
विडियो कॉल मत कर पगली,
रजाई में से मुहँ निकाला नही जाता.

पूरे ऑफिस में हाय-तौबा मचाई है,
लगता है आज वो बिना नहाएं ही आई है !

हमें इसी ठंड का इन्तजार है
बीमारी तो एक बहाना है
कभी हमसफर बनके देखो तो
जानो ये सफर कैसा सुहाना है….

फूलों की सुगंध, मूँगफली की बहार सर्दी का मौसम
आने को तैयार रजाई,स्वेटर रखो
तैयार हैप्पी सर्दी का मौसम मेरे यार….

Sardi ki Shayari

ख़ुदा करे कि तुमको “जुदाई” न मिले,
कभी भी तुमको “तन्हाई” ना मिले,
मुझे “message” ना करो तो कुछ ऐसा हो,
कि मौसम हो सर्दी का और तुमको “रजाई” ना मिले !

आखिर अब वो समय आ ही गया है
जब हम सुबह उठ कर ज़िन्दगी का
सबसे मुश्किल फैंसला करते हैं
कि आज नहाना है या नही?

दिल की धड़कन रूक सी गई,
साँसे मेरी थम सी गई,
पूछा हमने दिल के डॉक्टर से तो पता चला
कि सर्दी के कारण आपकी यादें दिल में जम सी गई !

सर्दी पर शायरी

अपना समझो या बेगाना, हमारा आपका हैं
रिश्ता पुराना, इसलिए मेरा फ़र्ज हैं
आपको बताना, ठंड आ गयी हैं,
कृपया रोज मत नहाना….

सर्दी में भी ठंडे-ठंडे पानी से नहाना चाहिए,
ज्यादा ठंड लगे तो रजाई में घुस जाना चाहिए

पलट दूँगा पल भर में सारी दुनिया मैं ऐ खुदा,
बस तू रजाई में से निकलने की ताकत दे दे मुझे !

“ठण्ड का बहाना हैं”
व्हाट्सऐप करके आपको सताना हैं,
मौसम भी दीवाना हैं,आप भी दो-चार व्हाट्सऐप कर दो,
क्या नेट पैक का बैलेंस बचा के नया स्वेटर लाना हैं….

जब ठंड आएं,
तो आस-पास के लोगों को बताएं,
ठंड नहाने से नहीं लगती है,
इसलिए आप रोज नहाएं !

मत ढूढ़ना मुझे इस जहाँ की तन्हाई में,
ठण्ड बहुत हैं मैं हूँ अपनी रजाई में….

ठंड के मौसम में रोज रजाई कहती है
अंदर तो आ गए, बाहर कैसे जाओगे?

बड़ी बेवफ़ा हो जाती है ग़ालिब,
ये घड़ी भी सर्दियों में,
5 मिनट और सोने की सोचो तो,
30 मिनट आगे बढ़ जाती है….

Sardi ki Shayari

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Sardi ki Shayari

सर्दी की ठिठुरती रात में फुटपाथ पर अरमान है
दिलबर मुझे छोड़के किसी और पे मेहरबान है…!

क्यूँ न रजाई तानकर सोया जाए
क्यूँ किसी की यादों को सोच कर रोया जाए,
क्यूँ किसी के ख्यालों में यूँ खोया जाए,
बाहर मौसम बहुत ख़राब हैं,
क्यूँ न रजाई तानकर सोया जाए…!

मत ढूंढो मुझे इस दुनिया की तन्हाई में,
ठण्ड बहुत है मैं यही हूँ अपनी रजाई में !

ठण्ड में वादा नही करते कि दोस्ती निभायेंगे,
जरूरत पड़ी तो सब कुछ ले लो,
पर रजाई न दे पायेंगे….

sardi status

ऐ सर्दी इतना न इतरा
अगर हिम्मत है तो जून में आ !

किसी की रजाई खींचना देशद्रोह के बराबर माना जायेगा
और रजाई में घुसकर ठंडे पैर लगाना
छेड़छाड़ का अपराध माना जायेगा….

गुजर जाती है रात इसी कशमकश में,
कि कम्बल में हवा किधर से घुस रही है !

वक़्त वक़्त की मोहब्बत है वक़्त वक़्त की रुसवाइयां,
कभी A.c. सगे हो जाते हैं और कभी रजाइयाँ !

सीतल-सीतल वायु चली,
आकाश हुआ सुहाना,
जोकर भी व्हाट्सऐप पढ़ने लगे,
शिक्षित हुआ ज़माना !

समझ में नही आता,
सारी रात गुजर जाती हैं,
रजाई में हवा किधर से घुस जाती हैं….

इस सर्दी की ठंडक मेरे दिल में उतर गई है,
इसी वजह से मेरी शायरी जम सी गयी है !

Sardi ki Shayari

सर्द रातों की शायरी

सर्दियों का एक स्पेशल मैजिक ट्रिक सुब्हे 7 बजे उठे
और एक लम्बी अंगड़ाई ले, और फिर 5 मिनिट के
लिए फिरसे सो जाए,जब आप 5 मिनिट होने के
बाद उठेंगे तो 9 बज गए होंगे….

गलती से पंखे का बटन क्या दब गया.
पूरा परिवार यूँ देखने लग गया
जैसे मैं कोई आतंकवादी हूँ ….

“चेतावनी” ठंडी के मौसम तक गुडमार्निंग
संदेश दोपहर 12.00 बजे तक स्वीकारे जायेंगे….

काश तुझे सर्दी के मौसम मे लगे मुहब्बत की ठंड,
और तू तड़प कर माँगे मुझे कम्बल की तरह….

शायरी सर्दी की ठिठुरती रात में
फुटपाथ पर अरमान है,
दिलबर मुझे छोड़के किसी और पे मेहरबान है….

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ठंड में जब महबूब की याद आती है,
बड़े मुश्किल से ये रातें काटी जाती है….

मौसम इस कदर खुमारी में है,
मेरा शहर भी कश्मीर होने की तैयारी में हैं….

sardi par shayari

मोहब्बत ठंड जैसी है दोस्तो.
लग जाये तो बीमार कर देती है….

ठिठुर रहा बदन मेरा सॉस थम सी गयी है,
आज सर्दी बहुत है मेरी शायरी जम सी गयी है….

जो लड़की अपनी रजाई में मुझे घुसंने देगी,
उसे में 2 किलो प्याज दूँगा

उसने कहा मैं पूरी सार्दियां नहीं नहाऊँँगी,
मैंने कहा मैं फिर भी तुमको चाहूँगा….

Sardi ki Shayari

ऐ सनम अपनी गर्म बाहों
की शाल ही ओढ़ा दे.
दिसम्बर की रातें बहुत सर्द है….

तेरी यादे सर्दीयो सी बढ रही है,
और मेरी नींद का Temperature
जैसी घट रहा है….

निकली थी मुहब्बत की तलाश में,
ठंड बहुत थी चाय पीकर वापस आ गयी….

Sardi ki Shayari

thandi ki shayari

सर्दियों के बस दो ही जलवे,
तुम्हारी याद और गाजर के हलवे

मत डूबो इतना फेसबुक की गहराई में,
ठंड बहुत है सो जाओ सब अपनी रजाई में

ये भीगे-भीगे से लम्हें. ये ठंड के दिन,
ये तेरी यादों का मौसम और
फिर से जीना तेरे बिन….

मेरी GF आज भी ठण्ड में ठिठुर रही है,
मैंने बस एक बार इतना कह दिया था,
स्वेटर के बिना हीरोइन लग रही हो ….

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Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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