P V Sindhu Biography in Hindi: हमारे देश के महान बेटियों ने इस वर्ष टोक्यो ओलंपिक में अनेकों एक से एक बड़े रिकॉर्ड बना रही है। भारत की इन्हीं बेटियों में से बहुत सी ऐसी भी हैं, जिन्होंने सेमीफाइनल या फिर क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह बना ली हैं। इन्हीं लोगों में से एक है पीवी सिंधु।
पीवी सिंधु भारत की तरफ से टोक्यो ओलंपिक में बैडमिंटन के खेल में अनेकों पर इसे बड़े उसको बना रही हैं और अपने अपोनेंट को भारी लीड देकर हरा भी रही हैं। आज हम बात करेंगे, भारत की इस महान बेटी पीवी सिंधु की, जिन्होंने टोक्यो ओलंपिक में भारी भारी स्कोर बनाकर भारत का नाम पूरे विश्व में गौरवान्वित कर रही है।

यदि आप पीवी सिंधु के बारे में विस्तार पूर्वक से जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो कृपया आप हमारे द्वारा लिखे गए इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें। क्योंकि आपको इस लेख में पीवी सिंधु कौन है? पीवी सिंधु का जन्म, पीवी सिंधु का पारिवारिक संबंध, पीवी सिंधु की शिक्षा, पीवी सिंधु का करियर और पीवी सिंधु का ओलंपिक कैरियर इत्यादि के बारे में बड़े ही विस्तार से चर्चा करेंगे। पीवी सिंधु के विषय में विस्तार पूर्वक से जानने के लिए बने रहिए हमारे इस लेख के साथ, तो चलिए शुरू करते हैं।
पीवी सिंधु का जीवन परिचय | P V Sindhu Biography in Hindi
विषय सूची
पीवी सिंधु के विषय में संक्षिप्त जानकारी
नाम | पीवी सिंधु |
पूरा नाम | पुसरला वेंकट सिंधु |
जन्म | 5 जुलाई 1995 |
जन्म स्थान | हैदराबाद तेलंगाना |
उम्र | 26 वर्ष |
माता | पी विजया |
पिता | पीवी रमन |
बहन | पीवी दिव्या |
कोच | पुलेला गोपीचंद |
पेशा | महिला बैडमिंटन खिलाड़ी |
पीवी सिंधु कौन है?
पीवी सिंधु भारत की एक महिला बैडमिंटन खिलाड़ी है। पीवी सिंधु ने बहुत से ऐसे रिकॉर्ड बनाया, जिसके माध्यम से उन्हें पूरे विश्व में एक प्रतिभाशाली महिला बैडमिंटन के रूप में ख्याति प्राप्त हुई। अभी हाल ही में हो रहे टोक्यो ओलंपिक में पीवी सिंधु ने शुरू से ही अपने जोरदार प्रदर्शन के कारण दर्शकों का मन मोह लिया है।
पीवी सिंधु ने टोक्यो में बात कैसे रिकॉर्ड बनाएं, जोकि आज तक किसी ने भी नहीं बनाया थे। पीवी सिंधु ना केवल एक बैडमिंटन खिलाड़ी है, बल्कि वह एक उदार चरित्र वाली एक अच्छी नागरिक भी हैं। पीवी सिंधु की रुचि बचपन से ही खेल की तरफ से जिसके कारण उन्होंने बैडमिंटन को अपने करियर के रूप में चुना और इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने काफी मेहनत भी की।
पीवी सिंधु का जन्म
पीवी सिंधु का जन्म 5 जुलाई 1995 ईस्वी में हैदराबाद में हुआ था। पीवी सिंधु के माता पिता एक अच्छे volleyball प्लेयर थे। पीवी सिंधु ने खेल की प्रेरणा अपने माता पिता से ही प्राप्त की और इन्होंने भी अपने माता-पिता के ही करा खेल को अपने करियर के रूप में चुना।
पीवी सिंधु का रुझान खेल की तरफ बहुत ही ज्यादा था। पीवी सिंधु को बैडमिंटन में सबसे ज्यादा रुचि तब आई जब इन्होंने पुलेला गोपीचंद को वर्ष 2001 में ऑल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप में चैंपियन के रूप में देखा।
पीवी सिंधु का पारिवारिक संबंध
पीवी सिंधु का पारिवारिक संबंध इनके परिवार वालों से काफी अच्छा था। पीवी सिंधु को सदा उनके माता-पिता के द्वारा प्रेम प्राप्त होता था। पीवी सिंधु अपने माता-पिता की बहुत इज्जत करती हैं, इन्होंने अपने माता-पिता के ही जैसे खेल को ही अपना करियर चुना। पीवी सिंधु की एक बहन भी हैं, जिनका नाम पीवी दिव्या है। पीवी सिंधु अपनी बहन से बहुत प्यार करती हैं और इनकी बहन भी इनसे उतना ही प्यार करती है, जितना कि पीवी सिंधु।
पीवी सिंधु के माता का नाम पी विजया है। पीवी सिंधु की माता विजया भारत की वॉलीबॉल खिलाड़ी थीं। यदि हम बात करें पीवी सिंधु के पिता की तो पीवी सिंधु के पिता का नाम पीवी रमन है। पी वी रमन भी भारत के पूर्व वॉलीबॉल खिलाड़ी रह चुके हैं, पी वी रमन को इनके खेल प्रदर्शन के लिए वर्ष 2000 में अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया।
पीवी सिंधु का प्रारंभिक जीवन
पीवी सिंधु के माता-पिता आर्थिक रूप से मजबूत हैं। पीवी सिंधु के माता-पिता स्वयं भी भारत के एक वॉलीबॉल खिलाड़ी थे। पीवी सिंधु की रूचि बचपन से ही खेल की तरफ थी, पीवी सिंधु की यह रूचि तब और भी ज्यादा बढ़ गई, जब उन्होंने गोपीचंद को चैंपियन के रूप में देखा। पीवी सिंधु अपना इंस्पिरेशन अपने माता-पिता और गोपीचंद को मानती हैं। पीवी सिंधु किसी भी प्रकार के सामाजिक परिस्थितियों का सामना नहीं करना पड़ा।
पीवी सिंधु को प्राप्त शिक्षा
पीवी सिंधु ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा auxilium high school से प्राप्त किया अपने हाईस्कूल की परीक्षा पूरी करने के बाद पीवी सिंधु ने अपनी आगे की पढ़ाई के लिए stns college को चुना और इन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई इसी विद्यालय से पूरी की। पीवी सिंधु एक ग्रेजुएटेड खिलाड़ी है।
पीवी सिंधु की बैडमिंटन ट्रेनिंग
पीवी सिंधु का रुझान बचपन से ही खेल की तरफ काफी ज्यादा था जिसके लिए उन्होंने बैडमिंटन का प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए शुरू शुरू में सिकंदराबाद में स्थित इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट आफ सिगनल इंजीनियरिंग एंड टेलीकम्युनिकेशन में महबूब अली नामक कोच से बैडमिंटन की ट्रेनिंग ली।
जैसा कि हमने आपको बताया, कि पीवी सिंधु अपना एक्सप्रेशन पुलेला गोपीचंद को मानती हैं। पीवी सिंधु ने पुलेला गोपीचंद की बेडमिंटन कोचिंग अकैडमी में अपना एडमिशन करवा लिया और पीवी सिंधु ने अपने कोच के द्वारा इन्हें जीत हासिल करने के लिए कभी ना हारने का मंत्र सीखा।
पीवी सिंधु का घर कोचिंग के कैंप से लगभग 56 किलोमीटर की दूरी पर था, परंतु पीवी सिंधु को बैडमिंटन सीखने की इतनी प्रबल इच्छा थी, कि वह प्रतिदिन सुबह-सुबह इतनी दूरी तय करके समय पर कैंप पहुंच जाते थे और अभ्यास किया करती थी।
पीवी सिंधु का व्यक्तिगत जीवन
पीवी सिंधु वर्तमान समय में सिंगल है, ना तो इनका कोई बॉयफ्रेंड है और ना ही इन्होंने अब तक विवाह किया है। वर्तमान समय में पीवी सिंधु मात्र 26 वर्ष की है। पीवी सिंधु ने अपने लक्ष्य प्राप्ति के होड़ में अब तक विवाह नहीं किया।
पीवी सिंधु की शारीरिक बनावट
पीवी सिंधु एक अच्छी पर्सनालिटी वाली प्लेयर हैं, उन्होंने अपनी बॉडी को बड़े ही अच्छे से मेंटेन किया हुआ है। पीवी सिंधु की ऊंचाई लगभग 5 फीट 10 इंच के आसपास है और इनका वजन 65 किलोग्राम है। पीवी सिंधु के आंखों और बालों का कलर काला है। यदि हम बात करें, पीवी सिंधु की फिजिकल स्टेटमेंट की, तो इनका फिगर 34-26-36 है।
पीवी सिंधु का करियर
पीवी सिंधु ने अपने करियर की शुरुआत बहुत ही कम उम्र में शुरू कर दिया था। पीवी सिंधु ने मात्र 14 वर्ष की उम्र से ही बैडमिंटन के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कैरियर आजमाना शुरू कर दिया। पीवी सिंधु ने वर्ष 2009 में कोलंबी में आयोजित किए गए, सब जूनियर एशियन बैडमिंटन चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और इस मैच में इन्होंने ब्रोंज मेडल हासिल किया।
इसके बाद वर्ष 2010 में पीवी सिंधु ने ईरान फज्र इंटरनेशनल बैडमिंटन चैलेंज में सिंगल कैटेगरी में सिल्वर मेडल हासिल किया और वर्ष 2010 में ही पीवी सिंधु ने मेक्सिको में आयोजित किए गए, जूनियर वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थी। इसी वर्ष पीवी सिंधु ने उबर कप में इंडियन नेशनल टीम की तरफ से सदस्यता हासिल की थी।
इन सभी के बाद वर्ष 2012 में पीवी सिंधु ने जर्मनी में आयोजित किए गए इंडोनेशिया ओपन में Juliane schenk के द्वारा हार गई, परंतु पीवी सिंधु ने हार नहीं मानी अतः 17 जुलाई को इन्होंने एशिया यूथ अंडर-19 में जापान की एक खिलाड़ी नोजोमी ओकुहारा को हराया और फाइनल इंडिया के नाम किया इस मैच में पीवी सिंधु एशिया यूथ अंडर-19 की चैंपियन रही। इसी वर्ष पीवी सिंधु ने लंदन टूर्नामेंट सीरीज में गोल्ड मेडलिस्ट li xuerui को हराकर एक वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया।
इसके बाद वर्ष 2013 में पीवी सिंधु के द्वारा चाइनीस खिलाड़ी wang shixian को वर्ल्ड चैंपियनशिप में हराया गया और इसके बाद पीवी सिंधु भारत की विमेंस सिंगल की पहली गोल्ड मेडलिस्ट बनी। पीवी सिंधु को इसी वर्ष अपने बेहतरीन खेल प्रदर्शन के कारण भारत सरकार के द्वारा अर्जुन अवॉर्ड से भी सम्मानित की गई है।
इन सभी के बाद वर्ष 2014 में पीवी सिंधु ने ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स में सेमी फाइनल स्टेज तक पहुंचकर फिर से भारत के लिए एक नया रिकॉर्ड बना दिया। पीवी सिंधु ने वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में लगातार दो बार गोल्ड मेडल जीता और ऐसा करके उन्होंने भारत का एक नया इतिहास रच दिया और ऐसा करने वाली यह पहली महिला बन गई।पीवी सिंधु ने वर्ष 2015 में मकाउ ओपन ग्रैंड प्रिक्स गोल्ड में थर्ड विमेन सिंगल्स को जीता।
पीवी सिंधु ने द्वारा वर्ष 2016 में मलेशिया मास्टर्स ग्रैंड प्रिक्स गोल्ड विमेंस को जीत लिया। इसके बाद पीवी सिंधु को प्रीमीयर बैडमिंटन लीग में चेन्नई की शमशेर टीम का कप्तान चुना गया। पीवी सिंधु ने कैप्टन के पद पर रहकर पांच मैच जीता और अपनी टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचाया। पीवी सिंधु ने वर्ष 2016 में समर ओलंपिक्स में जापान की नोज़ोमी ओकुहरा को हरा दिया।
पीवी सिंधु ने बहुत से ऐसे मैसेज खेले जिनमें उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किए और इन सभी के बाद वर्ष 2019 में पीवी सिंधु ने भारत में आयोजित किए गए, पीबीएल में पीवी सिंधु को हैदराबाद की टीम हंटर्स के लिए चुना गया। पीवी सिंधु ने इस पूरी सीरीज में अपना शानदार प्रदर्शन दिया और सेमीफाइनल तक पहुंची जहां पर इनका मुकाबला मुंबई रॉकेट के साथ हुआ, जिसमें पीवी सिंधु को हार का सामना करना पड़ा।
इसके बाद वर्ष 2019 में ही पहला बैडमिंटन अंतरराष्ट्रीय मैच इंडोनेशिया मास्टर ओपन शुरू हुआ। इस अंतरराष्ट्रीय मैच में पीवी सिंधु ने क्वार्टर फाइनल तक का सफर पूरा कर लिया, परंतु यहां पर इनका सामना स्पेन की गोल्ड मेडलिस्ट कैरोलिना मारीन के साथ हुआ, जहां पर पीवी सिंधु कैरोलिना मारिन के सामने नहीं टिक सकी और इन्हें इस अंतरराष्ट्रीय मैच को छोड़ना पड़ा।
पीवी सिंधु का ओलंपिक करियर
पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल मैच में 2-0 के स्कोर का लीड देकर जीत हासिल की। इस मैच में पीवी सिंधु का मुकाबला जापान की अकाने यामागुची के साथ हुआ था। पीवी सिंधु इस मैच के बाद टोक्यो ओलंपिक्स में फाइनल राउंड के लिए चुनी गई।
पीवी सिंधु ने अपना पिछला ओलंपिक रियो ओलंपिक खेला था, जिसमें इन्होंने सिल्वर मेडल जीता। पीवी सिंधु वर्ष 2021 में हो रहा है, टोक्यो ओलंपिक्स में और भी ज्यादा जोश के साथ सामने आई है और शुरुआत से ही अच्छा प्रदर्शन दिया।
पीवी सिंधु ने टोक्यो में रहे ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल को एक नया इतिहास अपने नाम कर दिया है। आपको बता दे कि पीवी सिंधु लगातार 2 मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी है। टोक्यो में हो रहे ओलंपिक में पीवी सिंधु चीन की खिलाड़ी ही बिंग जियाओ मात देकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया है।
पीवी सिंधु का यह ब्रॉन्ज मेडल भारत का दूसरा टोक्यो ओलंपिक का मेडल है। इससे पहले मीरा बाई चानू ने सिल्वर मैडल जीत लिया है। आपको बता दे बॉक्सर लवलीना भी फाइनल में आ चुकी है और गोल्ड मेडल के मुकाबले में उतरेंगी। यदि वह गोल्ड नहीं जीत पाती है तो सिल्वर तो उनके नाम पका ही है।
भारत की पीवी सिंधु (छठी वरीयता प्राप्त) और चीन की ही बिंग जियाओ (आठवीं वरीयता प्राप्त) के बीच 1 अगस्त 2021, रविवार को ब्रॉन्ज मेडल के लिए मुकाबला हुआ। इससे पहले पीवी सिंधु ताई जू यिंग से मुकाबला गंवा चुकी थी। लेकिन वह रविवार को पूरे लय में दिखाई दी। पीवी सिंधु ने चीन की स्टार शटलर ही बिंग जियाओ 21-13, 21-15 से हराकर मैडल अपने नाम किया है, इनका यह मुकाबला 52 मिनट तक चला।
इनके बारे में भी पढ़े
पीवी सिंधु का के द्वारा खेले गए अन्य मैचेज
Year | Match | opponent |
2016 | चाइना ओपन | सुन यू |
2017 | सैयद मोदी इंटरनेशनल | ग्रेगोरिया मरिस्का |
2017 | BWF सुपर सीरीज फाइनल | अकाने यामागुची |
2017 | कोरिया ओपन | नोज़ोम ओकुहारा |
2017 | इंडिया ओपन | कैरोलिना मारिन |
2018 | इंडिया ओपन | बेइबें |
2018 | वर्ल्ड टूर फाइनल | नोज़ोम ओकुहारा |
2018 | थाईलैंड ओपन | नोज़ोम ओकुहारा |
पीवी सिंधु को प्राप्त उपलब्धियां एवं पुरस्कार
वर्ष | पुरस्कार/सम्मान |
2013 | अर्जुन अवार्ड |
2014 | NDTV इंडियन ऑफ द ईयर |
2014 | FICCI ब्रेकथ्रू स्पोर्ट्स पर्सन ऑफ द ईयर |
2015 | बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया |
2015 | पद्मश्री |
2015 | द यूथ हाईएस्ट सिविलियन अवार्ड ऑफ इंडिया |
2016 | राजीव गांधी खेल रत्न |
2016 | बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया |
पीवी सिंधु सोशल मीडिया
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पीवी सिंधु के विषय में रोचक तथ्य
- पीवी सिंधु को बिरयानी और चाइनीस खाना काफी पसंद है।
- पीवी सिंधु को फिल्में देखने का काफी शौक है।
- पीवी सिंधु के मनपसंद अभिनेता रितिक रोशन, प्रभास और महेश बाबू हैं।
- पीवी सिंधु अपने बचपन से ही मेहनती रही हैं।
- पीवी सिंधु ने बैडमिंटन की कोचिंग क्लास के लिए प्रतिदिन 56 किलोमीटर का सफर तय करती थी और सुबह 4:15 से अभ्यास शुरू कर दे दी थी।
- पीवी सिंधु के पिता को वर्ष 2000 में राष्ट्रीय बॉलीवुड खेल के लिए अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया।
महिला बैडमिंटन खिलाड़ी।
पूर्वा राष्ट्रीय वॉलीबॉल खिलाड़ी।
वर्ष 2000 में।
26 वर्ष।
पुलेला गोपीचंद।
निष्कर्ष
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