MS Dhoni Biography in Hindi: भारतीय क्रिकेट के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को रांची बिहार में जन्म हुआ था। (वर्तमान समय में रांची झारखंड का हिस्सा बना दिया गया है।) भारतीय क्रिकेट के सबसे सफलतम कप्तान की सूची में सबसे पहला नाम महेंद्र सिंह धोनी का आता है।
धोनी आखिरी मौके पर टीम को जिताने के लिए प्रचलित है, इसलिए उन्हें विश्व का सबसे बेहतरीन क्रिकेट फिनिशर माना जाता है। हम धोनी को माही के नाम से भी जानते है। अगर आप महेंद्र सिंह धोनी के बहुत बड़े फैन हैं और उनके जीवन से जुड़ी कुछ रोचक तथ्यों को जानना चाहते हैं तो हमारे लेख के साथ अंत तक बने रहे।
महेंद्र सिंह धोनी पर देश को काफी गर्व है, इस वजह से 2008 में उन्हें राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके बाद 2009 में पद्मश्री और 2018 में पदम भूषण से सम्मानित किया गया।
1 नवंबर 2011 को महेंद्र सिंह धोनी को सरकार की तरफ से लेफ्टिनेंट कर्नल का पद मानद रैंक के रूप में प्रदान किया गया। आज इस लेख में हम महेंद्र सिंह धोनी के जीवन से जुड़ी कुछ खास बातों को सरल शब्दों में समझने का प्रयास करेंगे। इस वजह से हमारे लेख के साथ अंत तक बने रहे।
महेंद्र सिंह धोनी का जीवन परिचय (जन्म, परिवार, करियर, प्रेम कहानी, रिकार्ड्स, नेट वर्थ) | MS Dhoni Biography in Hindi
महेंद्र सिंह धोनी की संक्षिप्त जीवनी
नाम | महेंद्र सिंह धोनी |
उप नाम | माही |
जन्म तिथि | 7 जुलाई 1981 |
जन्म स्थान | रांची |
देश | भारत |
कार्य | क्रिकेटर |
प्रचलित होने का कारण | भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रहे |
पत्नी | साक्षी धोनी |
संपत्ति | लगभग 700 करोड़ |
धर्म | हिंदू |
महेंद्र सिंह धोनी कौन है?
महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट के सबसे सफलतम कप्तानों में से एक माने जाते हैं, उन्हें विश्व का सबसे बेस्ट क्रिकेट फिनिशर भी कहा जाता है। महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट से रिटायरमेंट ले चुके हैं, मगर कई सालों तक उन्होंने भारतीय क्रिकेटर को अपने बेहतरीन खेल से प्रभावित किया है। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम को सुनहरे टीम के नाम से जाना जाता था।
महेंद्र सिंह धोनी पर देश को इतना गर्व है कि उन्हें लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक से सुशोभित किया गया है। विभिन्न प्रकार के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से भी महेंद्र सिंह धोनी को सम्मानित किया गया है, उन्होंने क्रिकेट के खेल में भारतीय क्रिकेट टीम को सभी प्रकार के फॉर्मेट में विश्व विजेता बनाया है।
महेंद्र सिंह धोनी का शुरुआती जीवन
महेंद्र सिंह धोनी का जन्म झारखंड के रांची शहर में 7 जुलाई 1981 को हुआ था। धोनी का पैतृक गांव उत्तराखंड केलावली में है। उनके पिता सालों पहले नौकरी की तलाश में उत्तराखंड से रांची आए थे और जूनियर मैनेजमेंट के पद पर कार्य करते हुए मकान की तरफ से उन्हें रांची में रहने के लिए घर दिया गया था, जहां से धोनी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा को पूर्ण किया। धोनी ने अपनी 12वीं तक की शिक्षा को पूर्ण करने के बाद अपना कैरियर पूरी तरह से क्रिकेट को सौंप दिया।
धोनी के परिवार में उनके भाई नरेंद्र सिंह धोनी और बहन जयंती गुप्ता है। धोनी बचपन से ही क्रिकेट में बहुत अच्छे थे बल्लेबाजी के दौरान उन्होंने सचिन तेंदुलकर को अपना आदर्श माना है और विकेट कीपिंग के दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर गिलक्रिस्ट को अपना आदर्श माना है।
धोनी अपने शुरुआती दिनों में अपने स्कूल में बैडमिंटन और फुटबॉल के खेल में काफी बेहतरीन प्रदर्शन दिखाते थे। फुटबॉल मैच में गोलकीपर के रूप में खेलते हुए उन्होंने स्कूल में प्रचलिता हासिल की थी। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि अपनी दसवीं की परीक्षा के बाद धोनी ने क्रिकेट को सीरियस लेना शुरू किया।
उन्होंने स्कूल के दिनों में एक क्रिकेट क्लब के लिए मैच खेला था। मगर केवIल इसलिए क्योंकि उनका विकेटकीपर मौजूद नहीं था और इन्हें फुटबॉल में गोलकीपर का काम करते हुए कीपिंग का काम करने का अंदाजा लगाया गया और इनके स्पोर्ट टीचर के द्वारा इन्हें क्रिकेट में भेजा गया। उसके बाद यहां से धीरे-धीरे धोनी का क्रिकेट करियर शुरू होती है।
क्रिकेट का कैरियर आसमान छूने से पहले धोनी 2001 से 2003 तक खड़कपुर रेलवे स्टेशन पर ट्रैवलिंग टिकट एग्जामिनर (TTE) के पद पर काम किया करते थे। 2004 में धोनी ने एकदिवसीय मैच में डेब्यू किया और खड़कपुर रेलवे स्टेशन पर काम करते हुए झारखंड के लिए रणजी ट्रॉफी खेल रहे थे।
महेंद्र सिंह धोनी का परिवार
महेंद्र सिंह धोनी के परिवार में उनकी बहन, भाई और उनकी पत्नी और बेटी के अलावा उनके माता-पिता आते हैं, जिनके नाम और अन्य जानकारी को सूचीबद्ध किया गया है:
पिता | पान सिंह धोनी |
माता | देवकी सिंह धोनी |
बहन | जयंती गुप्ता |
भाई | नरेंद्र सिंह धोनी |
पत्नी | साक्षी सिंह धोनी |
बेटी | जीवा सिंह धोनी |
महेंद्र सिंह धोनी का करियर
महेंद्र सिंह धोनी का करियर क्रिकेट में रहा है। अगर हम उनके शिक्षा करियर की बात करें तो उन्होंने 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की है, जो रांची के डीएवी जवाहर विद्या मंदिर श्यामली स्कूल से पूर्ण की है। बचपन में महेंद्र सिंह धोनी एक एवरेज स्टूडेंट हुआ करते थे, जिन्होंने क्रिकेट के कैरियर पर ध्यान देने के लिए अपनी पढ़ाई को बीच में ही छोड़ा था।
हालांकि धोनी ने क्रिकेट के खेल पर ध्यान देने के लिए परीक्षा देने के बाद पढ़ाई को छोड़ा था। धोनी अपने स्कूल में बैडमिंटन और फुटबॉल के खेल में अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन देते थे। मगर एक दिन खिलाड़ी के अभाव में उन्हें विकेट कीपिंग करने का मौका दिया गया, जहां से उनकी रूचि क्रिकेट के खेल में बढ़ने लगी।
उनके स्पोर्ट टीचर के द्वारा उन्हें स्थानीय क्रिकेट क्लब में क्रिकेट खेलने के लिए भेजा गया। जहां उन्होंने बेहतरीन विकेटकीपिंग का प्रदर्शन दिखाया, जिसके बाद उनके इस स्कूल के स्कूल टीचर की वजह से उनकी रूचि क्रिकेट के खेल में बढ़ गई। धीरे-धीरे रोजाना क्रिकेट की प्रैक्टिस करते हुए उन्हें बल्लेबाजी और विकेट कीपिंग में मजा आने लगा और स्कूल के टीचर से ही उन्होंने क्रिकेट खेलना सीखा।
दसवीं कक्षा तक धोनी हर तरह के खेल को खेला करते थे, जिसमें मुख्य रुप से बैडमिंटन फुटबॉल और क्रिकेट शामिल थे। मगर इसके बाद अपने करियर को खेल में बनाने के लिए उन्होंने क्रिकेट खेल को चुना। अपने स्कूल के द्वार में महेंद्र सिंह धोनी कमांडो क्रिकेट क्लब के लिए क्रिकेट खेला करते थे। उनके अच्छे प्रदर्शन की वजह से उन्हें दसवीं के बाद वीनू मांकड़ ट्रॉफी अंडर-16 चैम्पियनशिप का हिस्सा बनाया गया, जिसमें उनका प्रदर्शन काफी अच्छा था।
उसके बाद बिहार की तरफ से रणजी ट्रॉफी खेलने लगे इस दौरान उन्होंने अलग-अलग जगहों पर इंटरनेशनल मैच के लिए अपना प्रदर्शन भी प्रस्तुत किया। मगर हर बार उन्हें इंटरनेशनल मैच से रिजेक्ट कर दिया जाता था। कुछ साल तक इस मेहनत के बाद 2001 में उनके रणजी खेल को देखकर उन्हें रेलवे की तरफ से रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए चुना गया और बदले में खड़कपुर रेलवे स्टेशन पर TTE की नौकरी दी गई।
3 साल नौकरी करने के बाद धोनी को यह पछतावा हुआ कि उन्हें क्रिकेट में जाना था मगर उन्हें यह मौका नहीं मिल पाया। इस बात से आहत होकर उन्होंने 1 साल के लिए अपना पूरा ध्यान क्रिकेट पर देने का फैसला किया और नौकरी को छोड़ दिया।
अपनी कड़ी मेहनत के बाद धोनी ने पहली बार वनडे मैच के लिए 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ डेब्यू किया। उसके 1 साल बाद टेस्ट मैच के लिए साउथ अफ्रीका के साथ डेब्यू किया जब पहली बार टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच शुरू हुआ है तो उस मैच में इंडिया की तरफ से धोनी खेल रहे थे। आगे उनका क्रिकेट करियर बहुत ही रोचक रहा और उन्हें विश्व का सबसे बेस्ट कैप्टन माना गया।
हालांकि इन सबके अलावा धोनी को सरकार की तरफ से लेफ्टिनेंट कर्नल का पद दिया गया है। कपिल देव के बाद भारतीय क्रिकेट के महेंद्र सिंह धोनी दूसरे ऐसे खिलाड़ी है, जिन्हें सरकार की तरफ से आर्मी का पद दिया गया हो।
महेंद्र सिंह धोनी का क्रिकेट करियर
वैसे तो अंडर 19 और अंडर 16 मैच में धोनी ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिया था। मगर उनका वास्तविक क्रिकेट करियर 1999 में पहली बार रणजी ट्रॉफी खेलने से शुरू होता है तब बिहार राज्य की तरफ से रणजी ट्रॉफी में महेंद्र सिंह धोनी आसाम राज्य के खिलाफ खेल रहे थे, इस मैच में उन्होंने 68 रन की अर्धशतकीय पारी खेली थी।
कुल 5 मैच की सीरीज थी, जिसमें धोनी ने 283 रन अपने नाम की है और इस तरह अन्य घरेलू मैच में अपना बेहतरीन प्रदर्शन देते हुए रणजी ट्रॉफी में काफी प्रचलित हुए। इतने अच्छे प्रदर्शन के बाद भी धोनी का चयन ईस्ट जोन क्रिकेट सिलेक्टर बोर्ड में नहीं किया गया।
इसके बाद धोनी ने क्रिकेट से अपना मुंह मोड़ लिया और 2001 में बताओ और टीटी खड़कपुर स्टेशन पर कार्य करने लगे। मगर 2003 तक उन्हें उस काम से चढ़ा होने लगी और उन्हें लगा कि एक बार उन्हें क्रिकेट के लिए और ट्राई करना चाहिए।
नौकरी में रहते हुए 2003 से 04 के बीच देवधर ट्रॉफी का मुकाबला हुआ था, जिसमें धोनी ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिया था। इस सीजन के चार मैच में धोनी ने 244 रन की पारी खेली थी। इस प्रदर्शन के बाद धोनी का चयन इंडियन टीम ए में कर लिया गया।
2004 में धोनी ने पहली बार अंतरराष्ट्रीय खेल में कदम रखा और जिंबाब्वे के खिलाफ बताओ और बैटमैन और विकेटकीपर खेला। 2004 में अलग-अलग देश में इंडिया की टीम ए की तरफ से धोनी ने श्रीलंका जिंबाब्वे और पाकिस्तान जैसे देशों के साथ मैच खेला जिसमें पाकिस्तान के मैच में उन्होंने शतकीय पारी खेली, जिसके बाद उनका चयन भारत की तरफ से वनडे खेलने के लिए किया गया।
धोनी का पहला वनडे
धोनी का पहला वनडे 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ खेला गया था। धोनी भारत की तरफ से बांग्लादेश के साथ हुए वनडे मैच में शून्य पर आउट हो गए थे। इस तरह उनका प्रदर्शन बांग्लादेश के सीरीज और श्रीलंका के शरीर में बहुत खराब रहा। मगर इसके बावजूद महेंद्र सिंह धोनी का चयन पाकिस्तान सीरीज में किया गया।
उनके क्रिकेट करियर को एक नया रूप देने के लिए पाकिस्तान सीरीज बहुत मायने रखता है। पाकिस्तान के साथ हुए वनडे सीरीज में धोनी ने 148 रन की पारी खेली। इसके अलावा पहले ऐसे विकेटकीपर बने, जिसने कितना रन बनाया हो। इसी के साथ महेंद्र सिंह धोनी पूरे भारत में प्रचलित हो गए और उन्होंने अपनी जगह अन्य वनडे सीरीज में बना ली।
वनडे मैच में धोनी का प्रदर्शन
अपने करियर में धोनी ने कुल कितने मैच खेले हैं और उसमें उन्होंने कैसा प्रदर्शन किया है, इसे बताने के लिए नीचे सूची प्रस्तुत की गई है।
धोनी द्वारा खेले गए वन डे मैच | 318 |
कुल खेलीं गई इनिंग | 272 |
वन डे मैच में बनाए गए कुल रन | 9967 |
वन डे मैच में लगाए गए कुल चौके | 217 |
वन डे मैच में बनाए गए कुल शतक | 10 |
वन डे मैच में बनाए गए कुल दोहरे शतक | 10 |
वन डे मैच में बनाए गए कुल दोहरे शतक | 0 |
वन डे मैच में बनाए गए कुल अर्ध शतक | 67 |
महेंद्र सिंह धोनी का टेस्ट प्रदर्शन
टेस्ट मैच में धोनी का करियर कैसा रहा है इसे संक्षिप्त रूप से प्रस्तुत करने के लिए नीचे उनके द्वारा खेले गए मैच और बनाए गए रन की एक रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है।
धोनी द्वारा खेले गए कुल टेस्ट मैच | 90 |
कुल खेलीं गई इंनिंग | 144 |
टेस्ट मैच में बनाए गए कुल रन | 4876 |
टेस्ट मैच में लगाए गए कुल चौके | 544 |
टेस्ट मैच में लगाए गए छक्के | 78 |
टेस्ट मैच में बनाई गई कुल शतक | 6 |
टेस्ट मैच में बनाए गए कुल दोहरे शतक | 1 |
टेस्ट मैच में बनाए गए कुल अर्ध शतक | 33 |
महेंद्र सिंह धोनी का T20 प्रदर्शन
T20 मैच में महेंद्र सिंह धोनी का बहुत अच्छा प्रदर्शन रहा है। जब T20 मैच की शुरुआत हुई तो उसमें धोनी भारत के तरफ से खेल रहे थे। मगर अपने पूरे करियर में उन्होंने जितने भी T20 मैच खेले हैं, उसमें उनके प्रदर्शन की सूची नीचे प्रस्तुत की गई है।
धोनी द्वारा खेले गए कुल टी 20 मैच | 89 |
कुल रन | 1444 |
कुल चौके | 101 |
कुल छक्के | 46 |
कुल शतक | 0 |
कुल अर्ध शतक | 2 |
महेंद्र सिंह धोनी की उपलब्धियां
अपने पूरे करियर में धोनी बतौर कैप्टन पूरी इंडियन टीम को इतने बेहतरीन तरीके से संभाला है कि उनके निर्देशन में भारतीय टीम में सभी तरह के खेलों में अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया है। धोनी की उपलब्धियों की सूची नीचे प्रस्तुत की गई है, उसे ध्यानपूर्वक पढ़ें:
- धोनी के कैप्टन बनने से पहले भारतीय टीम की जिम्मेदारी राहुल द्रविड़ के नाम थी। मगर इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी 2007 में बतौर कैप्टन भारतीय टीम में शामिल हुए। जिसमें उनकी पहली कप्तानी साउथ अफ्रीका के साथ हुए सीरीज में दिखी, जिसमें उन्होंने पूरा टूर्नामेंट जीतवाया।
- महेंद्र सिंह धोनी एकमात्र ऐसे भारतीय कप्तान बने, जिन्होंने अपने देश को हर फॉर्मेट में विश्वकप दिलवाया और हर तरह के वर्ल्ड टूर्नामेंट में भारत को जीत दिलवाई है। धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम की ICC World Ranking पहले स्थान पर थी।
- धोनी ने वनडे वर्ल्ड कप में भारत का नेतृत्व दो बार किया है। 2011 में भारत को विश्वकप दिलवाया और 2015 में भारत को विश्वकप के सेमीफाइनल तक पहुंचाया था।
- धोनी पहले ऐसे भारतीय विकेटकीपर थे, जिन्होंने 4000 से अधिक रन अपने करियर में बनाए।
- धोनी ने 27 अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच में भारतीय टीम का नेतृत्व करते हुए जीत दिलाई है, जिस वजह से वह सबसे सफल कैप्टन बन पाए हैं।
- धोनी ने बताओ और कैप्टन 331 इंटरनेशनल मैच खेले हैं और वह पहले ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने इतना इंटरनेशनल मैच खेला है।
- धोनी ने अपने इंटरनेशनल मैच के करियर में 204 छक्के बतौर कैप्टन मारे है और इसी के साथ वह एक मात्र से क्या ट्रेन है, जिन्होंने इतनी छक्के मारे हैं।
- धोनी को खेल रत्न, पदम श्री और पदम भूषण जैसे अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
महेंद्र सिंह धोनी की प्रेम कहानी
महेंद्र सिंह धोनी पर हाल ही में बॉलीवुड की तरफ से एक फिल्म बनाई गई, जिसका नाम महेंद्र सिंह धोनी द अनटोल्ड स्टोरी रखा गया। इस फिल्म की वजह से लोगों को महेंद्र सिंह धोनी के प्रेम किसी के बारे में पता चला।
प्रियंका झा, महेंद्र सिंह धोनी का पहला प्यार था, जो उन्हें उस दौर में मिली थी। जब इन का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट अच्छा नहीं चल रहा था, उनका प्रदर्शन खराब होने की वजह से इन्हें टीम में रखा जाए या ना रखा जाए इस पर सवाल चल रहे थे। उस दौरान प्रियंका झा ने इनका मनोबल बढ़ाया और इन दोनों की दोस्ती गहरी जम गई।
धीरे-धीरे दोनों के बीच संबंध काफी गहरे हो गए। मगर इन दोनों की शादी होने से पहले ही प्रियंका झा की एक रोड एक्सीडेंट में मौत हो जाती है। महेंद्र सिंह धोनी इस सदमे में बहुत परेशान हो जाते हैं, जिस वजह से अपने खेल पर भी अच्छा से ध्यान नहीं दे पाते है।
यह भारतीय क्रिकेट का वह काला दौर था जब हर खिलाड़ी पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगाया जा रहा था और कैप्टन होने की वजह से महेंद्र सिंह धोनी को इन सभी चीजों की जिम्मेदारी लेते हुए हर इंटरव्यू में आना पड़ रहा था।
टीम इंडिया कोलकाता में जिस होटल में रुकी थी। उस होटल में साक्षी बतौर इंटर्न काम कर रही थी। मगर ऐसा बताया जाता है कि साक्षी महेंद्र सिंह धोनी से इनके स्कूल में मिली थी। दोनों साथ में पढ़ा करते थे। मगर साक्षी के पिता का ट्रांसफर देहरादून हो जाता है, जिस वजह से लंबे अरसे तक इन दोनों के बीच मुलाकात नहीं होती है।
आखरी बार स्कूल में इनकी मुलाकात में हुई थी। उसके बाद 2007 में कोलकाता के एक होटल में महेंद्र सिंह धोनी और साक्षी की दोबारा मुलाकात होती है। वहां एक पुराने दोस्त होने की वजह से दोनों की दोस्ती दोबारा से गहरी हो जाती है।
कुल 3 साल तक दोस्त के रुप में एक दूसरे के साथ वक्त बिताते हुए इन दोनों ने एक दूसरे को अच्छे से जाना और समझा और उसके बाद 4 जुलाई 2010 को इन दोनों ने शादी कर ली। यह एक लव मैरिज थी, जिसमें दोनों एक दूसरे को स्कूल के समय से जानते थे और 3 साल तक 2007 से डेट भी कर रहे थे।
वर्तमान समय में महेंद्र सिंह धोनी और साक्षी की एक बेटी है, जिसका नाम जीवा है। जीवा से जुड़ी जानकारी सोशल मीडिया पर अक्सर वायरल होती रहती है और अभी से ही उनकी बेटी सोशल मीडिया पर एक फेमस आइकन बनी हुई है।
महेंद्र सिंह धोनी की कॉन्ट्रोवर्सी
भारत में जब कोई व्यक्ति प्रचलित होता है तो उसके साथ अलग-अलग तरह की कॉन्ट्रोवर्सी जोड़ ही जाती है। ऐसा ही महेंद्र सिंह धोनी के साथ भी हुआ। धोनी की सबसे पहली कॉन्ट्रोवर्सी साल 2007 में हुई।
वाटर केस की कॉन्ट्रोवर्सी
जहां धोनी के सोसाइटी में रहने वाले लोगों ने उन पर आरोप लगाया कि धोनी रोजाना 15000 लीटर पानी अपने स्विमिंग पूल में बर्बाद करते है, जिससे सोसायटी में रहने वाले लोगों को समस्या होती है।
यह मामला झारखंड के उच्च न्यायालय में भी गया। वहां इस बात की पूर्ण पुष्टि हुई की ऐसा नहीं है। धोनी के सोसायटी में रहने वाले लोगों ने महज कुछ अफवाहों पर विश्वास करके उनके ऊपर आरोप लगाया था। बाद में केस करने वाले लोगों ने धोनी से माफी भी मांगी।
टैक्स न भरने पर कॉन्ट्रोवर्सी
एम एस धोनी पर एक ऐसा आरोप भी लगाया गया कि अमेरिकी कंपनी द्वारा निर्मित गाड़ी “हमर एच 2” की बुकिंग करवाते वक्त तक उन्होंने उस गाड़ी के नाम के रूप में महिंद्रा स्कार्पियो लिखवा दिया, जिस वजह से चार लाख रुपए का टैक्स ₹53000 हो गया और इस वजह से उन पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने पंजीकरण कागजों में छेड़छाड़ करके गाड़ी का टैक्स देने से खुद को बचाया है।
मैच फिक्सिंग से जुड़ा विवाद
साल 2013 में आईपीएल मैच फिक्सिंग का आरोप महेंद्र सिंह धोनी और उनकी आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग पर लगाया गया। आरोप में उनकी पत्नी का नाम भी खींचा गया था। हालांकि यह आरोप कभी साबित नहीं हो पाया और इस आरोप को बंद कर दिया गया।
महेंद्र सिंह धोनी से जुड़ी कुछ रोचक बातें
- महेंद्र सिंह धोनी 2012 में विश्व के सबसे ज्यादा पैसा कमाने वाले क्रिकेट खिलाड़ी में शामिल हुए थे।
- धोनी 2012 से 2014 तक भारतीय सरकार को सबसे ज्यादा टैक्स देने वाले खिलाड़ी रहे थे।
- धोनी क्रिकेट के अलावा होटल और कपड़े का व्यापार भी करते है। रांची में माही निवास के नाम से उन्होंने अपना एक होटल खोला है।
- इसके अलावा रितिक ग्रुप नाम के कंपनी के साथ महेंद्र सिंह धोनी ने 7 (Seven) नाम के कपड़े का ब्रांड शुरू किया है।
- अमरावती हाउसिंग कंपनी को 150 करोड रुपए धोनी को देने थे, जिसे अभी तक उन्होंने क्लियर नहीं किया है।
- एम एस धोनी को बाइक का बहुत शौक है। इस वजह से उन्होंने अलग-अलग तरह के बाइक के कलेक्शन अपने घर में रखे हैं।
- अपने जीवन पर फिल्म बनाने के कॉपीराइट को देने के लिए महेंद्र सिंह धोनी ने ₹40 करोड़ चार्ज किए थे।
- अपने मेहनत के दम पर एक मिडिल क्लास परिवार से निकलकर महेंद्र सिंह धोनी आज भारत का एक प्रचलित नाम बन पाया है। इस वजह से उनका जीवन आज हर नवयुवक के लिए प्रेरणात्मक है।
महेंद्र सिंह धोनी का नेट वर्थ
वर्तमान समय में महेंद्र सिंह धोनी की कुल संपत्ति 700 करोड़ रुपए की आंकी गई है। यह सारा पैसा उन्होंने क्रिकेट विज्ञापन और व्यापार से कमाया है। महेंद्र सिंह धोनी 2012 से 2014 तक सबसे अधिक पैसा कमाने वाले और भारत में सबसे ज्यादा टैक्स देने वाले खिलाड़ी थे। वर्तमान समय में इनकी वार्षिक आय 102 करोड़ों की गई है।
स्पष्टीकरण: यहाँ पर बताई गई नेटवर्थ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार है। इसकी सटीकता की पुष्टी हम नहीं करते हैं।
FAQ
एम एस धोनी का पूरा नाम महेंद्र सिंह धोनी है।
महेंद्र सिंह धोनी का जन्म 7 जुलाई 1991 में झारखंड के रांची शहर में हुआ था।
महेंद्र सिंह धोनी को क्रिकेट के खेल का सबसे बेस्ट कैप्टन इसलिए कहा जाता है। क्योंकि विषम परिस्थिति में भी वह खुद को शांत रखते हैं और अपने नेतृत्व का जादू बिखेरते हुए भारत को हार तरह का वर्ल्ड कप जिताया है।
महेंद्र सिंह धोनी और उनकी पत्नी साक्षी की एक बेटी है, जिसका नाम जीवा है।
निष्कर्ष
हमने अपने आज के जीवन परिचय के लेख में आप सभी लोगों को महेंद्र सिंह धोनी का जीवन परिचय के बारे में विस्तार पूर्वक से जानकारी प्रदान की है। हमें उम्मीद है कि आप लोगों को एमएस धोनी का जीवन परिचय काफी पसंद आया होगा और आप लोगों ने इनके जीवन परिचय से कुछ ना कुछ जरूर महत्वपूर्ण सीख ली होगी।
यदि आप लोगों को एम एस धोनी के जीवन परिचय से कुछ न कुछ सीख मिली हो और आपको यह लेख पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले।
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